अंतरराष्ट्रीय समाचार
हवाई एयरपोर्ट पर विमान के व्हील वेल में मिला शव
लॉस एंजेल्स, 26 दिसंबर। अमेरिका के हवाई में एक हवाई अड्डे पर उतरने के बाद यूनाइटेड एयरलाइंस के विमान के व्हील वेल में एक व्यक्ति मृत पाया गया। यह जानकारी एयरलाइंस और स्थानीय समाचार पत्रों ने दी।
कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा, “मंगलवार को माउई के काहुलुई हवाई अड्डे पर पहुंचने पर, यूनाइटेड विमान के मुख्य लैंडिंग गियर में से एक के व्हील वेल (व्हील वेल विमान के नीचे की ओर बनी खाली जगह होती जिसमें पहिए उड़ान भरने के बाद बंद होकर पहुंचते हैं) में एक शव पाया गया।”
साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि वह जांच में कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ काम कर रही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, कंपनी ने कहा कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वह व्यक्ति व्हील वेल तक कैसे पहुंचा। उन्होंने कहा कि व्हील वेल तक केवल विमान के बाहर से ही पहुंचा जा सकता था।
बताया जा रहा है कि शव शिकागो के ओ’हारे हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले बोइंग 787-10 विमान में मिला है। यह शव उस डिब्बे में था जिसमें विमान का लैंडिंग गियर रखा हुआ था, जब यूनाइटेड फ्लाइट 202 शिकागो ओ’हारे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भर रही थी।
स्थानीय समाचार नेटवर्क हवाई न्यूज नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, माउई पुलिस विभाग वर्तमान में मृत व्यक्ति के संबंध में सक्रिय जांच कर रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे पर परिचालन सामान्य है और इस घटना से ज्यादा कुछ प्रभावित नहीं हुआ है।
फेडरल एविएशन एडमिनिश्ट्रेशन ने पहले कहा था कि व्हील स्टोरेज कम्पार्टमेंट में कम ऑक्सीजन का स्तर और उड़ानों के क्रूज़िंग ऊंचाई पर चढ़ने के दौरान अत्यधिक तापमान के कारण व्हील वेल या विमानों के अन्य क्षेत्रों में जीवित रहना बहुत मुश्किल होता है।
स्थानीय पुलिस ने मंगलवार को यह नहीं कहा कि माउई में मृत पाया गया व्यक्ति एक अवैध यात्री था। बता दें कि इससे पहले भी लैंडिंग गियर कम्पार्टमेंट में यात्रा करने की कोशिश के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की मौत हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
26 दिसंबर 2004 : जब हिंद महासागर में आई सबसे भीषण सुनामी, कई देशों में मची तबाही, 2 लाख से ज्यादा लोगों की गई थी जान
नई दिल्ली, 26 दिसंबर। 26 दिसंबर 2004 का दिन दुनिया के लिए और विशेष तौर कभी न भूलने वाला जख्म देकर गया। इस दिन 9.2-9.3 मेगावॉट की तीव्रता वाला एक बड़ा भूकंप आया, जिसका केंद्र इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा में आचे के पश्चिमी तट पर था। समुद्र के अंदर आए भूकंप ने 30 मीटर (100 फीट) ऊंची लहरों वाली एक विशाल सुनामी पैदा की जिसने हिंद महासागर के आसपास के तटों पर तबाही मचा दी।
यह मानव इतिहास में ज्ञात सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी। 14 देशों में अनुमानतः 227,898 लोगों की मौत हुई। आचे (इंडोनेशिया) में सबसे ज्यादा, श्रीलंका, तमिलनाडु (भारत) और खाओ लाक (थाईलैंड) में गंभीर रूप से तबाही मची।
इसे 21वीं सदी की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा और इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक माना जाता है। इसी के साथ यह इतिहास की सबसे बड़ी सुनामी आपदा भी मानी जाती है।
9.2-9.3 मेगावॉट की तीव्रता वाला भूकंप, एशिया में अब तक का सबसे बड़ा और 21वीं सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। 1900 में आधुनिक भूकंप विज्ञान की शुरुआत के बाद से दुनिया में दर्ज किया गया यह कम से कम तीसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
भारत में इस प्राकृतिक आपदा की वजह से 12, 205 लोगों की मौत हुई हालांकि अनुमानित आंकड़ा 16, 269 का माना जाता है। सबसे ज्यादा नुकसान आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हुआ।
भूकंप के करीब दो घंटे बाद सुनामी भारतीय मुख्य भूमि के दक्षिण-पूर्वी तट पर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों तक पहुंच गई। उसी समय, इसने दक्षिण-पश्चिमी तट पर केरल राज्य को भी छू लिया। कुछ क्षेत्रों में स्थानीय उच्च ज्वार के साथ दो से पांच सुनामी आईं।
तमिलनाडु के तट के साथ, चेन्नई में 13 किमी (8.1 मील) मरीना बीच पर सुनामी ने कहर बरपाया। एक रिसॉर्ट बीच पर रिकॉर्ड किए गए वीडियो में नजर आया कि सुनामी पानी की एक बड़ी दीवार के रूप में तट के पास पहुंची और जैसे-जैसे यह अंदर की ओर बढ़ी, बाढ़ आती गई।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक हिंद महासागर आपदा के बाद के दो दशकों में सुनामी अनुसंधान, समुद्री सुरक्षा और पूर्व चेतावनी प्रणालियों के विकास में काफी प्रगति हुई है। फिर भी विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि 2004 में हुए विनाश स्मृति धुंधली होने के कारण हमें आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए।
2004 की प्राकृतिक हादसे के ठीक सात वर्ष बाद 11 मार्च 2011 को जापान सुनामी आपादा इस बात का सबूत है सुनामी को लेकर लगातार रिसर्च, सतर्कता और तैयारी जरूरी है।
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अफगानिस्तान में पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक में 15 लोगों की मौत
काबुल, 25 दिसंबर। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित 15 लोग मारे गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार देर रात को किए गए हमलों में अफगानिस्तान के पकटिका प्रांत के बरमल जिले के कई इलाकों को निशाना बनाया गया और तालिबान के एक प्रशिक्षण केंद्र को नष्ट कर दिया गया।
इन हमलों में सात गांवों पर बमबारी की गई, जिनमें लामन भी शामिल था, जहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जान चली गई। इसके अलावा मुर्ग बाजार गांव भी पूरी तरह नष्ट हो गया।
इन हवाई हमलों ने अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। इन हमलों से अफगानिस्तान के रिहायशी इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। इसमें लोगों की मौत भी हुई हैं। इस हमले से दोनों देशों के बीच संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए हैं।
पाकिस्तान रेडियो टेलीविजन के अनुसार, अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने हमले की निंदा की है और जवाबी कार्रवाई का वचन दिया है।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने एक बयान में कहा, “मंगलवार को पाकटिका के बरमल जिले में पाकिस्तानी सेना ने बमबारी की। पीड़ितों में से अधिकांश नागरिक थे, जिनमें वजीरिस्तानी शरणार्थी भी शामिल थे। कई लोग मारे गए या घायल हो गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं।”
इस घटना को “बर्बर कृत्य” बताते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा, “यह स्पष्ट आक्रामकता सभी अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों के विपरीत है। पाकिस्तानी पक्ष को यह समझना चाहिए कि इस तरह की कार्रवाइयों से कोई समस्या हल नहीं होगी। इस्लामिक अमीरात अपने क्षेत्र की रक्षा करेगा और इसे अपना अविभाज्य अधिकार मानेगा।”
हालांकि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इन हमलों के बारे में कुछ नहीं कहा है।
अफगानिस्तान में पाकिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर इस्लामाबाद और काबुल के बीच बिगड़ते संबंधों के बीच ये हमले हुए हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हाल के महीनों में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं, इस्लामाबाद ने अफगान तालिबान पर समूह को पनाह देने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान बार-बार अफगान तालिबान से टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करता रहा है। हर बार काबुल ने आतंकवादियों को पनाह देने से से इंकार कर देता है।
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फिलीपींस : भीषण सड़क हादसे में सात की मौत, एक घायल
मनीला, 24 दिसंबर। फिलीपींस के दक्षिण कोटाबाटो प्रांत में एक वैन के दुर्घटनाग्रस्त होने से सात लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना सोमवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजे के बाद एक ढलान वाली सड़क पर हुई।
टुपी शहर के म्युनिसिपल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन और मैनेजमेंट अधिकारी एमिल सुमागासे ने कहा कि कहा कि वैन का ब्रेक फेल हो गया, जिससे कार सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। इस हादसे में घटनास्थल पर सात यात्रियों की मौत हो गई, जिसमें दो नाबालिग समेत चार महिलाएं और तीन पुरुष शामिल थे।
रिपोर्ट के अनुसार, जब दुर्घटना हुई, उस समय पीड़ित, पर्यटन स्थल की ओर जा रहे थे।
सुमागासे ने एक रेडियो इंटरव्यू में कहा, “चालक गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद बच गया।”
इससे पहले, 17 दिसंबर को, दक्षिणी फिलीपींस के मिसामिस ओरिएंटल में एक वैन और एक पिकअप ट्रक की टक्कर में चार लोगों की मौत और 13 अन्य घायल हो गए थे।
पुलिस के अनुसार, दुर्घटना में वैन में सवार तीन और ट्रक में सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घातक दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
इससे पहले 6 दिसंबर को, फिलीपींस की राजधानी में कई वाहनों की टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कम से कम 25 अन्य घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में एक ट्रक, एक बस, पांच कारें और 16 मोटरसाइकिलें शामिल थीं। दुर्घटना में तीन पुरुष और एक महिला की मौत हो गई, जिससे इलाके में घंटों तक भारी ट्रैफिक जाम लगा रहा।
जांच में पता चला कि ट्रक के ब्रेक खराब हो गए थे, जिससे चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा।
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