अपराध
प्रवीण नेतारू हत्याकांड में एनआईए ने 20 सदस्यों के खिलाफ दायर की चार्जशीट

नई दिल्ली, 21 जनवरी : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल कर्नाटक में भाजपा के युवा नेता प्रवीण नेतरू की हत्या के मामले में अब प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 20 सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। चार्जशीट बेंगलुरु में एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर की गई है।आतंकवाद विरोधी कार्य प्रवर्तन एजेंसी ने शुक्रवार को पीएफआई के दो सदस्यों, कोडजे मोहम्मद शेरिफ और के.ए.मसूद है।दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया तालुक के बेल्लारे गांव में 26 जुलाई, 2022 को पीएफआई सदस्यों द्वारा नेतरू की हत्या समाज में आतंक फैलाने और लोगों में डर पैदा करने के इरादे से की गई थी।बेल्लारे पुलिस मामले की जांच कर रही थी, जिसे बाद में गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंप दिया था।
एनआईए ने आगे कहा, “जांच से पता चला है कि पीएफआई ने आतंक, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए सर्विस टीम या किलर स्क्वॉड नामक गुप्त टीमों का गठन किया।”कुछ समुदायों और समूहों से संबंधित नेताओं की पहचान करने, उन्हें सूचीबद्ध करने और उन पर निगरानी रखने के लिए इन सेवा दल के सदस्यों को हथियारों के साथ-साथ निगरानी तकनीकों में हमले का प्रशिक्षण दिया था।
चार्जशीट के अनुसार, पीएफआई के सदस्यों और नेताओं की एक बैठक बेंगलुरु शहर, सुलिया टाउन और बेलारे गांव में आयोजित की गई थी, जिला सेवा दल के प्रमुख मुस्तफा पचर को निर्देश दिया गया था कि वे एक विशेष समुदाय के एक प्रमुख सदस्य की पहचान करें और उसे लक्षित करें।निर्देशों के बाद, चार लोगों की पहचान की गई और उनमें प्रवीण नेतारू भी थे। बाद में उन्हें मार दिया गया।चार्जशीट किए गए अभियुक्तों में मुस्तफा पाइचर, के.ए.मसूद , कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबक्कर सिद्दीक, उमर फारूक एमआर और थुफैल एम.एच. वर्तमान में फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी की सूचना के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है।मामले में आगे की जांच जारी है।
अपराध
पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में यूपी का व्यापारी गिरफ्तार

लखनऊ, 19 मई। जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी हुई हरियाणा की यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए जासूसी करने के आरोप में रामपुर से एक व्यवसायी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी की पहचान शहजाद के रूप में हुई है। उसे एसटीएफ की ओर से पाकिस्तान के लिए सीमा पार तस्करी और जासूसी गतिविधियों में शामिल होने की खुफिया जानकारी के आधार पर मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार, शहजाद पाकिस्तान में अपने आकाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी दे रहा था।
एसटीएफ ने एक बयान में कहा कि शहजाद हाल के वर्षों में व्यापार के बहाने कई बार पाकिस्तान गया था। वह कथित तौर पर सीमा पार से कॉस्मेटिक का सामान, कपड़े, मसाले और अन्य सामान की तस्करी में लिप्त था। एजेंसी ने खुलासा किया कि शहजाद अवैध व्यापार की आड़ में आईएसआई के गुप्त अभियानों के लिए काम करता था।
आगे की जांच से पता चला कि शहजाद ने न केवल पाकिस्तानी एजेंटों के साथ रणनीतिक जानकारी साझा की, बल्कि भारत में उनके संचालन को सुविधाजनक बनाने में भी भूमिका निभाई। एसटीएफ के अनुसार, वह भारत में सक्रिय आईएसआई एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड और पैसा मुहैया कराता था।
अधिकारियों को यह भी पता चला कि शहजाद रामपुर और उत्तर प्रदेश के अन्य इलाकों से लोगों को आईएसआई के लिए काम करने के लिए पाकिस्तान भेजने का काम करता था। इन लोगों के लिए वीजा की व्यवस्था आईएसआई एजेंटों द्वारा की जाती थी।
शहजाद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 148 और 152 के तहत पुलिस स्टेशन एटीएस, लखनऊ में एक एफआईआर (संख्या 04/25) दर्ज की गई।
बता दें कि शहजाद से पहले हरियाणा की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी हो चुकी है। हरियाणा पुलिस ने इस सप्ताह की शुरुआत में ज्योति को हिरासत में लिया था। 2023 में दो बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुकीं मल्होत्रा को हरियाणा और पंजाब में फैले जासूसी नेटवर्क से कथित तौर पर जुड़े होने के बाद पांच दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर रखा गया।
अपराध
अमृतसर में 14 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत, मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह गिरफ्तार

अमृतसर, 13 मई। पंजाब के अमृतसर के मजीठा में कम से कम 14 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। इस मामले में पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
मजीठा में नकली शराब मामले के मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू (मुख्य आरोपी प्रभजीत का भाई), साहिब सिंह उर्फ सराय, निवासी मारड़ी कलां, गुर्जंत सिंह और निंदर कौर पत्नी जीता, निवासी थीरेंवाल को गिरफ्तार किया गया है। अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है।
अवैध शराब मामले पर एसएसपी मनिंदर सिंह ने कहा कि सोमवार देर रात सूचना मिली थी कि कई गांवों में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ के बाद पता चला कि मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह शराब को सप्लाई करने का काम करता है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने मुख्य सप्लायर प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार किया। हमने उससे पूछताछ की और किंगपिन सप्लायर साहब सिंह के बारे में पता लगाया। हमने उसे भी हिरासत में ले लिया है। हम इस बारे में जांच कर रहे हैं कि उसने किन-किन कंपनियों से यह शराब खरीदी है। हमें पंजाब सरकार की तरफ से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि नकली शराब के सप्लायरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और इसके चलते छापेमारी जारी है।
साथ ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 105 और 61ए एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस पूरे नकली शराब नेटवर्क की जांच कर रही है।
इस बीच, पंजाब सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। पंजाब सरकार ने पुलिस को आदेश दिया है कि शराब माफियाओं का बख्शा नहीं जाए।
बता दें कि डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने अमृतसर के उन गांवों का दौरा किया है, जहां जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों को चिकित्सा सहायता सुनिश्चित कर रहे हैं।
अपराध
महाराष्ट्र के वाशिम में तनाव, दो पक्षों के बीच पथराव में कई लोग घायल

वाशिम, 13 मई। महाराष्ट्र के वाशिम शहर में दो गुटों के बीच पथराव हुआ है, जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शहर के पाटणी चौक क्षेत्र में देर रात दो गुटों के बीच विवाद हुआ था, बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों पक्षों के बीच पथराव की नौबत आ गई।
पाटणी चौक में हुई घटना का असर बागवानपुरा, डंडे चौक और गणेशपेठ जैसे इलाकों में भी देखने को मिला। देर रात करीब 11 बजे कुछ असामाजिक तत्वों ने घरों और वाहनों पर पथराव कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात पर काबू पाया। पुलिस अधीक्षक अनुज तारे ने इलाके का जायजा लिया। साथ ही प्रशासन ने नागरिकों से किसी भी तरह अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
फिलहाल पूरे क्षेत्र में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। साथ ही पुलिस ने पथराव में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। शहर में इस समय शांति का माहौल है, लेकिन पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
इससे पहले, इसी साल मार्च में नागपुर के महल क्षेत्र में दो गुटों के बीच हिंसा हुई थी। इस हिंसा में उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की थी। इस हिंसा की शुरुआत तब हुई, जब दोनों गुटों के बीच तनाव बढ़ा और स्थिति बेकाबू हो गई। पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ के कारण इलाके में तनाव फैल गया था।
इसके अलावा, जनवरी में महाराष्ट्र के नंदुरबार में दो समूहों के बीच पथराव और आगजनी हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना नंदुरबार सिटी पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर घटी थी। यहां एक ऑटो रिक्शा और बाइक के बीच मामूली टक्कर हुई थी, इसके बाद स्थिति बिगड़ गई, जिससे क्षेत्र में अशांति फैल गई।
कुछ व्यक्तियों ने आगजनी और पत्थरबाजी का प्रयास किया, जिसके कारण नंदुरबार पुलिस को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी। आगजनी-पत्थरबाजी करने वाले कथित तौर पर सामाजिक कार्यकर्ता थे।
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