Connect with us
Thursday,17-April-2025
ताज़ा खबर

अंतरराष्ट्रीय

तुर्की : अवैध प्रवासियों की नाव पलटी, तीन की मौत

Published

on

इस्तांबुल, 17 जनवरी। तुर्की के आयदिन प्रांत के तट पर एजियन सागर में एक रबर की नाव से पलटने से तीन अवैध प्रवासियों की मौत हो गई और तीन अन्य लापता हो गए। स्थानीय मीडिया एनटीवी ने शुक्रवार को बताया यह दुर्घटना तटीय शहर कुसादसी के पास हुई।

प्रवासियों को ले जा रही नाव ने सुरक्षा बलों की चेतावनी पर ध्‍यान नहीं दिया। भागने की कोशिश में कई प्रवासी समुद्र में गिर गए। तटरक्षक बल ने 32 व्यक्तियों को बचाया और तीन अन्य के शव बरामद किए।

रिपोर्ट में कहा गया कि खोज और बचाव अभियान जारी रहने के कारण तीन लोग अभी भी लापता हैं।

मीडिया ने बताया, प्रारंभिक रिपोर्टों में यह बात सामने आई है कि प्रवासी अवैध रूप से ग्रीक द्वीप को पार करने का प्रयास कर रहे थे।

बता दें कि तुर्की के माध्यम से यूरोप पहुंचने का प्रयास करने वाले प्रवासियों के लिए एजियन सागर लंबे समय से एक प्रमुख मार्ग रहा है।

राष्ट्रपति के संचार निदेशालय के अनुसार शरणार्थियों के लिए दुनिया के प्रमुख गंतव्यों में से एक के रूप में तुर्की वर्तमान में चार मिलियन से अधिक प्रवासियों की मेजबानी करता है, जिनमें से अधिकांश सीरियाई हैं।

पिछले दशक में दस लाख से ज्‍यादा लोग ग्रीक तटों पर पहुंच चुके हैं, जिनमें से ज्‍यादातर दूसरे यूरोपीय देशों की यात्रा पर आगे निकल गए हैं।

हालांकि, सैकड़ों लोग पानी के रास्ते से जाने की कोशिश में अपनी जान गंवा चुके हैं।

ग्रीस के तट पर प्रवासियों से जुड़ी दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, यह उन मुख्य देशों में से एक है जहां से अफ्रीका, एशिया और मध्य पूर्व में गरीबी या युद्ध से भागकर लोग यूरोपीय संघ में प्रवेश करना चाहते हैं।

ग्रीक अधिकारियों ने एजियन सागर या तुर्की के साथ भूमि सीमा के जरिए अवैध प्रवासियों और शरणार्थियों के आगमन में वृद्धि की सूचना दी है।

देश के प्रवासन और शरण मंत्रालय के अनुसार, औसतन, एजियन सागर के जरिए हर दिन 200 से ज्‍यादा लोग आते है।

अंतरराष्ट्रीय

भारत ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए किया अनुरोध, बेल्जियम ने की पुष्टि

Published

on

ब्रसेल्स, 14 अप्रैल। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी बेल्जियम में पकड़ा गया। बेल्जियम की संघीय लोक न्याय सेवा (एफपीएस) ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि चोकसी को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।

एफपीएस ने कहा, “बेल्जियम की संघीय लोक न्याय सेवा पुष्टि कर सकती है कि मेहुल चोकसी को शनिवार, 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। उन्हें हिरासत में रखा गया है और उनके वकीलों को इसकी जानकारी दी गई है।”

एफपीएस ने कहा कि भारत सरकार की ओर से मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए पहले ही अनुरोध किया जा चुका है। चूंकि मामला न्यायिक प्रक्रिया में है, इसलिए इस पर और कोई विवरण साझा नहीं किया जा सकता।

सूत्रों के अनुसार, मेहुल चोकसी को मीडिया के अनुरोध पर बेल्जियम पुलिस ने एंटवर्प में गिरफ्तार किया गया। वह वहां अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था और उसके पास बेल्जियम का ‘रेजिडेंसी कार्ड’ भी था।

माना जा रहा है कि 65 वर्षीय चोकसी अब जमानत के लिए याचिका दाखिल कर सकता है, जिसमें वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला दे सकता है।

मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी पीएनबी के 13,850 करोड़ रुपये के घोटाले में सीबीआई और ईडी द्वारा वांछित हैं। उन पर मुंबई के ब्रैडी हाउस ब्रांच के अधिकारियों को रिश्वत देकर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर ऑफ क्रेडिट के जरिए धोखाधड़ी करने का आरोप है।

यह दोनों जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गए थे, ठीक उसी समय जब पीएनबी घोटाला सामने आया।

मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और बाद में वहां से इलाज के बहाने निकल गया। 2021 में वह एंटीगुआ से अचानक गायब हो गया था और बाद में डोमिनिका में पाया गया था। चोकसी ‘गीतांजलि जेम्स’ का संस्थापक है। वहीं, नीरव मोदी अभी भी ब्रिटेन की जेल में बंद है और भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।

सूत्रों ने बताया कि इंटरपोल द्वारा चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस हटाए जाने के बावजूद भारतीय एजेंसियों ने नया प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी संभव हो पाई। अब भारतीय एजेंसियां उसे जल्द से जल्द भारत लाने का प्रयास कर रही हैं, हालांकि बेल्जियम की अदालतों में कानूनी प्रक्रिया लंबी चल सकती है।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय

गाजा के अस्पताल को निशाना बनाने पर मिस्र ने की इजरायल की निंदा

Published

on

काहिरा, 14 अप्रैल। मिस्र ने गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए इजरायली हवाई हमले की कड़ी निंदा की है। मिस्र ने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय मानवता कानून और सभी वैश्विक नियमों का गंभीर उल्लंघन बताया है।

मीडिया के मुताबिक, मिस्र के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर गाजा पट्टी पर हो रहे सभी इजरायली हमलों को तुरंत रोकने की मांग की है। मिस्र ने वहां फंसे लोगों तक जल्दी से जल्दी मानवीय मदद और राहत सामग्री पहुंचाने की भी अपील की है।

मिस्र ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वो दुश्मनी खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए। खास तौर पर उसने युद्धविराम समझौते को दोबारा शुरू करने और तनाव कम करने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया है।

इससे पहले, इजरायली सेना ने कहा कि उसने अस्पताल के परिसर में मौजूद “हमास के कमांड और नियंत्रण केंद्र” को निशाना बनाया था।

एक संयुक्त बयान में इजरायली सेना और मीडिया ने कहा कि हमास इस जगह का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उनका समन्वय करने के लिए कर रहा था।

एक मेडिकल स्टाफ सदस्य ने अपना नाम न बताने की शर्त पर मीडिया को बताया कि इजरायली सेना ने हमले से थोड़ी देर पहले ही अस्पताल खाली करने की चेतावनी दी थी।

यह हमला अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर और ऑक्सीजन बनाने वाली यूनिट पर हुआ, जिससे अस्पताल के कई हिस्सों को भारी नुकसान पहुंचा।

इजरायल ने जनवरी में हमास के साथ हुआ युद्धविराम समझौता खत्म कर दिया और 18 मार्च को गाजा में फिर से सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 को संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक 50,944 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 1,16,156 लोग घायल हुए हैं।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय

म्यांमार : विनाशकारी भूकंप के बाद से महसूस किए गए 468 झटके

Published

on

बैंकॉक, 12 अप्रैल। 28 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद, शनिवार तक म्यांमार और आसपास के क्षेत्रों में कुल 468 झटके दर्ज किए गए।

थाई मौसम विभाग के भूकंप अवलोकन प्रभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1.0 और 2.9 के बीच तीव्रता वाले 184 झटके, 3.0 और 3.9 के बीच तीव्रता वाले 198 झटके, 4.0 और 4.9 के बीच तीव्रता वाले 73 झटके, 5.0 और 5.9 के बीच तीव्रता वाले 13 झटके आए।

थाईलैंड में मुख्य रूप से माई होंग सोन प्रांत में कुल 21 हल्के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 1.0 से 5.9 के बीच रही।

म्यांमार के राज्य प्रशासन परिषद सूचना दल के अनुसार, शुक्रवार तक देश में आए विनाशकारी भूकंप में 3,689 लोगों की जान चली गई, 5,020 लोग घायल हुए, 139 अन्य लापता हैं।

इस बीच यूएन ने म्यांमार में अधिक से अधिक जरुरतमंदों तक मदद पहुंचाने के लिए, वित्तीय समर्थन बढ़ाने और तत्काल युद्धविराम लागू किए जाने की अपील की। फरवरी 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार की सेना और विपक्षी हथियारबंद गुटों के बीच गृह युद्ध के कारण, देश पहले से ही संकट से गुज़र रहा था।

संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों ने विनाशकारी भूकंप के बाद म्यांमार का समर्थन करने के लिए 275 मिलियन डॉलर की अपील शुरू की।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि यह फंड 2025-मानवीय आवश्यकताओं और प्रतिक्रिया योजना का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 1.1 मिलियन लोगों तक तत्काल सहायता पहुंचाना है।

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने अपने साझेदारों के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की मदद के लिए चिकित्सा देखभाल, आश्रय, पानी और भोजन सहित सहायता तेजी से जुटाई है।

दुजारिक ने कहा कि जमीनी स्तर पर प्रयासों को और मजबूत करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष ने अतिरिक्त 5 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं, जो कुछ सप्ताह पहले प्रदान किए गए 5 मिलियन डॉलर के अतिरिक्त है।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र1 min ago

मुंबई समाचार: फोर्ट में डीएन रोड जंक्शन के पास पाइपलाइन फटने से हजारों लीटर पानी बर्बाद; बीएमसी ने सिविक ठेकेदार को दोषी ठहराया

राष्ट्रीय समाचार23 mins ago

वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत के परिधान निर्यात में जबरदस्त उछाल

राजनीति45 mins ago

दुर्गेश पाठक के घर सीबीआई की रेड, आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर साधा निशाना

महाराष्ट्र2 hours ago

सड़क कंक्रीट कार्य में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई; अगले 2 वर्षों के लिए निविदा प्रक्रिया में भाग लेने पर रोक और जुर्माना

राजनीति2 hours ago

दिल्ली में हर 70 पार बुजुर्ग को मिलेगा ‘आयुष्मान कार्ड’,अप्रैल के अंत तक लागू होगी योजना

राष्ट्रीय समाचार18 hours ago

वक्फ परिषद के गठन में हिंदू सदस्यों की भूमिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा, गुरुवार को फिर सुनवाई

महाराष्ट्र18 hours ago

‘अंधेरी से बांद्रा तक फास्ट ट्रेन 30 मिनट में!’: बांद्रा और माहिम के बीच गति प्रतिबंध से पश्चिम रेलवे के यात्री परेशान, लोकल सेवाएं 10-15 मिनट तक विलंबित

महाराष्ट्र19 hours ago

महायोति सरकार का लाडली बहनों के साथ धोखा, लाडली बहनों की किस्तों में कटौती विश्वासघात है: अबू आसिम आज़मी

राष्ट्रीय समाचार20 hours ago

वक्फ पर सर्वोच्च न्यायालय में बहस, सीजेआई बोले- आर्टिकल 26 धर्मनिरपेक्ष, यह सभी पर लागू

महाराष्ट्र20 hours ago

नेशनल हेराल्ड जमीन के हेराफेरी मामले में हो कार्रवाई- अनिल गलगली ने सीएम देवेन्द्र फड़णवीस से की मांग

रुझान