राजनीति
झारखंड : हथिनी की मौत मामले में विधायक सरयू राय ने लिखा मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

झारखंड के लातेहार जिले के बेतला नेशनल पार्क में एक हाथी की मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। पर्यावरण संतुलन के लिए लगातार काम करने वाले विधायक और राज्य के वरिष्ठ नेता सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला में मुरकट्टी नामक स्थान पर मृत पायी गई हथिनी की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो राज्य के वन्यप्राणियों और खासकर पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के जीवों को काफी नुकसान होगा।
पूर्व भाजपा नेता सरयू राय ने पत्र में कहा है कि मृत हथिनी के सिर (खोपड़ी) पर गहरा घाव पाया गया है। हाथी की खोपड़ी काफी मजबूत होती है, सामान्य प्रहार से उसे छेदना नामुमकिन है। हाथी की खोपड़ी पर ऐसा घाव कम से कम थ्री-नॉट-थ्री बुलेट से ही हो सकता है।
उन्होंने पत्र में कहा, “पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि घाव काफी गहरा है फिर भी पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक ने अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार हथिनी की मौत लीवर की बीमारी से हुई है। ऐसी स्थिति में इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पोस्टमार्टम होनी चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि हथिनी की मौत के बाद से ही वन्यप्राणी प्रेमी इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। वे हथिनी को गोली मारने या किसी नुकीले हथियार से मारे जाने की आशंका जता चुके हैं।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय राय ने आगे कहा कि कुछ दिनों पहले पीटीआर में एक बाघिन की भी मौत हो गयी थी। उसके बाद तीन गौर (बाइसन) की भी विवादस्पद मौत हुई थी।
राय ने आशंका प्रकट की है कि पीटीआर में कोई शिकारी गिरोह प्रवेश कर गया है जो वन्य जीवों की सुनिश्चित हत्या कर रहा है वहीं अधिकारी इस गिरोह को पकड़ नहीं पा रहे हैं।
राय ने पत्र में आगे लिखा है, “वे (अधिकारी) वस्तुस्थिति को स्वीकार करने के लिए भी तैयार नहीं हैं। उनकी रुचि ऐसी घटनाओं को दबाने और कमतर बताने में है, यह ठीक नहीं है।”
राय ने अपने पत्र में वन विभाग के तत्कालीन अधिकारियों पर बाघिन की मौत की शर्मनाक घटना पर लीपा-पोती करने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में विधानसभा में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया गया था, लेकिन कोविड-19 की वजह से समय से पूर्व सत्रावसान के कारण उस पर चर्चा नहीं हो सकी। सरकार की ओर से दिया गया जबाव भी गुमराह करने वाला है। राय ने स्पष्ट कहा कि बाघिन की मौत का कारण वह नहीं है जो वन अधिकारियों ने सदन में लिख कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि लातेहार जिले के बेतला नेशनल पार्क में 14 जुलाई की सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों ने हाथी का शव देखा था, इसके बाद घटना की जानकारी वन विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गई थी।
राष्ट्रीय समाचार
दिल्ली में 8 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, निर्वासन प्रक्रिया शुरू

नई दिल्ली, 17 अप्रैल। दिल्ली पुलिस ने साउथ कैंपस थाना क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे 8 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा।
सभी की पहचान रबीउल इस्लाम (38), उसकी पत्नी सीमा (27), उसका बेटा अब्राहम (5), पापिया खातून (36), सादिया सुल्ताना (21), सुहासिनी (1), आर्यन (7) और रिफत आरा मोयना (28) के रूप में हुई है।
अब विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) की मदद से सभी के निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस के मुताबिक, 15 अप्रैल को साउथ कैंपस पुलिस थाने को गुप्त सूचना मिली थी कि सत्य निकेतन मार्केट में कुछ बांग्लादेशी नागरिक रह रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर रविंदर कुमार वर्मा, एसएचओ, साउथ कैंपस के नेतृत्व में और एसीपी डॉ. गरिमा तिवारी की निगरानी में एक विशेष टीम गठित की गई।
इस टीम में एसआई सुंदर योगी, एचसी मनोहर, सीटी धन्ना राम और अन्य शामिल थे। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सत्य निकेतन मार्केट में छापेमारी की और एक संदिग्ध व्यक्ति, रबीउल इस्लाम, से पूछताछ की।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में रबीउल ने बताया कि वह 2012 में त्रिपुरा सीमा के रास्ते अवैध रूप से भारत आया था और अपनी पत्नी सीमा और बेटे अब्राहम के साथ दिल्ली के किशनगढ़ में रह रहा है। उसने यह भी खुलासा किया कि उसके पास फर्जी आधार कार्ड है और कुछ अन्य बांग्लादेशी नागरिक कटवारिया सराय और मोती बाग में रहते हैं। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सात अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। जांच में पाया गया कि सभी भारत में अवैध रूप से रह रहे थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रबीउल इस्लाम बांग्लादेश के जेसोर जिले का रहने वाला है और 2016 में उसने सीमा से शादी की। वह भारत में हाउसकीपर का काम करता है और 2022 में बांग्लादेश में मानव तस्करी के एक मामले में शामिल था। उसकी पत्नी सीमा हाउसमेड का काम करती है। पापिया खातून को पति ने बांग्लादेश में छोड़ दिया था और वह अपनी बेटियों सादिया और सुहासिनी के साथ भारत में रह रही थी। अन्य पकड़े गए लोग भी विभिन्न कामों में लगे थे।
पुलिस ने बताया कि यह ऑपरेशन अवैध प्रवासियों पर नजर रखने के लिए बनाई गई विशेष रणनीति का हिस्सा था। टीम को दिन-रात गश्त करने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि पकड़े गए सभी लोगों को निर्वासन केंद्र भेजा गया है और एफआरआरओ के माध्यम से वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है। यह कार्रवाई दिल्ली में अवैध प्रवास के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत पुलिस लगातार सघन जांच कर रही है।
राजनीति
वक्फ कानून पर सुप्रीम कोर्ट में आज दूसरे दिन भी जारी रहेगी सुनवाई, लंबी बहस की संभावना कम

नई दिल्ली, 17 अप्रैल। वक्फ कानून को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। इस पर केंद्र सरकार भी अपना रुख स्पष्ट करने वाली है। सुनवाई से पहले एडवोकेट प्रदीप कुमार ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आज अंतरिम आदेश जारी होने की संभावना है लेकिन आज का दिन इस मामले में निर्णायक हो सकता है।
यादव ने बताया कि कल कोर्ट ने आदेश लिखना शुरू किया था, लेकिन सॉलिसिटर जनरल और कुछ राज्यों के वकीलों ने अपनी बात रखने के लिए और समय मांगा। इन राज्यों ने वक्फ अधिनियम का समर्थन करते हुए हस्तक्षेप याचिका दायर की है। वकीलों के अनुरोध पर मुख्य न्यायाधीश ने मामले को आज के लिए स्थगित कर दिया।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि आज केवल 30 से 45 मिनट तक ही सुनवाई होगी। यादव को उम्मीद है कि इसके बाद मामले की सुनवाई आगे नहीं बढ़ेगी और आज ही अंतरिम आदेश जारी हो सकता है।
उन्होंने कहा, “कल मुख्य न्यायाधीश ने कुछ शर्तों के साथ अंतरिम आदेश का मसौदा तैयार किया था, लेकिन विपक्षी पक्ष ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का पूरा मौका नहीं मिला। इसीलिए आज फिर से अंतरिम आदेश पर बहस होगी। हमें पूरी उम्मीद है कि कोर्ट आज अंतरिम आदेश जारी कर देगी।”
यादव ने यह भी बताया कि कोर्ट ने कल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन विपक्ष के विरोध के कारण यह पूरी नहीं हो सकी। आज की सुनवाई में कोर्ट का ध्यान मुख्य रूप से अंतरिम आदेश पर केंद्रित रहेगा।
उन्होंने कहा, “मुख्य न्यायाधीश और अन्य जज इस मामले में अंतिम निर्णय लेंगे, लेकिन हमें भरोसा है कि आज का फैसला हमारे पक्ष में होगा। यह मामला वक्फ बोर्ड और इससे संबंधित कानूनी प्रावधानों को लेकर है, जिसमें कई राज्य और केंद्रीय पक्ष शामिल हैं। कोर्ट का आज का फैसला इस मामले में अगले कदमों को निर्धारित करेगा।”
प्रदीप यादव ने कहा कि यह सुनवाई न केवल वक्फ बोर्ड के लिए, बल्कि इससे जुड़े सभी पक्षों के लिए महत्वपूर्ण है।
महाराष्ट्र
मुंबई समाचार: फोर्ट में डीएन रोड जंक्शन के पास पाइपलाइन फटने से हजारों लीटर पानी बर्बाद; बीएमसी ने सिविक ठेकेदार को दोषी ठहराया

मुंबई: बुधवार शाम को फोर्ट में न्यू एक्सेलसियर थिएटर के सामने डीएन रोड जंक्शन के पास पाइपलाइन फटने से हज़ारों लीटर पानी बर्बाद हो गया। यह घटना रात 8 बजे के आसपास हुई और कथित तौर पर इलाके में ड्रेनेज मरम्मत का काम करने वाले एक सिविक कॉन्ट्रैक्टर की वजह से हुई।
बीएमसी के ए वार्ड के अधिकारियों के अनुसार, मरम्मत के दौरान छह इंच की पानी की पाइपलाइन गलती से क्षतिग्रस्त हो गई। नगर निगम के कर्मचारियों को तुरंत मौके पर भेजा गया और रिसाव को नियंत्रित करने के लिए आपातकालीन उपाय किए गए।
विस्फोट के बावजूद, घटना के समय इलाके में पानी की आपूर्ति अप्रभावित रही। एक नागरिक अधिकारी ने पुष्टि की, “चूंकि पानी की आपूर्ति वर्तमान में चालू है, इसलिए रिसाव का पता लगाने और मरम्मत का काम गुरुवार सुबह शुरू किया जाएगा।”
नगर निगम अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी तथा नुकसान के लिए जिम्मेदार पक्षों को जवाबदेह बनाया जाएगा।
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