महाराष्ट्र
परीक्षा के मौसम में कोरोना की आहट! दोगुनी हुई छात्रों की टेंशन
गुरुवार को देश में 358 नए कोरोना केस सामने आए हैं, इससे पहले बुधवार को 21 मई के बाद सबसे ज्यादा 614 कोरोना के नए मामले सामने आए थे. परीक्षा से पहले फिर से बढ़े कोरोना वायरस के मामलों ने छात्रों और उनके अभिभावकों की टेंशन बढ़ा दी है.
बोर्ड परीक्षाएं सिर पर हैं. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई), उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई स्टेट बोर्ड्स ने 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 की डेटशीट (बोर्ड परीक्षा 2024 डेटशीट) जारी कर दी है. छात्र अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं. छात्र एक तरफ अपनी परीक्षा को लेकर टेंशन में है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस की आहट ने उनकी टेंशन को दोगुना कर दिया है. देश में कोविड-19 की ताजा मामलों में फिर से उछाल आया है।
फिर से कोरोना… इन 5 राज्यों में मिले नए केस गुरुवार को देश में 358 नए कोरोना केस सामने आए हैं, इससे पहले बुधवार को 21 मई के बाद सबसे ज्यादा 614 कोरोना के नए मामले सामने आए थे. ताजा मामले केरल, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से सामने आए हैं. कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के अब तक 21 नए केस सामने आए हैं. अब एक्टिव कोरोना केस की संख्या बढ़कर 2669 पहुंच गई है, वहीं इस खतरनाक वायरस की वजह से अब तक 5 लाख 33 हजार 327 लोगों की जान चली गई है।
फिर डराने लगा कोरोना, 24 घंटे में 614 नए मरीज… मास्क, अस्पतालों में अलर्ट और नए वैरिएंट की टेस्टिंग समेत उठाए जा रहे ये कदम
कोरोना ने देश में एक बार फिर टेंशन बढ़ा दी है. नए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से केंद्र से लेकर राज्य सरकारें भी अलर्ट हो गई हैं।
कोरोना ने बढ़ाई स्टूडेंट्स की टेंशन
इन दिनों स्टूडेंट्स अपनी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं। कई राज्यों में प्रैक्टिकल एग्जाम जनवरी से शुरू होंगे और बोर्ड परीक्षाएं फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं. सीबीएसई, सीआईएससीई समेत कई स्टेट बोर्ड्स ने परीक्षाओं की डेटशीट भी जारी कर दी है, लेकिन ऐसे में फिर से सामने आ रहे नए कोविड-19 मामलों ने छात्रों की टेंशन बढ़ा दी है।
इन शेयरों का बुरा हाल
कोरोनावायरस के मरीज बढ़ने से टेस्टिंग पर जोर दिया जा रा है।
फिर डराने लगा कोरोना! एक्टिव मरीज बढ़कर हुए 2669, मास्क को लेकर एडवाइजरी
भारत में कोरोना के मामले
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कोरोना का सब वैरिएंट JN.1 बढ़ा रहा टेंशन! सामने आए 21 केस
पेरेंट्स भी अपने बच्चों को लेकर टेंशन में हैं. महाराष्ट्र, उत्तर पश्चिमी, दिल्ली के अभिभावक संघ के सदस्य पंकज गुप्ता ने कहा कि स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन माता-पिता के लिए डरावनी है. स्कूलों को एहतियाती कदम उठाने चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क सुनिश्चित करना चाहिए. अगर हम व्यक्तिगत रूप से अपने बच्चों पर मास्क थोपने की कोशिश करेंगे, तो इसका कोई फायदा नहीं होगा और ज्यादातर छात्र इसे नहीं पहनेंगे. इसलिए हम चाहते हैं कि स्कूल सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया दें।
“सरकार को पहले से सोचना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए. जबकि कई छात्र कोविड प्रोटोकॉल को समझते हैं, प्राथमिक और माध्यमिक के बच्चों को ऐसी स्थितियों से निपटने का शायद ही कोई अनुभव है. बच्चों को समय पर जागरूक करना और स्कूल के साथ-साथ सरकार की ओर से सक्रिय प्रतिक्रिया जरूरी है।”
राज्यों में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वर्चुअल बैठक में सभी स्वास्थ्य मंत्रियों को कोरोनोवायरस पर दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी दी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों के बारे में फीडबैक लिया है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बुधवार को कहा कि देशभर में अब तक नए कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 के 21 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. देश में वैज्ञानिक नए वैरिएंट का एनालिसिस कर रहे हैं. उन्होंने राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और अपने मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया है।
जरूर बरतें ये सावधनियां
बढ़े कोविड-19 केस के चलते लोगों को अभी से सतर्क रहने की जरूरत है. कर्नाटक सरकार ने 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों, अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर फेस मास्क पहनने की अपील की. कोविड के मद्देनजर बंद, खराब हवादार जगहों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से सख्ती से बचने के लिए कहा है।
महाराष्ट्र
फडणवीस शुरुआती 2.5 साल तक महाराष्ट्र के सीएम रहेंगे, फिर भाजपा अध्यक्ष का पद संभालेंगे; बाद के आधे साल में शिंदे संभालेंगे कमान: रिपोर्ट
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी को पुष्टि की कि भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता-साझेदारी का फार्मूला अंतिम रूप ले लिया गया है।
फडणवीस पहले ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे, जिसके बाद एकनाथ शिंदे शेष कार्यकाल के लिए यह पद संभालेंगे।
फडणवीस को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की संभावना
फडणवीस के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किये जाने की उम्मीद है।
रिपोर्ट बताती है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के बीच चर्चा के बाद इस व्यवस्था पर सहमति बनी थी।
कहा जा रहा है कि फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला उनकी भाजपा और आरएसएस के बीच सहज समन्वय बनाए रखने की क्षमता से प्रभावित है। अगर उन्हें ढाई साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका में पदोन्नत किया जाता है, तो भाजपा महासचिव विनोद तावड़े या पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल जैसे नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि शिंदे ढाई साल की तय समयसीमा से पहले मुख्यमंत्री का पद नहीं संभालेंगे।
रविवार रात शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया।
इस आशय का प्रस्ताव एक उपनगरीय होटल में आयोजित बैठक में सभी 57 मनोनीत विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया।
तीन अन्य प्रस्ताव भी पारित किए गए, जिनमें पार्टी को शानदार जीत दिलाने के लिए शिंदे की सराहना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद तथा महायुति गठबंधन में विश्वास जताने के लिए महाराष्ट्र की जनता का आभार शामिल है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से फडणवीस ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल्ल गुडहे को हराकर लगातार चौथी जीत हासिल की। 2014 में फडणवीस ने गुडहे को 58,942 वोटों के अंतर से हराया था। 2019 में उनका मुकाबला कांग्रेस के आशीष देशमुख से हुआ और वे 49,344 वोटों से विजयी हुए।
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए राष्ट्रपति शासन से बचने के लिए उस तिथि से पहले सरकार का गठन आवश्यक है।
मंत्री पद विधायकों की संख्या के आधार पर आवंटित किए जाएंगे
इसके अलावा, एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री बनाने का फॉर्मूला तैयार किया गया है। विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्री पद आवंटित किए जाएंगे। भाजपा को 22-24, शिवसेना (शिंदे गुट) को 10-12 और एनसीपी (अजीत गुट) को 8-10 मंत्री मिलने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस की आधिकारिक घोषणा के बाद शपथ ग्रहण समारोह इसी सप्ताह आयोजित होने की संभावना है।
महाराष्ट्र
चुनाव आयोग को आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए: अतुल लोंधे
मुंबई, 25 नवंबर : आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला ने आचार संहिता लागू होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। चुनाव आयोग को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और रश्मि शुक्ला के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसी मांग महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने की है।
इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए अतुल लोंधे ने कहा कि तेलंगाना में चुनाव आयोग ने चुनाव के दौरान एक वरिष्ठ मंत्री से मिलने के लिए पुलिस महानिदेशक और एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की थी। उन्होंने सवाल किया, “चुनाव आयोग गैर-भाजपा शासित राज्यों में तेजी से कार्रवाई क्यों करता है, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में इस तरह के उल्लंघनों को नोटिस करने में विफल रहता है?”
रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन टैपिंग समेत कई गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस ने पहले चुनाव के दौरान उन्हें पुलिस महानिदेशक के पद से हटाने की मांग की थी और बाद में उन्हें हटा दिया गया। हालांकि, विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बावजूद रश्मि शुक्ला ने आदर्श आचार संहिता के आधिकारिक रूप से समाप्त होने से पहले गृह मंत्री से मुलाकात की, जो इसके मानदंडों का उल्लंघन है। लोंधे ने जोर देकर कहा कि उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
चुनाव
चुनावी हार के बाद पद छोड़ने की अफवाहों के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, ‘मैंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है’
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष और साकोली विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक नाना पटोले ने राज्य में पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफे की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया।
मीडिया से बात करते हुए पटोले ने कहा, “मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने जा रहा हूं। मैंने अपना इस्तीफा नहीं दिया है।”
इससे पहले खबर आई थी कि हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की करारी हार के बाद नाना पटोले ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। हालांकि, विरोधाभासी रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पटोले ने अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है और उनके इस्तीफे के बारे में उनकी या पार्टी की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने 49.6% वोट शेयर के साथ 235 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की, जबकि एमवीए सिर्फ़ 49 सीटें और 35.3% वोट शेयर के साथ बहुत पीछे रह गया। कांग्रेस को ख़ास तौर पर बड़ा झटका लगा, उसने 103 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ़ 16 सीटें ही जीत पाई।
साकोली सीट से चुनाव लड़ने वाले पटोले ने मात्र 208 वोटों के अंतर से अपनी सीट बरकरार रखी है – जो उनके राजनीतिक जीवन का सबसे छोटा अंतर है। यह उनके 2019 के विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन से बिलकुल अलग है, जहां उन्होंने लगभग 8,000 वोटों से इसी सीट पर जीत दर्ज की थी। इस साल उनकी यह मामूली जीत राज्य में सबसे करीबी मुकाबलों में से एक है।
पटोले ने कथित तौर पर अपने इस्तीफे पर चर्चा करने के लिए सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मिलना चाहा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पार्टी आलाकमान ने अभी तक उनके कथित इस्तीफे पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
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