राजनीति
पी. चिदम्बरम ने राजनीतिक दलों को अग्निवीर योजना का राजनीतिकरण न करने के चुनाव आयोग के निर्देश को चुनौती दी; ऐसा करने के लिए कांग्रेस के अधिकार का दावा करता है।
नई दिल्ली: भारत के चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस को अग्निवीर जैसे मामलों पर टिप्पणी करके रक्षा बलों का “राजनीतिकरण” न करने का निर्देश देने के एक दिन बाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि चुनाव आयोग ने गलत जवाब दिया है। ऐसे निर्देश, यह कहते हुए कि यह विपक्षी राजनीतिक दल का अधिकार है।
“ईसीआई ने कांग्रेस पार्टी को अग्निवीर योजना का ‘राजनीतिकरण’ न करने का निर्देश देकर गलत किया है। ‘राजनीतिकरण’ का क्या मतलब है? क्या ईसीआई का मतलब ‘आलोचना’ है? अग्निवीर एक योजना है, सरकार की नीति का एक उत्पाद है। यह है एक विपक्षी राजनीतिक दल को सरकार की किसी नीति की आलोचना करने और यह घोषणा करने का अधिकार है कि अगर सत्ता में आए तो योजना को खत्म कर दिया जाएगा,” चिदंबरम ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा।
पी.चिदंबरम ने अग्निवीर योजना की खामियों पर प्रकाश डाला
जून 2022 में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा अनुमोदित अग्निवीर योजना की खामियों को उजागर करते हुए, जिसमें चयनित उम्मीदवारों को चार साल के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाता है, चिदंबरम ने इस पहल की आलोचना करते हुए कहा कि “अग्निवीर सैनिकों की दो श्रेणियां बनाता है जो एक साथ लड़ते हैं, और यह गलत है कि अग्निवीर को नियुक्त किया जाता है एक जवान आदमी को चार साल तक बिना नौकरी और बिना पेंशन के बाहर निकाल दिया जाता है, और यह गलत है”।
उन्होंने कहा, “अग्निवीर का सेना ने विरोध किया था, फिर भी सरकार ने इस योजना को सेना पर थोप दिया, और यह गलत है। इसलिए, अग्निवीर योजना को खत्म किया जाना चाहिए।”
उन्होंने आगे चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी को दिशा देने में ईसीआई बेहद गलत थी और एक नागरिक के रूप में, यह कहना मेरा अधिकार है कि ईसीआई बेहद गलत था”।
भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों को मर्यादा बनाए रखने के लिए औपचारिक नोटिस जारी किया।
भारत के चुनाव आयोग ने बुधवार को भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों को अपने प्रवचन को सही करने, सावधानी बरतने और शिष्टाचार बनाए रखने के लिए औपचारिक नोट जारी किए।
अग्निवीर योजना पर बोलते हुए, चुनाव निकाय ने कांग्रेस प्रचारकों या उम्मीदवारों से रक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान नहीं देने को कहा है।
राजनीति
बीएमसी चुनाव: एनसीपी ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की, मुंबई में लगातार दूसरे दिन हुई बैठक

मुंबई, 27 दिसंबर: बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनावों में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। महायुति में सीट बंटवारे पर सहमति न बनने की स्थिति में एनसीपी ने मुंबई में अलग बैठक बुलाई है और उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की गई है।
एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने शनिवार को कहा कि पिछले तीन दिनों से सबके साथ बैठकें चल रही हैं और इस बारे में सारी जानकारी अजित पवार को बता दी गई है। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर की शाम तक स्थिति बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगी और उस दिन दोपहर 3 बजे सीटों को लेकर घोषणा की जाएगी।
सुनील तटकरे ने यह भी कहा कि एनडीए में शामिल होने का नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी का फैसला फायदेमंद रहा है। राज्य के लोगों ने इस फैसले का समर्थन किया है और यह बदला नहीं जाएगा।
वहीं, एनसीपी विधायक सना मलिक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महायुति में हमारे प्रस्तावों पर बात आगे नहीं बढ़ी। इस स्थिति में हमने अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी की है। उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी चर्चा हुई है और कार्यकर्ताओं को हर स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
सना मलिक ने बताया कि बैठक में 62-65 सीटों पर लड़ने के लिए पार्टी की बैठक में चर्चा हुई है। पुराने साथी भी साथ लड़ने के लिए आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं में भी जोश है। इस सबको देखते हुए पार्टी तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। एनसीपी पूरी ताकत के साथ बीएमसी चुनाव में उतरेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि महायुति के साथ मिलकर लड़ने के बारे में पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा।
पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने बैठक के बारे में बताया कि सुनील तटकरे के नेतृत्व में बैठक हुई थी, जिसमें संभावित जीत वाली सीटों को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर पार्टी नेतृत्व की तरफ से फैसला होना है, लेकिन मुंबई में पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश है और हम अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहे हैं।
जीशान सिद्दीकी ने कहा कि मुंबई की जनता हमारे साथ है और बीएमसी चुनाव में एनसीपी अपना झंडा जरूर लहराएगी।
राजनीति
महाराष्ट्र: छत्रपति संभाजीनगर में एआईएमआईएम के टिकट को लेकर बवाल, पुलिस ने दर्ज किया मामला

FIR
मुंबई, 27 दिसंबर: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर का सियासी माहौल इन दिनों काफी गरमाया हुआ है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में टिकट वितरण को लेकर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। वार्ड नंबर 12 से उम्मीदवार की घोषणा के बाद पार्टी के दो गुट आमने-सामने आ गए, जिसके चलते रैली के दौरान जमकर हंगामा और धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया।
जानकारी के अनुसार, एमआईएम ने हाल ही में छत्रपति संभाजीनगर शहर के 8 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इनमें वार्ड नंबर 12 से मोहम्मद असरार को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार बनाया गया। शुक्रवार शाम मोहम्मद असरार ने किराडपुरा इलाके से चुनावी रैली निकाली थी। इसी दौरान टिकट न मिलने से नाराज पूर्व नगरसेविका नसीम बी के बेटे हाजी इसाक खान के समर्थकों ने रैली को रोक दिया, जिससे विवाद शुरू हो गया।
बताया जा रहा है कि रैली रोकने के बाद दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच पहले कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई। इस दौरान कुछ लोगों के साथ हाथापाई की गई। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और चर्चा का विषय बना हुआ है। उम्मीदवारी को लेकर जवाब मांगने के दौरान दोनों गुटों के समर्थक आमने-सामने आ गए और जोरदार नारेबाजी शुरू हो गई।
हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि मोहम्मद असरार को रैली बीच में ही रोकनी पड़ी। घटना के बाद किराडपुरा इलाके में कुछ समय के लिए दहशत का माहौल बन गया। स्थिति बिगड़ते देख दोनों पक्ष जिन्सी पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने अफसर खान हुसैन खान की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ अदखलपात्र मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल इलाके में शांति बनी हुई है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि हाजी इसाक खान पिछले करीब 10 वर्षों से क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में एआईएमआईएम द्वारा किसी दूसरे कार्यकर्ता को टिकट दिए जाने से समर्थकों में नाराजगी है। खुद हाजी इसाक खान ने भी कहा है कि यदि उन्हें एआईएमआईएम से टिकट नहीं मिलता है, तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरेंगे।
राष्ट्रीय समाचार
बिहार: कमरे में अंगीठी जलाना पड़ा महंगा, दम घुटने से चार की मौत

CRIME
छपरा, 27 दिसंबर: बिहार के सारण जिले के भगवान बाजार थाना क्षेत्र में एक घर के लोगों को ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोना महंगा पड़ गया। अंगीठी के धुएं से दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, यह हादसा अंबिका भवानी कॉलोनी, भारत मिलाप चौक के पास हुआ। ठंड से बचने के लिए घर के अंदर जलाई गई अंगीठी से निकले जहरीले धुएं ने एक ही परिवार के चार लोगों की जान ले ली, जबकि पांच अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों में एक वृद्ध महिला और तीन मासूम बच्चे शामिल हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि परिवार के सदस्य रात में ठंड अधिक होने के कारण कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए। बंद कमरे में अंगीठी का धुआं फैलने से गैस जमा हो गई, जिससे सभी लोग बेहोश हो गए। उन्होंने बताया कि रात में इस घटना की किसी को जानकारी नहीं हो पाई। शनिवार सुबह जब अन्य लोगों ने अपने कमरे का दरवाजा खोला तो कुछ लोग अचेत अवस्था में मिले, जबकि चार की मौत हो चुकी थी।
मृतकों में कमलावती देवी (70), तेजांश (3), मासूम अध्या, और नौ माह की गुड़िया शामिल हैं।
भगवान बाजार थाना के पुलिस अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। उन्होंने बताया कि इस हादसे में पांच अन्य लोग बेहोश हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। लोगों की स्थिति नाजुक देखते हुए इन्हें अन्य स्थानों के लिए रेफर कर दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रथम दृष्टया मौत अंगीठी के उठे धुएं से दम घुटना ही प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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