राजनीति
अब पौधरोपण में भी एक और रिकॉर्ड बनाएगी योगी सरकार

तीन वर्षो में रिकॉर्ड 39़ 53 करोड़ पौधरोपण के बाद वर्ष 2020-2021 में भी योगी सरकार पूरे सीजन में 30 करोड़ पौधे लगवाकर एक और रिकॉर्ड बनाने जा रही है। इसमें भी एक दिन में 25 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। यह खुद में भी एक रिकॉर्ड होगा।
इसके पहले वर्ष 2017, 2018 और 2019 में क्रमश: 5़17, 11़ 77 और 22़ 59 करोड़ (कुल 39़ 53 करोड़) पौध लगाए गये थे। 2021-2022 में भी लक्ष्य 30-35 करोड़ से अधिक पौध लगाने का है। यह लक्ष्य बढ़ भी सकता है। मसलन इस साल भी पहले 25 करोड़ पौध रोपण का ही लक्ष्य था, लेकिन मुख्यमंत्री की पहल पर इसे बढ़ाकर 30 करोड़ कर दिया गया। अगर लक्ष्य के अनुसार ही पौध रोपण हुआ तो भी छह वर्षो में रिकर्ड 134़ 59 करोड़ पौधे लगेंगे।
नवंबर में ही हो गई थी तैयारी
प्रदेश के जलवायु क्षेत्र के अनुसार किस क्षेत्र में किस प्रजाति के पौधे लगे हैं इसकी मुकम्मल योजना सरकार नवंबर में ही तैयार कर चुकी है। इसके बारे में मुख्य सचिव आरके तिवारी की ओर से 21 नवंबर, 2019 को ही सभी मंडलायुक्तों, डीएम, प्रभागीय वनाधिकारी, प्रभागीय निदेशक और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश भेजा जा चुका है।
लखनऊ में एक दिन में लगेंगे 2 करोड़ से अधिक पौधे
एक दिन में सर्वाधिक पौधे लखनऊ में लगेंगे। दूसरे नंबर पर कानपुर होगा। यही दो मंडल ऐसे हैं जहां एक दिन में दो करोड़ से अधिक पौधे लगने हैं। मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़, बस्ती और आजमगढ़ मंडल को छोड़ दें, तो बाकी सभी मंडलों में एक-एक करोड़ से अधिक पौधे लगने हैं।
रिकॉर्ड पौधरोपण का हिस्सा बनेंगे 14 विभाग
एक दिन में 25 करोड़ पौधरोपण का रिकार्ड बनाने में 14 विभाग (सहकारिता, उद्योग, ऊर्जा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, श्रम, स्वास्थ्य, परिवहन, रेलवे, रक्षा, उद्यान और गृह विभाग) हिस्सेदार बनेंगे। सर्वाधिक 60़ 80 लाख पौधे उद्यान विभाग लगाएगा।
पूरे अभियान के दौरान लगेंगे 2 करोड़ सहजन
सहजन के औषधीय गुणों के मद्देनजर पौधरोपण के इस पूरे अभियान के दौरान दो करोड़ से अधिक सहजन के पौधे लगाए जाएंगे। प्रधानमंत्री आवास पाने वाले सभी पात्रों को अनिवार्य रूप से सहजन के दो-दो पौधे दिए जाएंगे। मालूम हो कि औषधीय गुणों के कारण सहजन को चमत्कारिक पौधा भी कहा जाता है। इसमें 92 पोषक तत्व, 46 एंटीऑक्सीडेन्ट्स, 36 एंटी इनफ्लेमेटरी, 18 अमीनो एसिड एवं 9 आवश्यक अमीनो एसिड भी पाए जाते हैं। इसके पत्तियों को जानवरों को चारे के रूप में खिलाने पर उनके वजन में 32 और दूध में एवं 43-65 प्रतिशत तक की वृद्धि पाई गई है।
मंडलवार एक दिन में लगेंगे इतने पौधे
लखनऊ- 28608690, कानपुर- 20394940, अयोध्या- 17788370, चित्रकूट- 17722310, देवीपाटन- 16694280, झांसी- 14492780, मिर्जापुर- 14005610, प्रयागराज- 13680550, बरेली- 13623500, मुरादाबाद- 13534770, वाराणसी- 12959550, आगरा- 12256180, गोरखपुर- 11714010, आजमगढ़- 9648260, मेरठ- 9403240, अलीगढ़- 9173270, बस्ती- 7819530, सहारनपुर- 6480160।
महाराष्ट्र
मुंबई पुलिस ने गणपति उत्सव के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है: पुलिस आयुक्त देवेन भारती

मुंबई: मुंबई पुलिस ने गणपति उत्सव के संदर्भ में कड़े सुरक्षा इंतजाम करने का दावा किया है। मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही मुंबई पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त, 36 डीसीपी, 51 एसीपी, 2336 अधिकारी, 14430 जवानों सहित अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा पुलिस बलों में दंगा निरोधक दस्ता, आरपीएफ, एसआरपीएफ, त्वरित प्रतिक्रिया बल, डेल्टा कॉम्बैट, होमगार्ड और अन्य बल भी तैनात किए गए हैं। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने गणपति मंडलों पर विशेष व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था की है ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। इसलिए पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे भीड़ के दौरान धैर्य और संयम दिखाएं, संदिग्ध और संदिग्ध लोगों पर नजर रखें और भीड़ के दौरान पुलिस का सहयोग करें
राजनीति
नया बिल संविधान की रक्षा के लिए, विपक्ष को डरने की जरूरत नहीं : श्रीकांत शिंदे

मुंबई, 25 अगस्त। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से संसद में पेश किए गए तीन विधेयकों को लेकर अपनी बातें रखीं। उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह बिल संविधान की रक्षा के लिए लाया जा रहा है, न कि किसी को जेल में डालने के लिए।
उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि देश में कई बड़े नेता, यहां तक कि मुख्यमंत्री और मंत्री भी जेल गए। लेकिन, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया। लोकतंत्र में जब किसी पर आरोप लगता है, तो जांच और विचार-विमर्श जरूरी होता है। इसी सोच के साथ सरकार यह नया बिल ला रही है, जो संविधान की रक्षा के लिए है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बिल किसी को निशाना बनाने के लिए नहीं, बल्कि संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए है।
उन्होंने विपक्ष के सवाल पर कहा, “अगर विपक्ष के नेताओं ने कुछ गलत नहीं किया, तो उन्हें इस बिल से डरने की क्या जरूरत है? यह बिल लोकतंत्र और संविधान के हित में है। सरकार का मकसद किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है।”
दरअसल, पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के मानसून सत्र में तीन अहम बिल पेश किए थे। उनकी ओर से पेश किए गए बिल में मुख्य रूप से संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025, संघ राज्य क्षेत्र सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 शामिल थे।
लोकसभा में पेश किए गए बिल का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर कोई केंद्रीय मंत्री, किसी राज्य का मुख्यमंत्री या किसी केंद्र शासित प्रदेश का मुख्यमंत्री किसी आपराधिक मामले में आरोपी पाया जाता है, तो उसे तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना होगा। लेकिन, केंद्रीय मंत्री की ओर से पेश किए गए इस बिल का विपक्ष की ओर से विरोध किया जा रहा है।
राष्ट्रीय समाचार
सीएसडीएस एनालिस्ट संजय कुमार को ‘सुप्रीम’ राहत, महाराष्ट्र वोटर डेटा मामले में एफआईआर पर रोक

SUPRIM COURT
नई दिल्ली, 25 अगस्त। ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज’ (सीएसडीएस) के एनालिस्ट संजय कुमार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़े एक मामले में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर पर स्टे लगा दी है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से संबंधित वोटर डेटा पर कथित रूप से भ्रामक जानकारी प्रकाशित करने को लेकर संजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में संजय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और याचिका दायर कर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट ने सीएसडीएस के एनालिस्ट संजय कुमार की याचिका पर सुनवाई करते हुए महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने साफ किया है कि अगली सुनवाई तक पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी। मामले की अगली सुनवाई तक सुप्रीम कोर्ट ने संजय कुमार को राहत दी है।
इससे पहले, संजय कुमार ने इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए माफी भी मांगी थी। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, “महाराष्ट्र चुनावों के संबंध में पोस्ट किए गए ट्वीट के लिए मैं तहे दिल से माफी चाहता हूं। 2024 के लोकसभा और 2024 के विधानसभा चुनावों के आंकड़ों की तुलना करते समय त्रुटि हुई। पंक्ति में दिए गए आंकड़ों को हमारी डेटा टीम ने गलत पढ़ा था। ट्वीट को अब हटा दिया गया है। मेरा किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था।”
आपको बताते चलें, संजय कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची का जिक्र करते हुए मतदाताओं की संख्या में भारी बदलाव होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि रामटेक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में 38.45 फीसदी की कमी आई। वहीं, देवलाली में भी उन्होंने 36.82 फीसदी मतदाताओं की कमी का दावा किया था।
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