राजनीति
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राजनीति केवल सरकार बनाने की नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र बनाने की होनी चाहिए
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति समाज, राष्ट्र बनाने के लिए है, न कि केवल सरकार बनाने के लिए। राजनीति न्याय और विकास की होनी चाहिए। हम वसुधैव कुरुंबकम में विश्वास करते हैं।
राजनाथ सिंह ने शनिवार को मथुरा में सपा पर निशाना साधा और कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए राजनाथ ने कहा कि यह तुष्टीकरण की राजनीति करती है और धर्म आधारित राजनीति की तलाश करती है।
भाजपा विभाजन के आधार पर राजनीति को स्वीकार नहीं करने जा रही है। कहा कि भाजपा समाज को बनाने का काम करती है। लोगों को एक करने का काम करती है। विकास के काम को लेकर कोई भेदभाव नहीं करती है। मजहब और जाति की राजनीति भाजपा को स्वीकार नहीं है।
राजनाथ सिंह ने इस दौरान कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता हमारी सेना के शौर्य और पराक्रम पर सवालिया निशान लगते हैं। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सफल रहे हैं और सराहना के पात्र हैं। अपराधी भाग रहे हैं, माफिया की संपत्ति को तोड़ा जा रहा है। यूपी तरक्की की राह पर है। एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं, तहसीलों और प्रखंड मुख्यालयों को जोड़ने के लिए सड़कें बन रही हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मथुरा की धरती पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्मस्थली है। उनके अंत्योदय के दर्शन को हम सभी मानते हैं। उन्होंने कहा कि आज बसंत पंचमी है। मैं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं और आपके मंगलमय जीवन की कामना करता हूं।
मथुरा के बलदेव विधानसभा क्षेत्र के फरह स्थित दीनदयाल धाम में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो दिशा दीनदयाल उपाध्याय ने दी है, उसी के अनुरूप भाजपा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कानून का शासन होगा तो विकास योगासन करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी जी के नेतृत्व की सरकार में अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की मान प्रतिष्ठा बढ़ी है। पहले दुनिया हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लेती थी। लेकिन दावे के साथ कह सकता हूं कि आज भारत कमजोर भारत नहीं है। जब भारत का कोई बोलता है तो पूरी दुनिया कान खोलकर सुनती है। दुनिया समझती है कि भारत बोल रहा है, इसका कोई मतलब होता है। आपने देखा उड़ी और पुलवामा में पाकिस्तान से कुछ आतंकवादी आकर जवानों की हत्या कर दी। हमारे कई जवान शहीद हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैठकर चटपट फैसला किया। आपने देखा कि हमारे सेना के जवानों ने पाकिस्तान की धरती पर जाकर आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला किया। हमने सारी दुनिया को साफ संदेश दे दिया कि भारत कमजोर नहीं है। दुनिया की कोई ताकत हमारी तरफ आंख उठाने की जुर्रत करेगी तो हम इस पार और उस पार जाकर भी मार सकते हैं।
अपराध
सुप्रीम कोर्ट आज 2020 दिल्ली दंगा मामले में जमानत के खिलाफ दिल्ली पुलिस की दलीलें सुनेगा

नई दिल्ली, 24 नवंबर: सुप्रीम कोर्ट में 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगा मामले में यूएपीए के तहत आरोपित छात्र नेताओं (शरजील इमाम, उमर खालिद, मीरान हैदर, गुलफिशा फातिमा और शिफा-उर-रहमान) की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई सोमवार को भी जारी रहेगी। सभी आरोपी यूएपीए के कठोर प्रावधानों के तहत गिरफ्तार हैं।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर जारी कॉजलिस्ट के अनुसार, जस्टिस अरविंद कुमार और जस्टिस एनवी अंजारिया की पीठ दिल्ली पुलिस की ओर से जमानत विरोध में पेश की जा रही दलीलों को आगे सुनेगी।
पिछली सुनवाई में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (जो दिल्ली पुलिस का पक्ष रख रहे हैं) ने कहा था कि 2020 की हिंसा कोई अचानक हुई सांप्रदायिक झड़प नहीं थी, बल्कि राष्ट्रीय संप्रभुता पर हमला करने के लिए सुविचारित, सुनियोजित और योजनाबद्ध षड्यंत्र था।
उन्होंने कहा, “हमारे सामने यह कहानी रखी गई कि एक विरोध प्रदर्शन हुआ और उससे दंगे भड़क गए। मैं इस मिथक को तोड़ना चाहता हूं। यह स्वतःस्फूर्त दंगा नहीं था, बल्कि पहले से रचा गया, जो सबूतों से सामने आएगा।”
एसजी मेहता ने दावा किया कि जुटाए गए सबूत (जैसे भाषण और व्हाट्सएप चैट) दिखाते हैं कि समाज को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की स्पष्ट कोशिश की गई।
उन्होंने विशेष रूप से शरजील इमाम के कथित भाषण का जिक्र करते हुए कहा, “इमाम कहते हैं कि उनकी इच्छा है कि हर उस शहर में चक्का जाम हो जहां मुसलमान रहते हैं।”
गुरुवार को एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सुप्रीम कोर्ट में शरजील इमाम के भाषणों के वीडियो और दंगों के दृश्य प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि जांच में जो सामग्री सामने आई है, वह सोची-समझी और समन्वित साजिश को साबित करती है।
दिल्ली पुलिस ने अपने जवाबी हलफनामे में उमर खालिद को ‘मुख्य साजिशकर्ता’ बताया। पुलिस ने आरोप लगाया कि यह साजिश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान ध्यान आकर्षित करने के लिए रची गई थी।
हलफनामे में कहा गया, “इसका मकसद सीएए को भारत में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ सामूहिक अत्याचार के रूप में पेश करके इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाना था। ये मुद्दा जानबूझकर चुना गया था, ताकि इसे ‘शांतिपूर्ण विरोध’ के नाम पर छुपाकर, लोगों को कट्टरपंथी बनाने के लिए एक उत्प्रेरक (यानी, भड़काने वाली वजह) के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।”
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने सभी आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
राजनीति
मुंबई बीएमसी चुनाव को लेकर राज ठाकरे ने जताई गंभीर चिंता, मतदाताओं से सतर्क रहने की अपील की

RAJ THAKRE
मुंबई, 24 नवंबर: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को मुंबई में आयोजित कोंकण महोत्सव के दौरान आगामी ब्रिहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने चुनाव आयोग और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए मराठी मतदाताओं से सतर्क रहने और मतदाता सूची में हो रही कथित धांधली पर कड़ी नजर रखने की अपील की।
राज ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, “बेपरवाह मत होइए। अपने आस-पास नजर रखिए। जिस तरह की राजनीति आज चल रही है, उसमें मतदाता सूची में क्या-क्या हो रहा है, इस पर पूरा ध्यान दीजिए। क्या मतदाता असली हैं या नकली? यह बहुत बड़ा सवाल है। मराठी मानुष के लिए यह आने वाला बीएमसी चुनाव आखिरी चुनाव साबित होगा। अगर हम लापरवाह रहे, तो मुंबई महानगरपालिका हमारे हाथ से हमेशा के लिए निकल जाएगी।”
मनसे प्रमुख ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “सजग रहिए, जागृत रहिए। अगर मुंबई हमारे हाथ से चली गई, तो ये लोग (गैर-मराठी समूहों की ओर इशारा करते हुए) पूरे शहर में हंगामा मचाएंगे। मुंबई हमारी है, इसे हम किसी भी कीमत पर खोने नहीं देंगे।”
राज ठाकरे ने मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर फर्जी नाम जोड़े जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर मुंबई की जनसांख्यिकी बदलने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लाखों संदिग्ध नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं, जिसका मकसद मराठी वोटों को कमजोर करना है।
उन्होंने युवाओं और मराठी महिलाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर जाकर सूची की जांच करें और किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत तुरंत करें। उन्होंने कहा, “ये सिर्फ एक चुनाव नहीं, मुंबई की अस्मिता और मराठी मानुष के अस्तित्व का सवाल है।”
बता दें कि बीएमसी चुनाव को लेकर राजनीति तेज है। मनसे ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह इस चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी।
महाराष्ट्र
मुंबई मौसम अपडेट: शहर में घना कोहरा छाया, प्रमुख इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज; कुल AQI 326 पर

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मुंबई: सोमवार को मुंबई में नवंबर जैसी ठंडी सुबह हुई, न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया और शहर में हल्की ठंडक छा गई। सुबह-सुबह घर से निकलने वालों ने साफ आसमान और हल्की हवाओं का आनंद लिया, जिससे शहर में थोड़ी देर के लिए सामान्य गर्म और आर्द्र जलवायु के बजाय सर्दी का एहसास हुआ।
हालाँकि, यह सुहावनी सुबह मुंबई की लगातार जारी वायु गुणवत्ता की भयावह याद दिलाती हुई आई। आसमान पर धुंध की एक घनी परत छाई हुई थी, जिससे दृश्यता कम हो गई थी, जबकि हल्की हवा भी नवंबर से लगातार जमा हो रहे प्रदूषण को कम करने में नाकाम रही। दिन की जो शुरुआत ताज़गी भरी लग रही थी, वह घने कोहरे की चादर में दब गई जो पूरे प्रमुख इलाकों में छाई रही।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिन भर आसमान साफ रहने की संभावना है और दोपहर तक अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुँचने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि सुबह की ठंडक कुछ और दिनों तक बनी रह सकती है, हालाँकि उन्होंने इस बात का कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया कि शहर के बिगड़ते प्रदूषण स्तर में कब सुधार होगा।
सोमवार सुबह मुंबई का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 326 तक पहुँच गया, जिससे शहर पूरी तरह से गंभीर श्रेणी में आ गया। यह महीने की शुरुआत में दर्ज की गई वायु गुणवत्ता की तुलना में काफ़ी ज़्यादा है, जब कई इलाकों में अभी भी मध्यम स्तर दर्ज किया गया था। आज के आंकड़ों से पता चला है कि ख़ासकर औद्योगिक क्षेत्रों और उच्च घनत्व वाले इलाकों में वायु गुणवत्ता में व्यापक गिरावट देखी गई है।
चेंबूर में दिन का सबसे ज़्यादा AQI 382 दर्ज किया गया, जिससे यह गंभीर श्रेणी में पहुँच गया। सांताक्रूज़ ईस्ट और वडाला ट्रक टर्मिनल में भी AQI 362 और 355 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में पहुँच गया। मलाड (344) और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (342) में भी यही स्थिति रही, जिससे पता चलता है कि प्रदूषण का प्रकोप शहर के पूर्वी, पश्चिमी और मध्य गलियारों में फैल गया है।
उपनगरीय इलाकों में वायु गुणवत्ता थोड़ी बेहतर, लेकिन फिर भी चिंताजनक रही। कांदिवली पूर्व में 163 AQI के साथ शहर में सबसे कम दर्ज किया गया, लेकिन यह खराब श्रेणी में ही रहा। जोगेश्वरी (309), गोवंडी (313), बोरीवली पूर्व (315) और मुलुंड पश्चिम (317) सहित अन्य इलाके गंभीर श्रेणी में रहे।
संदर्भ के लिए, 0-50 के बीच AQI को अच्छा, 51-100 को मध्यम, 101-150 को खराब, 151-200 को अस्वास्थ्यकर तथा 200 से ऊपर को गंभीर या खतरनाक माना जाता है।
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