Connect with us
Tuesday,29-July-2025
ताज़ा खबर

राष्ट्रीय

हिंदवेयर एप्लायंसेस ने कनेक्टेड होम्स के लिए लॉन्च की आईओटी की नई रेंज

Published

on

Appliances

‘हिंदवेयर अप्लायंसेज’ के निर्माताओं सोमानी होम इनोवेशन लिमिटेड ने फ्यूचरिस्टिक, इंटेलिजेंट और कनेक्टेड घरेलू उपकरणों के साथ अपने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) प्रोडक्ट्स पोर्टफोलियो का विस्तार किया है। इसके लिए उसने एलारा आईप्रो वॉटर प्यूरिफायर और हिंदुस्तान एग्निस आईप्रो एयर प्यूरिफायर लॉन्च किया है। उत्पादों की कीमत क्रमश: 18,990 रुपये और 16,990 रुपये है। यह इवोक डॉट इन और प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट – एमेजॉन इंडिया, दिल्ली/एनसीआर के रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध होंगे।

पिछले साल हिंदवेयर अप्लायंसेस ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) वाले स्मार्ट उपकरणों के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक वाले अपने आईप्रो प्रोडक्ट रेंज के साथ कदम रखा था। आईप्रो रेंज (एकेलॉस प्रीमियम आईप्रो वाटर प्यूरीफायर, ऑप्टिमस आईप्रो चिमनी और ओन्डेव ईवो आईप्रो वॉटर हीटर ) अब अपग्रेड हो गई है और इसमें एमेजॉन एलेक्सा के जरिए वॉयस कमांड का उपयोग करके पूरी तरह हैंड्स फ्री अनुभव लिया जा सकता है।

आईओटी वाले स्मार्ट हिंडवेयर उपकरणों को हिंदवेयर अप्लायंस ऐप के जरिए किसी भी समय कहीं से भी मैनेज किया जा सकता है। यह यूजर को बाहर से इन उपकरणों को ऑपरेट करने, निगरानी करने और कंट्रोल करने के लिए ऑटो डायग्नोज, ट्रबलशूट और रजिस्ट्रेशन सर्विस के अनुरोध को एक बटन टच करते ही मदद देगा।

हिंदवेयर एलारा आईप्रो वॉटर प्यूरीफायर एडवांस कॉपर प्लस तकनीक के साथ आता है जो पानी में हानिकारक बैक्टीरिया, रोगाणुओं को मारने वाले तांबे के आयनों को पर्याप्त मात्रा में सक्रिय करके पानी को शुद्ध करता है, साथ ही इसमें जरूरी खनिज पदार्थ जोड़ता है। स्मार्ट वाटर प्यूरीफायर और मॉनीटर शुद्ध पानी का रियल टाइम टीडीएस भी देता है और घर के दैनिक पानी की खपत पर भी नजर रखता है। एप्लायंसेस हिंदवेयर के मोबाइल एप्लिकेशन के साथ सिंक हैं और ये सही समय पर इसमें फिल्टर बदलने की भी सूचना देंगे। वाटर प्यूरीफायर में वाई-फाई डायरेक्ट तकनीक है। इसमें स्मार्ट 7 स्टेज प्यूरीफिकेशन एक्सपर्ट है जो यूजर को पूरे दिन 100 फीसदी शुद्ध पानी देती है।

हिंदवेयर के एग्निस आईप्रो एयर प्यूरीफायर में वाई-फाई डायरेक्ट फीचर भी है और यह इंटेलिजेंट जियो फेंसिंग तकनीक से लैस है, जो आपके घर के 4-5 किमी के दायरे में आपके मोबाइल फोन की पहचान करके पहले से दिए गए कमांड को लागू करता है। यह ‘ट्रू हेपा फिल्टर’ और ‘4 डी सक्शन तकनीक’ से लैस है, जिसके कारण हिंदवेयर एग्निस एयर प्यूरिफायर 99.95 फीसदी तक धूल, एलर्जी, वायरस के कणों को हटा देता है। स्मार्ट एयर प्यूरीफायर में एयर क्वालिटी इंडिकेटर, फिल्टर लाइफ, शेड्यूलर, स्लीप मोड, ऑटो मोड आदि सुविधाएं हैं, जिन्हें मोबाइल ऐप या एमेजॉन एलेक्सा के जरिए आसानी से संचालित किया जा सकता है।

सोमनी होम इनोवेशन लिमिटेड (एसएचआईएल) के सीईओ और डायरेक्टर राकेश कौल ने कहा, “डिजिटल चीजों को तेजी से अपनाने के साथ, रोजमर्रा के जीवन में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच और स्मार्ट किफायती उपकरणों की उपलब्धता के साथ आईओटी प्रोडक्ट्स के लिए भारत एक अच्छे बाजार के रूप में उभरा है। मौजूदा स्थितियां इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) को जरूरी बना रही हैं, जहां सब कुछ एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। स्मार्ट, रिमोट-कंट्रोल्ड और कनेक्टेड एप्लायंसेस हमें यूजर्स के साथ निकट संपर्क में रहने देते हैं। 2 और आईओटी प्रोडक्ट्स के अलावा हम और प्रोडक्ट्स को लाने की पहल को मजबूत कर रहे हैं। घर में या हमारे ऑफिस में कनेक्टेड डिवाइसेस और आईओटी टेक्नॉलॉजी के लिए अनंत संभावनाएं हैं। हम और अधिक स्मार्ट प्रोडक्ट लाने के लिए काम कर रहे हैं।”

बड़े पैमाने पर हमारी उपस्थिति और उपभोक्ताओं की बढ़ती आकांक्षाओं के साथ हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। हम जीवन को समृद्ध बनाने के लिए तकनीकी और मार्केटिंग विशेषज्ञता का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एप्लायंस कंट्रोल को स्वचालित करने के लिए हमारे आईओटी प्रोडक्ट्स डिजिटल तौर पर हमारे स्पेस को बढ़ाते हैं।

इंटेलीजेंस इंटीग्रेटेड आईप्रो उपभोक्ता उत्पादों की भविष्य की सीमा तेजी से उभरते आईओटी सेगमेंट में हिंदवेयर एप्लायंसेज को चिह्न्ति करती है। साथ ही यह हिंदवेयर कनेक्ट के जरिए स्मार्ट घरों के निर्माण का रास्ता बना रही है। प्रीमियम प्रोडक्ट्स को शुरूआती एडाप्टर्स और स्मार्ट होम ऑटोमेशन के यूजर्स के लिए विकसित किया गया। जियो-फेंसिंग और वाई-फाई डायरेक्ट और एलेक्सा-कंट्रोल्ड जैसे हमारे स्मार्ट उपकरणों की अनूठी विशेषताओं की पेशकश करते हुए हर एक प्रोडक्ट को स्मार्ट ऑटोमेशन के साथ रोजमर्रा की जिंदगी को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.

अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने को लेकर भारत में काफी उत्साह : अरविंद पनगढ़िया

Published

on

नई दिल्ली, 26 जुलाई। 16वें वित्त आयोग के चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया ने कहा है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर भारत में काफी उत्सुकता और उत्साह है, जिससे भारतीय उद्योगों को एक बड़े निर्यात बाजार तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी।

सीएसआईएस चेयर ऑन इंडिया एंड इमर्जिंग एशिया इकोनॉमिक्स द्वारा न्यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में पनगढ़िया ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता देश के वैश्विक निवेश परिदृश्य के लिए एक बड़ी सफलता ला सकता है।

उन्होंने इस सप्ताह आयोजित कार्यक्रम में ‘राइजिंग इंडिया’ के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा, “व्यापक हित में, विशेष रूप से वर्तमान व्यापार शुल्क के संदर्भ में अर्थव्यवस्था को अधिक मुक्त बनाने की आवश्यकता है और जब आप व्यापार समझौते करते हैं तो आपको अपने निर्यात के लिए बड़े बाजारों तक भी पहुंच मिलती है।”

संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा शुल्क बढ़ाने के वर्तमान संदर्भ ने दुनिया में एक अलग व्यापार गतिशीलता पैदा कर दी है।

उन्होंने कहा, “मुझे जो संकेत मिल रहे हैं, उनसे लगता है कि अमेरिकी व्यापार समझौते को लेकर काफी उत्सुकता है। मुझे इस समझौते के साथ-साथ यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ भविष्य में होने वाले समझौते को लेकर भी काफी उत्साह दिखाई दे रहा है।”

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के सफल समापन के बाद, अब सभी की निगाहें यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ होने वाले व्यापार समझौते पर टिकी हैं।

भारत और यूरोपीय संघ जून 2022 से एफटीए पर बातचीत कर रहे हैं और 12 दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है, जिसमें आखिरी दौर जुलाई 2025 में होगा। भारत और यूरोपीय संघ 2025 के अंत तक एक मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका भारत के साथ एक व्यापार समझौते के करीब है । वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारतीय वार्ता दल ने इसी महीने वाशिंगटन का दौरा किया था।

पनगढ़िया ने कहा, “मैं अपने वर्तमान पद पर रहते हुए सरकार का हिस्सा नहीं हूं, लेकिन अमेरिका और अन्य देशों के साथ व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करने में हमारी गहरी रुचि है।”

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

ब्रिटेन दौरे पर पीएम मोदी: ऐतिहासिक संबंधों से लेकर फ्री ट्रेड एग्रीमेंट तक, 1993 की नींव पर 2025 की साझेदारी

Published

on

नई दिल्ली, 24 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन दौरे पर हैं। दो दिवसीय यह यात्रा भारत-ब्रिटेन संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। खासकर फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) के जरिए द्विपक्षीय व्यापार को एक नई ऊंचाई देने की कोशिश है। यह पीएम मोदी की चौथी ब्रिटेन यात्रा है, जबकि कीर स्टार्मर के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहला दौरा है।

लंदन पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत किया गया, जहां खासतौर पर भारतीय नागरिक उनके बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लंदन का माहौल इस दौरान पूरी तरह ‘मोदीमय’ हो गया था, जहां भारतीय मूल के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। खैर, इस यात्रा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन से उनके जुड़ाव की कुछ पुरानी तस्वीरें भी चर्चा में हैं। ‘मोदी आर्काइव’ ने 1993 के बाद की यात्राओं का ब्योरा साझा किया है, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि एक कार्यकर्ता के तौर पर गए थे।

1993 में उनका पहला ब्रिटेन दौरा हुआ था, जब वे भाजपा के महासचिव और राष्ट्रीय राजनीति में एक उभरती हुई हस्ती थे। अपनी पहली अमेरिकी यात्रा से लौटते वक्त उनका अचानक ब्रिटेन जाना हुआ, जहां वह कुछ समय रुके। न कोई तय कार्यक्रम था, न कोई भव्य मंच। यह बस अमेरिका से लौटते समय एक सहज, अनौपचारिक पड़ाव था।

अपने पहले ब्रिटेन के पड़ाव में उन्होंने भारतीय प्रवासी समुदाय से जुड़ने का अवसर नहीं छोड़ा। उन्होंने ‘सनराइज रेडियो’ और एक गुजराती अखबार जैसी सामुदायिक संस्थाओं का दौरा किया। उन्होंने क्रॉयडन और हेस्टिंग्स में कई परिवारों से मुलाकात की। यह अनौपचारिक बातचीत थी। लंदन अंडरग्राउंड में उन्होंने ब्रिटेन में रहने वाले आम भारतीयों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। अहम यह है कि वह जो बीज उस समय बोए गए, उन्होंने आने वाले दशकों तक भारत की प्रवासी कूटनीति को मजबूती दी।

भाजपा जमीनी स्तर पर खुद को मजबूत कर रही थी तो गुजरात में नरेंद्र मोदी इस जिम्मेदारी को निभा रहे थे। उस समय 1985 और 1995 के बीच पार्टी का जमीनी नेटवर्क एक से बढ़कर 16 हजार से ज्यादा ग्राम इकाइयों तक पहुंचा था। इसका फायदा 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिला। उस समय नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे। गुजरात में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 26 में से 20 लोकसभा सीटें जीतीं।

इस शानदार जीत के बाद 1999 में दूसरी बार ब्रिटेन दौरे पर गए थे। उनकी 5 दिवसीय ब्रिटेन यात्रा का केंद्र बिंदु नीसडेन के स्वामीनारायण स्कूल में आयोजित ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (यूके) का ऐतिहासिक कार्यक्रम था। उस कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी, “भाजपा राष्ट्रवाद और देशभक्ति का प्रतीक है।”

उन्होंने भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और एनडीए के नीतिगत दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की। नरेंद्र मोदी ने भाजपा को सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि परंपरा, धर्म, संस्कृति और आधुनिकता से जुड़ा हुआ एक आंदोलन बताया था। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की दुनिया भर में प्रशंसा की जाती है।

इस यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी का लोहाना महाजन समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया था, जहां उन्होंने प्रवासी भारतीयों को भारतीय सभ्यता के ‘सच्चे राजदूत’ कहा।

सितंबर 2000 में भी नरेंद्र मोदी लंदन में एक छोटी यात्रा पर गए। कैरेबियन में विश्व हिंदू सम्मेलन और अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र शांति सम्मेलन की यात्रा पर जाते समय वो लंदन में ठहरे। ब्रिटेन की इस संक्षिप्त यात्रा में भी नरेंद्र मोदी ने एक अमिट छाप छोड़ी।

उन्होंने ब्रिटिश उप-प्रधानमंत्री जॉन प्रेस्कॉट से मुलाकात के दौरान एशिया में राजनीतिक स्थिरता और भारतीय उपमहाद्वीप की स्थिति के बारे में चर्चा की। इस चर्चा में सबसे महत्वपूर्ण विषय ‘वैश्विक आतंकवाद’ था। वहां एक बयान में नरेंद्र मोदी ने कहा, “आतंकवाद मानवता के विरुद्ध एक बुराई है, चाहे वह भारत में हो, मध्य पूर्व में हो या उत्तरी आयरलैंड में।”

यह उल्लेखनीय है कि 9/11 के आतंकी हमलों से लगभग एक साल पहले ही नरेंद्र मोदी ने वैश्विक आतंकवाद को मानवता के लिए एक साझा खतरा बताया था, जब अधिकतर वैश्विक नेतृत्व इस चुनौती की गंभीरता को समझने में पीछे था।

यही नहीं, नरेंद्र मोदी उन लोगों को नहीं भूलते जो भारत के साथ खड़े होते हैं, 2003 में इसका उदाहरण देखने को मिला।

अगस्त 2003 में भूकंप ने भुज ही नहीं पूरे गुजरात को हिला दिया। उस समय नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। भुज भूकंप के बाद वे धन्यवाद देने के लिए ब्रिटेन दौरे पर गए। खचाखच भरे वेम्बली कॉन्फ्रेंस सेंटर में उनकी आवाज गूंज रही थी। नरेंद्र मोदी ने कहा था, “आप सभी गुजरात के सच्चे मित्र हैं और मैं दोस्ती का ऋण चुकाने आया हूं।”

उन्होंने हजारों प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया, जिन्होंने 2001 के भूकंप के दौरान गुजरात के लिए सहायता, समर्थन और संसाधन जुटाए थे। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की न सिर्फ उनकी उदारता के लिए, बल्कि भारत के साथ उनके भावनात्मक जुड़ाव के लिए भी प्रशंसा की और उन्हें “गुजरात के सच्चे दोस्त” कहा।

इस यात्रा में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी मुलाकात हुई, जो उस समय लंदन में थे।

कुछ इसी तरह पीएम मोदी का ब्रिटेन के प्रति जुड़ाव 2011 में गुजरात की स्वर्ण जयंती पर देखने को मिला। हालांकि, वह स्वयं ब्रिटेन नहीं गए थे, बल्कि गांधीनगर से ही डिजिटल माध्यम (‘जूम’) के जरिए लंदन के मेफेयर में मौजूद श्रोताओं को संबोधित किया था। उत्साही श्रोताओं से मोदी ने कहा, “गुजरात और विकास एक-दूसरे के पर्याय हैं। गुजरात इतिहास रच रहा है।”

फ्रेंड्स ऑफ गुजरात, गुजरात समाचार और ‘एशियन वॉयस’ की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ब्रिटिश सांसद, लॉर्ड्स और समुदाय के नेताओं समेत 90 विशिष्ट अतिथि शामिल थे। इनमें लॉर्ड गुलाम नून भी शामिल थे, जिन्होंने नरेंद्र मोदी के साथ सीधे तौर पर जीवंत संवाद किया।

उस समय नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि महात्मा मंदिर 18 हजार गांवों की मिट्टी से बनेगा और ब्रिटेन में रहने वाले गौरवशाली गुजराती भी इसमें योगदान देंगे।

यह संदेश स्पष्ट था कि नरेंद्र मोदी के लिए प्रवासी भारतीय सिर्फ दर्शक नहीं हैं, बल्कि वे भारत-निर्माण के सक्रिय भागीदार हैं।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय

मानवता की हत्या: एनसीपी ने ब्रिक्स में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा का समर्थन किया

Published

on

नई दिल्ली, 7 जुलाई। ब्रिक्स नेताओं द्वारा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा करने के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित राजेंद्र पवार ने प्रस्ताव का समर्थन किया और इसे “मानवता की हत्या” कहा, साथ ही आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करने की सार्वभौमिक जिम्मेदारी पर जोर दिया।

“यह वास्तव में मानवता की हत्या है। जब भी किसी देश का नागरिक आतंकवाद या ऐसे किसी कृत्य का शिकार होता है, तो यह मानवता पर हमला होता है। आतंकवाद का किसी भी रूप में समर्थन नहीं किया जा सकता। जो कहा गया वह सच है, भारत में हाल ही में हुआ हमला निश्चित रूप से मानवता पर हमला था,” रोहित पवार ने कहा।

पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा अंजाम दिया गया यह हमला राजनीतिक नेताओं सहित रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी तीखी निंदा कर रहा है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक रुख की पुष्टि की गई।

दूसरी ओर, कांग्रेस नेता मनोज कुमार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के जवाबी हमलों के दौरान स्थिति से निपटने पर निराशा व्यक्त की और पाकिस्तान के साथ समझौते तक पहुँचने में कथित बाहरी हस्तक्षेप पर चिंता व्यक्त की।

“पूरी दुनिया ने इसकी निंदा की। लेकिन मैं पूछना चाहता हूँ: जब हमारी सेना इन आतंकवादियों को खत्म करने के लिए मजबूती से आगे बढ़ रही थी, तो उसे क्यों रोका गया?” उन्होंने पूछा।

“रोकने का आदेश किसने दिया? ट्रम्प ने ट्वीट करके अभियान को रोकने के लिए दबाव क्यों डाला? और आतंकवाद के केंद्र पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते देखना इससे अधिक शर्मनाक क्या हो सकता है? एक संप्रभु राष्ट्र को इस तरह से काम नहीं करना चाहिए। ऐसा लगता है कि अब देश को हमारे प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि ट्रम्प चला रहे हैं। पहलगाम हमला भयानक था और दुनिया इसके लिए जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं करेगी।”

ब्रिक्स नेताओं द्वारा अपनाए गए रियो डी जेनेरियो घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई, जिसमें सीमा पार आतंकवाद, इसके वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों से निपटने की उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

घोषणापत्र के पैराग्राफ 34 में कहा गया है, “हम 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं… हम आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही, आतंकवाद के वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों सहित सभी रूपों में आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।” ब्रिक्स नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद को किसी धर्म, जातीयता या राष्ट्रीयता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और सभी अपराधियों और उनके समर्थकों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र36 mins ago

महायोति सरकार के विवादास्पद मंत्रियों की कैबिनेट बैठक, मंत्रियों के विवादित बयानों से राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नाराज

अपराध58 mins ago

मुंबई पुलिस ने अंधेरी में 2 करोड़ रुपये के ट्रामाडोल रैकेट का भंडाफोड़ किया; आईएसआईएस ड्रग के साथ 3 गिरफ्तार

राष्ट्रीय समाचार2 hours ago

डीआरडीओ ने ‘प्रलय’ मिसाइल का लगातार दो सफल परीक्षण किया

व्यापार4 hours ago

भारतीय कंपनियों का सीएसआर खर्च वित्त वर्ष 22 से वित्त वर्ष 24 के बीच 29 प्रतिशत बढ़ा : रिपोर्ट

राजनीति4 hours ago

संसद में अमित शाह का ऐलान,’ऑपरेशन महादेव में पहलगाम हमले के 3 आतंकी किए ढेर’

महाराष्ट्र5 hours ago

मुंबई और मैसूर पुलिस ने कर्नाटक में अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया; 390 करोड़ रुपये मूल्य की मेफेड्रोन जब्त, 8 गिरफ्तार

महाराष्ट्र5 hours ago

ईडी की बड़ी कार्रवाई: वसई-विरार आयुक्त अनिल पवार के 12 ठिकानों पर छापेमारी

राष्ट्रीय समाचार5 hours ago

बिहार एसआईआर विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाओं पर सुनवाई 12 और 13 अगस्त के लिए सूचीबद्ध की

राजनीति6 hours ago

कांग्रेस पार्टी और कुछ नेता भारत में पाकिस्तान के प्रवक्ता बने बैठे हैं: राम कदम

दुर्घटना7 hours ago

देवघर बस हादसे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया शोक, घायलों के इलाज का दिया भरोसा

महाराष्ट्र4 weeks ago

हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर

महाराष्ट्र2 weeks ago

मुंबई: बीएमसी ने मराठी साइनबोर्ड न लगाने वाली दुकानों का संपत्ति कर दोगुना किया, लाइसेंस रद्द करने की योजना

महाराष्ट्र5 days ago

सुप्रीम कोर्ट ने 2006 मुंबई ट्रेन धमाकों के मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट के बरी करने के फैसले पर लगाई रोक

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई: मीरा रोड में मराठी न बोलने पर दुकानदार पर हमला करने के कुछ घंटों बाद मनसे कार्यकर्ताओं को छोड़ा गया: रिपोर्ट

अंतरराष्ट्रीय3 weeks ago

भारत और ग्रीस के बीच रक्षा बातचीत हुई तेज, भारत ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का दिया ऑफर… तुर्की और पाकिस्तान में हड़कंप

महाराष्ट्र1 week ago

‘मराठी बोलो या बाहर निकलो’: मुंबई लोकल ट्रेन में भाषा विवाद को लेकर महिलाओं के बीच तीखी झड़प

अपराध3 weeks ago

महाराष्ट्र में 5,001 मामलों में 153 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स जब्त; ई-सिगरेट, गुटखा और जुए पर भी कार्रवाई तेज

अपराध3 weeks ago

मुंबई 1993 दंगों के वांछित आरोपी को 32 साल बाद गिरफ्तार किया गया

अपराध3 days ago

मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा: 15-20 गाड़ियों की टक्कर में एक की मौत, कई घायल; भीषण ट्रैफिक जाम की सूचना 

महाराष्ट्र3 weeks ago

मुंबई की 1,000 मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए गए: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

रुझान