अपराध
मुंबई समाचार: ‘टच’ सत्र में, 7 वर्षीय लड़की ने पड़ोसी द्वारा छेड़छाड़ की बात की

एक एनजीओ द्वारा आयोजित ‘गुड टच, बैड टच’ सत्र में सात साल की एक लड़की ने पड़ोसी द्वारा साल भर तक किए गए उत्पीड़न के बारे में अपनी आपबीती सुनाई। स्टॉक एक्सचेंज कर्मचारी 28 वर्षीय व्यक्ति को तिलक नगर पुलिस ने उनके पड़ोस में एक सुनसान इमारत में हुए कथित हमले के लिए हिरासत में लिया है। मामले में शिकायतकर्ता एक सामाजिक कार्यकर्ता है, जिसके सामने लड़की ने घाटकोपर में स्कूल से संबंधित सत्र में आपबीती बताई। जब सामाजिक कार्यकर्ता को सत्र में बच्चे का आचरण थोड़ा संदिग्ध लगा, तो वह उसे एक तरफ ले गई और उसे यह बताने के लिए परामर्श दिया कि कैसे वह आदमी अक्सर उसे अनुचित तरीके से छूता था और उठा लेता था जिससे वह असहज हो जाती थी। बच्चे के माता-पिता को तुरंत सूचित किया गया, लेकिन वे पुलिस के पास जाने से अनिच्छुक थे और उन्होंने कहा कि बच्चा हर साल उस आदमी को राखी बांधता था। इसके बाद एनजीओ ने घाटकोपर पुलिस को एक लिखित शिकायत भेजी, जिसने इसे तिलक नगर पुलिस को भेज दिया, जिसके अधिकार क्षेत्र में यह क्षेत्र आता है। पुलिस ने कहा कि मामला तकनीकी प्रकृति का है और आरोपों को साबित करने के लिए सबूतों की तलाश के लिए जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच आरोपी को गिरफ्तारी और समन का नोटिस भेजा गया है. भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल) और यौन अपराधों के खिलाफ बच्चों की सुरक्षा (POCSO) की धारा 8 (यौन हमला) और 12 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ) कार्यवाही करना।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
बांग्लादेश : पुलिस ने तीन श्रीलंकाई नागरिकों को छुड़ाया, दोस्त ने फिरौती के लिए किया था किडनैप

ढाका, 25 अप्रैल। बांग्लादेश में पुलिस ने फिरौती के लिए किडनैप तीन श्रीलंकाई नागरिकों को छुड़ा लिया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीनों लोग सोशल मीडिया पर मिले एक दोस्त के बुलावे पर बांग्लादेश आए थे।
बांग्लादेश के पुलिस उप महानिरीक्षक (खुलना रेंज) मोहम्मद रजाउल हक ने गुरुवार को स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि पुलिस ने अपहरण मामले में विदेशी नागरिकों को बुलाने वाले व्यक्ति समेत तीन स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया।
किडनैप किए गए तीन श्रीलंकाई नागरिकों में एक महिला भी शामिल थी।
बांग्लादेश के अखबार ‘द डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चार बांग्लादेशी काजी इमदाद हुसैन, शाहिदुल शेख, जोनी शेख और एसएम शम्सुल आलम ने स्थानीय फोन नंबर से श्रीलंकाई नागरिकों के परिवारों से संपर्क किया और फिरौती की मांग की।
बांग्लादेश के बागेरहाट जिले के पुलिस अधीक्षक तौहिदुल आरिफ के अनुसार, तीनों श्रीलंकाई नागरिक दक्षिण अम्बारी गांव में इमदाद काजी के घर पर पाए गए।
बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट बीडी न्यूज 24 ने एसपी तौहिदुल आरिफ के हवाले से बताया, “हाल ही में इमदाद सोशल मीडिया पर तीन श्रीलंकाई नागरिकों से मिला। इमदाद ने उन्हें व्यापार के अवसरों का हवाला देते हुए बांग्लादेश बुलाया। तीनों श्रीलंकाई नागरिक मंगलवार को बांग्लादेश पहुंचे और वहां पहुंचने के बाद उन्हें बंधक बना लिया गया।”
पुलिस अधिकारी ने बताया, “उनके परिवार वालों ने श्रीलंका से फोन करके हमें बताया कि उनका अपहरण कर लिया गया है। उन्हें बताया गया था कि अगर फिरौती नहीं दी गई, तो उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा।”
हाल ही में अमेरिका ने अपने नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा पर फिर से सोचने के लिए यात्रा सलाह जारी की थी। एडवाइजरी में देश में नागरिक अशांति, अपराध और आतंकवाद का हवाला दिया गया।
अमेरिकी विदेश विभाग की यात्रा सलाह में कहा गया कि बांग्लादेश में आतंकवादी हमलों और अन्य हिंसक गतिविधियों का खतरा भी है।
इससे पहले, ब्रिटेन ने भी बांग्लादेश के लिए अपनी यात्रा सलाह को अपडेट किया था और अपने नागरिकों को चटगांव हिल ट्रैक्ट्स जैसे क्षेत्रों में केवल जरूरी यात्रा करने की सलाह दी थी और किसी भी अन्य यात्रा से बचने को कहा था।
ब्रिटेन के विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय की सलाह में कहा गया, “आतंकवादी हमले बिना चेतावनी के हो सकते हैं और इनमें उन जगहों को भी निशाना बनाया जा सकता है, जहां विदेशी नागरिक जाते हैं, जैसे: भीड़-भाड़ वाले इलाके, धार्मिक स्थल और राजनीतिक रैलियां।”
मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। स्थानीय मीडिया ने राजमार्ग पर डकैतियों की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी की सूचना दी है।
बांग्लादेश हाईवे पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से ऐसी डकैतियों में बढ़ोतरी हुई है।
अपराध
दिल्ली: पहलगाम हमले के विरोध में गांधीनगर समेत तमाम मार्केट बंद, आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग

नई दिल्ली, 25 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई पर्यटकों की निर्मम हत्या से देशभर के लोगों में गुस्सा है। पहलगाम हमले के विरोध में शुक्रवार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देने के लिए दिल्ली की तमाम मार्केट को आज बंद किया गया है। गांधीनगर और जनपथ मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है।
दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ मार्केट बंद करने का फैसला लिया है। वहीं, कनॉट प्लेस में बंद का आंशिक असर देखा जा रहा है, यहां कुछ दुकानें सुबह से ही खुली हैं। एशिया की सबसे बड़ी होलसेल रेडीमेड गांधीनगर मार्केट पूरी तरह से बंद कर दी गई है। एक भी दुकान नहीं खुल रही है। दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ मार्केट बंद की है। दुकानदारों का कहना है कि कश्मीर में जो हुआ, वह बहुत गलत हुआ है। सरकार को आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
गांधीनगर मार्केट में दुकानदार राम बाबू गर्ग ने मिडिया से बात करते हुए कहा कि पहलगाम में बड़ा जघन्य अपराध हुआ है। हम चाहते हैं कि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। हालांकि, दुकान बंद करने से ज्यादा कुछ नहीं होगा, लेकिन बंद का कड़ा संदेश जाना चाहिए। हमने यह बंद एक दिन के लिए रखा है। उन्होंने आगे बताया कि आज बंद से पूरी दिल्ली में 1500 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। पहलगाम में जो मारे गए हैं, वे हमारे भाई थे।
वहीं, दीपक ने बताया कि पहलगाम हमले के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए हमने यह बंद रखा है, ताकि पूरे विश्व में यह संदेश जा सके कि हम अंदर से आहत हैं। इस आतंकवादी हमले की हम कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं। आतंवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
दुकानदार किरन पाल ने बताया कि मैं सरकार और देश के लोगों से कहना चाहता हूं कि हमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी। केंद्र सरकार उचित कदम उठा रही है।
वहीं, दिल्ली की जनपथ मार्केट में जहां सुबह से ही भीड़ रहती थी, लेकिन आज सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी दुकानें, रेहड़ी-पटरी बंद हैं। कनॉट प्लेस में बंद का असर कम है, कुछ दुकानें खुली हैं, लोगों की आवाजाही सामान्य है।
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल थे।
अपराध
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को मिली धमकी, पुलिस में शिकायत दर्ज

नई दिल्ली, 24 अप्रैल। भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच और भाजपा के पूर्व सांसद गौतम गंभीर को धमकी मिली है। आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर से गौतम गंभीर को धमकी दी गई है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
धमकी मिलने के बाद गंभीर के पर्सनल सेक्रेटरी गौरव अरोड़ा की ओर से दिल्ली पुलिस को शिकायत दी गई। शिकायत में उनके पीएस ने बताया कि यह धमकी ईमेल के जरिए भेजी गई है।
गौतम गंभीर के पीएस ने एसएचओ राजेंद्र नगर और डीसीपी सेंट्रल को ईमेल के जरिए शिकायत दी और इस धमकी का जिक्र किया गया है। शिकायत में लिखा गया, “प्रिय महोदय, नमस्ते। जैसा कि हमने बात की थी, कृपया संलग्न गौतम गंभीर (पूर्व सांसद), भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के मेल आईडी पर प्राप्त “धमकी भरे मेल” देखें। कृपया इसके अनुसार एफ.आई.आर. दर्ज करें और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें। किसी अन्य प्रश्न के लिए, कृपया जवाब दें या संपर्क करें।”
आपको बताते चलें, गौतम गंभीर इस समय टीम इंडिया के हेड कोच हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद ही उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया है। इससे पहले वह आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर के साथ जुड़े हुए थे। ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से गौतम गंभीर भाजपा सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
गौतम गंभीर को धमकी मिलने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले उन्हें 2021 में जान से मारने की धमकी मिली थी। लेकिन, इस बार मामला ज्यादा गंभीर बताया जा रहा है, क्योंकि उन्हें किसी आतंकवादी संगठन के नाम से धमकी आई है।
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