राजनीति
हिमाचल प्रदेश में जबरन धार्मातरण के खिलाफ बना कानून

gavel. (photo;https://pixabay.com/)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा द्वारा विधेयक पारित किए जाने के एक साल बाद, राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने ‘जबरन धर्मातरण’ की जांच करने के लिए कानून बना दिया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ‘हिमाचल प्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलीजन एक्ट 2019’ को मंजूरी दे दी है जिसे 30 अगस्त, 2019 को विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित किया गया था।
कानून के क्रियान्वन के बारे में एक अधिसूचना 18 दिसंबर को गृह विभाग द्वारा जारी की गई।
दलगत राडनीति से परे जाकर सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलीजन बिल, 2019 पारित किया था।
हालांकि, माकपा के राकेश सिंह ने विधेयक के कुछ प्रावधानों पर आशंका व्यक्त की थी।
कानून के अनुसार, “कोई भी व्यक्ति बल, अनुचित प्रभाव, जबरदस्ती, प्रलोभन या धोखाधड़ी के माध्यम से या तो सीधे या अन्यथा किसी भी तरीके से व्यक्ति का धर्मांतरण करने का प्रयास नहीं करेगा।”
कानून में कहा गया है कि सात साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, जिन्होंने विधानसभा में विधेयक पेश किया था, ने कहा था, “हम उस अधिनियम (2006) के बाद धर्मातरण को रोकने में सक्षम नहीं हैं। धर्मातरण के कई मामले प्रकाश में आने के बावजूद अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। पिछले अधिनियम में 10 संशोधनों की आवश्यकता थी, इसलिए हमने नया विधेयक लाने का फैसला किया। नया अधिनियम अधिक कठोर होगा।”
राजनीति
पाकिस्तान के 50 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों को भारतीय सेना ने तबाह किया: दिलीप जायसवाल

पटना, 10 मई। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार भारतीय नागरिकों को टारगेट कर रहा है। दुश्मन देश की ओर से मिसाइल और ड्रोन दागे जा रहे हैं। लेकिन, भारतीय सेना पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही तबाह कर रही है। भारतीय सेना की कार्रवाई पर बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान ने अब तक 50 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल भारत पर दागे हैं। लेकिन, हमारी सेना सभी ड्रोन को तबाह कर चुकी है।
मिडिया से बातचीत के दौरान बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान लगातार नापाक हरकतें कर रहा है, मिसाइलों और ड्रोन से भारत को तबाह करने की कोशिश कर रहा है, मैं अपनी सेना को सलाम करता हूं। जिस बहादुरी के साथ हमारे सशस्त्र बलों ने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया है, वह सराहनीय है। सेना का समर्थन और उत्साहवर्धन करना होगा।
उन्होंने कहा कि पूरे देश के नागरिक सेना का हौसला बढ़ाने के लिए तिरंगा लेकर सड़कों पर निकलेंगे। पूरा देश सेना के साथ है। 140 करोड़ लोग हाथ में तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे। यह किसी पार्टी के बैनर तले नहीं होगा। इस यात्रा में सभी शामिल होंगे और भारतीय सेना के शौर्य का सलाम करेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि हमने लगातार पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया है और हमने दुनिया को साफ कर दिया है कि हम आम पाकिस्तानी नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। लेकिन, पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतें जारी रखे हुए है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और इसके बावजूद उसने भारत में तबाही मचाने के लिए 50 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन लॉन्च करने की कोशिश की। लेकिन हमारा रडार सिस्टम इतना मजबूत है कि अब तक लॉन्च की गई हर मिसाइल और ड्रोन को आसमान में ही सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया है।
राजनीति
अब पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाना जरूरी, हम सरकार के साथ : उदित राज

नई दिल्ली, 10 मई। भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के तीन एयरबेस को टारगेट करने की खबर पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि पाकिस्तान ने सबक नहीं सीखा है, उसे कड़ा सबक सिखाने की जरूरत है।
शनिवार को मिडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल दागे जा रहे हैं, लेकिन भारतीय सेना ने मिसाइल को सफलतापूर्वक रोककर एक बार फिर अपनी क्षमता और बहादुरी का परिचय दिया है। पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइल मार गिराए गए। हालांकि, हमारी सरकार से मांग है कि पाकिस्तान पर अब सख्त कार्रवाई की जरूरत है। हमारी पार्टी का भारत सरकार को पूर्ण समर्थन है, जिससे पाकिस्तान को सबक मिले। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से कुछ सीख नहीं रहा है और रोजाना दुस्साहसिक कार्रवाई कर रहा है।
कांग्रेस नेता उदित राज ने आगे कहा कि दो दिन पहले पाकिस्तान ने 36 जगहों पर ड्रोन हमले किए और कल मैंने 26 हमले देखे। यह पाकिस्तान का बहुत दुस्साहसपूर्ण कदम है, लेकिन हमारी सेना की रक्षा क्षमता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुई क्योंकि सभी मिसाइलों और ड्रोन को रोक दिया गया। शुक्र है कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह रोजाना की घटना हो गई है और उसके बाद कई और घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें एलओसी पर एक घटना भी शामिल है, जिसमें 16 लोग मारे गए। इसलिए, एक बड़ी प्रतिक्रिया की जरूरत है। हम सरकार के साथ हैं। मैं एक बार फिर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हमारी सेना और हमारी सेना की ताकत को सलाम करता हूं। हालांकि, उन्हें और सबक सिखाने की जरूरत है।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। भारत के खिलाफ वह लगातार जवाबी कार्रवाई कर रहा है। भारतीय सेना भी लगातार पाकिस्तान का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
महाराष्ट्र
भारत-पाक तनाव: मुंबई दादर चौपाटी बंद नहीं हुई

मुंबई: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात और तनाव के चलते सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है। मुंबई पुलिस ने मुंबई में दादर चौपाटी बंद होने की अफवाह का खंडन किया है और कहा है कि दादर चौपाटी बंद नहीं हुई है। युद्ध के संदर्भ में दादर चौपाटी को बंद किए जाने का संदेश सोशल मीडिया पर साझा किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका खंडन किया है और कहा है कि दादर चौपाटी हमेशा की तरह आम जनता के लिए खुली है। इसे बंद नहीं किया गया है। जनता को घबराने या अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। इसी तरह, बीती रात मुंबई के साकीनाका में ड्रोन देखे जाने की खबर आई, जिसकी पुष्टि पुलिस ने भी की, लेकिन पुलिस ने इसका खंडन भी किया है। साकीनाका में भी कोई ड्रोन नहीं मिला है। यह भी महज एक अफवाह है। इसलिए पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी तरह की अफवाह को शेयर व वायरल करने से बचें।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय8 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार3 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें