बॉलीवुड
‘मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं प्रतिष्ठित व्यक्तियों की श्रेणी में आता हूँ’ : बिग बी

जब माननीय हरदीप एस. पुरी ने मुझे दिल्ली विश्वविद्यालय की शताब्दी मनाने के लिए एक संकलन प्रकाशित करने की अपनी योजना के बारे में लिखा और मुझे इस शानदार अवसर पर कुछ शब्द लिखने के लिए एक प्रसिद्ध पूर्व छात्र के रूप में आमंत्रित किया, तो मैंने उनसे कहा कि मैं इस काम के लिए सही व्यक्ति नहीं हूं।
मुझे विश्वास नहीं था कि मैं ‘प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों’ की श्रेणी में आता हूं जिसका उन्होंने उल्लेख किया था, क्योंकि विश्वविद्यालय में मेरे वर्ष (1958-61) अकादमिक रूप से अच्छे नहीं थे। लेकिन वह अपनी बात मनवाने में कायम रहे और आखिरकार मैं मान गया।
डीयू (नॉर्थ कैंपस) जहां अध्ययन किया, शायद, यूनाइटेड किंगडम (यूके) में कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों की तर्ज पर बनाया गया था। जहां कई सारे कॉलेज हैं, एक साथ। हम एक-दूसरे के कॉलेजों में जाते थे, साथी छात्रों के साथ मिलते थे, एक-दूसरे की कैंटीन में खाते थे, एक ही यूनिवर्सिटी की बस में अपने घर जाते थे, इंटरकॉलेजिएट प्रतियोगिताओं में प्रतिद्वंद्वी बन जाते थे।
यह 1958 की बात है और मैं किरोड़ीमल कॉलेज में बीएससी सामान्य पाठ्यक्रम कर रहा था, जहां से मैंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।
अपने करियर पर अपनी शिक्षा के प्रभाव को देखते हुए, मुझे पता चलता है कि यह विविध विषयों का समामेलन है जो हर प्रकार की रचनात्मक गतिविधि को प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए, लेखक बिना प्रिंटिंग प्रेस के कहां होंगे, बिना स्टेज के कलाकार कहां होंगे, बिना कैनवस के पेंटर्स कैसे होंगे, कैमरे के बिना फिल्म अभिनेता कैसा होगा? शिक्षा प्रौद्योगिकी और मानविकी के क्षेत्र में असंख्य अवसर पैदा करती है।
संभावना बहुत अधिक है कि मैं सिनेमा या जीवन के किसी अन्य रचनात्मक पहलू में शिक्षा के बिना नहीं होता जो ऐसे है जैसे बिना संगमरमर के मूर्तिकला। शिक्षा मानव के लिए है आत्मा है। विश्वविद्यालय छोड़ने से पहले, हम अपनी पहचान गढ़ते हैं, हम अपने विश्वासों को इस तरह से मजबूत करते हैं कि हम किसी बहकावे में न पड़ें।
विश्वविद्यालय में मेरे दिनों के दौरान, मुख्य विश्वविद्यालय भवन में कक्षाएं आयोजित की जाती थीं, जबकि सहायक और प्रायोगिक विभिन्न कॉलेजों में आयोजित किए जाते थे।
अगर मुझे कुछ पुराना याद करना हो तो मैं अपने डीयू के समय को याद करुं गा। मुझे एक अभिनेता के रूप में मेरा पहला गंभीर प्रोत्साहन मिला। जब मैंने मैक्सवेल एंडरसन के विंटरसेट के एक स्टेज प्रोडक्शन में प्रदर्शन किया, तो ड्रामेटिक्स क्लब के लंबे और प्रभावशाली मिस्टर फ्रैंक ठाकुरदास ने मुझे पहली बार बधाई दी। उन्होंने मुझे अब्राहम लिंकन की भूमिका निभाने के लिए यूएसआईएस ड्रामा कंपनी में जाने की सिफारिश की और मुझे मिरांडा हाउस में मंचित बेन लेवी के द रेप ऑफ द बेल्ट में जियू के हिस्से के लिए चुना।
निश्चित रूप से, आज का युवा – वास्तव में, किसी भी दिन और उम्र का – प्रचार नहीं करना चाहता। जैसे-जैसे समय बीतता है, वे अपनी जरूरतों और आकांक्षाओं के बारे में अधिक जागरूक होता जाता है। वह देख सकता कि भविष्य में आगे क्या करना है। लेकिन, मेरा विश्वास करो, यह पर्याप्त नहीं है। उन्हें अपनी गति सीमा, कब मुड़ना है और कब ब्रेक लगाना है, यह भी पता होना चाहिए। उस संबंध में दिल्ली विश्वविद्यालय नितांत आवश्यक था।
समय बीतता गया और फिर एक दिन, मेरे किरोड़ीमल में शामिल होने के लगभग 50 साल बाद, मुझे बताया गया कि दिल्ली विश्वविद्यालय मुझे डॉक्टरेट की मानद उपाधि से अलंकृत कर रहा है। इस पर मैंने असीम कृतज्ञता व्यक्त की। किसने सोचा होगा कि किसी दिन एक साधारण छात्र स्नातक को इतना जबरदस्त सम्मान मिलेगा।
उसके बाद मेरी तत्काल प्रतिक्रिया खुद से पूछने की थी कि क्या मैं इस तरह के सम्मान का हकदार हूं। क्या मैं अपने विश्वविद्यालय, अपने स्वयं के परिवार द्वारा सम्मानित होने के योग्य था, जिसने मुझे मेरे जीवन के कुछ सबसे शानदार वर्ष दिए? यह वही संस्था थी जिसने मुझे जीवन के उन मूल्यों और सिद्धांतों को आत्मसात किया, जिन्हें मैं गहराई से संजोता हूं और अपने मरने के दिन तक इसका पालन करूंगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय का मैं आजीवन ऋणी रहूंगा। मुझे लगता है कि यह उचित ही है कि विश्वविद्यालय ने मुझे जो जबरदस्त विश्वास और सम्मान दिखाया है, मैं उसका प्रतिदान पालन करता हूं। श्री हरदीप एस. पुरी जी द्वारा संपादित यह संकलन और डीयू परिवार के अन्य योग्य पूर्व छात्रों द्वारा कुछ आकर्षक प्रविष्टियों सहित, मुझे अपना सम्मान देने की अनुमति देता है। वास्तव में, यह देश के प्रमुख शिक्षा केंद्र में होना एक सौभाग्य की बात थी – जिसने सौ साल पहले अपनी स्थापना के बाद से हमेशा शिक्षा के कारण को आगे बढ़ाया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय को मेरी शुभकामनाएं। आभार में, अमिताभ बच्चन
बॉलीवुड
अनुपम खेर ने शंकर महादेवन की तारीफ, बोले-आपकी आवाज में है अनोखी शक्ति

मुंबई, 4 अक्टूबर : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने शनिवार को मशहूर संगीतकार और गायक शंकर महादेवन के साथ एक खास वीडियो साझा किया। इस वीडियो में अनुपम ने शंकर की गायकी और उनके जीवंत व्यक्तित्व की जमकर तारीफ की।
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में अनुपम कहते हैं, “देखिए मेरे साथ फ्लाइट में कौन बैठा है, हमारे सबसे महान गायक शंकर महादेवन।”
अनुपम ने शंकर की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी मौजूदगी हमेशा खुशी देती है। जवाब में शंकर ने शिव तांडव स्तोत्र की कुछ पंक्तियां गाकर माहौल को और जीवंत करते हुए कहा, “जब भी मैं अनुपम जी को देखता हूं, मुझे एक अलग ऊर्जा महसूस होती है और मैं शिव तांडव गाता हूं।”
अनुपम ने भी शंकर की आवाज की तारीफ की और बताया कि वह सुबह पूजा, व्यायाम या भोलेनाथ से जुड़ी पोस्ट के लिए शंकर का गाया शिव तांडव ही सुनते हैं, क्योंकि उनकी आवाज में अनोखी शक्ति है।
अनुपम ने वीडियो में शंकर के नए बिजनेस की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि शंकर ने दुबई में ‘मालगुड़ी’ नाम से एक साउथ इंडियन रेस्टोरेंट खोला है, जो काफी कमाल का है। साथ ही अब इसकी ब्रांच मुंबई के बोरीवली में भी शुरू हो गई है।
अनुपम ने हंसते हुए कहा, “मैं भी वहां डोसा खाने जरूर जाऊंगा।” दोनों की यह हल्की-फुल्की बातचीत और आपसी तारीफ ने वीडियो को और खास बना दिया।
अनुपम ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, “अपने सबसे प्यारे दोस्त और मशहूर संगीतकार/गायक शंकर महादेवन से मिलना हमेशा खुशी देता है। उनकी सकारात्मक और खुशमिजाज ऊर्जा अद्भुत है। उनका गाया शिव तांडव शानदार है। मालगुड़ी रेस्टोरेंट के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं। ऊं नमः शिवाय!”
प्रशंसक दोनों की सकारात्मकता काफी पसंद कर रहे हैं। वे कमेंट सेक्शन पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
बता दें, मशहूर गायक शंकर महादेवन ने हाल ही में मुंबई के बोरीवली में रेस्टोरेंट खोला है। इसको शुरू करने से पहले गायक ने फराह खान के यूट्यूब चैनल पर इस बात की जानकारी दी थी।
बॉलीवुड
प्रियंका चोपड़ा ने मानवता की सेवा में लगे लोगों से मिलकर जताई खुशी, कहा- ‘आप लोग सच्ची प्रेरणा हैं’

मुंबई, 4 अक्टूबर : बॉलीवुड और हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में एक विशेष आयोजन में हिस्सा लिया, जिसकी झलक उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ सोशल मीडिया पर साझा की।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर इस खास पल की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए। इन तस्वीरों में वह अपने पति और आयोजन में मौजूद लोगों के साथ नजर आ रही हैं।
प्रियंका ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “इस आयोजन में मुझे प्राथमुसा के साथ काम करने वाले उन अद्भुत लोगों से मिलने का मौका मिला, जो मानवता की सेवा में लगे हैं। इस अनुभव ने मेरे दिल को सुकून दिया।”
अभिनेत्री ने आयोजन की मेजबानी करने वाली रुकमणी और उनकी टीम की तारीफ करते हुए लिखा, “आप लोग सच्ची प्रेरणा हैं। एक ऐसी दुनिया में, जहां हर दिन नई चुनौतियां आती हैं, आप जैसे लोग जो उम्मीद और मानवता पर भरोसा रखते हैं, हमें बेहतर करने की प्रेरणा देते हैं।”
प्रियंका ने सभी से हर दिन बेहतर करने की अपील की।
तस्वीरों में प्रियंका आयोजन की चमक-दमक और गर्मजोशी के बीच बेहद खूबसूरत अंदाज में दिख रही हैं।
इसी के साथ ही अभिनेत्री ने एक मजेदार वीडियो क्लिप शेयर किया, जिसमें निक जोनस उनके बाल खोलने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं, जबकि प्रियंका इस पल को रिकॉर्ड करते हुए हंस रही हैं।
वर्क फ्रंट की बात करें तो प्रियंका को हॉलीवुड एक्शन-कॉमेडी ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ में देखा गया था। फिल्म अमेजन प्राइम पर मौजूद है। एक्ट्रेस एक साथ कई फिल्मों की शूटिंग कर रही है, जो हॉलीवुड और बॉलीवुड दोनों हैं। एक्ट्रेस ‘सिटाडेल-2’, ‘द ब्लफ’, ‘जजमेंट डे’, और ‘एसएसएमबी 29’ में सुपरस्टार महेश बाबू के साथ फिल्म में स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी, और उम्मीदें जताई जा रही हैं कि प्रियंका ‘कृष 4’ में भी दिख सकती हैं।
बॉलीवुड
पंजाब: बाढ़ पीड़ितों की फिर से मदद करते नजर आए सोनू सूद, लोगों से सहायता जारी रखने की अपील

मुंबई, 2 अक्टूबर : अभिनेता सोनू सूद और उनकी बहन शुरू से ही पंजाब के साथ खड़े हैं। उन्होंने गुरुवार को एक वीडियो पोस्ट की और बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए लोगों से एकजुट होने की अपील की।
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में अभिनेता बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए लोगों से एकजुट होने की अपील कर रहे हैं। वीडियो में सोनू सूद अपनी बहन मालविका सूद और अपनी पूरी टीम के साथ गट्टे राजो गांव में जरूरतमंदों को राहत सामग्री बांटते नजर आ रहे हैं।
सोनू सूद ने वीडियो में कहा, “हम आज गट्टे राजो गांव में खड़े हैं, जहां अभी भी बाढ़ के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ को 40-45 दिन बीत चुके हैं, लेकिन कई जगहों पर पानी का स्तर अभी भी बढ़ा हुआ है। मैं हमेशा कहता हूं कि असली जरूरतें अब सामने आएंगी। जो लोग मदद कर रहे हैं, वे इसे जारी रखें, क्योंकि अब और भी चुनौतियां सामने आने वाली हैं। हमें मिलकर प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करनी है।”
वीडियो में उनकी टीम जरूरतमंदों को गद्दे, कंबल और अन्य आवश्यक सामान बांटती दिख रही है। सोनू सूद ने इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, “दिन-45, आओ मिलकर जरूरतमंदों के लिए काम करें।”
बता दें कि पंजाब में बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचाई है। घर, खेत और रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई है। ऐसे में सोनू सूद की यह पहल प्रभावित परिवारों के लिए बड़ा सहारा बन रही है।
उनके इस नेक काम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। लोग उनकी संवेदनशीलता और लगातार मदद के जज्बे को सलाम कर रहे हैं।
सोनू सूद ने तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है। उन्हें पिछली बार पर्दे पर फिल्म ‘फतेह’ में देखा गया था। वह इस फिल्म के निर्देशक, लेखक और निर्माता हैं।
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