Connect with us
Wednesday,21-May-2025
ताज़ा खबर

अंतरराष्ट्रीय

आईएसएस को विकिरण जोखिम से बचाने के लिए नासा की टीम ने विकसित की तकनीक

Published

on

नासा के शोधकर्ताओं की एक टीम ने भविष्य के अन्वेषण मिशनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर विकिरण जोखिम की भविष्यवाणी करने के लिए एक तकनीक विकसित की है। अंतरिक्ष विकिरण तीन प्राथमिक स्रोतों से उत्पन्न होता है: पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में फंसे कण, सौर ज्वालाओं के दौरान अंतरिक्ष में गोली मारने वाले कण, और गांगेय ब्रह्मांडीय किरणें, जो हमारे सौर मंडल के बाहर उत्पन्न होती हैं।

जर्नल नेचर-साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों के आईएसएस मेडिकल मॉनिटरिंग अध्ययन के परिणाम प्रदर्शित करते हैं कि पृथ्वी पर विकिरण जोखिम के लिए एक व्यक्तिगत अंतरिक्ष यात्री के डीएनए की संवेदनशीलता अंतरिक्ष यान के दौरान उनके डीएनए की प्रतिक्रिया की भविष्यवाणी कैसे कर सकती है जैसा कि उनके गुणसूत्रों में परिवर्तन द्वारा मापा जाता है।

नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर से होंगलू वू ने कहा, हम जानना चाहते थे कि क्या अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में विकिरण जोखिम क्षति का पता लगाना और मापना संभव है, और अगर उम्र, लिंग और अन्य कारकों के आधार पर अंतर थे जिन्हें अंतरिक्ष में जाने से पहले मापा जा सकता था।

वू ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, हम उम्मीद करते हैं कि इन मापों का उपयोग अंतरिक्ष यात्रियों को विकिरण से बचाने के तरीकों को विकसित करने और तुलना करने में मदद करने के लिए किया जाएगा।

अध्ययन में तीन प्रमुख माप शामिल थे। अंतरिक्ष यात्रियों के स्टेशन पर जाने से पहले, शोधकतार्ओं ने उनकी बेसलाइन क्रोमोसोमल स्थिति का आकलन करने के लिए उनकी रक्त कोशिकाओं की जांच की, जिसके खिलाफ भविष्य में होने वाले किसी भी बदलाव को मापा जा सकता है।

इन रक्त के नमूनों को जानबूझकर पृथ्वी पर गामा-किरण विकिरण के संपर्क में लाया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनकी कोशिकाओं ने कितनी आसानी से गुणसूत्र परिवर्तन जमा किए हैं।

फीवसन ने कहा, यह देखने के लिए सभी रक्त नमूनों का विश्लेषण करने के लिए एक सांख्यिकीय विधि विकसित करना एक दिलचस्प चुनौती थी कि क्या अंतरिक्ष यात्री की रेडियोसक्रियता के पूर्व-उड़ान स्तर वास्तव में उनके स्पेसफ्लाइट-प्रेरित गुणसूत्र परिवर्तनों की भविष्यवाणी करने में भूमिका निभाते हैं।

डेटा का विश्लेषण करने के बाद, शोधकर्ताओं ने पाया कि पुराने क्रू सदस्यों में बेसलाइन क्रोमोसोमल अनियमितताओं के उच्च स्तर थे, और पुराने अंतरिक्ष यात्रियों की रक्त कोशिकाएं युवा क्रू सदस्यों की तुलना में क्रोमोसोमल परिवर्तन विकसित करने के लिए अधिक संवेदनशील थीं।

नतीजे बताते हैं, जमीन पर गामा विकिरण द्वारा निर्धारित उच्च अंतर्निहित संवेदनशीलता वाले चालक दल के सदस्यों को कम संवेदनशीलता वाले लोगों की तुलना में उनके बाद के रक्त के नमूने में उनके गुणसूत्रों में उच्च स्तर के परिवर्तन देखने की संभावना थी।

यह आंशिक रूप से इसलिए है क्योंकि युवा अंतरिक्ष यात्रियों का जीवनकाल अधिक शेष होता है और वे विकिरण के संपर्क में आने से कैंसर विकसित करने के लिए पर्याप्त समय तक जीवित रह सकते हैं; कैंसर होने के लिए विकिरण के संपर्क में आने के बाद आमतौर पर पांच से 20 साल या उससे अधिक समय लगता है।

नासा का मानव अनुसंधान कार्यक्रम अंतरिक्ष विकिरण जोखिम के परिणामों को कम करने में मदद करने के लिए फार्मास्यूटिकल्स और प्रारंभिक रोग पहचान तकनीक जैसे चिकित्सा प्रतिवाद के क्षेत्र में अनुसंधान करना चाहता है।

अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तानी पीएम ने नूर खान एयरबेस पर भारत के हमले की बात स्वीकारी, भाजपा ने दिखाए सबूत!

Published

on

नई दिल्ली, 17 मई। भारत की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की गूंज पाकिस्तान के सैन्य हलकों में भी सुनाई दे रही है, जो भारतीय सशस्त्र बलों की अद्वितीय सटीकता और रणनीतिक सैन्य कौशल को दर्शाता है।

इस ऑपरेशन की सफलता ने पाकिस्तान के नेतृत्व को आश्चर्यचकित कर दिया, यहां तक कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी स्वीकार किया कि नूर खान एयर बेस पर हमला हुआ था।

9 और 10 मई की मध्य रात्रि को 2:30 बजे प्रधानमंत्री शरीफ को जनरल असीम मुनीर ने अचानक जगाया और उन्हें पाकिस्तानी क्षेत्र में भारतीय सेना की ओर से किए गए एयर स्ट्राइक के बारे में बताया।

भाजपा के राष्ट्रीय आईटी विभाग के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि पाक पीएम शरीफ ने स्वयं नूर खान एयर बेस और अन्य स्थानों पर बमबारी की बात स्वीकार की है।

उन्होंने इस घटना को ऑपरेशन सिंदूर की साहस और दक्षता का प्रमाण बताया।

अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद माना है कि जनरल असीम मुनीर ने उन्हें रात 2:30 बजे फोन करके बताया कि भारत ने नूर खान एयर बेस और कई अन्य स्थानों पर बमबारी की है। यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के स्केल, सटीक लक्ष्य और साहस के बारे में बहुत कुछ बताता है।”

पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किए गए इस ऑपरेशन में भारत ने रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस सहित प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर निर्णायक हवाई हमले किए।

इस हमले के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता, क्योंकि यह बेस – जिसे पहले पीएएफ चकलाला के नाम से जाना जाता था – पाकिस्तान के एयर मोबिलिटी कमांड के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता है, जिसमें साब एरीये (हवाई प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली), सी-130 परिवहन विमान और आईएल-78 हवाई ईंधन भरने वाले टैंकर मौजूद हैं।

यह पाकिस्तान के लिए एक गंभीर रणनीतिक झटका है, जिससे पाकिस्तान की तीव्र सैन्य कार्रवाई करने की क्षमता काफी सीमित हो जाएगी।

रिपोर्ट्स से पता चलता है कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें रनवे, रडार स्थल, विमान हैंगर और कमांड सेंटर को निशाना बनाया गया।

सेटेलाइट से मिली तस्वीरों से पता चला है कि पाकिस्तान को भारी क्षति हुई है। भारत ने मात्र 25 मिनट में 24 मिसाइलें दागीं और सफलतापूर्वक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय

‘सिंधु जल संधि’ खत्म करने से तिलमिलाया पाकिस्तान, भारत को पत्र लिखकर की फैसले पर पुनर्विचार की अपील

Published

on

इस्लामाबाद, 15 मई। पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘सिंधु जल संधि’ को खत्म करने से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है। पाकिस्तान ने भारत से ‘सिंधु जल संधि’ को लेकर उठाए गए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।

पाकिस्तान ने भावी संकट को देखते हुए भारत से मदद की गुहार लगाई है। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से पाकिस्तान में संकट खड़ा हो जाएगा।

पाकिस्तान के समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, जल संसाधन सचिव सैयद अली मुर्तजा ने बुधवार को भारत के जल संसाधन सचिव को पत्र लिखकर कहा कि सिंधु जल संधि में कहीं भी इसे निलंबित करने की बात का समर्थन नहीं है।

जल संसाधन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारत द्वारा निलंबन को सही ठहराने के लिए इस्तेमाल की गई भाषा संधि में कहीं नहीं मिलती।

पाकिस्तान ने कहा कि सिंधु जल संधि अपने मूल रूप में वैध है और इसमें एकतरफा बदलाव या निलंबन का कोई नियम नहीं है।

सूत्रों के अनुसार, नियम के मुताबिक पाकिस्तान द्वारा लिखा गया यह पत्र विदेश मंत्रालय भेज दिया गया है। उन्होंने भारत से फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की है।

इससे पहले, पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते हैं। बताया जा रहा है कि भारत अब तीनों नदियों के पानी का अपने लिए इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। इस पर तुरंत काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने आदमपुर एयरबेस पहुंचकर भारतीय जवानों की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, “आपके पराक्रम की वजह से आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज हर कोने में सुनाई दे रही है। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान हर भारतीय आपके साथ खड़ा रहा। हर भारतीय की प्रार्थना आप सभी के साथ रही। आज हर देशवासी अपने सैनिकों, उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ है, उनका ऋणी है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है। ये भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है।”

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में विदेशी रक्षा अताशे को जानकारी देगा भारत

Published

on

नई दिल्ली, 13 मई। भारत मंगलवार दोपहर 3:30 बजे नई दिल्ली में विभिन्न देशों के रक्षा अताशे (डीए) को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तकनीकी विवरण से अवगत कराएगा, जो देश का हाल ही में हुआ आतंकवाद विरोधी सैन्य अभियान है।

भारतीय सशस्त्र बल महत्वपूर्ण जानकारी और परिचालन डेटा साझा करेंगे, जिसमें स्वदेशी वायु रक्षा प्रणालियों की परफॉर्मेंस और 7 से 10 मई के बीच किए गए स्ट्राइक मिशन के परिणाम शामिल हैं।

सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस सत्र में कई घटनाक्रमों पर चर्चा होगी, जिसमें भारत के वायु रक्षा बलों द्वारा चीनी और तुर्किये निर्मित ड्रोनों और पीएल-15 मिसाइलों को नष्ट करना शामिल है, जिससे भारतीय हवाई क्षेत्र में किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सका।

यह कदम सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के मीडिया को संबोधन के एक दिन बाद उठाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में मिले बजटीय और नीतिगत समर्थन ने एक मजबूत बहु-स्तरीय वायु रक्षा ग्रिड बनाने में मदद की। यह प्रणाली 9 और 10 मई को पाकिस्तान के जवाबी हवाई हमलों के दौरान एक निर्णायक ढाल साबित हुई।

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, “हमारी युद्ध-परीक्षित प्रणालियों ने शानदार प्रदर्शन किया और स्वदेशी आकाश मिसाइल प्रणाली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”

रक्षा अताशे को दी जाने वाली ब्रीफिंग में सोमवार शाम करीब 5 बजे भारतीय और पाकिस्तानी डीजीएमओ के बीच हुई हॉटलाइन बातचीत का विवरण भी शामिल होगा।

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और उनके पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति बहाल करने के तरीकों पर चर्चा की और 10 मई को पाकिस्तान के अनुरोध पर भारतीय ऑपरेशन रुकने के बाद बनी युद्धविराम सहमति को बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने संघर्ष को नहीं बढ़ाने की बात कही और युद्धविराम समझौते का पालन करने की इच्छा जताई। दोनों सैन्य नेताओं के बीच हॉटलाइन पर हुई बातचीत में आगे चलकर संयम बनाए रखने और स्थिति पर नजर रखने पर भी चर्चा हुई।

इस बीच, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैन्य तनाव खत्म करने वाली सहमति के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ भारत के कड़े रुख को दोहराया और कहा कि नई दिल्ली इस्लामाबाद के साथ केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से संबंधित मुद्दों पर ही बात करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा, “कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के निरंतर निर्यात से अलग करके नहीं देखा जा सकता।”

उन्होंने आतंकवादी संगठनों को संरक्षण देने और बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की सेना और सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के समर्थन से उनका पतन हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी उन रिपोर्टों के बीच आई है, जिनमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने संघर्ष विराम के लिए कुछ शर्तें रखी हैं, जिसमें सिंधु जल संधि को पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव भी शामिल है।

हालांकि, भारत ने कहा है कि अगर कोई बातचीत होगी, तो वह आतंकवाद और पीओके तक ही सीमित रहेगी।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र10 hours ago

मुंबई लोकल ट्रेन के विकलांग डिब्बे में अंधी महिला की पिटाई करने वाला आरोपी गिरफ्तार

व्यापार11 hours ago

डिफेंस स्टॉक्स में तूफानी तेजी जारी, 5 प्रतिशत तक उछले शेयर

व्यापार12 hours ago

टोरेंट फार्मा का मुनाफा चौथी तिमाही में घटा, आय में हुई बढ़ोतरी

महाराष्ट्र12 hours ago

यातायात पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला। 556 करोड़

राष्ट्रीय समाचार13 hours ago

छत्तीसगढ़ : सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को किया ढेर, एक जवान शहीद

राजनीति14 hours ago

मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सरकार ने किया सांसदों का प्रतिनिधिमंडल भेजने का प्रयोग : संजय राउत

महाराष्ट्र15 hours ago

महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

राजनीति16 hours ago

‘आपके अधूरे सपनों को साकार करना ही मेरा संकल्प है’, राजीव गांधी को याद कर राहुल गांधी ने शेयर किया भावुक पोस्ट

अपराध16 hours ago

मुंबई : बिना पहचान के सिम बेचने का खेल हुआ खत्म, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

राजनीति17 hours ago

आतंकवाद को बख्शा नहीं जाएगा, तिरंगा रैली देश की शान : सतपाल शर्मा

राजनीति4 weeks ago

जम्‍मू-कश्‍मीर : पहलगाम आतंकी हमले में एक पर्यटक की मौत, 12 घायल, सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘स्तब्ध हूं’

खेल4 weeks ago

‘इंसानियत की हार’, पहलगाम हमले पर सचिन, विराट, गंभीर समेत इन खेल हस्तियों ने व्यक्त की संवेदनाएं

अपराध1 week ago

महाराष्ट्र के वाशिम में तनाव, दो पक्षों के बीच पथराव में कई लोग घायल

अंतरराष्ट्रीय4 weeks ago

पहलगाम आतंकी हमला : राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के प्रत‍ि जताया समर्थन, पीएम मोदी को फोन करने की बनाई योजना

महाराष्ट्र2 weeks ago

पाकिस्तान पर भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीरियों को निशाना बनाने वालों पर भी हो कार्रवाई, अबू आसिम आजमी

महाराष्ट्र7 days ago

दारुल उलूम महबूब-ए-सुभानी, कुर्ला ने एसएससी में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया

महाराष्ट्र4 weeks ago

पहलगाम आतंकी हमला, मुंबई पुलिस अलर्ट सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट वायरल, सांप्रदायिक तत्वों पर पुलिस की नजर

महाराष्ट्र3 weeks ago

विक्रोली फल विक्रेता बांग्लादेशी नहीं, पुलिस जांच में हुआ भारतीय नागरिक का खुलासा!

महाराष्ट्र2 weeks ago

मुंबई में पाकिस्तानी गोलीबारी में भारतीय जवान मुरली शहीद

राष्ट्रीय समाचार2 weeks ago

ऑपरेशन सिंदूर : शिवसेना ने पीएम मोदी को बताया योद्धा, लगाए पोस्टर

रुझान