अपराध
लालबाग मर्डर केस: रिंपल ने पल भर में मां को मार डाला; पुलिस को शक है कि उसका कोई साथी है, टीम को कानपुर भेजो

पुलिस के अनुसार, लालबाग हत्याकांड, जिसमें एक 55 वर्षीय महिला, वीना जैन की लगभग तीन महीने पहले हत्या कर दी गई थी, लेकिन बुधवार को ही प्रकाश में आया, हो सकता है कि यह एक अपराध हो। हालांकि, एक पुलिस टीम को कानपुर, उत्तर प्रदेश भेजा गया है, ताकि उस व्यक्ति का पता लगाया जा सके, जो आखिरी बार मृतक की बेटी रिंपल जैन के संपर्क में था।
बहस के दौरान रिंपल ने की मां की हत्या: पुलिस
इस मामले को देख रहे कलाचौकी पुलिस स्टेशन के सूत्रों के अनुसार, 24 वर्षीया रिंपल का जाहिर तौर पर अपनी मां वीना को मारने का इरादा नहीं था, लेकिन यह दोनों के बीच एक गर्म मौखिक बहस के दौरान हुआ, लेकिन सटीक कारण अभी भी पुलिस के लिए स्पष्ट नहीं है। अपनी मां की हत्या करने के बाद, रिंपल को जाहिर तौर पर यह नहीं पता था कि आगे क्या करना है। “माँ और बेटी के परिवार के बाकी लोगों के साथ पहले से ही तनावपूर्ण संबंध थे। आरोपी को यह चिंता सताने लगी कि उसने जो कुछ किया है, उसे जानने के बाद वे कैसे प्रतिक्रिया देंगे। उसे लगा कि उसे समाज द्वारा बहिष्कृत कर दिया जाएगा, इसलिए उसने जो कुछ भी किया वह स्थिति को छिपाने के लिए था। हालांकि, इसने केवल उसे अलगाव और अवसाद में धकेलने का काम किया, एक पुलिस सूत्र ने कहा।
डिप्रेशन में थीं रिंपल, वड़ा पाव पर बचीं
जब पुलिस ने पहली बार घर में प्रवेश किया और रिंपल को पाया, तो वह हफ्तों या शायद महीनों से नहाई नहीं थी। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि किचन ऐसा नहीं लग रहा था कि इसका इस्तेमाल किया गया हो। पास के वड़ा पाव स्टॉल के मालिक ने कहा कि रिम्पल अक्सर उनके स्टॉल से स्नैक्स खरीदती थी। घर में कई कागज के रैपर मिले। पुलिस सूत्रों ने कहा कि हो सकता है कि रिम्पल महीनों तक वड़ा पाव खाकर जीवित रही हो। मां और बेटी के अपने परिवार के बाकी लोगों के साथ तनावपूर्ण संबंध थे, न ही वे अपने पड़ोसियों के साथ विशेष रूप से मित्रतापूर्ण थे। रिंपल ने स्पष्ट रूप से वित्तीय परेशानी के कारण कॉलेज छोड़ दिया था। दो बेरोज़गार महिलाएँ थीं, जिसका अर्थ था कि जीवित रहने के लिए कोई नियमित आय नहीं थी।
रिंपल की तलाश के लिए पुलिस टीम कानपुर में संपर्क में रही है
इस बीच, डीसीपी (जोन 4) डॉ. प्रवीण मुंडे ने गुरुवार को पुष्टि की कि एक पुलिस टीम वर्तमान में कानपुर, यूपी में एक ऐसे व्यक्ति का पता लगाने के लिए थी, जो रिंपल के मोबाइल पर आखिरी बार संपर्क में था। यह संपर्क तब सामने आया जब पुलिस ने पिछले तीन महीनों में रिंपल के कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) को ट्रैक किया। रिंपल ने स्पष्ट रूप से इस व्यक्ति से बात की, जिस पर उसका प्रेमी होने का संदेह है और एक संभावित साथी भी। हालांकि, पुलिस सूत्रों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि पंचनामा से पता चलता है कि रिंपल को छोड़कर लंबे समय से किसी को भी जैन घर में प्रवेश करते नहीं देखा गया था, जो कि शायद ही कभी बाहर निकले। “यह आदमी एक साथी हो सकता है लेकिन यह भी संभव है कि उसने बस उससे फोन पर बात की और इस हत्या में उसकी कोई भूमिका नहीं थी। लेकिन चूंकि हमें हर संभावित कारण की जांच करने की आवश्यकता है, इसलिए एक टीम को कानपुर भेजा गया है, ”एक पुलिस सूत्र ने पुष्टि की।
अपराध
दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 38 बांग्लादेशी घुसपैठियों को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, 30 मई। अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए और राजधानी दिल्ली में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों पर दिल्ली पुलिस ने एक्शन तेज कर दिया है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के अभियान को सफलता भी मिल रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 38 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, दिल्ली पुलिस की नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट इकाई ने एक विशेष अभियान के तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 38 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह सभी घुसपैठिए बिहार के रास्ते दिल्ली पहुंचे थे। दिल्ली में गिरफ्तार हुए घुसपैठिए दिल्ली में रहने से पहले हरियाणा के नूंह में भी रहे और वहां काम कर काफी समय गुजारा। इसके बाद ये लोग दिल्ली में एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये लोग अवैध रूप से शहर में रह रहे थे और इनके पास वैध दस्तावेज नहीं थे। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई, जिसमें पुलिस ने दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर इन लोगों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान और उनके ठिकानों की जांच की जा रही है। पकड़े गए 38 बांग्लादेशियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
दिल्ली में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई को लेकर दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त, अपराध शाखा, देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने की प्रक्रिया में तेजी आई है। पिछले छह महीनों में, भारत सरकार की चल रही “पुश-बैक” रणनीति के तहत दिल्ली में लगभग 700 अवैध प्रवासियों को बांग्लादेश वापस भेजा गया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आंकड़ों के अनुसार, निर्वासित व्यक्तियों की संख्या के मामले में दिल्ली सभी राज्यों में सबसे ऊपर है। कई राज्यों में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई तेज हो गई है। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गोवा में बांग्लादेश से बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए जाने के बाद, उन्हें निर्वासित करने के लिए सौंप दिया गया है।
अपराध
दिल्ली के जनकपुरी में कार्यालय में चोरी मामले में 19 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार

ARREST
नई दिल्ली, 30 मई। दिल्ली के जनकपुरी इलाके में जनक सिनेमा कॉम्प्लेक्स में स्थित “प्रोत्साहन इंडिया फाउंडेशन” के कार्यालय में 13 मई को हुई चोरी की घटना में शामिल 19 वर्षीय चोर को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है।
कार्यालय के मालिक ने बताया कि जब वह उस दिन (13 मई) अपने कार्यालय पहुंचे थे, तो उन्होंने पाया कि स्लाइडिंग खिड़की तोड़कर अज्ञात चोर ने 3 मोबाइल फोन, 12 टैबलेट और एक लैपटॉप चार्जर चुरा लिया। इस घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
जनकपुरी थाने के प्रभारी (एसएचओ) के.के. तिवारी के नेतृत्व में और राजौरी गार्डन की सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सुश्री नीरज टोकस के मार्गदर्शन में एक विशेष जांच टीम गठित की गई।
इस टीम में हेड कांस्टेबल संदीप, रामकिशन, अंकित, महिला हेड कांस्टेबल वंदना और कांस्टेबल समरजीत शामिल थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आसपास के कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज की जांच करने के बाद पुलिस ने तकनीकी निगरानी का सहारा लिया, जिसके जरिए चोरी हुए एक मोबाइल फोन का स्थान दिल्ली के महावीर एन्क्लेव में ट्रैक किया गया।
पुलिस ने तुरंत महावीर एन्क्लेव में छापेमारी की और वहां 19 वर्षीय रोहन उर्फ खनका को गिरफ्तार कर लिया, जो राकेश का बेटा है और महावीर एन्क्लेव का निवासी है। उसके कब्जे से चोरी हुआ एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। आगे की तलाशी में उसके घर से चोरी की गई 11 टैबलेट भी बरामद की गईं।
पुलिस ने बताया कि शेष चोरी की संपत्ति, जिसमें दो अन्य मोबाइल फोन और एक लैपटॉप चार्जर शामिल हैं, बरामद की गई है।
आरोपी रोहन से पूछताछ में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर जांच और तेज की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में अन्य संभावित संलिप्त लोगों की तलाश कर रही है और जल्द ही बाकी चोरी का सामान भी बरामद करने की उम्मीद है।
अपराध
सीबीआई ने पासपोर्ट सेवा केंद्र लोअर परेल के जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट और एजेंट को भ्रष्टाचार के मामले में किया गिरफ्तार

नकली दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करने के मामले में कार्रवाई, पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजे गए आरोपी
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK), लोअर परेल, मुंबई में तैनात एक ऑफिस असिस्टेंट/वेरिफिकेशन ऑफिसर और एक निजी व्यक्ति (एजेंट) को गिरफ्तार किया है। यह मामला नकली दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी कराने और इसके बदले रिश्वत लेने से जुड़ा है।
सीबीआई ने इस संबंध में ऑफिस असिस्टेंट/वेरिफिकेशन ऑफिसर और अन्य निजी पासपोर्ट एजेंटों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था। प्राथमिकी (FIR) में आरोप लगाया गया कि वर्ष 2023-2024 के दौरान उक्त सरकारी कर्मचारी ने निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची और उसके तहत पासपोर्ट संबंधित कार्यों के लिए अनुचित लाभ प्राप्त किया।
जांच में सामने आया कि आरोपी कर्मचारी ने एजेंट और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर कई अज्ञात आवेदकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करवाए। इन आवेदनों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण और जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज लगाए गए थे, जो जांच में नकली पाए गए।
इसके अलावा, आरोपी कर्मचारी और एजेंट के बीच बातचीत के चैट में इन फर्जी पासपोर्ट आवेदकों से संबंधित रिश्वत की लेन-देन की चर्चा भी उजागर हुई है। जांच में यह भी सामने आया कि पासपोर्ट आवेदन में दिए गए मोबाइल नंबर काम नहीं कर रहे हैं और तत्काल योजना के तहत जारी किए गए इन पासपोर्टों की बाद में हुई पुलिस सत्यापन रिपोर्ट नकारात्मक पाई गई, क्योंकि दिए गए पते फर्जी थे।
जांच में सहयोग न करने और टालमटोल रवैया अपनाने पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्हें विशेष सीबीआई अदालत, मुंबई में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। यह हिरासत 2 जून 2025 तक जारी रहेगी।
मामले की जांच जारी है।
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