अपराध
मुस्लिम समन्वय समिति ने जिहाद बयान के लिए केरल बिशप के खिलाफ दायर की याचिका

कोट्टायम में मुस्लिम समन्वय समिति ने एक याचिका दायर कर सिरो मालाबार चर्च पाला डायोसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट की टिप्पणी के लिए गैर जमानती मामला दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है। दरअसल एक दिन पहले बिशप ने कहा था कि केरल में कैथोलिक लड़कियां अब ‘प्रेम और नॉरकोटिक जिहाद’ की शिकार हो रही हैं, शुक्रवार को कोट्टायम में मीडिया को संबोधित करते हुए, पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कोट्टायम पुलिस के समक्ष याचिका दायर की है क्योंकि किसी भी एजेंसी ने राज्य में इस तरह की घटना के बारे में किसी भी निर्णायक सबूत के साथ यह नहीं कहा उनका बयान सांप्रदायिक है।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक पी.टी. थॉमस ने कहा कि धर्माध्यक्ष का बयान धर्मनिरपेक्ष राज्य में सद्भाव लाने में मदद नहीं करता है।
थॉमस ने कहा, “इस तरह के बयान खतरनाक हैं और गलत संकेत देते हैं और किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जो अशांति पैदा करने के लिए ईंधन के रूप में काम करे।”
विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि बिशप का बयान सभ्यता के सभी स्तरों को पार कर गया है।
उन्होंने कहा, “इस तरह के बयानों से बचना चाहिए, विशेष रूप से धार्मिक नेताओं द्वारा, क्योंकि यह केवल परेशानी को बढ़ावा देने में मदद करता है। समय की आवश्यकता है कि धार्मिक नेता ऐसा होना चाहिए जो समाज में परेशानियों का सामना करने में मदद करे और जो हुआ सो हुआ और यह यहीं समाप्त होना चाहिए।”
बिशप ने कोट्टायम जिले के कुरुविलंगाडु में एक चर्च समारोह में बोलते हुए कहा था, “जहां भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, नशीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है और यहीं कैथोलिक लड़कियां शिकार बनती हैं। इसकी मदद के लिए केरल में एक समूह है जो काम कर रहा है। इसे समझने की जरूरत है, बस यह विश्लेषण करने की जरूरत है कि अन्य धर्मों की महिलाएं आईएस शिविरों में कैसे पहुंचीं?”
उन्होंने कहा, “लव जिहाद के हिस्से के रूप में, महिलाओं का धर्मांतरण हो रहा है और कैथोलिक युवाओं द्वारा नशीली दवाओं का उपयोग बढ़ रहा है। इस सब में मदद करने के लिए एक समूह है और सभी को सावधान रहना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि केरल में ‘लव जिहाद’ होने से इनकार करने का कोई भी प्रयास वास्तविकता से आंखें मूंद लेने जैसा है और निहित स्वार्थों द्वारा एक कारण से किया जा रहा है।
कल्लारंगट ने कहा, “मुस्लिम विचारों को जबरदस्ती लाने की योजना चल रही है और सभी कैथोलिकों को इसके बारे में पता होना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।”
अपराध
अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला को मिली जमानत, सोमवार को होगी रिहाई।

मुंबई: अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला, जिन्हें नवंबर 2024 में उनके आवास से मादक पदार्थों की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। गुलीवाला पिछले चार महीने से अधिक समय से हिरासत में थीं।
अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई हैं, जिनमें उनका पासपोर्ट जमा करना, यात्रा पर प्रतिबंध और जांच अधिकारी के समक्ष सप्ताह में तीन बार उपस्थित होना शामिल है, जब तक कि आरोप पत्र दाखिल नहीं हो जाता।
गुलीवाला के वकील, अयाज खान, ने दलील दी कि उन्हें बरामद वस्तुओं की जानकारी नहीं थी और वह उस परिसर की अकेली निवासी नहीं थीं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छापे के दौरान सीसीटीवी सिस्टम बंद कर दिया गया था और कोई वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं की गई थी।
विशेष लोक अभियोजक विभावरी पाठक ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि गुलीवाला के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
अदालत ने यह देखते हुए कि जब्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, गुलीवाला को जमानत दी, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
कनाडा में भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या

ओटावा, 5 अप्रैल। कनाडा के ओटावा के निकट रॉकलैंड इलाके में एक भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। कनाडा में भारतीय दूतावास ने शनिवार सुबह घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को सहायता देने का भी ऐलान किया।
दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ओटावा के निकट रॉकलैंड में चाकू घोंपने से एक भारतीय नागरिक की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं। पुलिस ने बताया है कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। हम शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय सामुदायिक संघ के माध्यम से निकट संपर्क में हैं।”
हालांकि चाकू मारने की घटना का विवरण अभी भी अस्पष्ट है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि यह घटना सुबह-सुबह क्लेरेंस-रॉकलैंड क्षेत्र में हुई।
अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि क्या यह वही मामला है जिसका उल्लेख भारतीय दूतावास ने किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हत्या की चल रही जांच के तहत ओन्टारियो प्रांतीय पुलिस (ओपीपी) ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।
पुलिस ने रॉकलैंड निवासियों को भी चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे कानून प्रवर्तन की गतिविधियों में वृद्धि की अपेक्षा करें, जबकि अधिकारी अपराध से जुड़ी परिस्थितियों की जांच जारी रखेंगे।
कनाडा स्थित दूतावास ने जनता को आश्वासन दिया कि वह इस कठिन समय में पीड़ित परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है।
चाकू घोंपने के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है और जांच जारी है। दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने का वादा किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार को उनकी ज़रूरत के मुताबिक सहायता मिले और मामले से जुड़ी आगे की कार्रवाई में मदद मिले।
अपराध
झारखंड में आयुष्मान भारत घोटाले में रांची सहित 21 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

रांची, 4 अप्रैल। आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने रांची में शुक्रवार सुबह से कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। शहर के अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एदलहातु, बरियातू, लालपुर और चिरौंदी इलाके में कई ठिकानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी चल रही है।
बताया जा रहा है कि रांची के अलावा कुल 21 ठिकानों पर यह रेड चल रही है। ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में हुई गड़बड़ियों को लेकर हाल में ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की है। यह छापेमारी इसी मामले में उन लोगों के खिलाफ की जा रही है, जिनके घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने की संभावना है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में भी तलाशी की जा रही है। संसद में पेश भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट (सीएजी) में भी आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ियों का खुलासा किया गया था। इसमें बताया गया था कि झारखंड में भी कई अस्पतालों ने मरीजों के फर्जी इलाज का बिल बनाकर सरकार से करोड़ों की राशि का भुगतान ले लिया।
यहां तक कि कई ऐसे लोगों के इलाज के नाम पर राशि निकाली गई, जिनकी मौत हो चुकी थी। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद ईडी ने झारखंड स्टेट हेल्थ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की सूचना ईडी को भेजी थी।
बताया जा रहा है कि ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर के रूप में दर्ज कर जांच शुरू की है। झारखंड में आयुष्मान योजना के तहत करीब 750 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इनमें से कई अस्पतालों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने की शिकायतें हैं।
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