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मुंबई : टाटा पावर का बिजली दरों में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव
चुनाव से पहले टाटा पावर कंपनी लिमिटेड ने टैरिफ युक्तिकरण पहल के तहत मुंबईकरों, खासकर निचले स्तर के उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है।
2024-2025 में सभी उपभोक्ता समूहों के लिए प्रस्तावित औसत वृद्धि 12 प्रतिशत है, लेकिन सबसे अधिक भार कम आय वाले आवासीय उपभोक्ताओं और गरीबी रेखा से नीचे के उपयोगकर्ताओं पर पड़ेगा, इसमें क्रमशः 201 प्रतिशत और 89 प्रतिशत की आश्चर्यजनक बढ़ोतरी प्रस्तावित है। उच्च-स्तरीय उपयोगकर्ताओं और कुछ सार्वजनिक सेवा उपयोगकर्ताओं को कुछ राहत मिलेगी।
वितरण कंपनी की घोषणा के अनुसार, टाटा पावर प्रति माह 100 यूनिट तक खपत करने वाले ग्राहकों के लिए प्रति यूनिट दर को मौजूदा 3.74 रुपये से बढ़ाकर 7.37 रुपये करने की योजना बना रही है।
101-300 यूनिट के बीच खपत करने वालों के लिए, दरों में प्रस्तावित वृद्धि 5.89 से रु. 9.31 रुपये (66 प्रतिशत) है।
प्रस्तावों में शामिल हैं: गरीबी रेखा से नीचे के परिवार: 89 प्रतिशत टैरिफ वृद्धि; 0-100 इकाइयां: 201 प्रतिशत; 101-300 इकाइयां: 66 प्रतिशत; 301-500 इकाइयां: 10 प्रतिशत; और ग्रुप हाउसिंग सोसायटी: 41 प्रतिशत।
अन्य क्षेत्र जिनमें वृद्धि देखी जा सकती है वे हैं: ईवी चार्जिंग स्टेशन: 71 प्रतिशत तक टैरिफ वृद्धि; वाणिज्यिक उपभोक्ता: 8-25 प्रतिशत; औद्योगिक उपभोक्ता: 25-38 प्रतिशत; और सार्वजनिक सेवाएं: कुछ श्रेणियों को छोड़कर, 82 प्रतिशत तक।
कुछ श्रेणियों को कुछ राहत मिल सकती है: प्रति माह 500 यूनिट से अधिक खपत वाले उच्च-स्तरीय आवासीय उपयोगकर्ता: टैरिफ में 5 प्रतिशत की कटौती; एचटी लोक सेवा श्रेणी के अंतर्गत बड़े सार्वजनिक सेवा ग्राहक: टैरिफ में 18 प्रतिशत तक की कमी; और मेट्रो और मोनोरेल: टैरिफ में 29 प्रतिशत तक की कटौती की गई।
कंपनी द्वारा अप्रैल 2023 में 11.88 प्रतिशत (2023-2024) और 12.19 प्रतिशत (2024-2025) की औसत बढ़ोतरी हासिल करने के एक साल से भी कम समय में भारी बढ़ोतरी और आंशिक राहत आई है।
टाटा पावर की पिछली टैरिफ बढ़ोतरी की मंजूरी को पिछले साल (अप्रैल 2023) बिजली अपीलीय न्यायाधिकरण (एपीटीईएल) के समक्ष चुनौती दी गई थी, जिसने इस महीने (जनवरी 2024) कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया, जिससे नवीनतम टैरिफ प्रस्ताव का मार्ग प्रशस्त हो गया।
महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) ने मामले में अपने अंतिम निर्णय से पहले 27 फरवरी को होने वाली सार्वजनिक सुनवाई के साथ नए प्रस्तावों के लिए सार्वजनिक सुझाव/आपत्तियां मांगी हैं।
टाटा पावर वर्तमान में मुंबई में लगभग 7.50 लाख उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करता है, इसमें 5.5 लाख आवासीय उपयोगकर्ता हैं, जो आमतौर पर प्रति माह 300 यूनिट से कम खपत करते हैं।
यदि मंजूरी दे दी गई, तो टैरिफ में प्रस्तावित भारी संशोधन से अप्रैल से चुनावी मौसम में उपभोक्ताओं के बिलों पर एक महत्वपूर्ण भार बढ़ने की उम्मीद है।
इस साल राज्य में संसद और विधानसभा चुनावों से ठीक पहले, टैरिफ बढ़ोतरी के कदम को उपभोक्ता समूहों के साथ-साथ राजनीतिक दलों से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा, देश की वाणिज्यिक राजधानी में कार्यरत अन्य बिजली वितरण कंपनियों के उपभोक्ताओं पर भी इसका संभावित प्रभाव पड़ने की संभावना है।
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एफपीआई ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजारों में की वापसी, फ्रांस रहा सबसे आगे

मुंबई, 7 नवंबर: एनएसडीएल के डेटा के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजारों में अपनी जोरदार वापसी दर्ज करवाई है, जो कि उनकी तीन महीनों की लगातार बिकवाली के बाद एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
एफपीआई द्वारा भारतीय शेयर बाजारों में निवेश को लेकर फ्रांस सबसे आगे रहा है, जिसने 2.58 अरब डॉलर का निवेश भारतीय शेयरों और 152 मिलियन डॉलर का निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में किया है।
एफपीआई की ओर से संयुक्त रूप से भाारतीय शेयरों में बीते महीने 1.66 अरब डॉलर का निवेश किया गया है। जबकि इससे पहले सितंबर में एफपीआई की ओर से 2.7 अरब डॉलर की बिकवाली दर्ज की गई थी।
फ्रांस के अलावा, अमेरिका और जर्मनी भी भारतीय शेयरों में निवेश करने को लेकर आगे रहे हैं। दोनों ही देशों में प्रत्येक ने भारतीय शेयरों में 520 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
इसके अलावा, अमेरिका की ओर से डेट इंस्ट्रूमेंट में 765 मिलियन डॉलर और जर्मनी की ओर से 309 मिलियन डॉलर का निवेश दर्ज किया गया है।
कुछ और देशों का भारतीय शेयर बाजारों की ओर सकारात्मक रुख दर्ज किया गया। आयरलैंड ने 400 मिलियन डॉलर इक्विटी में और 138 मिलियन डॉलर का निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में किया। मलेशिया की ओर से 342 मिलियन डॉलर इक्विटी में और 68 मिलियन डॉलर का निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में किया।
हांग कांग ने भारतीय इक्विटी में 177 मिलियन डॉलर का निवेश किया और डेनमार्क और नॉर्वे दोनों की ओर से करीब 100 मिलियन डॉलर का निवेश भारतीय इक्विटी में किया गया।
मजबूत कॉर्पोरेट अर्निंग, यूएस फेडरल द्वारा ब्याज दरों में कटौती और भारत-अमेरिका के बीच संभावित व्यापार वार्ता जैसे कारकों के कारण एफपीआई की ओर से खरीदारी दर्ज की गई।
हालांकि, सिंगापुर की ओर से इस महीने इक्विटी से 98 मिलियन डॉलर की बिकवाली दर्ज की गई है, जबकि 260 मिलियन डॉलर का निवेश डेट मार्केट में किया गया है। जिससे सिंगापुर की नेट पॉजिशन सकारात्क दर्ज की गई। इसके अलावा, अन्य देशों की ओर से 3 अरब डॉलर की बिकवाली रही।
विदेशी निवेशकों की वापसी के साथ बीते महीने अक्टूबर में भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में प्रत्येक ने 4.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज करवाई।
व्यापार
भारत में करीब 50 प्रतिशत मिलेनियल्स को एआई से नौकरी खोने का डर : रिपोर्ट

मुंबई, 3 नवंबर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बढ़ते चलन के कारण भारत में 50 प्रतिशत मिलेनियल्स को अगले तीन से पांच वर्षों में नौकरी खोने का डर है। यह जानकारी सोमवार को एक रिपोर्ट में दी गई।
ग्रेट प्लेस टू वर्क इंडिया की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि भारतीय कर्मचारी काम पर एआई के बढ़ते असर के साथ कैसे तालमेल बिठा रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया कि पूरे भारत में 54 प्रतिशत कर्मचारियों का मानना है कि उनकी ऑर्गनाइजेशन अभी एआई इम्प्लीमेंटेशन के पायलट या इंटरमीडिएट स्टेज पर हैं। यह ज्यादा टेक-पावर्ड और कुशल काम के माहौल की ओर लगातार हो रही तरक्की को दिखाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 10 में से चार कर्मचारियों को लगता है कि एआई अगले तीन से पांच सालों में उनकी जगह ले सकता है। यह डर किसी एक खास ग्रुप तक सीमित नहीं है, बल्कि हर स्तर के कर्मचारियों में है।
रिपोर्ट के अनुसार, एआई की वजह से अपनी नौकरी जाने को लेकर चिंतित कम से कम 40 परसेंट कर्मचारी अपनी मौजूदा कंपनी को छोड़ने की योजना बना रहे हैं। यह एचआर डिपार्टमेंट और सीनियर लीडरशिप के लिए एक जरूरी और गंभीर मुद्दा है।
ग्रेट प्लेस टू वर्क, इंडिया के सीईओ, बलबीर सिंह ने कहा, “जैसे-जैसे अलग-अलग इंडस्ट्रीज में ऑर्गनाइजेशन एआई को लागू करने में आगे बढ़ रहे हैं, लीडर्स ऐसे हाई-इम्पैक्ट एआई स्ट्रेटेजी बना रहे हैं जो इंसानी क्षमताओं को बढ़ाते हैं। अभी जिन रुकावटों पर ध्यान देने की जरूरत है, वह ऑर्गनाइजेशनल रेसिस्टेंस, साथ ही कर्मचारियों की तैयारी है।”
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि इसके अलावा, जिन कंपनियों ने अभी तक एआई को नहीं अपनाया है, उनमें लगभग 57 प्रतिशत कर्मचारियों ने इनसिक्योर महसूस किया, जबकि एआई अपनाने के एडवांस्ड स्टेज वाली कंपनियों में यह आंकड़ा 8 प्रतिशत है।
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भारतीय शेयर बाजार हल्की गिरावट के साथ खुला, सरकारी बैंकिंग शेयरों में तेजी

मुंबई, 3 नवंबर: भारतीय शेयर बाजार सोमवार के कारोबारी सत्र में हल्की गिरावट के साथ खुला। सुबह 9:19 पर सेंसेक्स 126 अंक या 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,811 और निफ्टी 20 अंक या 0.08 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 25,688 पर था।
शुरुआती कारोबार में सरकारी बैंकिंग शेयरों में तेजी देखी गई। निफ्टी पीएसयू बैंक करीब 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। इसके अलावा निफ्टी फार्मा, निफ्टी मेटल, निफ्टी रियल्टी, निफ्टी हेल्थकेयर और निफ्टी ऑयल एंड गैस भी हरे निशान में थे। हालांकि, निफ्टी आईटी, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज लाल निशान में थे।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर हरे निशान में थे। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 114 अंक या 0.19 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,940 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 120 अंक या 0.66 प्रतिशत की मजबूती के साथ 18,501 पर था।
सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, एसबीआई, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल, भारती एयरटेल, सन फार्मा, टाटा स्टील और पावर ग्रिड हरे निशान में थे। मारुति सुजुकी, बीईएल, टाइटन, इटरनल (जोमैटो), बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, ट्रेंट, कोटक महिंद्र बैंक, टीसीएस, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक लूजर्स थे।
चॉइस ब्रोकिंग के मुताबिक, निफ्टी एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है और गिरावट के बाद भी 25,800 के ऊपर बना हुआ है, जो दिखाता है बाजार में आने समय में एक छोटा कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है। निफ्टी के लिए सपोर्ट 25,600 से लेकर 25,500 पर है, जबकि रुकावट का स्तर 25,800 से लेकर 26,000 के बीच है।
ब्रोकिंग फर्म ने आगे कहा कि अगर निफ्टी 26,000 के पार निकलता है, तो यह 26,100 से लेकर 26,300 तक जा सकता है।
लगातार तीन महीनों तक बिकवाली के बाद, विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार में मजबूत वापसी की है और करीब 14,610 करोड़ रुपए का निवेश किया।
विदेशी निवेशकों की वापसी की वजह कॉरपोरेट आय में उछाल, अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती करना और अमेरिका-भारत के बीच ट्रेड डील की संभावना है।
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