राजनीति
यूपी विधानमंडल की कार्यवाही कल तक स्थागित, योगी सहित तमाम नेताओं ने दिवंगत विधायकों को दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी दल सपा तथा कांग्रेस का विधान भवन के बाहर तथा अंदर जमकर हंगामा किया। विधान परिषद में सपा के सदस्य शोक प्रस्ताव के दौरान ही वेल में आ गए। हंगामें के बीच मुख्यमंत्री योगी ने शोक प्रस्ताव रखा। दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में दिवंगत विधायक सुरेश श्रीवास्तव, औरैया विधायक रमेश चंद्र दिवाकर, नवाबगंज विधायक केसर सिंह, सलोन रायबरेली के विधायक दल बहादुर कोरी व विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री के साथ ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने भी दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बसपा दल के नेता गुड्डू जमाली, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने भी दिवगंत विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सपा के नेताओं ने शोक सभा के दौरान भी वेल में आकर पोस्टर लहराया। विधान परिषद में शोर शराबे के बीच कार्यवाई स्थगित की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शोक प्रस्ताव रखने के बाद विधान सभा और विधान परिषद की कार्यवाई शुरू हुई। इस दौरान योगी आदित्यनाथ सरकार के एक राज्य मंत्री पिछले दिनों छह सदस्यों के निधन पर शोक सभा की गई।
सत्र के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष गांव, गरीब, महिलाओं व विकास के हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। हमें उम्मीद है कि सदन में सार्थक चर्चा होगी।
इसके पहले सपा विधायक व एमएलसी सत्र के पहले दिन बैलगाड़ियों से विधानभवन जा रहे थे जिन्हें पुलिस कर्मियों ने रोक लिया। सपा नेता पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण सरकार का विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा सपा कार्यकतार्ओं ने विधानभवन के सामने भी प्रदर्शन किया।
आज पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के विधायक तथा विधान परिषद सदस्य विधान भवन के बाहर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे। मानसून सत्र के पहले दिन महंगाई और बेरोजगारी का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी के विधायक बैलगाड़ी से विधानभवन पहुंचे। सपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। एक हाथ में राष्ट्रध्वज और एक हाथ में समाजवादी पार्टी का झंडा लिए बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी का विरोध कर रहे थे।
इसके बाद सपा के कुछ विधायक विधान भवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद जो भी गेट बंद थे, वहां पर इनका प्रदर्शन शुरू हो गया। मंहगाई तथा महिला के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर इनका आक्रोश काफी बढ़ा है। विधान परिषद सदस्य राजेंद्र चौधरी तथा राजपाल कश्यप के नेतृत्व में यह लोग सड़क पर जमे थे।
कांग्रेस के नेता भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा मोना तथा नेता विधान परिषद दीपक सिंह ने भी विधान भवन में सरकार के खिलाफ प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसी नेता रिक्शा और ठेला लेकर विधानसभा पहुंचे।
सपा विधान मंडल दल के नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे को जोरशोर से उठाएगी। सरकार ने किसानों से किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं किया। खाद-बीज महंगा कर दिया गया। डीजल के दाम बढ़ने से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। तमाम किसानों ने इस सीजन में खेत को खाली छोड़ दिए हैं। अनाज से लेकर दाल तक के दाम बढ़ गए हैं। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से तमाम लोगों ने दम तोड़ दिया। युवाओं को नौकरी देने के वादे पर भी सरकार पूरी तरह से फेल रही है।
राष्ट्रीय समाचार
दुबई से निर्वासित सेलिब्रिटी के विस्फोटक खुलासे के बाद मुंबई ड्रग सिंडिकेट की जांच तेज

drugs
मुंबई: 2022 के मादक पदार्थ तस्करी मामले में, मुंबई पुलिस की घाटकोपर एंटी-नारकोटिक्स सेल (एएनसी) इकाई ने अपनी जांच तेज कर दी है, क्योंकि मुख्य आरोपी, मोहम्मद सलीम मोहम्मद सुहैल शेख, 29, जिसे पिछले महीने के अंत में दुबई से प्रत्यर्पित किया गया था, ने ड्रग सिंडिकेट को बॉलीवुड हस्तियों, राजनेताओं, अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और अंतरराष्ट्रीय पार्टी आयोजकों से जोड़ने वाले विस्फोटक खुलासे किए थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, खंडिया स्ट्रीट निवासी सुहैल ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह भारत और विदेशों में हाई-प्रोफाइल ड्रग पार्टियों का संचालन करता था। जाँचकर्ताओं को इन आयोजनों में फिल्म उद्योग की कई हस्तियों की मौजूदगी का संदेह है। हालाँकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अभी तक किसी पर आरोप नहीं लगाया गया है और इन संबंधों की पुष्टि के लिए जाँच जारी है। अधिकारियों का मानना है कि सुहैल महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में फैले एक बहु-राज्यीय मादक पदार्थ नेटवर्क के “समन्वयक” के रूप में काम करता था।
इस सिंडिकेट का नेतृत्व कथित तौर पर ड्रग माफिया सलीम डोला कर रहा था, जिसके इस समय तुर्की में होने का संदेह है। ये ड्रग्स महाराष्ट्र के सांगली स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में बनाए जाते थे, जिसका प्रबंधन कथित तौर पर डोला के सहयोगी करते थे। जाँच से पता चला कि डोला परिवार दुबई से उत्पादन और वितरण का समन्वय करता था। इंटरपोल ने पहले भी भारतीय अधिकारियों को ताहिर डोला (सलीम डोला का बेटा) और मुस्तफा कुब्बावाला (उसका भतीजा) को यूएई में हिरासत में लेने और निर्वासित करने में मदद की थी।
12 नवंबर को, एक पासपोर्ट एजेंट, 42 वर्षीय मोहम्मद शारिब मोहम्मद इकबाल अंसारी को भी तस्करों को फर्जी दस्तावेज हासिल करने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांचकर्ताओं ने बताया कि सुहैल ने भगोड़ों को फर्जी पासपोर्ट हासिल करने और विदेश में ड्रग सप्लायर्स से संपर्क बनाए रखने में मदद करने की बात कबूल की। उसने यह भी खुलासा किया कि ड्रग से होने वाले मुनाफे का एक हिस्सा हवाला के जरिए अवैध रूप से दुबई भेजा जाता था। एएनसी अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल इन आलीशान पार्टियों का वित्तपोषण करते थे और क्या मशहूर हस्तियां जानबूझकर इनमें शामिल होती थीं। पुलिस ने सुहैल की पांच दिन की अतिरिक्त हिरासत मांगी है।
राजनीति
बिहार में वोट काउंटिंग के बीच इंडिया ब्लॉक के नेता बोले, माहौल महागठबंधन के पक्ष में

नई दिल्ली, 14 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान पूरे होने के बाद शुक्रवार सुबह 8 बजे से ही 243 सीटों के लिए काउंटिंग जारी है। देशभर से विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। समाजवादी पार्टी, राजद और इंडिया ब्लॉक से जुड़े नेता लगातार दावा कर रहे हैं कि इस चुनाव में जनता ने बदलाव के पक्ष में वोट किया है और जल्द ही इसका नतीजा दिखाई देगा।
लखनऊ से सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बिहार के चुनावी परिणाम को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “इंडिया ब्लॉक की सरकार बनेगी। पूरे चुनाव में इंडिया ब्लॉक के पक्ष में जबरदस्त लहर थी। जनता ने सत्ता परिवर्तन और संविधान-लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट डाला है।”
उनके अनुसार, बिहार के मतदाता इस बार पूरी तरह जागरूक होकर मतदान केंद्रों तक पहुंचे हैं और उन्होंने बदलाव का मन बनाया है।
बिहार में कैमूर जिले से राजद उम्मीदवार वीरेंद्र कुशवाहा ने भी दावा किया। उन्होंने कहा कि मतदान के बाद मिली प्रतिक्रियाएं साफ-साफ संकेत दे रही हैं कि जनता सरकार के खिलाफ वोट कर रही है।
उन्होंने कहा, “लोगों से मिला फीडबैक बता रहा है कि उन्होंने बदलाव के लिए वोट दिया है। जल्द ही नतीजे बताएंगे कि जनता ने तेजस्वी प्रसाद यादव के पक्ष में अपना मत डाला है।”
कुशवाहा ने यह भी कहा कि जनता अब रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और बेहतर शासन की उम्मीद के साथ राजद और तेजस्वी यादव पर भरोसा जता रही है।
इंडिया ब्लॉक की ओर से बार-बार यह कहा जा रहा है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और इस बदलाव का नेतृत्व तेजस्वी यादव कर रहे हैं।
एनडीए भी अपनी जीत के प्रति उतना ही आश्वस्त है, लेकिन विपक्ष का कहना है कि जमीनी माहौल कुछ और ही कहानी बता रहा है और नतीजे आने पर यह साफ हो जाएगा कि जनता ने किस दिशा में फैसला किया है।
राजनीति
बिहार चुनाव: एनडीए ने बढ़त बनाई, मोकामा से अनंत सिंह आगे, मंगल पांडेय पीछे

पटना, 14 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए ने बढ़त बना रखी है।
शुरुआती रुझानों में चर्चित सीट मोकामा से जदयू के प्रत्याशी अनंत सिंह ने बढ़त बना ली है, जबकि सीवान से मंत्री मंगल पांडेय पीछे चल रहे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में एनडीए में शामिल भाजपा जहां 48 सीटों पर आगे बढ़ चुकी है, वहीं जदयू ने 47 सीटों पर बढ़त बना ली है।
लोजपा (रामविलास) 13 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने तीन सीटों पर बढ़त बनाई है। महागठबंधन की ओर से राजद 23 सीटों पर बढ़त बना चुकी है, जबकि कांग्रेस सात सीटों पर आगे चल रही है। एआईएमआईएम और वीआईपी ने भी एक सीट पर बढ़त बना ली है।
शुरुआती रुझानों में बेतिया से पूर्व उप मुख्यमंत्री रेणु देवी आगे चल रही हैं, जबकि अलीनगर से मैथिली ठाकुर बढ़त बनाए हुए हैं। राघोपुर से तेजस्वी यादव और तारापुर से सम्राट चौधरी भी आगे चल रहे हैं। शुरुआती रुझानों में एनडीए आगे दिख रही है, हालांकि यह शुरुआती रुझान है।
243 रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) और 243 मतगणना पर्यवेक्षकों की सहायता से, चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों और उनके अधिकृत एजेंटों की उपस्थिति में इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 122 सीटों के लिए मतदान हुआ था, जिसके साथ ही 243 सीटों के लिए मतदान का कार्य समाप्त हो गया था। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है।
प्रदेश में इस समय नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र5 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
