अपराध
मुंबई: आरे कार डिपो साइट पर काटे गए 100 से अधिक पेड़

मुंबई: भारी पुलिस कवर के तहत एक्वा मेट्रो लाइन के आरे कार डिपो स्थल पर सोमवार को सौ से अधिक पेड़ों को काट दिया गया, जिसकी पर्यावरणविदों के साथ-साथ राजनेताओं के एक वर्ग ने आलोचना की। ये पेड़ 177 का एक ही सेट है कि मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एमएमआरसी) रखरखाव के उद्देश्य से शंटिंग लाइन बिछाने के लिए कुल्हाड़ी मारना चाहता है और उसने वृक्ष प्राधिकरण के साथ-साथ शीर्ष अदालत से भी संपर्क किया था। उन्हें हटाने और ट्रांसप्लांट करने के लिए आगे बढ़ने की अनुमति मिल गई थी। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने न्यायपालिका के आदेश का उल्लंघन करने के साथ-साथ अनुमत 84 पेड़ों से अधिक पेड़ों को काटने की मांग के लिए एमएमआरसी पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने इस विषय पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि हमें विकास के नाम पर आरे में पेड़ों की कटाई के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। सोमवार को शीर्ष अदालत की अनुमति के एक सप्ताह के भीतर इन्हें हटाने की कार्रवाई से प्रकृति प्रेमी खफा दिखे. सोशल मीडिया पर भी यह देखा गया और लोगों ने अपनी चिंताओं को व्यक्त किया। ऐसे ही एक व्यक्ति ने इस बात पर प्रतिक्रिया व्यक्त की कि विकास कार्यों के लिए इतने बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई पहले कभी नहीं की गई थी, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “वे कितनी तेजी से लकड़ी की सफाई कर रहे हैं. इसलिए नागरिक आंदोलन महत्वपूर्ण हैं और मजबूत समर्थन की आवश्यकता है. #मुंबई में यह #saveaarey @ConserveAarey और #Pune में यह @VetalTekdi @CMOMaharashtra @mieknathshinde @Dev_Fadnavis है, कृपया नागरिकों की मांग को दबाएं नहीं.”
प्राप्त विवरण के अनुसार, 177 पेड़ों में से 121 पेड़ों को कार डिपो प्लॉट से हटा दिया गया था और शेष को दूसरे स्थान पर लगाया जाएगा। एमएमआरसी का दावा है कि 33.5 किमी लंबी भूमिगत कफ परेड के लिए ग्रीन कवर को हटाना महत्वपूर्ण है। – बांद्रा – सीप्ज मेट्रो रेल परियोजना। जब तक इन पेड़ों को नहीं काटा जाता है, मेट्रो ट्रेनों को पूरे कॉरिडोर में प्रवेश करने और बाहर निकलने की अनुमति देने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शंटिंग लाइनें नहीं बिछाई जा सकती हैं। कोर्ट में किए गए अपने सबमिशन में, एमएमआरसी ने उल्लेख किया था कि संख्या में वृद्धि हुई है क्योंकि वर्षों पहले लगाए गए पौधे बड़े हो गए हैं और इन्हें भी साइट से साफ किया जाना है। एक अधिकारी ने बताया कि 177 पेड़ों से प्राप्त अनुमति के साथ, आगे कोई मंजूरी की आवश्यकता नहीं है। किसी और पेड़ को काटने या प्रत्यारोपण के लिए। आरे कार डिपो हमेशा से ही प्रकृति प्रेमियों और सरकार के बीच एक गर्मागरम विवाद का विषय रहा है।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन आरे वन में कार डिपो बनाने के पक्ष में है, विपक्ष, विशेष रूप से उद्धव ठाकरे की शिवसेना जनता का समर्थन करती है जो चाहते हैं कि ग्रीन पार्सल को अछूता छोड़ दिया जाए। वर्तमान में, आरे कार डिपो 60% के करीब है तैयार है और MMRC इस साल दिसंबर तक आरे से बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स सेक्शन और जून 2024 तक पूरे रूट को संचालित करने की योजना बना रहा है।
अपराध
मुंबई : बिना पहचान के सिम बेचने का खेल हुआ खत्म, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई , 21 मई। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बिना दस्तावेज के सिम कार्ड देने वाला युवक गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 75 सिम कार्ड्स और 2 मोबाइल जब्त किए हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम समीर मेहबूब खान है, जिसकी उम्र महज 23 साल है।
पहलगाम हमले के बाद, मुंबई शहर को हाई अलर्ट पर रखने के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच को ऐसे गिरोह की जानकारी मिली जो मोटी रकम लेकर बिना दस्तावेज में सिम कार्ड मुहैया करवाता है। मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी को एक गुप्त सूचना मिली थी कि एक शख्स वीआई, एयरटेल और जियो जैसी टेलीकॉम कंपनियों के अधिकृत सिम कार्ड वितरक के रूप में काम करता है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, इस दौरान आरोपी ग्राहकों की आंखों की स्कैनिंग और अंगूठे के निशान को बार-बार लेकर अवैध रूप से सिम कार्ड जारी कर रहा है। अधिकारी ने आगे बताया कि वह बिना वैध केवाईसी प्रक्रिया पूरी किए सिम कार्ड अधिक कीमत पर बेच रहा था।
इस जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई करने के लिए क्राइम ब्रांच ने एक जाल बुना। एक नकली ग्राहक को तैयार कर समीर के पास भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने उस ग्राहक से बिना किसी वैध दस्तावेज के अधिक पैसे लेकर सिम कार्ड बेच दिया। इसके बाद तुरंत ही आरोपी को हिरासत में लिया गया और उसके पास से सिम कार्ड्स और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए।
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से कई शहर हाई अलर्ट पर हैं। इस दौरान देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों की तलाश की जा रही है और ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकाला जा रहा है।
अपराध
झारखंड के शराब घोटाले में आईएएस विनय चौबे से एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुरू की पूछताछ

रांची, 20 मई। झारखंड में शराब घोटाले में पीई (प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी) दर्ज करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईएएस और तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय कुमार चौबे से पूछताछ शुरू की है।
मंगलवार को एसीबी की टीम उनके आवास पर पहुंची और इसके बाद उन्हें अपने साथ कार्यालय लेकर पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार, उनसे उनके कार्यकाल में झारखंड में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर लागू हुई एक्साइज पॉलिसी की कथित गड़बड़ियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, इस मामले की जड़ें छत्तीसगढ़ से जुड़ी हैं, जहां शराब घोटाले में स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अफसरों और कई बड़े कारोबारियों की भूमिका सामने आई है।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच वहां की आर्थिक अपराध शाखा ने शुरू की थी। इसके बाद ईडी ने भी इस मामले में जांच शुरू की।
ईडी को इस दौरान यह भी जानकारी मिली कि जिस सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला किया, उसी ने झारखंड में भी नई उत्पाद नीति लागू करवाई और यहां भी उसी तर्ज पर घोटाला दोहराया गया।
इसी आधार पर ईडी की छत्तीसगढ़ इकाई ने झारखंड के तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय चौबे को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
पूछताछ के दौरान चौबे ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उत्पाद नीति सरकार की सहमति से लागू की गई थी। बाद में झारखंड के एक व्यक्ति ने छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट ने ही झारखंड में सुनियोजित घोटाला किया।
इसके बाद ईडी ने इसमें ईसीआईआर दर्ज कर जांच शुरू की और अक्टूबर 2024 में आईएएस विनय चौबे सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध शाखा में एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद झारखंड एसीबी ने राज्य सरकार की अनुमति के बाद पीई दर्ज कर जांच शुरू की है।
अपराध
पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बटाला में आईएसआई समर्थित आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़

चंडीगढ़, 20 मई। पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बटाला पुलिस ने छह आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जो आईएसआई के निर्देश पर काम कर रहे थे। ये आतंकी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े हुए थे और इनका मास्टरमाइंड मनिंदर बिल्ला और मन्नू अगवान था।
बटाला पुलिस ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर दी है।
पुलिस के एक्स हैंडल के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकियों की पहचान जतिन कुमार उर्फ रोहन, बरिंदर सिंह उर्फ साजन, राहुल मसीह, अब्राहम उर्फ रोहित, सोहित और सुनील कुमार के रूप में हुई है। इनके पास से एक 30 बोर पिस्तौल बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया कि ये आतंकी बटाला में एक शराब की दुकान पर ग्रेनेड हमला करने की कोशिश कर चुके थे। गिरफ्तार आतंकियों को पुर्तगाल स्थित मनिंदर बिल्ला और बीकेआई मास्टरमाइंड मन्नू अगवान से सीधे निर्देश मिल रहे थे। मन्नू अगवान ने हाल ही में अमेरिका में हैप्पी पासियन की गिरफ्तारी के बाद ऑपरेशनल चार्ज संभाला था।
गिरफ्तार आतंकियों में से एक जतिन कुमार पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसने पुलिस पर गोलियां चलाईं और जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल बटाला में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस और यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे राज्य में आतंकी नेटवर्क को बेअसर करने और शांति और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस आतंकी नेटवर्क के अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे और राज्य की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय9 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार3 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें