खेल
चेपक में इंग्लैंड पर भारत का पलड़ा भारी

चेपक नाम से मशहूर चेन्नई का एम.ए चिदंबरम स्टेडियम भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली आगामी चार मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरूआती दो मैचों की मेजबानी करेगा। इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ मेजबान भारत का शानदार रिकॉर्ड रहा है। भारत दौरे पर इंग्लैंड को शुरूआती दोनों टेस्ट चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम में खेलना है। पहला टेस्ट पांच से नौ फरवरी तक जबकि दूसरा टेस्ट 13 से 17 फरवरी तक खेला जाएगा।
चिदंबरम स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड ने अब तक नौ टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से मेजबान भारत ने पांच जीते हैं, जबकि इंग्लैंड के हिस्से में तीन जीत नसीब हुई है। वहीं, दोनों टीमों के बीच 1982 में खेला गया मैच ड्रॉ रहा था।
भारत ने पिछली बार यहां इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में खेला था, जब उसने पारी और 75 रन से शानदार जीत दर्ज की थी। उस मैच में करुण नायर ने तिहरा शतक लगाया था और वह वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने थे।
इंग्लैंड ने उस मैच में पहली पारी में 477 रनों का स्कोर बनाया था। इसमें मोइन अली के 146 और जोए रूट के 88 रन शामिल है।
इसके जवाब में भारत ने सात विकेट पर 759 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी थी। भारत का अब तक का यह सबसे बड़ा स्कोर है। भारत की ओर से नायर ने नाबाद 303, लोकेश राहुल ने 199 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 202 रन ही बना सकी थी।
भारत ने चेपक मैदान पर अब तक कुल 32 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसने 14 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि छह हारे हैं और 11 ड्रॉ रहा है। 1986 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया मैच टाई रहा था।
इंग्लैंड के साथ भारत को चार मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दोनों टेस्ट एम.ए चिदंबरम स्टेडियम में ही खेलना हैं। इस मैदान पर भारत अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल कर सकता है।
भारत 21वीं सदी में 100 टेस्ट मैच जीतने से केवल दो जीत ही दूर है। भारतीय टीम अगर शुक्रवार से यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में यह उपलब्धि हासिल कर लेती है तो वह ऐसा करने वाली चौथी टीम बन जाएगी।
भारत ने एक जनवरी 2000 से अब तक 216 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसने 98 जीते हैं, 59 हारे हैं और 59 ही ड्रॉ रहा है। भारत की सफलता दर 45.37 फीसदी रही है।
अंतरराष्ट्रीय
युद्ध तेज होने के बीच ईरान ने दक्षिणी इजराइल के सोरोका अस्पताल पर हमला किया; कई लोग घायल, कई के मलबे में फंसे होने की आशंका

तेल अवीव: इजराइल और ईरान एक दूसरे के प्रमुख शहरों को निशाना बनाना जारी रखे हुए हैं। ईरान के ताजा हमलों में गुरुवार को दक्षिणी इजराइल के सबसे बड़े अस्पताल पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल से हमला हुआ। सोरोका अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है। हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
उल्लेखनीय है कि सोरोका मेडिकल सेंटर इजरायल के दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है। ईरानी हमले के बाद इलाके में धुएं का गुबार छाने के कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं। क्षतिग्रस्त इमारत के मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीर शीबा स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर के प्रवक्ता ने कहा कि अस्पताल को विभिन्न क्षेत्रों में “व्यापक क्षति” हुई है तथा हमले में लोग घायल हुए हैं।
अभी तक अस्पताल पर हुए मिसाइल हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अस्पताल की वेबसाइट के अनुसार, सोरोका अस्पताल में 1,000 से ज़्यादा बिस्तर हैं और यह इज़राइल के दक्षिणी हिस्से के लगभग 10 लाख निवासियों को सेवाएँ प्रदान करता है।
अंतरराष्ट्रीय
इजरायली सेना की उपलब्धियों से वर्ल्ड लीडर्स प्रभावित: नेतन्याहू

तेल अवीव, 19 जून। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार वर्ल्ड लीडर्स ने इजरायली सेना के दृढ़ संकल्प और उपलब्धियों को सराहा है।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष की शुरुआत बीते शुक्रवार से हुई। नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू करने की घोषणा की, जो ईरान के परमाणु हथियारों के खतरे को कम करने के लिए एक टारगेटेड सैन्य अभियान है।
इसके बाद तेहरान की ओर से तीव्र और आक्रामक जवाबी कार्रवाई शुरू हुई, जिससे क्षेत्र एक व्यापक युद्ध के कगार पर पहुंच गया।
नेतन्याहू ने बुधवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा “मुझे आपको बताना चाहिए कि मैं विश्व नेताओं से बात करता हूं। वह हमारे दृढ़ संकल्प और हमारी सेना की उपलब्धियों से बहुत प्रभावित हैं। वह आपसे, इजरायल के नागरिकों से, आपकी दृढ़ भावना और आपकी दृढ़ता से भी बहुत प्रभावित हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले उनके समर्थन को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इजरायल के एक महान मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हमारे साथ खड़े होने और इजरायल के एयरस्पेस की रक्षा में मदद करने में अमेरिका के सपोर्ट के लिए धन्यवाद देता हूं। हम अक्सर बात करते हैं, जिसमें पिछली रात की बातचीत भी शामिल है। हमारी बातचीत बहुत गर्मजोशी से हुई। मैं ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।”
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ अभियान का उद्देश्य इजरायल के लिए दो अस्तित्वगत खतरों को दूर करना था। हम पर परमाणु खतरा और बैलिस्टिक मिसाइल का खतरा है। इजरायल इन खतरों को दूर करने के लिए कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “हम तेहरान के एयरस्पेस को कंट्रोल करते हैं। हम अयातुल्ला शासन पर बहुत जोरदार हमला कर रहे हैं। हम न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन्स, मिसाइल्स, कमांड सेंटर्स और शासन के प्रतीकों पर हमला कर रहे हैं। हमें बहुत नुकसान हो रहा है लेकिन हम देखते हैं कि घरेलू मोर्चा मजबूत है। लोग मजबूत हैं, और इजरायल राज्य पहले से कहीं अधिक मजबूत है। मैंने सरकारी मंत्रालयों को उन सभी लोगों की सहायता करने का निर्देश दिया है, जिन्हें नुकसान पहुंचा है।”
नेतन्याहू ने यह भी उल्लेख किया है कि गाजा पट्टी में ‘तीव्र लड़ाई’ जारी है। उन्होंने कहा कि इजरायल पीछे नहीं हटेगा। वह दो कार्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है- “हमास को हराना और हमारे सभी बंधकों को वापस लाना, चाहे वह जीवित हों या मृत। खेद के साथ इतना जरूर कहूंगा कि, हाल के दिनों में भी हमारे वीर सैनिक मारे गए हैं। मैं परिवारों के दुख में शामिल हूं। हम सरकार और पूरे देश की ओर से उन्हें संवेदनाएं भेजते हैं। हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक हमास को हरा नहीं देते।”
दुर्घटना
अहमदाबाद विमान हादसा: 210 मृतकों के डीएनए मैच, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने दी जानकारी

नई दिल्ली, 19 जून। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों के डीएनए सैंपल के मिलान की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने सोशल मीडिया पर गुरुवार को डीएनए मिलान के बारे में ताजा जानकारी साझा की है।
ऋषिकेश पटेल ने बताया कि गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक 210 लोगों के डीएनए सैंपल का मिलान हो गया है और उनके परिजनों से भी संपर्क साधा गया है। 187 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि डीएनए सैंपल का मिलान कराने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही बाकी अन्य मृतकों के डीएनए का मिलान कर लिया जाएगा। इसके बाद शेष पार्थिव अवशेष जल्द ही परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। दूसरी ओर, घटनास्थल पर मृतकों के कीमती सामानों की जांच कर उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी। उन्होंने कहा, “अहमदाबाद पुलिस, जिला प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई, उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को कीमती सामान लौटाने का शानदार काम किया। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने कई लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। इन नायकों को सलाम।“
बुधवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया था कि विमान हादसे में एकमात्र जीवित बचे विश्वास को छुट्टी दे दी गई है और उन्हें उनके परिवार के साथ घर वापस भेज दिया गया है।
इससे पहले, अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया था कि जो भी सामान दुर्घटनास्थल से मिला है, वह जांच के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, “दुर्घटनास्थल पर मिले प्रत्येक सामान को सावधानीपूर्वक एकत्र किया जाएगा, उसका दस्तावेजीकरण किया जाएगा और संबंधित परिवारों को सौंप दिया जाएगा। हमारी टीम इन व्यक्तिगत वस्तुओं का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए लगन से काम कर रही है और हम नागरिक उड्डयन विभाग के साथ मिलकर एक सुचारु और सम्मानजनक प्रक्रिया सुनिश्चित कर रहे हैं।”
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