दुर्घटना
यूपी में चौंकाने वाली खबर: लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार के बाहर महिला ने खुद को आग लगाई; तस्वीरें सामने आईं।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में मंगलवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना में उन्नाव की एक महिला ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार से बाहर निकलते ही महिला ने गौतमपल्ली थाना क्षेत्र के विक्रमादित्य मार्ग पर 19 बीडी चौराहे के पास खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।
पुलिसकर्मियों ने आग बुझाने के लिए कंबल का इस्तेमाल किया और बुरी तरह जली महिला को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। उसकी हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि महिला अंजनी जाटव पारिवारिक विवाद के कारण परेशान थी। स्थानीय स्तर पर जब मामला नहीं सुलझ पाया तो उसने मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में अपनी शिकायत रखी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। व्यथित होकर उसने आत्मदाह का प्रयास किया।
घटना को लेकर राज्य की विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार पर निशाना साधा। सपा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर घटना का वीडियो शेयर करते हुए योगी सरकार की आलोचना की और कहा, “लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी के जनता दरबार में पीड़िता ने आत्मदाह का प्रयास किया। यह सरकार भ्रष्टाचार और सरकारी मनमानी में डूबी आम लोगों को न्याय दिलाने में विफल रही है। सतही प्रचार से सरकार नहीं चल सकती, महिला को मुआवजा और न्याय मिलना चाहिए।”
रिपोर्ट के मुताबिक, जब तक पुलिस आग बुझा पाती, महिला 80 फीसदी जल चुकी थी। वह अपने एक बच्चे के साथ लखनऊ आई थी।
महिला ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
पुलिस ने बताया कि आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला अंजलि ने 2 अगस्त को उन्नाव जिले के पुरवा थाने में अपने पति, देवर, सास और ननद के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।
इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज की गई। कल पुलिस ने उसके पति देशराज और देवर बबलू को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, महिला अपनी सास, ननद और 15 वर्षीय भतीजे को भी जेल भेजने की मांग कर रही थी, जिस पर थाने में जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
दुर्घटना
फतेहपुर में आंधी-बारिश का कहर, तीन लोगों की मौत, दो गंभीर

फतेहपुर, 22 मई। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में तेज आंधी और बारिश ने कहर बरपाया है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
पहली घटना बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के नंदापुर गांव की है। 16 वर्षीय अंशिका शुक्ला घर के बाहर सूख रहे कपड़े उठाने गई थी, तभी पास के पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरी। बिजली की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पेड़ टूटकर अंशिका के ऊपर गिर पड़ा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
दूसरी घटना बकेवर थाना क्षेत्र के मोहीउद्दीनपुर आलमपुर गांव में हुई, जहां 57 वर्षीय राम बाबू अपने मकान की दूसरी मंजिल पर लेटे थे। तेज बारिश और तूफान के कारण मकान की ऊपरी मंजिल अचानक ढह गई। मलबे में दबकर राम बाबू की मौके पर ही मौत हो गई।
तीसरी घटना गाजीपुर थाना क्षेत्र के पाइने गांव से सामने आई है। 85 वर्षीय मौजी लाल अपने नाती के घर आए हुए थे और नीम के पेड़ के नीचे सो रहे थे। अचानक बिजली गिरने से पेड़ चपेट में आ गया और मौजी लाल की भी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, इस हादसे में मौके पर मौजूद मैकू (50) और राजेश (24) गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशासन ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी है और घायलों के बेहतर इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आपदा राहत कोष से मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
बता दें कि तेज आंधी और बारिश की वजह से कई अन्य जिलों में भी काफी नुकसान पहुंचा है और कई लोगों की मौत भी हुई है। इसे लेकर प्रशासन ने उचित कदम उठाया है।
दुर्घटना
दिल्ली-एनसीआर में तेज आंधी और बारिश से भारी नुकसान, 3 की मौत

नई दिल्ली, 22 मई। दिल्ली-एनसीआर में बुधवार की शाम करीब 8 बजे तेज आंधी और बारिश से भारी नुकसान हुआ है। अलग-अलग हादसों में तीन लोगों की जान चली गई है। सड़कों पर पेड़ गिरने से यातायात थम गया, इमारतों के दरवाजे और खिड़कियों के टूटकर गिरने से कई लोग घायल हो गए।
निजामुद्दीन के लोधी रोड पर बिजली का खंभा गिरने से 50 साल के दिव्यांग की मौत हो गई, वहीं उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी और गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के हापुड़ चुंगी के पास पेड़ की टहनी गिरने से बाइक सवार की जान चली गई।
दिल्ली में मंगोलपुरी इलाके में फर्नीचर मार्केट में इमारत का छज्जा बीच सड़क पर गिरने से चार लोग घायल हो गए। वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली में सड़क पर पेड़ गिरने से रेडी वाला घायल हो गया, वेलकम इलाके में पेड़ के गिरने से स्कूल की दीवार ढह गई। इससे दो कार क्षतिग्रस्त हो गईं।
वहीं, ग्रेटर नोएडा में सीआरसी बिल्डर के प्रोजेक्ट का जाल लटकने और पाइप गिरने से कार क्षतिग्रस्त हो गई। सुपरटेक ईको विलेज की सोसाइटी में फ्लैट की बालकनी के दरवाजे की खिड़की टूटी गई, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई जगह पर पेड़ गिर गए। परथला के पास साइन बोर्ड गिर गया। वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अपेक्स गोल्फ एवेन्यू सोसाइटी का मुख्य गेट गिर गया।
नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस–वे (परी चौक की ओर जाने वाले मार्ग) पर आंधी के कारण एक पोल गिर गया, जिस कारण यातायात प्रभावित हुआ। कैथल में भी शाम के समय आई तेज आंधी तूफान की वजह से सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को उत्तर कर्नाटक और गोवा तटों से दूर, पूर्वी मध्य अरब सागर पर ऊपरी हवा के चक्रवात के प्रभाव से एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। अगले 36 घंटों में इसके उत्तर की ओर बढ़ने और और अधिक सक्रिय होने की संभावना जताई गई है।
दुर्घटना
मुंबई-गोवा हाईवे पर जगबुडी नदी में गिरी कार, 5 लोगों की मौत

रत्नागिरी, 19 मई। महाराष्ट्र के मुंबई-गोवा हाईवे पर एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां एक कार जगबुडी नदी में गिर गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और ड्राइवर घायल हो गया है।
बताया जा रहा है कि कार सवार सभी लोग मुंबई के मिरा रोड से रत्नागिरी के देवरुख में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तभी कार चालक का मुंबई-गोवा हाईवे पर जगबुडी नदी के पास नियंत्रण बिगड़ गया और गाड़ी अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में कार में सवार 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इससे पहले, 28 अप्रैल को महाराष्ट्र के भंडारा में एक सड़क हादसा सामने आया था, जहां चार लोगों की मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।
यह भीषण दुर्घटना मुंबई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भंडारा शहर के निकट बेला गांव में हुई थी। एक बोलेरो गाड़ी रायपुर से नागपुर की ओर जा रही थी। जब गाड़ी बेला गांव के पास पहुंची, तभी नागपुर की तरफ से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। हादसे के समय गाड़ी में पांच लोग सवार थे, जिनमें से चार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया।
बीते दिनों महाराष्ट्र में हादसों में कई दुर्घटनाएं सामने आई हैं। 18 अप्रैल को भी मुंबई के चेंबूर इलाके में बीएमसी का कचरा ट्रक ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर पलट गया था। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई थी, जबकि दो लोग घायल हुए थे।
इससे पहले महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में 15 अप्रैल को हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 घायल हो गए थे। यह हादसा खामगांव-नांदुरा हाईवे पर हुआ, जहां मध्य प्रदेश परिवहन निगम की बस और ईंटों से लदे ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई थी।
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