Connect with us
Friday,03-October-2025
ताज़ा खबर

अंतरराष्ट्रीय समाचार

ब्रिटेन में कोविड-19 के कारण आर्थिक असमानता बढ़ी, अश्वेत, एशियाई, अल्पसंख्यक समुदाय प्रभावित

Published

on

london

कोविड-19 के कारण अश्वेत और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। यही नहीं इस समुदाय पर एक प्रतिकूल वित्तीय प्रभाव भी देखने को मिला है, जिससे मौजूदा आर्थिक असमानताएं और भी बढ़ गई हैं। महामारी से पहले भी अश्वेत और अन्य जातीय लोगों में अपने श्वेत (गोरे) सहयोगियों की तुलना में काम से बाहर होने या कम कमाने की अधिक संभावना देखी गई है।

अश्वेत, एशियाई और अल्पसंख्यक जातीय (बीएएमई) समुदाय की आय का न होना, बिल भरने को लेकर समस्या और अन्य बुनियादी जरूरतों को लेकर दिक्कतें सामने आने की संभावना अधिक है। यह बात संकल्प फाउंडेशन द्वारा किए गए विश्लेषण में सामने आई है।

संकल्प फाउंडेशन एक स्वतंत्र ब्रिटिश थिंक-टैंक है, जिसका लक्ष्य निम्न और मध्यम-आय वाले परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। फाउंडेशन के विश्लेषण में पता चला है कि अश्वेत अफ्रीकी कामगार अब भी श्वेत अंग्रेजों की तुलना में एक वर्ष में लगभग 10,000 पाउंड कम कमाते हैं।

अश्वेत कैरीबियाई समुदाय एक साल में लगभग 7,000 पाउंड कम प्राप्त कर रहे हैं। एक ही व्यवसाय में और समान योग्यता वाले अश्वेत पुरुष अब भी अपने श्वेत पुरुष समकक्षों की तुलना में 15 से 19 प्रतिशत कम कमा रहे हैं।

ऑफिस ऑफ नेशनल स्टैटिस्टिक्स के आंकड़े बताते हैं कि अगर श्वेत समुदाय के घरों में एक पाउंड है, तो इसकी तुलना में अश्वेत अफ्रीकी के घरों में 10 पेंस (एक पाउंड का 10 प्रतिशत) और अश्वेत कैरीबियाई समुदाय के पास 20पेंस (एक पाउंड का 20 प्रतिशत) ही है।

औसत श्वेत ब्रिटिश परिवार के पास संपत्ति सहित लगभग 282,000 पाउंड हैं। वहीं अश्वेत अफ्रीकी परिवारों के पास इसका लगभग दसवां हिस्सा, औसतन 23,800 पाउंड ही है।

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि पांच अश्वेत अफ्रीकी परिवारों में से केवल एक के पास अपना घर है, जबकि दो तिहाई ब्रिटिश नागरिकों के पास अपना खुद का एक घर है।

एक चैरिटी द रननमेड ट्रस्ट द्वारा किए गए एक शोध से पता चलता है कि बीएएमई समुदाय पर मंदी के कारण आर्थिक मार कहीं अधिक पड़ी है।

जब अर्थव्यवस्था का विस्तार होता है, तब इस समूह के बीच रोजगार श्वेत लोगों की तुलना में तेजी से बढ़ता है, लेकिन संकट के समय में इस समुदाय के लोगों में रोजगार दर तेजी से गिरती है।

विशेष रूप से 2008 के वित्तीय संकट के दौरान अश्वेत पुरुषों में सबसे ज्यादा रोजगार को लेकर संकट देखने को मिला था।

दुनिया के सबसे बड़े पैनल सर्वेक्षणों में से एक अंडरस्टैंडिंग सोसाइटी की एक रिपोर्ट में पता चला है कि कोरोनावायरस के कारण पैदा हुए संकट के समय पर अश्वेत लोगों को श्वेत की तुलना में अपने बिलों का भुगतान करने में अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कुल 13 प्रतिशत बीएएमई परिवारों ने यूनिवर्सल बेनिफिट के लिए आवेदन किया है और 16 प्रतिशत ने कर्ज लिया है। यह संख्या गैर-बीएएमई परिवारों की तुलना में दोगुनी है। यही नहीं बीएएमई परिवारों में उधार लेने की संभावना भी अधिक देखी गई है।

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बीएएमई घरों के बच्चों को उनके श्वेत समकक्षों की तुलना में गरीबी में रहने की अधिक संभावना है।

अंतरराष्ट्रीय समाचार

वियतनाम में बुआलोई तूफान ने 51 लोगों की ली जान, 14 लोग अब भी लापता; 608 मिलियन यूएसडी नुकसान का अनुमान

Published

on

हनोई, 2 अक्टूबर : वियतनाम में तूफान बुआलोई और उसके बाद आई बाढ़ और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बुआलोई तूफान की चपेट में आने से मौत का आंकड़ा 51 तक पहुंच गया। 14 लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है, जबकि 164 लोग घायल हुए।

वियतनाम आपदा एवं डाइक प्रबंधन प्राधिकरण ने शुक्रवार को आपदा से जुड़ी एक रिपोर्ट साझा की। इसके अनुसार तूफान बुआलोई और उसके बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से उत्तरी और मध्य वियतनाम में 51 लोगों की मौत हो गई, 14 अन्य लापता हो गए और 164 लोग घायल हो गए। शुरुआती आर्थिक क्षति का अनुमान लगभग 15.9 ट्रिलियन वियतनामी डोंग (लगभग 608 मिलियन अमेरिकी डॉलर) लगाया जा रहा है।

इस तूफान में 238,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त या जलमग्न हो गए, लगभग 89,000 हेक्टेयर चावल और अन्य फसलें बर्बाद हो गई। इसके अलावा, 17,000 हेक्टेयर से अधिक जलीय कृषि और लगभग 50,300 हेक्टेयर जंगलों को नुकसान पहुंचा है।

रिपोर्ट के अनुसार, तूफान ने बुनियादी ढांचे को भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया, 8,800 से अधिक बिजली के खंभे गिर गए और लगभग 468,500 घरों में अभी भी बिजली नहीं है। इसके साथ ही लगभग।

स्थानीय अधिकारी राहत कार्य जारी रखे हुए हैं, क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को साफ करने, सभी आवश्यक सेवाओं को बहाल करने और प्रभावित समुदायों की सहायता के लिए उपकरण जुटा रहे हैं।

इस बीच, वियतनाम न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह ने गुरुवार को आपातकालीन राहत के लिए 15 प्रभावित इलाकों के लिए सहायता पैकेज को मंजूरी दी। इससे पहले, उन्होंने 30 सितंबर को स्थानीय अधिकारियों और विभागों को प्रभावित निवासियों की सहायता और प्रभावितों को तत्काल मदद पहुंचाने का निर्देश दिया था।

प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों, पार्टी संगठनों, प्रशासन और आपदाओं से हुए नुकसान और कठिनाइयों को झेल रहे निवासियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई। उन्होंने जन समितियों के अध्यक्षों को आदेश दिया कि वे जल्द से जल्द अलग-थलग पड़े इलाकों में पहुंचने के लिए सेना और वाहन जुटाएं। क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत करवाएं और प्रभावित निवासियों के लिए आश्रयों की व्यवस्था करें। इसके साथ ही उन्होंने 5 अक्टूबर से पहले क्षतिग्रस्त शैक्षणिक और चिकित्सा सुविधाओं की मरम्मत कराने का निर्देश भी दिया है।

वियतनाम के कई हिस्सों में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। उत्तरी मध्य वियतनाम के कई गांव जलमग्न हो गए थे और यातायात व बिजली गुल थी।

बुआलोई एक हफ्ते में एशिया के लिए खतरा बनने वाला दूसरा बड़ा तूफान था। पिछले कई वर्षों में आए सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक, रागासा तूफान ने उत्तरी फिलीपींस और ताइवान में कम से कम 28 लोगों की जान ले ली। इससे पहले कि यह चीन में पहुंचा और वियतनाम में फैल गया।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

वियतनाम में ‘बुआलोई’ से 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान, 34 लोगों ने गंवाई जान

Published

on

हनोई, 2 अक्टूबर : वियतनाम में तूफान बुआलोई और उसके बाद आई बाढ़ और भूस्खलन में 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि 140 लोग घायल हो गए। इस प्राकृतिक आपदा में 20 लोग लापता हो गए। करीब 8.78 ट्रिलियन वियतनामी डोंग (करीब 3,156 करोड़ रुपए) का आर्थिक नुकसान का अनुमान लगाया गया है।

सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक तूफान से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। 8,200 से ज्यादा बिजली के खंभे गिर गए और लगभग 27 लाख घरों की बिजली गुल हो गई, जबकि बाढ़ और भूस्खलन के कारण 3,000 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक हो गईं।

स्थानीय अधिकारी बिजली और दूरसंचार बहाल करने और प्रभावित निवासियों की सहायता के लिए नुकसान की रिपोर्ट बना रहे हैं।

इससे पहले, 30 सितंबर को, वियतनामी प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह ने स्थानीय अधिकारियों और विभागों को प्रभावित निवासियों की सहायता और प्रभावितों को तत्काल मदद पहुंचाने का निर्देश दिया था।

प्रधानमंत्रीने शोक संतप्त परिवारों, पार्टी संगठनों, प्रशासन और आपदाओं से हुए नुकसान और कठिनाइयों को झेल रहे निवासियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति भी व्यक्त की।

उन्होंने जन समितियों के अध्यक्षों को आदेश दिया कि वे जल्द से जल्द अलग-थलग पड़े इलाकों में पहुंचने के लिए सेना और वाहन जुटाएं। क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत करवाएं और प्रभावित निवासियों के लिए आश्रयों की व्यवस्था करें। उन्होंने 5 अक्टूबर से पहले क्षतिग्रस्त शैक्षणिक और चिकित्सा सुविधाओं की मरम्मत कराने को कहा है।

वियतनाम के कई हिस्सों में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। उत्तरी मध्य वियतनाम के कई गांव जलमग्न हो गए थे और यातायात व बिजली गुल थी।

बुआलोई एक हफ्ते में एशिया के लिए खतरा बनने वाला दूसरा बड़ा तूफान था। पिछले कई वर्षों में आए सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक, रागासा तूफान ने उत्तरी फिलीपींस और ताइवान में कम से कम 28 लोगों की जान ले ली। इससे पहले कि यह चीन में पहुंचा और वियतनाम में फैल गया।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

विश्व व्यापार को मिल रही चुनौतियों का मुकाबला करे ब्रिक्स : एस. जयशंकर

Published

on

संयुक्त राष्ट्र, 27 सितंबर। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि ब्रिक्स देशों को वैश्विक व्यापार व्यवस्था पर हो रहे दबाव और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।

उन्होंने कहा कि बढ़ते संरक्षणवाद, ऊंचे-नीचे शुल्क और गैर-शुल्क बाधाएं व्यापार को प्रभावित कर रही हैं, ऐसे में ब्रिक्स को बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने यह बात शुक्रवार को ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में कही।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही धमकी दी थी कि ब्रिक्स देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने अन्य आधारों पर भारत और ब्राजील पर कुल 50 प्रतिशत और दक्षिण अफ्रीका से होने वाले अधिकांश आयातों पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाया है।

हालांकि जयशंकर ने अपने बयान में अमेरिका का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया।

बैठक में भाग लेने वाले इथियोपिया के विदेश राज्य मंत्री हदेरा अबेरा अदमासु ने भी संयुक्त कार्रवाई का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स को शांति स्थापित करने, वैश्विक संस्थाओं में सुधार लाने और विकासशील देशों के लिए न्यायपूर्ण व सुरक्षित माहौल बनाने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।

जयशंकर ने यह भी कहा कि जब बहुपक्षीय व्यवस्था दबाव में है, तब ब्रिक्स ने हमेशा विवेकपूर्ण और सकारात्मक बदलाव की आवाज उठाई है।

उन्होंने आईबीएसए (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका का समूह) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी हिस्सा लिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत पर जोर दिया गया। साथ ही आईबीएसए के शैक्षणिक मंच, समुद्री अभ्यास, ट्रस्ट फंड और आपसी व्यापार पर चर्चा हुई।

ब्रिक्स मंत्रियों की बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर भी चर्चा हुई। जयशंकर ने मंत्रियों से कहा, “व्यापार प्रणाली से परे, ब्रिक्स को संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंगों, विशेष रूप से सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार के लिए भी जोरदार प्रयास करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “एक अशांत विश्व में, ब्रिक्स को शांति स्थापना, संवाद, कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन के संदेश को सुदृढ़ करना चाहिए।”

ब्रिक्स एक संगठन है जिसका नाम इसके पहले पांच सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के शुरुआती अक्षरों से बना है। अब इसमें कुल दस उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। इन देशों का मकसद आर्थिक और सामाजिक विकास के मुद्दों पर मिलकर काम करना है।

अगले साल भारत ब्राज़ील की जगह ब्रिक्स का अध्यक्ष बनेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत की प्राथमिकता खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास होगी। इसके लिए डिजिटल बदलाव, स्टार्टअप्स, नवाचार और मजबूत विकास साझेदारी पर ज़ोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार ब्रिक्स सहयोग के अगले चरण को परिभाषित करेंगे।

दूसरी ओर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि ब्रिक्स अपनी अलग मुद्रा बनाकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर को चुनौती देना चाहता है। हालांकि भारत ने साफ कर दिया कि ब्रिक्स की कोई नई मुद्रा लाने की योजना नहीं है।

ब्रिक्स का एक अहम कार्यक्रम न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) है। यह बैंक विकासशील देशों को कम ब्याज पर कर्ज देता है।

Continue Reading
Advertisement
राजनीति3 hours ago

महाराष्ट्र का डिजिटल सुधार की ओर बड़ा कदम, ई-बॉन्ड और स्टांपिंग की मिलेगी सुविधा

महाराष्ट्र4 hours ago

मैं उद्धव ठाकरे का आभारी हूं: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

महाराष्ट्र4 hours ago

मुंबई के स्कूलों में साइबर शिक्षा दी जाएगी, साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए जागरूकता जरूरी: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

राजनीति5 hours ago

नितेश राणे का राहुल गांधी पर हमला, कहा- मुस्लिम लीग की भाषा बोलते हैं

खेल6 hours ago

भारत में बदलेगा ‘ई-स्पोर्ट्स’ इंडस्ट्री का सूरतेहाल, राष्ट्रीय स्तर पर मिलने जा रही मान्यता

खेल7 hours ago

भारत बनाम वेस्टइंडीज : क्रीज पर टिके जुरेल-जडेजा, टी-ब्रेक तक भारत के पास शानदार बढ़त

अपराध9 hours ago

मुंबई: गायक विपुल छेड़ा को जौहरी से 5.41 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में मलाड पुलिस ने गिरफ्तार किया

राजनीति9 hours ago

‘विदेश जाकर देश को बदनाम न करें राहुल गांधी,’ शाहनवाज हुसैन ने दी नसीहत

अंतरराष्ट्रीय समाचार9 hours ago

वियतनाम में बुआलोई तूफान ने 51 लोगों की ली जान, 14 लोग अब भी लापता; 608 मिलियन यूएसडी नुकसान का अनुमान

व्यापार9 hours ago

आरबीआई की नई गाइडलाइंस कल से लागू, बैंकों को एक दिन में ही क्लियर करना होगा चेक

अपराध2 weeks ago

मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने 2.50 करोड़ रुपए की लूट का किया खुलासा, एक गिरफ्तार

अपराध1 week ago

मुंबई: कांदिवली बिजनेसमैन हत्या कांड का पर्दाफाश, बेटा और बिजनेस पार्टनर निकले साजिशकर्ता

मुंबई प्रेस एक्सक्लूसिव न्यूज3 weeks ago

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 की प्रमुख धाराओं पर लगाई रोक

महाराष्ट्र3 weeks ago

मुंबई में भारी बारिश: शहर में भारी बारिश, अंधेरी सबवे बंद; भायखला, महालक्ष्मी और किंग्स सर्कल में जलभराव की सूचना – लोकल ट्रेन और यातायात की स्थिति यहां देखें

राजनीति4 weeks ago

पीएम मोदी के खिलाफ भाषा की मर्यादा तोड़ने वाले को कड़ी सजा मिलनी चाहिए : आनंद दुबे

महाराष्ट्र6 days ago

मुंबई मौसम अपडेट: शहर में भारी बारिश, आंधी-तूफान; आईएमडी ने कोंकण बेल्ट में ऑरेंज अलर्ट जारी किया

Dahisar Toll
महाराष्ट्र3 weeks ago

दहिसर टोल नाका होगा शिफ्ट, मीरा-भायंदर निवासियों को बड़ी राहत

अपराध2 weeks ago

मुंबई : गोरेगांव के स्कूल में बच्ची से कथित यौन शोषण, महिला गिरफ्तार

अपराध4 weeks ago

ठाणे अपराध: आबकारी विभाग ने 1.56 करोड़ रुपये की शराब जब्त की, चालक गिरफ्तार

बॉलीवुड1 week ago

एक बार फिर कानूनी विवाद में फंसे आर्यन खान, समीर वानखेड़े ने किया मानहानि का मुकदमा

रुझान