राजनीति
बिहार की जनता संकट में थी तब विपक्ष के नेता ट्वीट कर रहे थे मदद नहीं : भूपेंद्र यादव

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि आने वाले तीन-चार महीने में चुनाव का कालखंड आएगा। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता, सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर जुटकर पार्टी की सोच को जनता तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में पार्टी डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाते हुए संवाद की परंपरा को जारी रखेगी, क्योंकि राजनीति में जब संवाद समाप्त होता है तो लोकतंत्र को खतरा पैदा हो जाता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने बुधवार को बिहार के डेहरी विधानसभा की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि जब देश कोरोना के संकट से जूझ रहा था, तब बिहार के विपक्ष के नेता सिर्फ ट्वीट करते थे। वे न तो दिल्ली में प्रवासियों की मदद करते थे और न ही बिहार में। ट्वीट तो कहीं से भी बैठकर किया जा सकता है। आज बिहार की जनता को उनसे पूछना चाहिए कि वे संकट की घड़ी में आखिर कहां थे।
भाजपा के राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव ने इस दौरान नीतीश कुमार सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब कोरोना का संकट आया तो केंद्र को चिंता हुई और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने की तमाम योजनाएं शुरू हुईं। यह कहते हुए संतोष है कि केंद्र की अगुवाई में बिहार सरकार ने सभी गरीबों को राशन पहुंचाया। मेरी बिहार के सभी विधानसभाओं के लोगों से बात हुई, सभी ने राज्य सरकार के कार्यों पर प्रसन्नता जाहिर की।
भाजपा के शीर्ष रणनीतिकारों में शुमार भूपेंद्र यादव ने मोदी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि विपक्ष के लोग सवाल उठाते थे कि जनधन खाते का क्या उपयोग होगा। आज 20 करोड़ महिलाओं के खाते मे जनधन खाते के जरिए पांच-पांच सौ रुपये पहुंचे। तीन करोड़ बुजुर्गों और दिव्यांगों को पेशन इसी खाते से मिली। आठ करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि का पैसा मिला तो साढ़े आठ करोड़ उज्जवला योजना की लाभार्थी बहनों को तीन महीने तक निशुल्क सिलिंडर मिलने के साथ सब्सिडी भी उनके खाते में पहुंची।
बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश सरकार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने योजनाओं को बहुत अच्छे से पहुंचाया है। बिहार के प्रवासी भाइयों ने पूरे देश में अपने श्रम से पुरुषार्थ से विकास की यात्रा को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। प्रवासी ही नहीं, बिहार से तमाम प्रतिभाशाली छात्र आईएएएस-आईपीएस बनकर देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। भूपेंद्र यादव ने बताया कि देश के दूसरे हिस्सों में फंसे बिहार के लोगों को लाने के लिए केंद्र ने 15 सौ से ज्यादा ट्रेनें चलाईं। क्योंकि प्रवासियों की तकलीफ सरकार को पता थी।
भाजपा महासचिव ने कहा कि मोदी सरकार ने देश में लंबे समय से अटके बहुत से निर्णय किए। चाहे कश्मीर से 370 हटाने का विषय हो या राम जन्मभूमि पर आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर ट्रस्ट बनाने का विषय हो या फिर तीन तलाक का कानून लाना हो, पीएम मोदी के नेतृत्व में बड़े कार्य हुए है।
अपराध
नवी मुंबई अपराध: विदेश मंत्रालय का अतिरिक्त आयुक्त बनकर फर्जी पहचान पत्र के साथ 27 वर्षीय फर्जी आईएएस अधिकारी गिरफ्तार

crime
नवी मुंबई: रबाले पुलिस ने एक 27 वर्षीय व्यक्ति को आईएएस अधिकारी बनकर विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त आयुक्त होने का दिखावा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान डेनियल डेविड वाघमारे के रूप में हुई है और उसे ऐरोली से गिरफ्तार किया गया, जहाँ वह खुद को एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी बता रहा था।
जाली पहचान पत्र और विजिटिंग कार्ड जब्त
पुलिस ने विदेश मंत्रालय और महाराष्ट्र उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के जाली पहचान पत्र और फर्जी विजिटिंग कार्ड ज़ब्त किए हैं। अधिकारियों को शक है कि उसने इन दस्तावेज़ों का इस्तेमाल करके कई लोगों को ठगा है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत ने बताया, “उससे गहन पूछताछ की जा रही है।”
पुलिस के अनुसार, ऐरोली के सेक्टर-15 स्थित सप्तश्रृंगी अपार्टमेंट्स के निवासी वाघमारे ने आईएएस अधिकारी होने का झूठा दिखावा किया और उसे अक्सर स्कूल और सामुदायिक कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता था, जिसमें ध्वजारोहण समारोह भी शामिल था।
यह मामला तब सामने आया जब ऐरोली विधानसभा (शिवसेना-शिंदे गुट) के उपाध्यक्ष मयूर पाटिल ने वाघमारे के प्रमाणपत्रों की जाँच की। पाटिल के छोटे भाई ने खुलासा किया कि वाघमारे असल में एक कॉल सेंटर में उनके अधीन काम करता था। इसके बाद पाटिल ने रबाले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शुरुआत में वाघमारे ने खुद को एक वरिष्ठ अधिकारी बताकर पुलिस को गुमराह भी किया। हालाँकि, आगे की जाँच में उसके दस्तावेज़ फ़र्ज़ी साबित हुए, जिसके बाद जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोप में उसे गिरफ़्तार कर लिया गया।
जाँचकर्ताओं ने यह भी पाया कि वाघमारे ने सोशल मीडिया पर खुद का प्रचार किया था, अपनी ‘नियुक्ति’ पर बधाई संदेश पोस्ट किए थे, सरकारी दफ्तरों और गाड़ियों में तस्वीरें ली थीं, और यहाँ तक कि एक वीडियो भी पोस्ट किया था जिससे पता चलता था कि उसके पास राजनयिक पासपोर्ट है। गिरफ़्तारी के बाद, उसने इनमें से ज़्यादातर पोस्ट हटा दिए।
पुलिस अब उसकी गतिविधियों की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या उसने उच्च पदस्थ अधिकारी होने की आड़ में और लोगों को ठगा है।
राजनीति
चुनाव आयोग की सीपीआई के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

नई दिल्ली, 28 अगस्त। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) और राजनीतिक दलों के बीच चुनावी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए बैठकों का दौर जारी है। इस बीच, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
ईसीआई के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ने गुरुवार को नई दिल्ली में स्थित निर्वाचन सदन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी. राजा के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आयोग के समक्ष कई सुझाव भी रखे।
चुनाव आयोग ने एक बयान में बताया कि पिछले 150 दिनों में ईसीआई ने विभिन्न स्तरों पर कुल 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की हैं, जिनमें मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) द्वारा 40, जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) द्वारा 800 और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) द्वारा 3,879 बैठकें शामिल हैं। इन बैठकों में 28,000 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय और राज्यीय दलों के नेताओं के साथ 21 से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं, जिनमें भाजपा, बसपा, टीएमसी और आम आदमी पार्टी जैसे राष्ट्रीय दल शामिल हैं।
दरअसल, यह बैठक चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय राजनीतिक दलों के अध्यक्षों के साथ आयोजित की जा रही चर्चाओं का हिस्सा है। इन बैठकों का उद्देश्य रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देना और राष्ट्रीय तथा राज्यस्तरीय दलों के नेताओं को उनके सुझाव और चिंताओं को सीधे आयोग के समक्ष रखने का अवसर प्रदान करना है।
यह पहल आयोग के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो मौजूदा कानूनी ढांचे के तहत सभी हितधारकों के साथ मिलकर चुनावी प्रक्रिया को और मजबूत करने की दिशा में कार्यरत है।
इससे पहले, चुनाव आयोग ने 21 अगस्त को जनता दल (सेक्युलर) के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने आयोग के समक्ष अपने सुझाव पेश किए। इसके अलावा, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू व डॉ. विवेक जोशी ने बीजू जनता दल (बीजद) के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की थी।
दुर्घटना
विरार हादसा: सीएम फडणवीस का ऐलान, ‘मृतकों के परिजनों को मिलेगी 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद’

मुंबई, 28 अगस्त। महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार इलाके में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुख जताया है। साथ ही उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की।
सीएम फडणवीस ने बताया कि एनडीआरएफ की मदद से यह बचाव अभियान 48 घंटों से चल रहा है और अगले कुछ ही घंटों में पूरा कर लिया जाएगा। अब तक 9 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
महाराष्ट्र सीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विरार इलाके में इमारत ढहने की दुर्घटना में 17 लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। सभी परिवारों के दुःख में अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। एनडीआरएफ की मदद से यह बचाव अभियान 48 घंटों से चल रहा है और अगले कुछ घंटों में पूरा हो जाएगा। अब तक 9 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।”
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पोस्ट में लिखा, ”विरार इलाके में इमारत ढहने की दुर्घटना में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और कुछ घायल हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले सभी नागरिकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। मैं उनके परिवारों के दुख में शामिल हूं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। सभी एजेंसियों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया है और पिछले 48 घंटों से एनडीआरएफ की टीमों की मदद से यह कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के स्वास्थ्य में शीघ्र सुधार हो।”
मुंबई में विरार ईस्ट के नारंगी इलाके में बुधवार को एक अनधिकृत चार मंजिला इमारत का एक हिस्सा अचानक ढह गया था। हादसे में अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं।
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