राजनीति
बढ़ती कीमतें भाजपा की अक्षमता का सबूत : डी.के. शिवकुमार
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि इस साल जनवरी से पेट्रोल की कीमतों में 43 की बढ़ोतरी स्पष्ट रूप से विभिन्न मोचरें पर केंद्र की अक्षमता को दर्शाती है। शिवकुमार ने शनिवार को महामारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
उन्होंने मीडिया को बताया कि देश के कई हिस्सों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये को पार कर गई है, जबकि खाद्य तेल की कीमत भी 220 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है, जो कि आर्थिक गड़बड़ी का एक ज्वलंत उदाहरण है।
केपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा ने जनवरी में 10 बार, फरवरी में 16 बार, मई में 16 बार और जून के पहले सप्ताह में एक बार पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की है, लेकिन मार्च और अप्रैल के महीनों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है और इसके पीछे का कारण समझें।
उन्होंेने कहा कि तेल की कीमतों में मार्च और अप्रैल में वृद्धि नहीं की गई थी, क्योंकि पांच राज्यों में चुनाव थे। उसके बाद पेट्रोल की बार-बार वृद्धि स्पष्ट रूप से आम आदमी के लिए पेट्रोल को सस्ती बनाने के सत्तारूढ़ भाजपा के दृढ़संकल्प की असलियत दर्शाती है।
शिवकुमार ने कहा, “आइए, हम सभी पेट्रोल पंपों पर जाएं और अपने विरोध को चिह्न्ति करने के लिए पंप मशीनों पर पुष्पांजलि अर्पित करें।”
राजनीति
मनसे के लिए अब सीट के मायने नहीं, जीत सुनिश्चित करना जरूरी: यशवंत किल्लेदार

मुंबई, 29 दिसंबर: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को एक बैठक में आगामी बीएमसी चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं का मार्गदर्शन किया। राज ठाकरे ने बताया कि आगामी चुनाव में किस तरह से काम करना है और ऐसी कौन-सी रणनीति अपनानी है, जिससे मनसे के लिए राजनीतिक स्थिति अनुकूल साबित हो सके।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना पार्टी के नेता यशवंत किल्लेदार ने राज ठाकरे के इस मार्गदर्शन के बारे में मीडिया से बातचीत में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज ठाकरे ने हमें पूरे आत्मविश्वास के साथ यह चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। हम लोग इस चुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं।
यशवंत किल्लेदार ने कहा कि निसंदेह इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि मनसे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच 20 साल बाद यह गठबंधन हुआ है। राज ठाकरे ने हमें निर्देश दिया है कि हमें अपनी पुरानी कटुता को भूलकर यह चुनाव लड़ना होगा। हमें इस बात पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना है कि हमारे बीच किन मुद्दों को लेकर मतभेद हैं, किन मुद्दों को लेकर हमारे बीच तकरार है। इसकी जगह पर हमें विकास को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ना होगा, तभी हमारे लिए आगामी दिनों में राजनीतिक स्थिति सकारात्मक हो सकेगी।
यशवंत किल्लेदार के मुताबिक राज ठाकरे ने हमें बताया है कि हो सकता है कि हमारे बीच कई मुद्दों को लेकर तकरार हो, लेकिन इस चुनाव में हमें यह लक्ष्य निर्धारित करना होगा कि हमारे ज्यादा से ज्यादा पार्षद चुनाव जीत सके, ताकि आगे चलकर स्थिति बेहतर हो सके। इसके अलावा हमें इस विवाद में भी नहीं पड़ना है कि किसे कितनी सीटें मिल रही हैं। किसे ज्यादा सीटें मिल रही है और किसे कम? यह सब विषय हमारे लिए अब निरर्थक हैं। अब हम सभी को एकजुट होकर यह लक्ष्य निर्धारित करना होगा कि हम आगामी बीएमसी चुनाव में जीत हासिल कर सके और यह सुनिश्चित करें कि हमारे ज्यादा से ज्यादा पार्षद चुनाव में जीत का झंडा बुलंद करें।
साथ ही उन्होंने चुनाव में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि चुनाव है तो प्रतिस्पर्धा रहेगी ही है, लेकिन हम राजनीति के इस मैदान में हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा को सहर्ष स्वीकार करते हैं।
राजनीति
कांग्रेस ने पीठ में छुरा घोंपा, मुंबई में खाता भी नहीं खोल पाएगी: शिवसेना-यूबीटी प्रवक्ता आनंद दुबे

मुंबई, 29 दिसंबर: शिवसेना-यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र में ‘उद्धव ठाकरे’ के नाम का इस्तेमाल करके फायदा उठाया। बीएमसी चुनाव में अकेले उतरने का फैसला करके कांग्रेस ने शिवसेना-यूबीटी की पीठ में छुरा घोंपा है।
मीडिया से बातचीत में आनंद दुबे ने कहा, “2019 से पहले कांग्रेस डूब चुकी थी, जिसे शिवसेना-यूबीटी ने अपने साथ लेकर उसकी मदद की। लेकिन कांग्रेस ने शिवसेना-यूबीटी का नाम छीनने का काम किया। कांग्रेस मुंबई में भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम के तौर पर काम कर रही है। जब कांग्रेस को पता है कि बीएमसी चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण है, तो अकेले चुनाव क्यों लड़ा जा रहा है?”
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस मुंबई में अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी और सिंगल डिजिट तक सिमट जाएगी। आनंद दुबे ने यह भी कहा कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका समेत पूरे महाराष्ट्र में 28 नगर निगमों के चुनाव हैं। कांग्रेस को एक-दो सीटों के अलावा कहीं और जीत नहीं मिलेगी, क्योंकि मुंबई में कांग्रेस की कोई असली ताकत नहीं है।
एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान के ‘बुर्का वाली मेयर’ वाले बयान पर भी आनंद दुबे ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम करना और विवादित बयान देना वारिस पठान की पुरानी आदत है। अगर उनको बुर्का वाली या पठान-खान मेयर बनाने हैं तो उन्हें पड़ोस के देशों में चले जाना चाहिए।
शिवसेना-यूबीटी के प्रवक्ता ने कि वारिस पठान भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम के तौर पर काम करते हैं। ऐसे समय में उनका बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पूरी मुंबई में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ही मुख्य ताकत बनकर उभरेगी और यहां एक हिंदू और मराठी मेयर होगा।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की ओर से आरएसएस की तारीफ पर आनंद दुबे ने कहा कि कांग्रेस को इस संगठन, उसके अनुशासन और मातृभूमि के प्रति उसके समर्पण से सीखना चाहिए।
आनंद दुबे ने कहा, “आरएसएस पूरे देश में 60-70 लाख से ज्यादा वॉलंटियर्स के जरिए देश की सेवा करता है। हालांकि यह सीधे तौर पर राजनीति में शामिल नहीं है, लेकिन यह पर्दे के पीछे से राजनीतिक पार्टियों को सपोर्ट करता है। आरएसएस इस देश की परंपरा को चलाने वाला सांस्कृतिक और संस्कारी संगठन है। इस संगठन के जैसा कोई नहीं बन सकता है। अगर ऐसे संगठन से कांग्रेस नहीं सीखेगी तो क्या वह खुद से ही सीखेगी, जिसमें अनुशासन और रणनीति का कोई अता-पता नहीं होता है?”
राजनीति
मुंबई में एमएनएस की अहम बैठक, राज ठाकरे ने बीएमसी चुनाव को लेकर की पदाधिकारियों संग चर्चा

मुंबई, 29 दिसंबर: आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे सोमवार को मुंबई में पार्टी के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आज सुबह 9.30 बजे मुंबई के बांद्रा वेस्ट स्थित रंगशारदा ऑडिटोरियम में हुई।
यह बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब शिवसेना (ठाकरे गुट) और एमएनएस के बीच गठबंधन की घोषणा तो हो चुकी है, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
मुंबई महानगरपालिका को छोड़कर राज्य की अन्य नगरपालिकाओं के लिए एमएनएस ने एबी फॉर्म भर दिए हैं। इससे साफ संकेत मिलता है कि मुंबई को लेकर पार्टी अभी अंतिम फैसला नहीं कर पाई है। इसी उलझन और आगे की रणनीति तय करने के लिए राज ठाकरे ने यह अहम बैठक बुलाई।
बैठक में एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने पार्टी नेताओं को आगामी चुनावी रणनीति पर दिशा-निर्देश दिए।
इस बैठक में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की मुंबई इकाई के लगभग सभी प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए। इनमें पार्टी के सीनियर नेता, जनरल सेक्रेटरी, सेक्रेटरी, वाइस प्रेसिडेंट, महिला और पुरुष विभाग अध्यक्ष, विभाग सचिव, महिला और पुरुष सब-डिवीजन अध्यक्ष हैं।
इसके अलावा मुंबई में सक्रिय स्टूडेंट सेना के स्टेट एग्जीक्यूटिव, विभाग अध्यक्ष और पार्टी से जुड़े अन्य संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी भी इस बैठक में मौजूद रहे।
माना जा रहा है कि इस बैठक में मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर गठबंधन की स्थिति, सीट बंटवारे, उम्मीदवारों की रणनीति और जमीनी स्तर पर पार्टी की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
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