अपराध
धर्म छिपाकर हिंदू लड़की से शादी करने आए अधेड़ की मंडप में खुली पोल, पिटाई होने पर भागा शख्स

रांची, 9 दिसंबर : खुद को हिंदू बताते हुए असलम खान नामक शख्स एक गरीब परिवार को बरगलाकर उसकी नाबालिग लड़की से शादी करने पहुंचा, लेकिन वरमाला के बाद मंडप पर बैठने से पहले ही उसकी असली पहचान सामने आ गई। फिर लोगों ने उसकी जमकर फजीहत की। उसकी पिटाई भी हुई। उसे पुलिस को सौंपने की तैयारी हो रही थी, लेकिन वह अपनी स्कॉर्पियो से भाग खड़ा हुआ। यह वाकया झारखंड के बोकारो शहर के सेक्टर-9 में हरला थाना क्षेत्र की कुम्हारटोली का है। आरोपी असलम खान धनबाद के वासेपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। उसकी उम्र लगभग 50 वर्ष है।
लड़की के पिता राजू कसेरा ने पुलिस को बताया है कि वह ठेले पर दुकान चलाकर किसी तरह सात सदस्यों वाले परिवार का भरण पोषण कहता है। उसने अपनी बेटी की शादी के लिए एक लाख रुपए जमा किए थे। छह महीने पहले उसकी पत्नी एक साइबर ठग के झांसे में आ गई और उसके खाते से एक लाख रुपए निकल गए। इस झटके से उबरने के लिए उसकी पत्नी और बेटी लोन लेने के लिए बैंक गई थीं। वहीं एक व्यक्ति से उनका परिचय हुआ। उसने अपना नाम संजय कसेरा बताया और लोन दिलाने में मदद के नाम पर वह उनके घर आने लगा।
कुछ दिन के बाद वह पुलिस की वर्दी में उनके घर आने लगा। उसने बताया कि वह पुलिस अधिकारी है और लातेहार जिले में पोस्टेड है। फिर उसने उसकी बेटी के बेहतर भविष्य का वास्ता देकर उसे बरगलाया और तरह-तरह के दबाव-धमकी देकर शादी के लिए राजी करा लिया। राजू कसेरा के मुताबिक कमजोर माली हालत और दबाव-धमकी के चलते उसने बेटी की शादी करने पर हामी भर दी।
तय कार्यक्रम के अनुसार, शादी बीते बुधवार की रात होनी थी। वह कुछ लोगों के साथ आया। वरमाला की रस्म भी हो गई। इसी बीच शादी का पंडाल बनाने वाले मजदूर नेहाल ने उसे और घरवालों को बताया कि वह दूल्हे को पहचानता है। वह संजय कसेरा नहीं, असलम खान है।
उसने यह भी बताया कि एक साल पहले वह एक मामले में जेल में था, तब असलम भी वहीं बंद था। पोल खुलते ही शादी समारोह में हंगामा हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के लोग भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने उसकी जमकर लानत-मलामत की। कुछ लोगों ने उसकी पिटाई भी की, लेकिन पुलिस को सौंपे जाने के पहले ही वह स्कॉर्पियो पर बैठकर भाग खड़ा हुआ। उसके साथ आए लोग भी खिसक गए।
हालांकि पुलिस ने मौके से असलम खान की एक ऑल्टो कार, उसके बैग से पुलिस की वर्दी और एक हथियार भी जब्त किए हैं। परिजनों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। बजरंग दल के जिला प्रमुख बजरंग पांडेय ने इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि असलम का क्रिमिनल रिकॉर्ड है। पिछले साल मई 2021 में चास थाने की पुलिस ने ठगी कर पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार जेल भेजा था। वह अन्य कई मामलों में चतरा, रांची और जामताड़ा की जेलों में भी बंद रहा है। यह भी जानकारी मिली है कि उसने पहले भी एक आदिवासी महिला को झांसा देकर उसके साथ शादी रचाई थी।
अपराध
मुंबई : बिना पहचान के सिम बेचने का खेल हुआ खत्म, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई , 21 मई। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बिना दस्तावेज के सिम कार्ड देने वाला युवक गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 75 सिम कार्ड्स और 2 मोबाइल जब्त किए हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम समीर मेहबूब खान है, जिसकी उम्र महज 23 साल है।
पहलगाम हमले के बाद, मुंबई शहर को हाई अलर्ट पर रखने के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच को ऐसे गिरोह की जानकारी मिली जो मोटी रकम लेकर बिना दस्तावेज में सिम कार्ड मुहैया करवाता है। मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी को एक गुप्त सूचना मिली थी कि एक शख्स वीआई, एयरटेल और जियो जैसी टेलीकॉम कंपनियों के अधिकृत सिम कार्ड वितरक के रूप में काम करता है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, इस दौरान आरोपी ग्राहकों की आंखों की स्कैनिंग और अंगूठे के निशान को बार-बार लेकर अवैध रूप से सिम कार्ड जारी कर रहा है। अधिकारी ने आगे बताया कि वह बिना वैध केवाईसी प्रक्रिया पूरी किए सिम कार्ड अधिक कीमत पर बेच रहा था।
इस जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई करने के लिए क्राइम ब्रांच ने एक जाल बुना। एक नकली ग्राहक को तैयार कर समीर के पास भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने उस ग्राहक से बिना किसी वैध दस्तावेज के अधिक पैसे लेकर सिम कार्ड बेच दिया। इसके बाद तुरंत ही आरोपी को हिरासत में लिया गया और उसके पास से सिम कार्ड्स और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए।
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से कई शहर हाई अलर्ट पर हैं। इस दौरान देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों की तलाश की जा रही है और ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकाला जा रहा है।
अपराध
झारखंड के शराब घोटाले में आईएएस विनय चौबे से एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुरू की पूछताछ

रांची, 20 मई। झारखंड में शराब घोटाले में पीई (प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी) दर्ज करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईएएस और तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय कुमार चौबे से पूछताछ शुरू की है।
मंगलवार को एसीबी की टीम उनके आवास पर पहुंची और इसके बाद उन्हें अपने साथ कार्यालय लेकर पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार, उनसे उनके कार्यकाल में झारखंड में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर लागू हुई एक्साइज पॉलिसी की कथित गड़बड़ियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, इस मामले की जड़ें छत्तीसगढ़ से जुड़ी हैं, जहां शराब घोटाले में स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अफसरों और कई बड़े कारोबारियों की भूमिका सामने आई है।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच वहां की आर्थिक अपराध शाखा ने शुरू की थी। इसके बाद ईडी ने भी इस मामले में जांच शुरू की।
ईडी को इस दौरान यह भी जानकारी मिली कि जिस सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला किया, उसी ने झारखंड में भी नई उत्पाद नीति लागू करवाई और यहां भी उसी तर्ज पर घोटाला दोहराया गया।
इसी आधार पर ईडी की छत्तीसगढ़ इकाई ने झारखंड के तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय चौबे को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
पूछताछ के दौरान चौबे ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उत्पाद नीति सरकार की सहमति से लागू की गई थी। बाद में झारखंड के एक व्यक्ति ने छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट ने ही झारखंड में सुनियोजित घोटाला किया।
इसके बाद ईडी ने इसमें ईसीआईआर दर्ज कर जांच शुरू की और अक्टूबर 2024 में आईएएस विनय चौबे सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध शाखा में एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद झारखंड एसीबी ने राज्य सरकार की अनुमति के बाद पीई दर्ज कर जांच शुरू की है।
अपराध
पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बटाला में आईएसआई समर्थित आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़

चंडीगढ़, 20 मई। पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बटाला पुलिस ने छह आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जो आईएसआई के निर्देश पर काम कर रहे थे। ये आतंकी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े हुए थे और इनका मास्टरमाइंड मनिंदर बिल्ला और मन्नू अगवान था।
बटाला पुलिस ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर दी है।
पुलिस के एक्स हैंडल के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकियों की पहचान जतिन कुमार उर्फ रोहन, बरिंदर सिंह उर्फ साजन, राहुल मसीह, अब्राहम उर्फ रोहित, सोहित और सुनील कुमार के रूप में हुई है। इनके पास से एक 30 बोर पिस्तौल बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया कि ये आतंकी बटाला में एक शराब की दुकान पर ग्रेनेड हमला करने की कोशिश कर चुके थे। गिरफ्तार आतंकियों को पुर्तगाल स्थित मनिंदर बिल्ला और बीकेआई मास्टरमाइंड मन्नू अगवान से सीधे निर्देश मिल रहे थे। मन्नू अगवान ने हाल ही में अमेरिका में हैप्पी पासियन की गिरफ्तारी के बाद ऑपरेशनल चार्ज संभाला था।
गिरफ्तार आतंकियों में से एक जतिन कुमार पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसने पुलिस पर गोलियां चलाईं और जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल बटाला में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस और यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे राज्य में आतंकी नेटवर्क को बेअसर करने और शांति और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस आतंकी नेटवर्क के अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे और राज्य की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
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