राजनीति
कानून मंत्री गतिशील, सोचा, उन्होंने ऑक्सफोर्ड से अध्ययन किया : सीजेआई

भारत के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना ने शनिवार को किरेन रिजिजू को एक ‘गतिशील’ कानून मंत्री के रूप में वर्णित किया, जिनके बारे में उन्होंने सोचा था कि उन्होंने ऑक्सफोर्ड या स्टैनफोर्ड से पढ़ाई की थी, लेकिन यह जानकर हैरान रह गए कि वह एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। रमना ने कहा कि वह न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए न्यायिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए रिजिजू के दृष्टिकोण की सराहना करते हैं और उन्हें लगता है कि वह एक कुलीन पृष्ठभूमि से हैं।
एक समारोह में जहां राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने यूपी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और यहां इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक नए भवन परिसर की आधारशिला रखी, सीजेआई ने शुरुआत में हिंदी में अपना भाषण शुरू किया।
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, मेरी हिंदी सीखना स्कूल में सिर्फ एक साल तक ही सीमित है। कृपया मुझे आपकी भाषा में आपसे संवाद करने में असमर्थता के लिए क्षमा करें।”
रिजिजू का जिक्र करते हुए, सीजेआई ने कहा, “हम में से कई ग्रामीण पृष्ठभूमि से आए थे .. उन्होंने (रिजिजू) अपनी पृष्ठभूमि के बारे में उल्लेख किया। मैंने सोचा था कि उन्होंने ऑक्सफोर्ड या स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।”
उन्होंने कहा कि सुबह मुझे उनसे (रिजिजू) पता चला कि वह भी एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। वह आम लोगों की कठिनाइयों को समझते हैं।
रमना ने कानून मंत्री को उत्साहजनक बताते हुए कहा। “वह हमारे लिए सहायक हैं। मैं इस अवसर पर उन्हें धन्यवाद देता हूं।”
समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, शीर्ष अदालत के कई न्यायाधीश और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।
हिंदी में अपना भाषण देने वाले रिजिजू ने कहा कि सरकार न्यायपालिका की स्वतंत्रता में विश्वास करती है, और न्यायिक प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए कदम उठाने के अलावा उसे मजबूत करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों के साथ एक मजबूत संबंध विकसित करना चाहती है।
रिजिजू ने कहा, “संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में हम मध्यस्थता पर एक विधेयक पेश करेंगे .. हम भारत को अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता का केंद्र बनाना चाहते हैं।”
रिजिजू ने कहा, “समय पर न्याय को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। केंद्र आम आदमी को न्याय दिलाने के लिए न्यायपालिका के साथ काम करेगा।”
सीजेआई ने यह भी कहा कि भारत में अदालतें अभी भी जीर्ण-शीर्ण संरचनाओं से संचालित होती हैं, उचित सुविधाओं के बिना और ऐसी स्थिति वादियों और वकीलों के अनुभव के लिए गंभीर रूप से हानिकारक है।
राजनीति
मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सरकार ने किया सांसदों का प्रतिनिधिमंडल भेजने का प्रयोग : संजय राउत

मुंबई, 21 मई। शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने विदेशों में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह का प्रयोग मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए करती रहती है। सबसे पहले हमें पड़ोसी देश में जाना चाहिए।
सांसद संजय राउत ने मिडिया से बातचीत के दौरान कहा कि चीन ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया है। ऐसे में चीन जाकर पाकिस्तान को बेनकाब करना चाहिए। पड़ोसी देश आपको पूछता नहीं है। आप यूरोप, यूएस और अफ्रीकी देशों में जा रहे हैं, जिनका भारत और पाकिस्तान युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह डेलिगेशन छोटे छोटे देशों में भेजे जा रहे हैं। इससे हमारी विदेश नीति से क्या संबंध है, खासकर भारत और पाकिस्तान के संदर्भ में। पड़ोसी देश के साथ आपके रिश्ते अच्छे नहीं हैं, इसलिए आप वहां नहीं जाना चाहते हैं।
संजय राउत ने कहा कि केंद्र सरकार यह कैसे तय कर सकती है कि किस पार्टी से कौन सा सांसद प्रतिनिधिमंडल में जाएगा। आपने आनन-फानन में नाम तय कर लिया है। ममता बनर्जी की टीएमसी से आपने यूसुफ पठान का नाम तय कर दिया, ममता ने साफ मना कर दिया कि यह नहीं चलेगा। उन्होंने अभिषेक बनर्जी का नाम दिया। अभिषेक इन मामलों में अधिक अनुभवी हैं।
पार्टी के फैसले से खुश रहने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि मैं पार्टी का फैसला हमेशा से मानता रहा हूं, लेकिन इस डेलिगेशन वाले मसले से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत सरकार ने दुनिया के प्रमुख देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। इसको लेकर हालांकि राजनीति शुरू हो चुकी है। खासकर विभिन्न पार्टियों के सांसदों के नाम को लेकर विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

मुंबई, 21 मई। महाराष्ट्र में कोविड ने दस्तक दे दी है। प्रदेश की राजधानी मुंबई में ही मंगलवार को कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 15 बताई गई। स्वास्थ्य विभाग ने 20 मई को इसकी जानकारी दी साथ ही लोगों से अपील की कि वो किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं।
इसके मुताबिक ऐहतियातन वर्तमान में महाराष्ट्र में कोविड के लिए आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) को लेकर सर्वे चल रहा है।
टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। विभाग के मुताबिक फिलहाल मामले ज्यादा भयावह नहीं हैं, मरीजों में लक्षण बेहद सामान्य या हल्के हैं।
इसके साथ ही जनता से अपील की गई है कि वो डरे नहीं, घबराएं नहीं। किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के माध्यम से कोविड परीक्षण कराएं। उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जनवरी से अब तक कोरोनावायरस के लिए 6,066 स्वैब नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 106 मरीजों के नतीजे पॉजिटिव आए। इनमें से 101 मुंबई से और शेष 1 पुणे, 1 ठाणे और 3 कोल्हापुर से थे। मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 101 पाई गई। राज्य में 52 मरीज हल्के लक्षणों के कारण उपचार करा रहे हैं, जबकि 16 मरीज अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
वहीं, जनवरी से अब तक कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 2 रही है। दोनों ही को-मॉर्बिड केस थे। जिनमें से एक मरीज को हाइपोकैल्सीमिया दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम था और दूसरे को कैंसर था।
दिशानिर्देशों का पूर्णत: पालन किया जा रहा है और मरीजों को 7 दिनों के बाद छुट्टी दे दी जाती है। मरीजों की संख्या में छिटपुट वृद्धि केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों और कुछ अन्य देशों में भी देखी जा रही है।
महाराष्ट्र में कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट बी. जे. मेडिकल कॉलेज पुणे और एनआईवी पुणे में किया जाता है।
राजनीति
‘आपके अधूरे सपनों को साकार करना ही मेरा संकल्प है’, राजीव गांधी को याद कर राहुल गांधी ने शेयर किया भावुक पोस्ट

नई दिल्ली, 21 मई। देश के पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उन्हें याद किया है। राहुल गांधी ने अपने पिता के नाम एक भावुक पोस्ट भी शेयर किया। उन्होंने लिखा कि पापा, आपकी यादें हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती हैं।
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर दो तस्वीरों को शेयर किया। एक तस्वीर में वह अपने पिता के साथ बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि दूसरी तस्वीर राजीव गांधी की समाधि स्थल की है, जहां राहुल अपने पिता को हाथ जोड़कर श्रद्धांजलि देते हुए नजर आ रहे हैं।
राहुल गांधी ने इन तस्वीरों के साथ एक भावुक संदेश भी साझा किया। उन्होंने लिखा, “पापा, आपकी यादें हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती हैं। आपके अधूरे सपनों को साकार करना ही मेरा संकल्प है और मैं इन्हें पूरा करके रहूंगा।”
इससे पहले कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा की थीं। उन्होंने लिखा, “स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर, विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वीर भूमि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राजीव गांधी के दूरदर्शी नेतृत्व ने हमारे राष्ट्र की नींव को बदल दिया, जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व पर आधारित है। उनकी स्थायी विरासत हमारे दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करती रहती है।”
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी राजीव गांधी को याद किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। राजीव गांधी एक दूरदर्शी व्यक्ति थे और भारत के लिए शहीद हो गए।”
बता दें कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज पुण्यतिथि है। 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई थी।
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