अपराध
कोपरखैरणे में नशे में धुत आदमी मादा कुत्ते से बलात्कार करता कैमरे में कैद; केस दर्ज

कथित तौर पर नवी मुंबई के कोपरखैरणे का एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति को मादा कुत्ते के साथ बलात्कार करते हुए दिखाया गया है। वीडियो को एक सोशल मीडिया हैंडल द्वारा ऑनलाइन पोस्ट किया गया था जिसमें दावा किया गया था कि उस व्यक्ति को पहले भी इसी तरह की भयानक हरकतें करते हुए पकड़ा गया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। “यह बीमार आदमी कोपरखैरणे में मादा कुत्तों के साथ बलात्कार करता है। पिछली बार कुछ लड़कों ने उसे रंगे हाथों पकड़ा था और पुलिस के पास ले गए थे। वह आदमी नशे में था। लेकिन हमेशा की तरह पुलिस ने मदद नहीं की,” एक्स पर अकाउंट ने तस्वीर संलग्न करते हुए लिखा घिनौना कृत्य करते हुए व्यक्ति और उसका वीडियो। विवरण के अनुसार, उस व्यक्ति को पहले भी स्थानीय लड़कों ने इसी तरह की स्थिति में पकड़ा था, लेकिन वह छिपने में कामयाब रहा था। हाल ही में, वह फिर से सामने आया और एक कुत्ते के साथ उसी तरह की दरिंदगी करते हुए पकड़ा गया, जिसके बाद स्थानीय लड़कों को एक बार फिर कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने पुलिस को स्थिति के बारे में सूचित करने के लिए तुरंत आपातकालीन 100 नंबर डायल किया, जैसा कि सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया गया है।
मुंबई पुलिस ने एक्स पर पोस्ट के जवाब में नवी मुंबई पुलिस को टैग किया। आरोपी के खिलाफ कोपरखैरणे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। उन पर धारा 377 आईपीसी 11(1) (ए) पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज किया गया था। मुंबई पुलिस के अधिकारी सुधीर कुडालकर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एफआईआर की एक तस्वीर साझा की। जानवरों के ख़िलाफ़ अमानवीय कृत्यों की संभावना, अक्सर बिना किसी स्पष्ट उद्देश्य के, असीमित लगती है। भारत में पशु क्रूरता की बढ़ती घटनाएं चिंता का कारण बन गई हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन एनिमल प्रोटेक्शन ऑर्गेनाइजेशन और ऑल क्रिएचर्स ग्रेट एंड स्मॉल के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2010 और 2020 के बीच, भारत में जानवरों के यौन शोषण से जुड़े 82 मामले सामने आए। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वास्तविक संख्या और भी अधिक हो सकती है, क्योंकि जानवरों के खिलाफ अपराधों को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा व्यवस्थित रूप से दर्ज नहीं किया गया है। व्यापक डेटा की कमी के कारण ऐसे मामलों की वार्षिक घटनाओं के बारे में सटीक निष्कर्ष निकालना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
जानवरों के खिलाफ क्रूरता के विभिन्न रूपों में से, पाशविकता को विशेष रूप से जघन्य अपराध माना जाता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत, कोई भी व्यक्ति जो स्वेच्छा से प्राकृतिक व्यवस्था से हटकर शारीरिक संबंध बनाता है, जिसमें कोई पुरुष, महिला या जानवर शामिल है, दंड के अधीन है जिसमें आजीवन कारावास या एक अवधि के लिए कारावास शामिल है जिसे बढ़ाया जा सकता है। दस साल तक की सज़ा, जुर्माने के अलावा। 2018 में नवतेज सिंह जौहर बनाम भारत सरकार के कानून मंत्रालय के मामले में एक महत्वपूर्ण कानूनी विकास हुआ, जहां भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से हटा दिया। हालाँकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि भारतीय दंड संहिता की धारा 377, जो पाशविकता को अपराध मानती है, इस कानून का एक अलग घटक है। शीर्ष अदालत ने पुष्टि की कि जानवरों के खिलाफ पाशविकता जैसे अप्राकृतिक यौन अपराधों को संबोधित करने के लिए यह कानून लागू रहेगा। फिर भी, यह ध्यान देने योग्य है कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों सहित कई व्यक्तियों में कानून के इस विशेष पहलू के बारे में जागरूकता या समझ की कमी हो सकती है।
अपराध
नासिक : धार्मिक स्थल को लेकर उड़ी अफवाह के बाद बवाल, पथराव में कई घायल

नासिक, 16 अप्रैल। नासिक के काठे गली इलाके में मंगलवार रात पुलिस पर पथराव किया गया। यह घटना तब हुई जब क्षेत्र में बिजली कट गई और इसी अंधेरे का फायदा उठाकर भीड़ ने अचानक पुलिस और आसपास खड़े वाहनों पर पत्थर बरसाने शुरू कर000000 दिए। इस हिंसक घटनाक्रम में तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि पांच वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हंगामे की वजह एक धार्मिक स्थल को लेकर उड़ी अफवाह बताई जा रही है।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी। रात में करीब 500 पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया ताकि हालात और न बिगड़ें। बताया जा रहा है कि हंगामे के समय करीब 400 से 500 लोग मौजूद थे। पुलिस ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए इलाके में ट्रैफिक मार्गों में बदलाव भी कर दिए हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मिलकर हालात पर कड़ी नजर रखी और रात भर गश्त जारी रही।
सूत्रों ने बताया कि इस पूरे मामले की जड़ एक विवादास्पद धार्मिक स्थल है, जिस पर पिछले कुछ दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई थी। नगरपालिका ने 1 अप्रैल को अदालत के आदेश के बाद एक अनधिकृत निर्माण पर नोटिस दिया था, जिसमें कहा गया था कि यदि निर्माण को स्वयं नहीं हटाया गया तो प्रशासन उचित कार्रवाई करेगा। इस चेतावनी के बावजूद धार्मिक स्थल को नहीं हटाया गया, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष और तमाम तरह की अफवाह फैल गई।
अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में कुछ धार्मिक स्थलों का निर्माण बिना अनुमति के किया गया था और इन्हें हटाने के लिए नोटिस दिया गया था, जिसके बाद यह घटना हुई है। अगले दो दिनों में ऐसे सभी अनधिकृत धार्मिक स्थलों को हटाया जाएगा। नासिक पुलिस का कहना है पुलिस पूरे इलाके में शांति बनाए रखने के लिए कार्रवाई कर रही है। पुलिस और प्रशासनिक अमले की मौजूदगी अब भी इलाके में बनी हुई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
अपराध
जयपुर: ईडी ने पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर छापेमारी की

जयपुर, 15 अप्रैल। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जयपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर छापेमारी शुरू की। प्रताप सिंह राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
यह कार्रवाई प्रदेश के चर्चित 2,850 करोड़ रुपये के पीएसीएल घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह पर आरोप है कि घोटाले की कुछ राशि उनके पास भी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को सेवानिवृत्त सीजेआई आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी से कहा था कि पीएसीएल की संपत्तियों को नीलाम करके 6 माह में लोगों को ब्याज सहित भुगतान करें। सेबी के आकलन के अनुसार, पीएसीएल की 1.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो निवेशकों की जमा राशि की तुलना में 4 गुना है।
पीएसीएल कंपनी की योजनाओं को अवैध मानते हुए सेबी ने 22 अगस्त 2014 को कंपनी के कारोबार बंद कर दिए थे, जिसके चलते निवेशकों की पूंजी कंपनी के पास जमा रह गई। इसके बाद कंपनी और सेबी के बीच सुप्रीम कोर्ट में केस चला और सेबी केस जीत गई। 17 साल तक राज्य में रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पीएसीएल में प्रदेश के 28 लाख लोगों ने करीब 2,850 करोड़ और देश के 5.85 करोड़ लोगों ने कुल 49,100 करोड़ का निवेश किया था।
कंपनी पर बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, जयपुर ग्रामीण, उदयपुर, आंध्र प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ समेत आधे से ज्यादा राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं। इस घोटाले का पहला खुलासा जयपुर में ही हुआ था, जब 2011 में चौमू थाने में ठगी और चिट फंड एक्ट के तहत पहला केस दर्ज किया गया। मामले में प्रताप सिंह की भागीदारी 30 करोड़ के आसपास बताई जा रही है, जिसको लेकर अब ईडी जांच कर रही है।
अपराध
सलमान खान को फिर मिली जान से मारने की धमकी

मुंबई: फिल्म अभिनेता सलमान खान को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। सलमान खान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर हैं और लॉरेंस गैंग सलमान को जान से मारने की धमकी भी दे चुका है, जिसके बाद से सलमान खान को सोशल मीडिया पर लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मुंबई ट्रैफिक कंट्रोल रूम को एक व्हाट्सएप संदेश मिला जिसमें सलमान खान को उनके घर में घुसकर जान से मारने और उनकी कार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। यह धमकी भरा संदेश मिलने के बाद वर्ली पुलिस ने ट्रैफिक पुलिस की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धमकी का मामला दर्ज कर लिया है।
मुंबई पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि सलमान खान को धमकी देने वाला शख्स किसी गिरोह से जुड़ा है या फिर किसी ने शरारत में यह धमकी दी है। धमकी भरे संदेश के बाद पुलिस भी अलर्ट पर है। सलमान खान के घर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही सलमान खान को वाई प्लस सुरक्षा भी प्राप्त है। ऐसे में पुलिस ने भी इस धमकी को गंभीरता से लिया है।
मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक पंचालकर ने भी पुलिस को धमकी भरे फोन कॉल, व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर धमकी भरे संदेशों को लेकर सतर्क रहने का आदेश दिया है। मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच कर रही है। सलमान खान की जान को खतरा है, इसलिए पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती है और पुलिस ने इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है। सलमान खान को इससे पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय8 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें