Connect with us
Sunday,27-April-2025
ताज़ा खबर

अपराध

हर्ष हत्याकांड का ‘जश्न मनाने वाली’ पोस्ट की जांच करेगी कर्नाटक सीआईडी

Published

on

कर्नाटक पुलिस की विशेष जांच एजेंसी, आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने ‘मैंगलोर मुस्लिम’ फेसबुक पेज मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है, जिस पर पिछले महीने शिवमोग्गा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या का जश्न मनाते हुए पोस्ट किए गए थे। मामले को सीआईडी को स्थानांतरित करने का निर्णय कानून और व्यवस्था के निहितार्थ और अन्य राज्यों और अन्य देशों में व्यक्तियों की भागीदारी पर विचार करने के बाद लिया गया है। सीआईडी के पास कोई अधिकार क्षेत्र संबंधी मुद्दा नहीं होगा, क्योंकि मामले से निपटने के लिए उसके पास बुनियादी ढांचा होगा।

असामाजिक तत्वों ने एक न्यूज एंकर को धमकी भरे मैसेज भी पोस्ट किए थे और एक मौजूदा राज्य मंत्री के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था। सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट वायरल हो गए थे और हर्ष की हत्या के बाद, ऐसे संदेशों (मैसेज) ने पूरे राज्य में तनाव पैदा कर दिया था। लोकल साइबर, इकनोमिक्स एंड नारकोटिक्स क्राइम्स (सीईएन) पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है।

स्थानीय पुलिस ने फेसबुक से पेज के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस विभाग ने पेज लाइक करने के आरोप में दो पुलिस कांस्टेबलों को हिरासत में लिया था और बाद में उन्हें छोड़ दिया था। देवी कतील श्रीदेवी पर अपमानजनक संदेश पोस्ट करने के लिए 2016 में ‘मेंगलुरु मुस्लिम पेज’ के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था। फिर, पुलिस ने फेसबुक के मुंबई कार्यालय का दरवाजा खटखटाया और अदालत से सहमति मिलने के बाद पेज को ब्लॉक कर दिया गया।

आरोपियों ने पेज का नाम मेंगलुरु मुस्लिम से बदलकर मैंगलोर मुस्लिम कर लिया है और आपत्तिजनक पोस्ट करना जारी रखा है। पुलिस उपायुक्त (कानून व्यवस्था) हरिराम शंकर ने पुष्टि की है कि मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है।

कर्नाटक पुलिस ने उन सोशल मीडिया पोस्ट और अकाउंट्स की निगरानी के लिए मंगलुरु पुलिस आयुक्त के कार्यालय में एक सोशल मीडिया निगरानी केंद्र की स्थापना की है, जो तटीय कर्नाटक क्षेत्र में समाज में लोगों को भड़काते हैं।

सेल ने हिजाब विवाद की पृष्ठभूमि में निगरानी बढ़ा दी है, जिसके कारण सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने वाले भड़काऊ संदेश प्रकाशित हुए हैं और इसमें विशेष रूप से सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील तटीय क्षेत्र में दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़ और उडुपी जिले शामिल हैं, जिसमें मंगलुरु शहर पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

सेल पहले से ही विभिन्न धार्मिक, छात्र, श्रमिक और राजनीतिक संगठनों से संबंधित 1,000 से अधिक सोशल मीडिया खातों की निगरानी कर रहा है। आगे की जांच जारी है।

अपराध

देवबंद की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, कई मजदूरों की मौत

Published

on

सहारनपुर, 26 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले स्थित देवबंद में शनिवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा निहालखेड़ी गांव के पास स्टेट हाईवे-59 पर स्थित एक अवैध फैक्ट्री में सुबह करीब 7 बजे हुआ। घटना के समय फैक्ट्री में 9 कर्मचारी काम कर रहे थे। विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरी इमारत ध्वस्त हो गई, और मजदूरों के शव के टुकड़े 200 मीटर दूर तक बिखर गए। आशंका है कि मलबे में कुछ लोग दबे हो सकते हैं।

विस्फोट की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के गांव दहल गए। एक व्यक्ति का आधा शरीर और दूसरे का हाथ 150 मीटर दूर मिला। घटना का वीडियो दिल दहला देने वाला है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों के परिजन मौके पर पहुंचे, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कई थानों की पुलिस फोर्स को बुलाया गया ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

सूत्रों के मुताबिक, यह फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी, जहां प्रतिबंधित पटाखे बनाए जा रहे थे। विस्फोट इतना तेज था कि मजदूरों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। हादसे में मरने वालों की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

यह सहारनपुर में इस तरह का पहला हादसा नहीं है। इससे पहले 2 मई 2022 को सरसावा थाना क्षेत्र के सौराना गांव में भी एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ था। उस समय भी मृतकों के शव के टुकड़े 200 मीटर दूर बिखरे थे।

स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज हैं। उनका कहना है कि अवैध फैक्ट्रियां बार-बार हादसों का कारण बन रही हैं, लेकिन प्रशासन केवल हादसे के बाद कार्रवाई करता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मलबे से लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।

Continue Reading

अपराध

ठाणे : 48 लाख कीमत की ‘म्याऊ-म्याऊ’ ड्रग्स के साथ तस्कर गिरफ्तार

Published

on

ठाणे, 26 अप्रैल: महाराष्ट्र के ठाणे पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने घोड़बंदर रोड पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 21 वर्षीय ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 242 ग्राम म्याऊ-म्याऊ यानि मेफेड्रोन (एमडी ड्रग्स) बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 48 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है।

आरोपी के खिलाफ कासारवडवली पुलिस स्टेशन में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है।

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ड्रग्स तस्कर घोड़बंदर रोड इलाके में नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाला है। इस जानकारी के आधार पर ठाणे क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स सेल ने जाल बिछाकर आरोपी को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान घेवरम पटेल (21) के रूप में हुई है, जो हैदराबाद का निवासी है और मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है।

पुलिस के अनुसार, बरामद मेफेड्रोन, जिसे म्यो-म्यो या म्याऊ-म्याऊ नाम से भी जाना जाता है एक खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है, जिसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी अधिक है, जिससे इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे आगे की जांच के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

ठाणे पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को संदेह है कि यह ड्रग्स तस्करी का मामला अंतरराज्यीय ड्रग माफिया से जुड़ा हो सकता है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी ने मेफेड्रोन कहां से खरीदी और इसे किन-किन लोगों तक पहुंचाने की योजना थी। पुलिस अन्य संदिग्धों और इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश में भी जुट गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठाणे पुलिस नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर रही है। इस तरह की कार्रवाइयों से ड्रग्स तस्करी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

बांग्लादेश : पुलिस ने तीन श्रीलंकाई नागरिकों को छुड़ाया, दोस्त ने फिरौती के लिए किया था किडनैप

Published

on

ढाका, 25 अप्रैल। बांग्लादेश में पुलिस ने फिरौती के लिए किडनैप तीन श्रीलंकाई नागरिकों को छुड़ा लिया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीनों लोग सोशल मीडिया पर मिले एक दोस्त के बुलावे पर बांग्लादेश आए थे।

बांग्लादेश के पुलिस उप महानिरीक्षक (खुलना रेंज) मोहम्मद रजाउल हक ने गुरुवार को स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि पुलिस ने अपहरण मामले में विदेशी नागरिकों को बुलाने वाले व्यक्ति समेत तीन स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया।

किडनैप किए गए तीन श्रीलंकाई नागरिकों में एक महिला भी शामिल थी।

बांग्लादेश के अखबार ‘द डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चार बांग्लादेशी काजी इमदाद हुसैन, शाहिदुल शेख, जोनी शेख और एसएम शम्सुल आलम ने स्थानीय फोन नंबर से श्रीलंकाई नागरिकों के परिवारों से संपर्क किया और फिरौती की मांग की।

बांग्लादेश के बागेरहाट जिले के पुलिस अधीक्षक तौहिदुल आरिफ के अनुसार, तीनों श्रीलंकाई नागरिक दक्षिण अम्बारी गांव में इमदाद काजी के घर पर पाए गए।

बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट बीडी न्यूज 24 ने एसपी तौहिदुल आरिफ के हवाले से बताया, “हाल ही में इमदाद सोशल मीडिया पर तीन श्रीलंकाई नागरिकों से मिला। इमदाद ने उन्हें व्यापार के अवसरों का हवाला देते हुए बांग्लादेश बुलाया। तीनों श्रीलंकाई नागरिक मंगलवार को बांग्लादेश पहुंचे और वहां पहुंचने के बाद उन्हें बंधक बना लिया गया।”

पुलिस अधिकारी ने बताया, “उनके परिवार वालों ने श्रीलंका से फोन करके हमें बताया कि उनका अपहरण कर लिया गया है। उन्हें बताया गया था कि अगर फिरौती नहीं दी गई, तो उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा।”

हाल ही में अमेरिका ने अपने नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा पर फिर से सोचने के लिए यात्रा सलाह जारी की थी। एडवाइजरी में देश में नागरिक अशांति, अपराध और आतंकवाद का हवाला दिया गया।

अमेरिकी विदेश विभाग की यात्रा सलाह में कहा गया कि बांग्लादेश में आतंकवादी हमलों और अन्य हिंसक गतिविधियों का खतरा भी है।

इससे पहले, ब्रिटेन ने भी बांग्लादेश के लिए अपनी यात्रा सलाह को अपडेट किया था और अपने नागरिकों को चटगांव हिल ट्रैक्ट्स जैसे क्षेत्रों में केवल जरूरी यात्रा करने की सलाह दी थी और किसी भी अन्य यात्रा से बचने को कहा था।

ब्रिटेन के विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय की सलाह में कहा गया, “आतंकवादी हमले बिना चेतावनी के हो सकते हैं और इनमें उन जगहों को भी निशाना बनाया जा सकता है, जहां विदेशी नागरिक जाते हैं, जैसे: भीड़-भाड़ वाले इलाके, धार्मिक स्थल और राजनीतिक रैलियां।”

मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। स्थानीय मीडिया ने राजमार्ग पर डकैतियों की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी की सूचना दी है।

बांग्लादेश हाईवे पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से ऐसी डकैतियों में बढ़ोतरी हुई है।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र24 hours ago

पहलगाम आतंकी हमला: डोंबिवली के चश्मदीदों से पूछताछ

महाराष्ट्र1 day ago

पहलगाम आतंकी हमला: राज्य में पाकिस्तानियों के वीजा रद्द, महाराष्ट्र में 55 पाकिस्तानी नागरिक, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिए कार्रवाई के निर्देश, पुलिस अलर्ट

अंतरराष्ट्रीय1 day ago

26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने झाड़ा पल्ला, दोस्त डेविड हेडली पर फोड़ा ठीकरा

बॉलीवुड1 day ago

अरिजीत सिंह के बाद श्रेया घोषाल ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सूरत में अपना कॉन्सर्ट रद्द किया

अपराध1 day ago

देवबंद की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, कई मजदूरों की मौत

राष्ट्रीय समाचार1 day ago

पहलगाम हमले के विरोध में आधे दिन के लिए भोपाल बंद

राष्ट्रीय समाचार1 day ago

‘नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड’ में तकनीकी गड़बड़ी से प्रभावित आईटी सेवाएं हो रहीं बहाल: सुप्रीम कोर्ट

महाराष्ट्र1 day ago

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ सहयोगी भाजपा और शिवसेना के बीच कश्मीर पर्यटक एयरलिफ्ट का श्रेय लेने को लेकर टकराव

अपराध1 day ago

ठाणे : 48 लाख कीमत की ‘म्याऊ-म्याऊ’ ड्रग्स के साथ तस्कर गिरफ्तार

राष्ट्रीय समाचार1 day ago

जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों के घर ढहाए गए

रुझान