अंतरराष्ट्रीय
तीसरा टेस्ट : दूसरे दिन का खेल खत्म, दूसरी पारी में भारत का स्कोर 57/2, दक्षिण अफ्रीका पर 70 रनों की बढ़त

न्यूलैंड्स में बुधवार को तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन तक दक्षिण अफ्रीका को 210 रनों पर समेटने के बाद, भारत ने दूसरी पारी में 17 ओवरों में दो विकेट गंवाकर 57 रन बना लिए हैं, जिससे भारतीय टीम के पास 70 रनों की बढ़त हो गई है। कप्तान विराट कोहली (14) और चेतेश्वर पुजारा (9) बनाकर नाबाद क्रीज पर मौजूद हैं। तीसरे सत्र में दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 210 रनों पर ढेर कर 13 रन की बढ़त के साथ दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही, क्योंकि सलामी बल्लेबाज एक बार फिर नाकाम रहे, जिससे भारत के 24 रनों पर ही दो विकेट गिर गए।
इस दौरान, मयंक अग्रवाल (7) रन बनाकर कगिसो रबाडा के शिकार बने, तो वहीं केएल राहुल (10) रन बनाकर मार्को जेनसेन को अपना विकेट देकर पवेलियन लौट गए। इस समय तक दूसरी पारी में 5.5 ओवरों में भारत ने दो विकेट खोकर 24 रन बनाए।
इसके बाद, तीसरे और चौथे नंबर पर आए पुजारा और कप्तान कोहली ने मिलकर पारी को संभाला और टीम के लिए महत्वपूर्ण रन जोड़े। इस बीच, दोनों के बल्ले से कुछ बेहतरीन शॉट भी देखने को मिले, जिसके बाद दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 57 रन पहुंच गया। कप्तान कोहली (14) और पुजारा (9) ने 69 गेंदों में 33 रनों की साझेदारी कर क्रीज पर मौजूद हैं। इसी के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने 70 रनों की बढ़त ले ली है।
इससे पहले, दूसरे दिन के पहले सत्र में दक्षिण अफ्रीका 17/1 आगे खेलते हुए पहले ही ओवर के दूसरी गेंद पर एडेन मार्करम का विकेट खो दिया, जब बुमराह ने उन्हें 8 रन पर बोल्ड कर दिया था। इसके बाद, नाइटवॉचमैच के तौर पर आए केशव महाराज ने भारतीय पेसरों पर चार चौके लगाए। लेकिन उमेश की गेंद पर महाराज 25 रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए। इस समय तक 20.5 ओवरों में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 45/3 हो गया था।
पांचवें स्थान पर आए रस्सी वैन डेर डूसन ने पीटरसन के साथ मिलकर दक्षिण अफ्रीका के लिए रन बटोरे और भारतीय तेज आक्रमण का बखूबी सामना किया। इस बीच, कुछ खराब गेंदों को दोनों ने बाउंड्री तक भी पहुंचाया, जिससे दूसरे दिन लंच तक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 100/3 पहुंच गया। पीटरसन (40) और डूसन (17) ने मिलकर 88 गेंदों ने 55 रनों की साझेदारी कर क्रीज पर मौजूद थे।
दूसरे सत्र में दक्षिण अफ्रीका 100/3 के बल्लेबाज पीटरसन और डूसन ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और दोनों ने तेजी से रन टीम के लिए बनाए। दोनों के बीच पनप रही लंबी साझेदारी (67) को उमेश ने तोड़ा, जब डूसन को 21 रनों पर कोहली के हाथों कैच करवाया।
इसके बाद, फॉर्म में चल रहे टेम्बा बावुमा बल्लेबाजी के लिए आए। बावुमा भारतीय आक्रमण के खिलाफ अच्छे टच में दिखे, तो वहीं दूसरे छोर पर पीटरसन ने बेहतर खेल दिखाते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी इस पारी में 9 चौके लगाए हैं। दोनों ने मिलकर 97 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी की।
लेकिन मोहम्मद शमी के एक ओवर में पहले बावुमा (28) और काइल वेरेने को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया, जिससे भारत की फिर से मैच में वापसी हो गई। इसके बाद चाय होने से ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका को सातवां झटका बुमराह ने दिया, जब उन्होंने जेनसेन को 7 रनों पर क्लीन बोल्ड कर दिया, जिससे दूसरे सत्र में प्रोटियाज ने 176/7 रन बना लिए हैं। पीटरसन अभी भी 70 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
चाय ब्रेक के बाद तीसरे सत्र में दक्षिण अफ्रीका 176/6 से आगे खेलते हुए पहले ही ओवर में अपना सेट बल्लेबाज पीटरसन को खो दिया, क्योंकि बुमराह ने उन्हें 72 रनों पर पुजारा के हाथों स्लिप में कैच आउट करा दिया। इसके बाद, कगिसो रबाडा (15) भी जल्द ही शार्दुल ठाकुद की गेंद पर आउट हो गए। इस समय तक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 71.3 ओवरों में 200/9 रन हो गया।
इस बीच, आखिरी के बल्लेबाज डुआने ओलिवर और लुंगी एनगिडी ने मिलकर टीम के लिए कुछ महत्वपूर्ण रन जोड़े, जिससे रनों का अंतर थोड़ा कम हो सका। लेकिन बुमराह ने एनगिडी को आउट कर अपना पांचवां विकेट हासिल किया, जिससे अफ्रीकी टीम 76.3 ओवरों में 210 रनों पर सिमट गई और इसी के साथ भारत को पहली पारी में 13 रनों की बढ़त हासिल हुई।
भारत की ओर से सबसे ज्यादा जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट अपने नाम किए। वहीं, उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट झटके, जबकि शार्दुल ठाकुर ने एक विकेट लिया।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से सबसे ज्यादा कीगन पीटरसन ने 72 रन बनाए। इसके बाद, टेम्बा बावुमा (28) और केशव महाराज ने 25 रनों की पारी खेली।
संक्षिप्त स्कोर :
भारत 223 दूसरी पारी में 17 ओवरों में 57/2 (कप्तान विरोट कोहली 14 नाबाद, केएल राहुल 10, कगिसो रबाडा 1/25, मार्को जेनसेन 1/7) दक्षिण अफ्रीका 76.3 ओवरों में 210/10 (कीगन पीटरसन 72, टेम्बा बावुमा 28, जसप्रीत बुमराह 5/42, उमेश यादव 2/64, मोहम्मद शमी 2/39)।
अंतरराष्ट्रीय
इजरायली दूतावास कर्मचारियों की हत्या यहूदियों को निशाना बनाकर किया गया आतंकवादी कृत्य : एफबीआई

वाशिंगटन, 23 मई। एफबीआई के प्रभारी सहायक निदेशक स्टीवन जे. जेन्सेन ने शुक्रवार को वाशिंगटन में यहूदी नेशनल म्यूजियम के बाहर दो इजरायली दूतावास कर्मचारियों की दुखद हत्या को आतंकवादी कृत्य और यहूदी समुदाय के खिलाफ निर्देशित हिंसा बताया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि इस मामले पर एफबीआई का पूरा ध्यान है, और हम सभी सबूतों की तलाश करेंगे और हमले की जांच के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करेंगे। देश भर में एफबीआई कार्यालयों की सहायता से हम जांच जारी रख रहे हैं। हम हमला करने वाले के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए सर्च वारंट भी निष्पादित कर रहे हैं और उसके सोशल मीडिया खातों की भी जांच कर रहे हैं।
यह गोलीबारी लिलियन और अल्बर्ट स्मॉल कैपिटल यहूदी म्यूजियम में युवा राजनयिकों के लिए अमेरिकी यहूदी समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाहर हुई। पुलिस ने शूटर की पहचान शिकागो के 30 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज के रूप में की। मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रमुख पामेला स्मिथ ने बताया कि संदिग्ध हिरासत में लिए जाने के दौरान “फ्री फिलिस्तीन!” चिल्ला रहा था।
जिन लोगों की मौत हुई उनके नाम सारा लिन मिलग्रिम और उनके साथी यारोन लिस्चिंस्की थे और वाशिंगटन में इजरायली दूतावास में काम करते थे।
अमेरिकी न्याय विभाग के एक बयान के अनुसार, आरोपी रोड्रिगेज 21 मई को इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोलीबारी के संबंध में संघीय और स्थानीय हत्या के अपराधों के आरोप का सामना करेगा। उस पर कोलंबिया जिला न्यायालय में विदेशी अधिकारियों की हत्या, हथियार का उपयोग करके हत्या की वजह बनने और हिंसा के दौरान हथियार चलाने का आरोप लगाया गया है।
आरोपों की घोषणा अमेरिकी अटॉर्नी जीनिन फेरिस पिरो, एफबीआई के सहायक निदेशक प्रभारी स्टीवन जे. जेन्सेन और मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग की प्रमुख पामेला स्मिथ ने की।
सहायक निदेशक प्रभारी जेन्सेन ने कहा, “यह पूरी तरह लक्षित और यहूदी विरोधी हिंसा का केस है। एफबीआई सभी सबूतों की जांच करना जारी रखेगी और अपने उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करेगी।”
अटॉर्नी जनरल पामेला बॉन्डी ने इस हमले को क्रूर, यहूदी विरोधी हिंसा बताया, जिसका अमेरिका या सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा, “हम इस जघन्य अपराध के अपराधी को सबसे कठोर सजा दिलाएंगे, जिसने दो होनहार युवाओं की हत्या कर दी।”
अमेरिकी न्याय विभाग के बयान में कहा गया, “हलफनामे के अनुसार, रोड्रिगेज ने कथित तौर पर पीड़ितों पर उस समय गोली चलाई, जब वे अमेरिकी यहूदी समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम से निकल रहे थे, जिसमें यहूदी पेशेवर और राजनयिक समुदाय के सदस्य एक साथ आए थे। दोनों पीड़ित इजरायली दूतावास में कार्यरत थे। एक इजरायली नागरिक और अमेरिकी सरकार का आधिकारिक अतिथि था।”
घटना के वीडियो फुटेज में कथित तौर पर रोड्रिगेज को पीड़ितों के पास से गुजरते हुए और फिर मुड़कर कई राउंड फायर करते हुए दिखाया गया है। पीड़ितों के गिरने के बाद, उसने कथित तौर पर करीब से फायरिंग जारी रखी। जांचकर्ताओं ने घटनास्थल से एक 9 मिमी हैंडगन और 21 खाली कारतूस बरामद किए।
आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मामले की जांच एफबीआई के वाशिंगटन फील्ड ऑफिस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग द्वारा की जा रही है। न्याय विभाग के नागरिक अधिकार प्रभाग की सहायता से कोलंबिया जिले के लिए यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी कार्यालय द्वारा मुकदमा चलाया जा रहा है।”
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तानी सेना फिर बेनकाब, बोल रही आतंकी हाफिज सईद की ही जुबान, सिंधु जल समझौते पर दिया विवादित बयान

इस्लामाबाद, 23 मई। पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर जाहिर कर दिया है कि वो आतंकियों की बोली बोलती है। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के आतंकी हाफिज सईद की ही तरह सिंधु जल समझौते को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है।
चौधरी ने एक सार्वजनिक सभा में सिंधु जल संधि स्थगित करने के फैसले पर चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि “यदि आप हमारा पानी रोकेंगे, तो हम आपकी सांसें रोक देंगे।” ये अंदाज और बोल ठीक वैसे ही हैं जैसे हाफिज सईद ने हाल ही में उगले थे।
शरीफ चौधरी सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखने के भारत के फैसले पर बोल रहे थे। दरअसल, भारत पहले ही कह चुका है कि जब तक इस्लामाबाद आतंकवाद को समाप्त नहीं कर देता और अपनी धरती से उत्पन्न होने वाले आतंकवादी समूहों को सहायता, वित्त पोषण और समर्थन बंद नहीं कर देता, तब तक सिंधु जल संधि स्थगित ही रहेगी।
चौधरी ने कथित तौर पर पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में भाषण के दौरान यह टिप्पणी की। उनका बयान लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद द्वारा इस्तेमाल की गई बयानबाजी से हूबहू मेल खाता है। सईद 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड है। वह भारत और अमेरिका के खिलाफ अपने भड़काऊ भाषणों के लिए जाना जाता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में हाफिज सईद को यही शब्द कहते हुए सुना जा सकता है। ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब भारत ने 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि के कुछ हिस्सों को निलंबित कर दिया था। यह संधि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद की है जिसमें 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी।
1960 में हस्ताक्षरित और विश्व बैंक द्वारा मध्यस्थता की गई यह संधि सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के बंटवारे को दोनों देशों के बीच नियंत्रित करती है।
इस बीच, नई दिल्ली ने बार-बार कहा है कि “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते; बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते,” जो सीमा पार आतंकवाद के लिए पाकिस्तान के कथित समर्थन पर सख्त रुख का संकेत देता है।
निलंबन इस्लामाबाद के खिलाफ उठाए गए जवाबी उपायों का एक हिस्सा था, जिसमें 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” भी शामिल था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि पाकिस्तान के साथ भविष्य की कोई भी बातचीत केवल जम्मू और कश्मीर में अवैध रूप से कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर केंद्रित होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दृढ़ता से कहा कि “आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते,” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत केवल वांछित आतंकवादियों के प्रत्यर्पण पर चर्चा को तैयार है, जिन्हें पहले से ही सूचीबद्ध किया गया है और इस्लामाबाद के साथ साझा किया गया है।
कश्मीर मुद्दे पर भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए, जायसवाल ने रेखांकित किया, “कोई भी द्विपक्षीय चर्चा केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर होगी।”
निलंबित सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) पर जायसवाल ने पुष्टि की कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद करने के लिए विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कदम नहीं उठाता, तब तक यह समझौता स्थगित रहेगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को दोहराया: “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते,” जो ऐतिहासिक जल-समझौते पर भारत की स्थिति के सख्त होने का संकेत देता है।
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका में इजरायली दूतावास के दो कर्मियों की गोली मारकर हत्या, जांच शुरू

वाशिंगटन, 22 मई। वाशिंगटन में यहूदी संग्रहालय के पास इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी ने इस घटना की पुष्टि की है।
होमलैंड सिक्योरिटी के मुताबिक, वाशिंगटन में इजरायली दूतावास के एक पुरुष और एक महिला कर्मचारी को बुधवार रात (अमेरिकी समयानुसार) कैपिटल यहूदी संग्रहालय से बाहर निकलते समय एक अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी।
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने बताया, “इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की आज रात वाशिंगटन डीसी में यहूदी संग्रहालय के पास बेरहमी से हत्या कर दी गई। हम जांच कर रहे हैं। कृपया पीड़ितों के परिवारों के लिए प्रार्थना करें। हम इस अमानवीय अपराधी को न्याय के कटघरे तक अवश्य लाएंगे।”
इस बीच, इजरायल के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत डैनी डैनन ने इस हमले को “यहूदी-विरोधी आतंकवादी घटना” करार दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “यहूदी समुदाय को निशाना बनाना एक ‘लाल रेखा’ (खतरे के निशान ) को पार करना है। हमें विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी इस अपराध के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। इजरायल अपने नागरिकों और प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए दृढ़ता से काम करता रहेगा।”
वाशिंगटन में इजरायली दूतावास के प्रवक्ता ताल नैम कोहेन ने हत्याओं की निंदा की और कहा, “हमें स्थानीय और संघीय स्तर पर कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर पूरा भरोसा है कि वे शूटर को पकड़ लेंगे और अमेरिका में इजरायल के प्रतिनिधियों और यहूदी समुदायों की रक्षा करेंगे।”
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने कहा कि उन्हें और उनकी टीम को शूटिंग के बारे में जानकारी दी गई है और वे मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हम पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं।”
उन्होंने कहा, “मेरी टीम और मुझे आज रात कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर और हमारे वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के पास हुई शूटिंग के बारे में जानकारी दी गई है। हम एमपीडी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। अभी के लिए, कृपया पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें। हम जनता को अपडेट रखेंगे।”
अमेरिकी मीडिया आउटलेट फॉक्स 5 से बात करते हुए अमेरिकन ज्यूइश कमेटी (एजेसी) ने पुष्टि की है कि बुधवार शाम को कैपिटल यहूदी संग्रहालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
एजेसी ने एक बयान में कहा, “हम इस बात से स्तब्ध हैं कि आयोजन स्थल के बाहर हिंसा की एक अकल्पनीय घटना हुई। इस समय, जब हम पुलिस से यह जानने का इंतजार कर रहे हैं कि वास्तव में क्या हुआ, हमारा ध्यान और हमारी संवेदनाएं केवल उन लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं, जो प्रभावित हुए हैं।”
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