अपराध
कर्नाटक लिंगायत मठ सेक्स स्कैंडल : नाबालिग लड़कियों को ड्रग्स देता था साधु, फिर बनाता था यौन संबंध

बलात्कार के आरोपी लिंगायत साधु शिवमूर्ति मूर्ति मुरुघा शरणारू ने कथित तौर पर चित्रदुर्ग मुरुघा मठ में रहने वाली नाबालिग लड़कियों का दुष्कर्म करने से पहले उन्हें नशीला पदार्थ पिलाया था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है। वर्तमान में न्यायिक हिरासत में आरोपित साधु अन्य अभियुक्तों को निर्देश देता था कि वह अपनी पसंद की नाबालिग लड़की को प्रतिदिन उसके निजी कमरे में आशीर्वाद लेने की आड़ में भेज दें।
आरोपी साधु ने कथित तौर पर एक रूटीन तय कर लिया था कि किस खास दिन पर उसके पास किस लड़की को भेजा जाए।
बच्चों को उनके निजी कमरे की सफाई के लिए भेजा गया था, जहां आरोपी उन्हें नशीले पदार्थ से भरी कोई चीज देता था, और बेहोश होने पर उनके साथ दुष्कर्म करता था।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपी साधु रात भर पीड़ित लड़कियों को अपने निजी कमरे में रखता था। जो लड़कियां जाग जाती थी, अपने बगल में साधु को देख चौंक जाती थी।
तब आरोपी उन्हें धमकाता और डराने की कोशिश करता था। लड़कियों द्वारा घटना के बारे में खुलासा करने पर उनके परिवार को खत्म करने की धमकी भी दी जाती थी। पुलिस ने कहा कि धमकी के बाद पीड़ित लड़कियां चुप रहती थी।
साधु उन्हें स्नान करते समय अपनी पीठ और पीठ के निचले हिस्से को साफ करने के लिए कहता था। इस दौरान हॉस्टल वार्डन यह सुनिश्चित करते थे कि किसी को इस बारे में कोई संदेह न हो कि आसपास क्या हो रहा है।
योजना के तहत, शरणारू यौन उत्पीड़न पीड़ितों की तलाश करने का काम करेगा और अपने मठ में शरण देगा। साथ ही उनके परिवारों को आर्थिक मदद भी दी जाएगी। ताकि परिवार साधु की प्रशंसा करें और उसे भगवान कहे।
योजना के झांसे में आए माता-पिताओं ने कभी भी अपने बच्चों की सुरक्षा के बारे में दो बार नहीं सोचा। वे बच्चों को बताते थे कि उनकी देखभाल स्वयं भगवान द्वारा की जाती है। पुलिस ने कहा कि इससे पीड़ितों को आपबीती बताने में और भी ज्यादा मुश्किल हुई।
पुलिस को आरोपी साधु द्वारा कई बुजुर्ग महिलाओं के साथ भी दुष्कर्म किए जाने की जानकारी मिली है। पीड़ितों में से एक नाबालिग लड़की को कथित तौर पर मार डाला गया और इसे दुर्घटना का नाम दिया गया।
पीड़ित लड़कियों को उनकी पृष्ठभूमि के आधार पर चुना जाता था। अनाथ या सिंगल माता-पिता की बेटियों को प्राथमिकता दी जाती थी। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि अगर किसी पीड़िता ने उसके कमरे में जाने से इनकार किया, तो उन्हें कैद कर दिया जाता था, भूखा रखा जाता था और कड़ी सजा दी जाती थी।
अधिकांश विवरणों का उल्लेख आरोपी साधु और अन्य के खिलाफ अदालत में पेश दो आरोप-पत्रों में किया जा रहा है।
26 अगस्त को साधु के खिलाफ पहला पोक्सो और अत्याचार का मामला दर्ज किया गया था। इसी तरह के प्रावधानों के तहत दूसरा मामला 13 अक्टूबर को दर्ज किया गया था।
आरोपी साधु को एक सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
अपराध
अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला को मिली जमानत, सोमवार को होगी रिहाई।

मुंबई: अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला, जिन्हें नवंबर 2024 में उनके आवास से मादक पदार्थों की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। गुलीवाला पिछले चार महीने से अधिक समय से हिरासत में थीं।
अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई हैं, जिनमें उनका पासपोर्ट जमा करना, यात्रा पर प्रतिबंध और जांच अधिकारी के समक्ष सप्ताह में तीन बार उपस्थित होना शामिल है, जब तक कि आरोप पत्र दाखिल नहीं हो जाता।
गुलीवाला के वकील, अयाज खान, ने दलील दी कि उन्हें बरामद वस्तुओं की जानकारी नहीं थी और वह उस परिसर की अकेली निवासी नहीं थीं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छापे के दौरान सीसीटीवी सिस्टम बंद कर दिया गया था और कोई वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं की गई थी।
विशेष लोक अभियोजक विभावरी पाठक ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि गुलीवाला के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
अदालत ने यह देखते हुए कि जब्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, गुलीवाला को जमानत दी, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
कनाडा में भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या

ओटावा, 5 अप्रैल। कनाडा के ओटावा के निकट रॉकलैंड इलाके में एक भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। कनाडा में भारतीय दूतावास ने शनिवार सुबह घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को सहायता देने का भी ऐलान किया।
दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ओटावा के निकट रॉकलैंड में चाकू घोंपने से एक भारतीय नागरिक की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं। पुलिस ने बताया है कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। हम शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय सामुदायिक संघ के माध्यम से निकट संपर्क में हैं।”
हालांकि चाकू मारने की घटना का विवरण अभी भी अस्पष्ट है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि यह घटना सुबह-सुबह क्लेरेंस-रॉकलैंड क्षेत्र में हुई।
अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि क्या यह वही मामला है जिसका उल्लेख भारतीय दूतावास ने किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हत्या की चल रही जांच के तहत ओन्टारियो प्रांतीय पुलिस (ओपीपी) ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।
पुलिस ने रॉकलैंड निवासियों को भी चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे कानून प्रवर्तन की गतिविधियों में वृद्धि की अपेक्षा करें, जबकि अधिकारी अपराध से जुड़ी परिस्थितियों की जांच जारी रखेंगे।
कनाडा स्थित दूतावास ने जनता को आश्वासन दिया कि वह इस कठिन समय में पीड़ित परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है।
चाकू घोंपने के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है और जांच जारी है। दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने का वादा किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार को उनकी ज़रूरत के मुताबिक सहायता मिले और मामले से जुड़ी आगे की कार्रवाई में मदद मिले।
अपराध
झारखंड में आयुष्मान भारत घोटाले में रांची सहित 21 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

रांची, 4 अप्रैल। आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने रांची में शुक्रवार सुबह से कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। शहर के अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एदलहातु, बरियातू, लालपुर और चिरौंदी इलाके में कई ठिकानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी चल रही है।
बताया जा रहा है कि रांची के अलावा कुल 21 ठिकानों पर यह रेड चल रही है। ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में हुई गड़बड़ियों को लेकर हाल में ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की है। यह छापेमारी इसी मामले में उन लोगों के खिलाफ की जा रही है, जिनके घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने की संभावना है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में भी तलाशी की जा रही है। संसद में पेश भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट (सीएजी) में भी आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ियों का खुलासा किया गया था। इसमें बताया गया था कि झारखंड में भी कई अस्पतालों ने मरीजों के फर्जी इलाज का बिल बनाकर सरकार से करोड़ों की राशि का भुगतान ले लिया।
यहां तक कि कई ऐसे लोगों के इलाज के नाम पर राशि निकाली गई, जिनकी मौत हो चुकी थी। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद ईडी ने झारखंड स्टेट हेल्थ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की सूचना ईडी को भेजी थी।
बताया जा रहा है कि ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर के रूप में दर्ज कर जांच शुरू की है। झारखंड में आयुष्मान योजना के तहत करीब 750 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इनमें से कई अस्पतालों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने की शिकायतें हैं।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय7 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें