राष्ट्रीय
पेटीएम तीसरी तिमाही परिणाम: राजस्व 89 प्रतिशत बढ़कर 1456 करोड़ रुपये हुआ, घाटा कम होने के साथ वित्तीय सेवाओं में तेजी

वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के स्वामित्व वाली पेटीएम, जो भारत की अग्रणी डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी है, ने वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही के परिणाम साझा किए हैं।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान, कंपनी ने अपना राजस्व 89 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,456 करोड़ रुपये दर्ज किया है। वहीं कंपनी का ईबीआईटीडीए घाटा (ईएसओपी खर्च से पहले) पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 488 करोड़ रुपये से घटकर 393 करोड़ रुपये हो गया है। यह राजस्व वृद्धि उच्च मुद्रीकरण और एमडीआर असर वाले उपकरणों, नए उपकरण सदस्यता (डिवाइस सब्सक्रिप्शन) और ऋण संवितरण के माध्यम से व्यापारी भुगतान (मर्चेंट पेमेंट्स) में वृद्धि के कारण हुई है।
कंपनी ने अपने औसत मासिक लेन-देन करने वाले यूजर्स को 6.44 करोड़ और 2.5 लाख करोड़ रुपये का जीएमवी भी दर्ज किया है।
पेटीएम के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमारा व्यवसाय उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए भुगतान की पेशकश करना है और उन्हें उच्च-मार्जिन वाली वित्तीय सेवाओं और वाणिज्य को क्रॉस-सेल करना है। हम बिल भुगतान, मनी ट्रांसफर और ऑफलाइन मर्चेंट भुगतान के लिए अपने उपभोक्ता ऐप पर ग्राहकों को प्राप्त करते हैं और उन्हें पेटीएम पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पेटीएम वॉलेट, पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट और पेटीएम पोस्टपेड) और पेटीएम यूपीआई की पेशकश करते हैं। हम क्यूआर भुगतान, ईडीसी और साउंडबॉक्स उपकरणों और पेमेंट गेटवे (ऑनलाइन व्यापारियों के लिए) के लिए व्यापारियों का अधिग्रहण करते हैं। हम अपने ग्राहकों और व्यापारियों को विभिन्न वित्तीय उत्पादों की पेशकश करने के लिए अपने मंच से अंतर्²ष्टि (इनसाइट्स) का उपयोग करते हैं। हम अपने व्यापारियों को पेटीएम ऐप का उपयोग करके वाणिज्य को सक्षम करने में मदद करने के लिए उच्च-मार्जिन वाली वाणिज्य और क्लाउड सेवाएं भी प्रदान करते हैं।”
उपभोक्ताओं को भुगतान सेवाओं से कंपनी का राजस्व 60 प्रतिशत बढ़कर 406 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि व्यापारियों को भुगतान सेवाओं से राजस्व 117 प्रतिशत बढ़कर 586 करोड़ रुपये हो गया है। क्लाउड और वाणिज्य सेवाओं का राजस्व भी 64 प्रतिशत बढ़कर 339 करोड़ रुपये हो गया है।
प्लेटफॉर्म लीवरेज पर चल रही वित्तीय सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है।
कंपनी के तीसरी तिमाही के नतीजों का एक बड़ा हिस्सा उसकी वित्तीय सेवाओं में तेजी के रूप में देखा गया। कंपनी ने कुल 2,181 करोड़ रुपये (366 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि) के कुल मूल्य के 44 लाख ऋण (401 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि) का वितरण किया।
कंपनी का क्रेडिट व्यवसाय तीन मुख्य कार्यक्षेत्रों में फैला है – पेटीएम पोस्टपेड (अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें), व्यापारी ऋण और व्यक्तिगत ऋण है, जो कि तेजी से बढ़ा है। वितरित किए गए पोस्टपेड ऋणों की संख्या वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष 407 प्रतिशत बढ़ी, जबकि पोस्टपेड ऋणों का मूल्य वर्ष-दर-वर्ष 408 प्रतिशत बढ़ा।
कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, वितरित किए गए व्यक्तिगत ऋणों की संख्या वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष 1,187 प्रतिशत बढ़ी, जबकि व्यक्तिगत ऋणों का मूल्य वर्ष-दर-वर्ष 1,925 प्रतिशत बढ़ा। हम क्रॉस-सेल की एक महत्वपूर्ण संभावना देखते हैं, क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक व्यक्तिगत ऋण हमारे मौजूदा पेटीएम पोस्टपेड यूजर्स को वितरित किए गए थे। 12-14 महीनों के औसत कार्यकाल के साथ औसत टिकट का आकार 80,000-90,000 के बीच रहा।
इसके अतिरिक्त, वितरित किए गए मर्चेंट ऋणों की संख्या वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष 38 प्रतिशत बढ़ी, जबकि मर्चेंट ऋणों का मूल्य वर्ष-दर-वर्ष 128 प्रतिशत बढ़ा। नए ऋण लेने वालों को 25 प्रतिशत से अधिक ऋण वितरित किए गए। औसत टिकट का आकार लगातार बढ़ रहा है, जो अब 12-14 महीनों के औसत कार्यकाल के साथ 120,000-140,000 रुपये है। 25 प्रतिशत व्यापारियों ने एक से अधिक बार ऋण लिया है, जिसमें दोहराए गए ऋणों में बेहतर वृद्धि देखी गई है।
अंशदान लाभ में भी छह गुणा वृद्धि दर्ज की गई है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 और वित्त वर्ष 2022 के बीच अपने अंशदान या योगदान लाभ में एक सकारात्मक परिवर्तन देखा है। तीसरी तिमाही वित्त वर्ष 2022 के लिए 454 करोड़ रुपये का योगदान लाभ 560 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। राजस्व के प्रतिशत के रूप में कंपनी के खर्च में भी तेजी से कमी आ रही है।
अंतरराष्ट्रीय
मानवता की हत्या: एनसीपी ने ब्रिक्स में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा का समर्थन किया

नई दिल्ली, 7 जुलाई। ब्रिक्स नेताओं द्वारा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा करने के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित राजेंद्र पवार ने प्रस्ताव का समर्थन किया और इसे “मानवता की हत्या” कहा, साथ ही आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करने की सार्वभौमिक जिम्मेदारी पर जोर दिया।
“यह वास्तव में मानवता की हत्या है। जब भी किसी देश का नागरिक आतंकवाद या ऐसे किसी कृत्य का शिकार होता है, तो यह मानवता पर हमला होता है। आतंकवाद का किसी भी रूप में समर्थन नहीं किया जा सकता। जो कहा गया वह सच है, भारत में हाल ही में हुआ हमला निश्चित रूप से मानवता पर हमला था,” रोहित पवार ने कहा।
पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा अंजाम दिया गया यह हमला राजनीतिक नेताओं सहित रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी तीखी निंदा कर रहा है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक रुख की पुष्टि की गई।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता मनोज कुमार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के जवाबी हमलों के दौरान स्थिति से निपटने पर निराशा व्यक्त की और पाकिस्तान के साथ समझौते तक पहुँचने में कथित बाहरी हस्तक्षेप पर चिंता व्यक्त की।
“पूरी दुनिया ने इसकी निंदा की। लेकिन मैं पूछना चाहता हूँ: जब हमारी सेना इन आतंकवादियों को खत्म करने के लिए मजबूती से आगे बढ़ रही थी, तो उसे क्यों रोका गया?” उन्होंने पूछा।
“रोकने का आदेश किसने दिया? ट्रम्प ने ट्वीट करके अभियान को रोकने के लिए दबाव क्यों डाला? और आतंकवाद के केंद्र पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते देखना इससे अधिक शर्मनाक क्या हो सकता है? एक संप्रभु राष्ट्र को इस तरह से काम नहीं करना चाहिए। ऐसा लगता है कि अब देश को हमारे प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि ट्रम्प चला रहे हैं। पहलगाम हमला भयानक था और दुनिया इसके लिए जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं करेगी।”
ब्रिक्स नेताओं द्वारा अपनाए गए रियो डी जेनेरियो घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई, जिसमें सीमा पार आतंकवाद, इसके वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों से निपटने की उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।
घोषणापत्र के पैराग्राफ 34 में कहा गया है, “हम 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं… हम आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही, आतंकवाद के वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों सहित सभी रूपों में आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।” ब्रिक्स नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद को किसी धर्म, जातीयता या राष्ट्रीयता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और सभी अपराधियों और उनके समर्थकों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय
भारत की नई उड़ान : स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए शुभांशु शुक्ला, फ्लोरिडा से एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च

नई दिल्ली, 25 जून। भारत ने अंतरिक्ष की ओर नई उड़ान भरी है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए हैं। फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में कॉम्प्लेक्स 39ए से एक्सिओम-4 मिशन को लॉन्च किया गया। शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम स्पेस के एक मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकले हैं।
सफल लॉन्चिंग के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया के जरिए अपडेट दिया। नासा ने ‘एक्स’ पर लिखा, “हमने एक्सिओम मिशन 4 की उड़ान भरी है। एक्स-4 मिशन 25 जून को सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार, दोपहर 12:01 बजे) पर लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भर गया, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक के मिशन के लिए स्पेस स्टेशन पर गए।”
एक्सिओम स्पेस ने भी पोस्ट किया है, जिसने लिखा, “एएक्स-4 के लिए उड़ान। एएक्स-4 का चालक दल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है।”
इस मिशन में शामिल स्पेसएक्स ने जानकारी दी कि ड्रैगन फाल्कन 9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है। नासा ने अंतरिक्ष यान के अलग होने की पुष्टि की। नासा ने लिखा, “अपने स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरते हुए एएक्स-4 के चालक दल स्पेस स्टेशन की अपनी यात्रा के एक कदम और करीब आ गए हैं।”
फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च होने के बाद क्रू नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर ऑर्बिटिंग प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। ये 14 दिन का मिशन है। शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और नासा के संयुक्त सहयोग से विकसित उन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करेंगे।
बेटे को अंतरिक्ष में उड़ान भरते हुए देखकर शुभांशु शुक्ला का परिवार काफी भावुक हो गया। शुभांशु की मां की आंखों में आंसू भर आए। लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के माता-पिता ने एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग की लाइव तस्वीरें देखीं। मिशन के उड़ान भरने पर वे जश्न मनाते हुए नजर आए।
राजनीति
गुजरात में भारी बारिश का कहर, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

अहमदाबाद, 23 जून। गुजरात में मानसून ने पिछले 24 घंटों में जमकर कहर बरपाया है। राज्य के 159 तालुकों में हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति देखने को मिली।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर के अनुसार, जामनगर के जोडिया में सबसे ज्यादा 7.17 इंच बारिश हुई, इसके बाद मेन्दरदा (5.7 इंच), अमीरगढ़ (5.0 इंच), केशोद (4.9 इंच), कलावड (4.6 इंच) और पालसाना (5.6 इंच) में भारी बारिश हुई।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है।
अमरेली, भावनगर, नवसारी, वलसाड, बोटाड, अरावली, महिसागर, दाहोद, वडोदरा, आनंद, भरूच और पंचमहल जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, बनासकांठा, साबरकांठा, तापी, सूरत, डांग, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, राजकोट, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, छोटा उदेपुर और नर्मदा में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
24 जून को सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 16 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। अमरेली, भावनगर, नवसारी और वलसाड के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि राजकोट, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, वडोदरा, छोटा उदेपुर, पंचमहल और दाहोद के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
25 जून को अरावली, महिसागर, दाहोद, पंचमहल, छोटा उदेपुर, नवसारी, वलसाड, भावनगर और अमरेली के लिए ऑरेंज अलर्ट है। पोरबंदर, जूनागढ़, बोटाड, आनंद, अहमदाबाद, गांधीनगर और साबरकांठा में भी अच्छी बारिश हो सकती है। 26 से 28 जून तक पूरे गुजरात में बारिश, गरज और बिजली के साथ मानसून का असर बना रहेगा।
राज्य सरकार ने स्थिति पर नजर रखने और आपातकालीन तैयारियों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन को जलभराव, अचानक बाढ़ और परिवहन व बुनियादी ढांचे में व्यवधान की आशंका के लिए अलर्ट रहने को कहा गया है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात हैं, खासकर ऑरेंज और रेड अलर्ट वाले इलाकों में। कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय हैं और स्थानीय प्रशासन को जल निकासी, बांधों के स्तर की निगरानी और जरूरत पड़ने पर निकासी का निर्देश दिया गया है।
स्वास्थ्य, बिजली और जल आपूर्ति विभाग भी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।
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