अंतरराष्ट्रीय
जॉनी बेयरस्टो इंग्लैंड के साल के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर

जानी बेयरस्टो को इस साल टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के लिए इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना गया है और इस पुरस्कार के लिए उन्हें बॉब विलिस ट्रॉफी मिली है।
यह पुरस्कार इंग्लैंड के साल के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (महिला या पुरुष) को इंग्लैंड के क्रिकेट राइटर्स क्लब (सीडबल्यूसी) की तरफ से वोटिंग के बाद मिलता है। सभी क्रिकेट लेखक इस अवॉर्ड के लिए वोट करते हैं। गोल्फ क्लब में फिसलने के कारण फिलहाल बेयरस्टो इंग्लैंड क्रिकेट टीम से लंबे समय के लिए बाहर हैं। बेयरस्टो के पैर के निचले हिस्से की सर्जरी हुई है और वह कम से कम इस साल के लिए क्रिकेट से बाहर हो गए हैं।
केंट और ओवल इंविसिबल्स के युवा खिलाड़ी जॉर्डन कॉक्स को साल के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का अवॉर्ड मिला है, वहीं इंग्लैंड महिला टीम की उपकप्तान नताली शिवर को महिला क्रिकेट अवॉर्ड मिला है। 17 साल की महिला ऑलराउंडर फ्ऱेया केंप को साल के उदीयमान क्रिकेटर का अवॉर्ड मिला है, वहीं हैंपशायर के कीथ बार्कर को साल का सर्वश्रेष्ठ काउंटी क्रिकेटर चुना गया है। जॉश प्राइस साल के सर्वश्रेष्ठ विकलांग क्रिकेटर बने हैं।
चोटिल होने से पहले बेयरस्टो करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे और उन्होंने इस सीजन में छह टेस्ट शतक लगाए थे। टी20 विश्व कप से बाहर होने के बाद उनकी वापसी की अभी कोई तारीख निश्चित नहीं है। माना जा रहा है कि वह आगामी पाकिस्तान, दक्षिण अफ्ऱीका, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के दौरों से भी चूकेंगे।
साल के सर्वश्रेष्ठ युवा क्रिकेटर चुने गए कॉक्स को पाकिस्तान दौरे पर गए इंग्लैंड के टी20 दल में जगह मिली थी। हालांकि उन्हें कोई मैच खेलने को नहीं मिला। कॉक्स इंग्लैंड के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरा खेल सभी तरह के क्रिकेट के लिए अनुकूल है। टेस्ट क्रिकेट सर्वोच्च होता है और मेरा इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना सर्वोच्च सपना है।”
वहीं 17 साल की केंप स्कूल होने के कारण इस पुरस्कार समारोह में उपस्थित नहीं हो पाईं। इससे पहले एक और युवा महिला क्रिकेटर ऐलिस कैप्सी ने पिछले साल यह खिताब जीता था। तब कैप्सी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक लगाने वाली दूसरी सबसे युवा महिला इंग्लिश क्रिकेटर बनी थीं।
इस साल हुए वनडे विश्व कप में दो शतक लगाने वाली शिवर को सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर का सम्मान मिला। उन्होंने जून में दक्षिण अफ्ऱीका के खिलाफ टेस्ट शतक भी लगाया था। क्रिकेट में बेहतरीन योगदान के लिए अनुभवी तेज गेंदबाज कैथरीन ब्रंट को पीटर स्मिथ अवॉर्ड मिला।
अंतरराष्ट्रीय
अवामी लीग समर्थकों ने संयुक्त राष्ट्र में विरोध प्रदर्शन किया, पार्टी से प्रतिबंध हटाने की मांग

संयुक्त राष्ट्र, 20 मई। बांग्लादेश में अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाए जाने के विरोध में उसके समर्थकों ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि संयुक्त राष्ट्र यह सुनिश्चित करे कि देश में लोकतंत्र फिर से कायम हो।
यूएसए अवामी लीग के अध्यक्ष सिद्दीक रहमान ने कहा, “मोहम्मद यूनुस की गैरकानूनी सरकार ने अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि यह एक कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई पार्टी है।”
उन्होंने कहा कि अगर चुनाव संयुक्त राष्ट्र की मंशा के मुताबिक सभी को साथ लेकर कराए जाने हैं, तो अवामी लीग से प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए और उसे चुनाव में हिस्सा लेने की अनुमति मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोकतंत्र बहाल हो।
रहमान ने कहा कि भले ही यूनुस को नोबेल पुरस्कार मिला हो, लेकिन अब वह एक तानाशाह बन गए हैं। वह बिना चुनाव के सरकार चला रहे हैं और उन्होंने एक चुनी हुई वैध सरकार को हटा दिया है।
विरोध प्रदर्शन में बोलने वालों ने कहा कि अमेरिका को बांग्लादेश में लोकतंत्र फिर से बहाल करने की मांग करनी चाहिए।
यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
पिछले सप्ताह बांग्लादेश चुनाव आयोग ने पार्टी का पंजीकरण रद्द कर दिया, जिससे वह चुनाव में भाग लेने के लिए अयोग्य हो गई।
बांग्लादेश ने चुनाव की तारीख तय नहीं की है।
विरोध प्रदर्शन के आयोजक प्रदीप कर ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों के साथ संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र सौंपा है।
उन्होंने कहा कि शेख हसीना ‘वैध प्रधानमंत्री हैं’, जबकि यूनुस ने “जमात-ए-इस्लामी और आतंकवादियों” की मदद से सत्ता हासिल की है।
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तानी ड्रोन के निशाने पर थे निर्दोष नागरिक, भारतीय सेना ने मार गिराया

नई दिल्ली, 10 मई। भारतीय सेना की वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के हमले को नाकाम कर दिया है। पाकिस्तान ने हमला ड्रोन के जरिए शनिवार की सुबह किया। हालांकि, पहले से सतर्क भारतीय सेना के आगे पाकिस्तान की एक नहीं चली और उसके ड्रोन जमीन पर औंधे मुंह गिरे।
बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान की सेना ने विस्फोटकों से भरे ड्रोन भारतीय आबादी क्षेत्र में भेजे थे। इनका मकसद पंजाब में सामान्य नागरिकों के ठिकानों पर हमला करना था। पाकिस्तान के ड्रोन भारत में ज्यादा से ज्यादा सामान्य नागरिकों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे। लेकिन, पाकिस्तान के नापाक मंसूबे को भारतीय सेना ने पूरी तरह से विफल कर दिया।
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि शनिवार तड़के सुबह लगभग पांच बजे, पाकिस्तानी सेना ने सीमा पार पंजाब के अमृतसर की ओर कई कामिकेज ड्रोन भेजे। कामिकेज ड्रोन एक खतरनाक आत्मघाती मानव रहित हवाई वाहन होते हैं। ये ड्रोन विस्फोटक के साथ उड़ान भरते हैं। पेलोड यानी विस्फोटक समेत ड्रोन अपने लक्ष्य से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
पाकिस्तानी सेना द्वारा भेजे गए इन ड्रोनों का लक्ष्य भारत में अमृतसर की घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों पर हमला करना था। हालांकि, भारतीय सेना की वायु रक्षा प्रणाली की सतर्कता और तेज प्रतिक्रिया के चलते, ये ड्रोन भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करते ही कुछ ही क्षणों में पहचान लिए गए। सेना की वायु रक्षा प्रणाली ने इन्हें ट्रैक किया और तुरंत ही नष्ट कर दिया।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सीमा क्षेत्र में तैनात त्वरित प्रतिक्रिया वाली वायु रक्षा तोपों का उपयोग कर गनर्स ने इन ड्रोनों को हवा में ही मार गिराया। इन पाकिस्तानी ड्रोन का मलबा अमृतसर के रिहायशी इलाकों में नहीं गिरा और कोई जनहानि नहीं हुई।
रक्षा जानकार बताते हैं कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इन ड्रोनों में उच्च विस्फोटक सामग्री थी। पाकिस्तानी ड्रोन में मौजूद इस विस्फोटक सामग्री का उद्देश्य निर्दोष नागरिकों को अधिकतम क्षति पहुंचाना था। यह पाकिस्तान की ओर से उकसावे की एक नई और गंभीर हरकत मानी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय
जम्मू एयरफोर्स बेस पर विस्फोट की खबर निकली झूठी, पाकिस्तान के फेक दावों की खुली पोल

नई दिल्ली, 9 मई। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा पर लगातार हमले की कोशिश जारी है, लेकिन भारतीय सेना की तरफ से भी पाकिस्तानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक दावों के साथ पोस्ट भी शेयर किए जा रहे हैं। ऐसी ही एक पोस्ट में दावा किया गया कि जम्मू एयरफोर्स बेस पर विस्फोट हुआ है, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है।
पीआईबी फैक्ट चेक ने जम्मू एयरफोर्स बेस पर विस्फोट के पाकिस्तान के दावों की पोल खोल दी है। पीआईबी के फैक्ट चेक में पुष्टि हुई है कि जिस तस्वीर को जम्मू एयरफोर्स बेस का बताया जा रहा है, वह तस्वीर साल 2021 में काबुल एयरपोर्ट पर हुए ब्लास्ट की है।
पीआईबी फैक्ट चेक ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर बताया, “भारत में जम्मू एयरफोर्स बेस पर कई विस्फोटों के झूठे दावों के साथ एक पुरानी तस्वीर प्रसारित की जा रही है। पीआईबी फैक्ट चेक में पता चला है कि यह तस्वीर अगस्त 2021 में काबुल एयरपोर्ट पर हुए विस्फोट की है। उस समय की एक रिपोर्ट का लिंक भी शेयर किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “गलत सूचना के झांसे में न आएं। शेयर करने से पहले हमेशा पुष्टि करें।”
इससे पहले, पीआईबी फैक्ट चेक ने पाकिस्तान द्वारा गुजरात के हजीरा पोर्ट पर हमले की झूठी खबरों का भी खंडन किया था।
पीआईबी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ खूब वायरल हो रही है कि गुजरात के हजीरा पोर्ट पर हमला हुआ है। लेकिन, यह इससे जुड़ा हुआ वीडियो नहीं है। यह वीडियो तेल टैंकर विस्फोट को दर्शा रहा है और 7 जुलाई 2021 की है। इस वीडियो को शेयर न करें।
पीआईबी फैक्ट चेक में एक और वीडियो के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें दावा किया जा रहा था कि यह जालंधर पर ड्रोन स्ट्राइक का वीडियो है। जबकि यह वीडियो फॉर्म फायर का है। इस वीडियो को शेयर न करने की अपील की गई है।
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