Connect with us
Friday,28-November-2025
ताज़ा खबर

राजनीति

किसान नेता ही समाधान नहीं चाहते, किसान विरोधी है यह आंदोलन :रामदास आठवले

Published

on

Ramdas-Athawale

मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि तीनों कानूनों को वापस लेने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का ही होगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को आंदोलन करने का अधिकार है। किसी भी आंदोलन का हल दोनों पक्षों के दो-दो कदम पीछे हटने से निकलता है, लेकिन लगता है कि किसान नेता ही आंदोलन का हल नहीं चाहते। जबकि जरूरी संशोधनों के लिए राजी होकर केंद्र सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया है। अब किसान नेताओं को भी समझौता के लिए राजी होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि किसानों के बलबूते पर दो बार प्रधानमंत्री बनने वाले नरेंद्र मोदी आखिर क्यों किसानों के खिलाफ कोई कानून लाएंगे?

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा, “किसान आंदोलन का हल निकल सकता है। लेकिन किसानों के नेता ही तैयार नही हैं। आंदोलनकर्ता और सरकार के बीच जब बातचीत होती है तो दोनों पक्षों को दो-दो कदम पीछे हटना होता है। तभी बीच का रास्ता निकलने से समाधान होता है। लेकिन आंदोलन के राजनीति होने के कारण गतिरोध उत्पन्न हो गया है।”

केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने आंदोलन का कनेक्शन कुछ संगठनों से जोड़ते हुए कहा कि, “इससे देश भर के किसानों का कोई लेना-देना नहीं है। यहां तक कि पंजाब के भी सभी किसानों का समर्थन इस आंदोलन को नहीं है।”

केंद्रीय मंत्री ने किसान नेताओं से अपने रुख में नरमी लाते हुए बातचीत के जरिए आंदोलन का समाधान निकालने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है। इसके बावजूद भी अगर किसान नेता नई-नई मांगें जोड़कर अड़ियल रवैया अपनाते रहेंगे तो किसानों का ही नुकसान करेंगे। मुझे लगता है कि यह किसान विरोधी आंदोलन है।”

महाराष्ट्र के राज्यसभा सांसद और एनडीए के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(ए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने कहा कि, “उन्हें ठंड में कई दिनों से दिल्ली सीमा पर आंदोलनरत आम किसानों के साथ पूरी सहानुभूति है। सरकार भी किसानों की परेशानी पर संजीदा है। सरकार की तरफ से प्रस्ताव दिया जा रहा है, इस प्रस्ताव पर भी किसान नेताओं को सकारात्मक रूप से विचार करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “जब नरेंद्र मोदी किसानों के बलबूते पर दो बार प्रधानमंत्री बने हैं, तो वो किसानों के खिलाफ क्यों बिल लाएंगे? किसानों की आमदनी दोगुनी हो। अगर बाहर कोई बेचना चाहता है, उनको अधिकार मिले। इन सब बिंदुओं को देखते हुए किसानों के हित में ही तीनों नए कृषि कानून लाए गए हैं।”

नए कानून में मंडी बंद करने का कोई प्रावधान नहीं है। एमएसपी पहले की तरह चालू रहेगी। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बैठकों के जरिए यही बातें कही हैं। सरकार की भूमिका किसानों की मदद करने की है। किसान नेताओं को भी किसी कंप्रोमाइजिंग फॉर्मूले पर आना चाहिए।

राजनीति

मध्य प्रदेश में खाद की लाइन में लगी महिला की मौत, प्रायोजित हत्या : कमलनाथ

Published

on

भोपाल, 28 नवंबर : मध्य प्रदेश के गुना जिले में खाद की लाइन में लगी एक आदिवासी महिला की ठंड लगने से हुई कथित मौत के मामले में कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महिला की मौत को सरकार की लापरवाही से प्रायोजित हत्या करार दिया है।

दरअसल, गुना जिले के बमोरी के बगेरा डबल लॉक खाद वितरण केंद्र पर यूरिया लेने के लिए कतार में लगी भूरी बाई नामक महिला की रात में मौत हो गई। आदिवासी महिला की मौत पर सियासत तेज हो गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में खाद के लिए भटकती एक आदिवासी महिला किसान भूरी बाई की मौत कोई साधारण हादसा नहीं, बल्कि सरकार की लापरवाही से हुई प्रायोजित हत्या है। भूरी बाई तीन दिनों तक लगातार खाद की लाइन में लगी। कभी मशीन खराब मिलती, कभी अधिकारी गायब रहते, कभी सिस्टम बंद बताया जाता।

उन्होंने कहा कि भूख, ठंड और थकान से उनकी हालत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन न सरकार ने एम्बुलेंस की व्यवस्था की, न समय पर उपचार मिला। जब उनके परिवार वाले रात में उन्हें अस्पताल ले जा पाए, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यह मृत्यु नहीं, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था का नतीजा है जिसे सरकार ने खुद बनाया और किसानों पर थोप दिया है। कड़कड़ाती ठंड में किसान जमीन पर लेटकर रातें गुजारने को मजबूर हैं। असली किसान लाइन में ठिठुर रहा है और सत्ता सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है।

कमलनाथ ने प्रशासन के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि सबसे दर्दनाक सच्चाई यह है कि प्रशासन तभी जागता है जब कोई किसान मर जाता है। भूरी बाई की मौत के बाद अचानक सिस्टम चल पड़ा। रात में मशीनें ठीक हो गईं, और सुबह साढ़े छह बजे तक खाद वितरण शुरू कर दिया गया। यह साबित करता है कि किसानों की मौतें इस सरकार के लिए चेतावनी का अलार्म बन चुकी हैं। सरकार वही काम करती है जो उसे पहले करना चाहिए था, लेकिन तब करती है जब किसी की जान चली जाती है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा, “असलियत यह है कि खाद की कमी वास्तविक कमी नहीं है। कमी सिर्फ नीयत की है। प्रदेश में खाद मौजूद है, लेकिन उसे किसानों तक पहुंचने से पहले रोक दिया जाता है। माफिया, दलाल और कुछ अधिकारी मिलकर खाद को मुनाफे का साधन बना चुके हैं। गोदामों में बोरी छिपाकर रखी जाती है और बाजार में कालाबाजारी से बेची जाती है। इस पूरे खेल में किसान सिर्फ पीड़ित नहीं, बल्कि एक बलि का बकरा बन गया है।”

किसानों की मौत की चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा, “यह संकट सिर्फ खाद का संकट नहीं है, यह मानवीय संवेदनाओं का संकट है। मध्य प्रदेश में किसान बार-बार मर रहे हैं, कभी कर्ज से, कभी खाद की लाइन में, कभी सरकारी उपेक्षा के कारण। लेकिन सरकार की संवेदनशीलता शून्य बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि भूरी बाई सिर्फ खाद लेने नहीं गई थीं, वे अपना जीवन, अपनी इज्जत और किसान का अधिकार मांगने गई थीं। लेकिन सरकार ने उन्हें लाइन में खड़ा रखकर उनकी जान ले ली। यह केवल एक प्रशासनिक विफलता नहीं, बल्कि एक तंत्र द्वारा की गई हत्या है। और जब सरकार किसानों की मौत पर भी मौन रहे, तो वही मौन उसकी सहमति साबित करता है।

Continue Reading

राजनीति

कर्नाटक के उडुपी में पीएम मोदी का मेगा रोड शो, प्रधानमंत्री बनने के बाद पहला दौरा

Published

on

बेंगलुरु, 28 नवंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कर्नाटक के उडुपी में कई प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो शुरू हुआ। हजारों लोग सड़कों पर खड़े नजर आए, जो काफिले के गुजरने पर खुशी मना रहे थे। जुलूस का रास्ता भगवा झंडों, झंडियों और बैरिकेड्स से ढका हुआ था।

पीएम मोदी 14 साल बाद उडुपी पहुंचे हैं। इससे पहले वे उडुपी तब आए थे, जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गवर्नर थावरचंद गहलोत, राज्यसभा सदस्य और धर्माधिकारी वीरेंद्र हेगड़े, शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश और भाजपा के स्टेट प्रेसिडेंट बीवाई विजयेंद्र धार्मिक प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे।

इस दौरान कल्चरल परफॉर्मेंस देखने के लिए तीन व्यूइंग पॉइंट बनाए गए हैं। पांच किलोमीटर के दायरे में दुकानें और कमर्शियल जगहें बंद कर दी गई हैं।

प्रधानमंत्री उडुपी में होने वाले ‘लक्षकंठ गीता’ सामूहिक जाप प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे हैं। वह माधवा सरोवर जाएंगे, भगवान के दर्शन करेंगे और एक खास पूजा करेंगे। प्रधानमंत्री मठ में दिव्य ‘कनकना किंडी’ के लिए ‘कनक कवच’ (सोने का आवरण) का अनावरण करेंगे।

कनकना किंडी की कहानी 16वीं सदी के कवि-संत कनकदास से जुड़ी है, जिन्हें उनकी नीची जाति के कारण उडुपी श्री कृष्ण मंदिर में एंट्री नहीं दी गई थी। बाहर से प्रार्थना करते हुए, उनकी गहरी भक्ति ने मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को हिला दिया, जो चमत्कारिक रूप से घूमकर उनकी ओर मुड़ गई थी।

दीवार में एक दरार आ गई जिससे कनकदास भगवान को देख पाए। इस जगह को बाद में एक छोटी खिड़की बना दिया गया, जिसका नाम कनकना किंडी रखा गया।

मंदिर जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ऐतिहासिक गीता पाठ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां 1 लाख से ज्यादा लोग (जिनमें छात्र, साधु, विद्वान और अलग-अलग तरह के लोग शामिल हैं) एक आवाज में भगवद गीता का पाठ करेंगे। वह इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित भी करेंगे।

किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए उडुपी शहर और उसके आसपास 3,000 से ज्यादा पुलिसवालों को तैनात किया गया है। बैरिकेड्स की दो लेयर लगाई गई हैं। एक पुलिस सुरक्षा के लिए और दूसरी आम लोगों के लिए।

पीएम का पद संभालने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का श्री कृष्ण मठ का पहला दौरा है।

Continue Reading

राष्ट्रीय समाचार

दिल्ली में एक्यूआई पहुंचा 385 के पार, डॉक्टरों ने लोगों को दी ये सलाह

Published

on

नई दिल्ली, 28 नवंबर : दिल्ली में शुक्रवार को एक बार फिर से वायु प्रदूषण देखने को मिल रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 385 दर्ज किया गया है, जो “बहुत खराब” श्रेणी का माना जाता है। दिल्ली-एनसीआर में ठंड से जूझ रहे लोगों को वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है।

प्रदूषण में यह बढ़ोतरी अधिकारियों द्वारा ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) स्टेज-III की पाबंदियों को हटाने के ठीक एक दिन बाद हुई है, जिन्हें गंभीर प्रदूषण लेवल को रोकने के लिए लागू किया जाता है। हालांकि, यह राहत ज्यादा देर तक नहीं रही, क्योंकि हवा एक बार फिर तेजी से खराब हो गई। गुरुवार को शहर का कुल एक्यूआई तेजी से बढ़कर 377 हो गया, जो पिछले दिन 327 था, जिससे 24 घंटे के अंदर हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई।

बिगड़ते हालात के बावजूद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने साफ किया है कि स्टेज-III की रोक तभी फिर से लगाई जाएगी, जब एक्यूआई 400 को पार कर जाएगा, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। तब तक अधिकारी ज्यादा सख्त रोक लगाए बिना हालात पर नजर रखने की योजना बना रहे हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, हवा की रफ्तार लगातार कम रहने की वजह से गुरुवार को पूरे दिन प्रदूषण लेवल लगातार बढ़ता रहा। सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 351 रिकॉर्ड किया गया, जो शाम 7 बजे तक बढ़कर 381 हो गया।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन में ज्यादा समय हवा लगभग रुकी हुई रही, सिर्फ 4-5 किलोमीटर प्रतिघंटा की थोड़ी-बहुत रफ्तार से हवा चली, जो प्रदूषण को फैलाने के लिए काफी नहीं थी। अनुमान बताते हैं कि अगले कुछ दिनों तक राष्ट्रीय राजधानी “बहुत खराब” श्रेणी में ही रहेगी।

इस बीच, दिल्ली और आसपास के शहरों में चल रही ठंडी हवाएं संकट को और बढ़ा रही हैं। कम तापमान, कोहरा और ज्यादा प्रदूषण लोगों की सेहत के लिए खराब कर रहे हैं।

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कई शहरों में तापमान कम से कम 8 से 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। सुबह से ही शहर में धुंध की एक मोटी परत छाई हुई थी और शाम को यह वापस आ गई, जिससे सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई।

डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ऐसी प्रदूषित हवा में सांस लेने के गंभीर नतीजे हो सकते हैं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस या दिल की बीमारियों वाले लोगों के लिए। वे लोगों को सलाह देते हैं कि वे जितना हो सके घर के अंदर रहें। ज्यादा मेहनत वाली बाहरी एक्टिविटीज से बचें और सिर्फ जरूरी होने पर ही घर से निकलें।

Continue Reading
Advertisement
अंतरराष्ट्रीय10 hours ago

भारत ने अफगानिस्तान को फिर से भेजी मदद, जीवनरक्षक चिकित्सीय सहायता काबुल पहुंची

राष्ट्रीय10 hours ago

छत्तीसगढ़: सुकमा में 25 लाख इनामी चैतू समेत 10 नक्सलियों ने किया सरेंडर

राष्ट्रीय11 hours ago

भारत और अमेरिका के बीच इस साल के अंत तक हो सकती है ट्रेड डील : वाणिज्य सचिव

राष्ट्रीय11 hours ago

आज का भारत नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा: प्रधानमंत्री मोदी

राष्ट्रीय12 hours ago

पश्चिम बंगाल में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम से 1 लाख विद्यार्थियों को हुआ लाभ: सीएम ममता बनर्जी

व्यापार12 hours ago

भारतीय अर्थव्यवस्था की तूफानी रफ्तार, वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही

राष्ट्रीय13 hours ago

मुंबईकरों ध्यान दें! पाइपलाइन के काम के चलते 4 दिसंबर को कांदिवली पूर्व में पानी की आपूर्ति बंद रहेगी; पूरी जानकारी देखें

व्यापार13 hours ago

जीडीपी डेटा से पहले भारतीय शेयर बाजार सपाट बंद, ऑटो और फार्मा शेयरों में हुई खरीदारी

राष्ट्रीय13 hours ago

मुंबई वायु प्रदूषण: बॉम्बे हाईकोर्ट ने कार्रवाई रिपोर्ट मांगी, निर्माण धूल की निगरानी के लिए 5 सदस्यीय समिति का गठन किया

व्यापार14 hours ago

भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 2025 में 7 प्रतिशत रहने का अनुमान : मूडीज

व्यापार3 weeks ago

लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, आईटी शेयरों में बिकवाली

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई मौसम अपडेट: शहर में सुबह आसमान में बादल छाए, वायु गुणवत्ता में काफी सुधार; AQI 50 के आसपास अच्छी श्रेणी में, मध्यम बारिश का अनुमान

अंतरराष्ट्रीय समाचार1 week ago

दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस विमान क्रैश, पायलट की मौत, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

अपराध4 weeks ago

दिल्ली पुलिस ने वांछित अपराधी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया

अपराध4 weeks ago

मुंबई पुलिस ने पवई स्थित एक्टिंग स्टूडियो में बंधक बनाए गए 20 बच्चों को बचाया; आरोपी हिरासत में

राष्ट्रीय3 weeks ago

भारत में अक्टूबर में कारोबारी गतिविधियां बढ़ीं, सर्विसेज पीएमआई 58.9 रहा

अपराध3 weeks ago

मुंबई: कुख्यात ड्रग आरोपी से जुड़े फर्जी पासपोर्ट को मंजूरी देने के आरोप में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी गिरफ्तार

खेल4 weeks ago

महिला विश्व कप : सेमीफाइनल में भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती

राष्ट्रीय समाचार4 weeks ago

आधार कार्ड को लेकर आज से बदल गए नियम, भुगतान की जाने वाली फीस को लेकर भी हुए बदलाव

महाराष्ट्र2 weeks ago

एमपी पुलिस थाने से महाराष्ट्र ड्रग रैकेट का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार

रुझान