अपराध
भारत-बांग्लादेश 2021 फोकस : सीमा पार अपराध से निपटने के लिए कारगर तंत्र पर जोर

भारतीय और बांग्लादेश सीमा सुरक्षा बल संयुक्त रूप से सीमा पार से होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए आगामी वर्ष में कारगर तंत्र बनाने पर जोर देंगे। सीमा पार अपराध दोनों पड़ोसी देशों की एक प्रमुख चिंता है जो सुरक्षा के साथ ही अवैध गतिविधियों के कारण आंतरिक सिस्टम को भी प्रभावित कर रहा है। भारत की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच 51 वें महानिदेशक सीमा स्तरीय समन्वय सम्मेलन के बाद टारगेट निर्धारित किया, सम्मेलन में ‘सकारात्मक परिणाम’ निकले।
सीमा पार अपराधों पर संयुक्त रूप से अंकुश लगाने के लिए तंत्र को सुव्यवस्थित करने के अलावा, दोनों सेनाओं ने सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करने के लिए ‘संयुक्त रूप से’ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
भारत और बांग्लादेश 4,096 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं। यह दुनिया की पांचवीं सबसे लंबी भूमि सीमा है। असम में 263, त्रिपुरा में 856 , मिजोरम में 318, मेघालय में 443 और पश्चिम बंगाल में 2,616.7 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं।
बीएसएफ के एक बयान में कहा गया, “इस सम्मेलन में सकारात्मक परिणाम निकले, फलदायी संवाद के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दे और रचनात्मक समाधान आए और विभिन्न सीमा पार अपराधों पर संयुक्त रूप से अंकुश लगाने के लिए तंत्र को अधिक सुगम, कारगर बनाने पर चर्चा हुई।”
दोनों पक्षों ने सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की और दोनों पक्षों ने प्रतिबद्धता साझा की और परिणाम पर संतोष व्यक्त किया और एक सहयोगात्मक तरीके से प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने में पूरी प्रतिबद्धता दोहराई।
कमजोर क्षेत्रों की पहचान और अपराधियों को पकड़ने के लिए संयुक्त रात्रि गश्ती के संचालन, में सिंगल रो फेंस का निर्माण सम्मेलन के दौरान लिए गए कुछ रचनात्मक निर्णयों में से था, जो 22 दिसंबर को गुवाहाटी में शुरू हुआ और शनिवार को संपन्न हुआ। भारत का नेतृत्व बीएसएफ डीजी राकेश अस्थाना ने किया जबकि बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम ने किया।
इसके अलावा, बीएसएफ बांग्लादेश की आजादी के 50 वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए पूरे आने वाले वर्ष के लिए कई कार्यक्रमों की योजना बना रहा है, जहां युद्ध के दिग्गज सेनानायकों और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
सम्मेलन के परिणाम पर संतोष व्यक्त करते हुए, दोनों प्रतिनिधिमंडल नेताओं ने सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और अप्रैल 2021 के दूसरे सप्ताह में ढाका में अगला डीजी स्तर का सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
पिछला बीएसएफ-बीजीबी सीमा समन्वय सम्मेलन इस साल 16-19 सितंबर को ढाका में आयोजित किया गया था।
अपराध
मुंबई : बिना पहचान के सिम बेचने का खेल हुआ खत्म, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई , 21 मई। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बिना दस्तावेज के सिम कार्ड देने वाला युवक गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 75 सिम कार्ड्स और 2 मोबाइल जब्त किए हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम समीर मेहबूब खान है, जिसकी उम्र महज 23 साल है।
पहलगाम हमले के बाद, मुंबई शहर को हाई अलर्ट पर रखने के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच को ऐसे गिरोह की जानकारी मिली जो मोटी रकम लेकर बिना दस्तावेज में सिम कार्ड मुहैया करवाता है। मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी को एक गुप्त सूचना मिली थी कि एक शख्स वीआई, एयरटेल और जियो जैसी टेलीकॉम कंपनियों के अधिकृत सिम कार्ड वितरक के रूप में काम करता है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, इस दौरान आरोपी ग्राहकों की आंखों की स्कैनिंग और अंगूठे के निशान को बार-बार लेकर अवैध रूप से सिम कार्ड जारी कर रहा है। अधिकारी ने आगे बताया कि वह बिना वैध केवाईसी प्रक्रिया पूरी किए सिम कार्ड अधिक कीमत पर बेच रहा था।
इस जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई करने के लिए क्राइम ब्रांच ने एक जाल बुना। एक नकली ग्राहक को तैयार कर समीर के पास भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने उस ग्राहक से बिना किसी वैध दस्तावेज के अधिक पैसे लेकर सिम कार्ड बेच दिया। इसके बाद तुरंत ही आरोपी को हिरासत में लिया गया और उसके पास से सिम कार्ड्स और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए।
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से कई शहर हाई अलर्ट पर हैं। इस दौरान देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों की तलाश की जा रही है और ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकाला जा रहा है।
अपराध
झारखंड के शराब घोटाले में आईएएस विनय चौबे से एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुरू की पूछताछ

रांची, 20 मई। झारखंड में शराब घोटाले में पीई (प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी) दर्ज करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईएएस और तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय कुमार चौबे से पूछताछ शुरू की है।
मंगलवार को एसीबी की टीम उनके आवास पर पहुंची और इसके बाद उन्हें अपने साथ कार्यालय लेकर पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार, उनसे उनके कार्यकाल में झारखंड में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर लागू हुई एक्साइज पॉलिसी की कथित गड़बड़ियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, इस मामले की जड़ें छत्तीसगढ़ से जुड़ी हैं, जहां शराब घोटाले में स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अफसरों और कई बड़े कारोबारियों की भूमिका सामने आई है।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच वहां की आर्थिक अपराध शाखा ने शुरू की थी। इसके बाद ईडी ने भी इस मामले में जांच शुरू की।
ईडी को इस दौरान यह भी जानकारी मिली कि जिस सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला किया, उसी ने झारखंड में भी नई उत्पाद नीति लागू करवाई और यहां भी उसी तर्ज पर घोटाला दोहराया गया।
इसी आधार पर ईडी की छत्तीसगढ़ इकाई ने झारखंड के तत्कालीन एक्साइज सेक्रेटरी विनय चौबे को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
पूछताछ के दौरान चौबे ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उत्पाद नीति सरकार की सहमति से लागू की गई थी। बाद में झारखंड के एक व्यक्ति ने छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट ने ही झारखंड में सुनियोजित घोटाला किया।
इसके बाद ईडी ने इसमें ईसीआईआर दर्ज कर जांच शुरू की और अक्टूबर 2024 में आईएएस विनय चौबे सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध शाखा में एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद झारखंड एसीबी ने राज्य सरकार की अनुमति के बाद पीई दर्ज कर जांच शुरू की है।
अपराध
पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बटाला में आईएसआई समर्थित आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़

चंडीगढ़, 20 मई। पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बटाला पुलिस ने छह आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जो आईएसआई के निर्देश पर काम कर रहे थे। ये आतंकी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े हुए थे और इनका मास्टरमाइंड मनिंदर बिल्ला और मन्नू अगवान था।
बटाला पुलिस ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर दी है।
पुलिस के एक्स हैंडल के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकियों की पहचान जतिन कुमार उर्फ रोहन, बरिंदर सिंह उर्फ साजन, राहुल मसीह, अब्राहम उर्फ रोहित, सोहित और सुनील कुमार के रूप में हुई है। इनके पास से एक 30 बोर पिस्तौल बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया कि ये आतंकी बटाला में एक शराब की दुकान पर ग्रेनेड हमला करने की कोशिश कर चुके थे। गिरफ्तार आतंकियों को पुर्तगाल स्थित मनिंदर बिल्ला और बीकेआई मास्टरमाइंड मन्नू अगवान से सीधे निर्देश मिल रहे थे। मन्नू अगवान ने हाल ही में अमेरिका में हैप्पी पासियन की गिरफ्तारी के बाद ऑपरेशनल चार्ज संभाला था।
गिरफ्तार आतंकियों में से एक जतिन कुमार पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसने पुलिस पर गोलियां चलाईं और जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल बटाला में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस और यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे राज्य में आतंकी नेटवर्क को बेअसर करने और शांति और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस आतंकी नेटवर्क के अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे और राज्य की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
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