राजनीति
कांग्रेस के पार्टनर ने बिहार में चारा घोटाला किया तो इन्होंने छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाला : मुख्यमंत्री योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को भानुप्रतापपुर, डोंगरगांव, पंडरिया व कवर्धा में चार रैली कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट मांगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस कभी छत्तीसगढ़ नहीं बनाती। इसे बनाने का कार्य श्रद्धेय भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने किया। भाजपा ने छत्तीसगढ़ बनाया है तो संवारेगी भी। 15 वर्ष में डॉ. रमन सिंह ने इसे विकास की इमारत बनाने में सफलता हासिल की, जिसे कांग्रेस ने 5 वर्ष में धूल-धूसरित करने का कार्य किया।
सीएम ने कहा कि जो कहते थे कि हम तारीख नहीं बताते, वे यह जान लें कि रामलला हम आ रहे और 22 जनवरी की तारीख भी बता रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी छत्तीसगढ़वासी कांग्रेस के भ्रष्टाचार को दफन करने का संकल्प लें। पहले माइनिंग के भ्रष्टाचार के कारण छत्तीसगढ़ सरकार कठघरे में खड़ी हुई। अब विकास की योजनाओं में भ्रष्टाचार की शिकायत आ गई। इनके पार्टनर ने बिहार में चारा घोटाला किया तो इन्होंने छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाला किया। गाय का गोबर भी दस रुपये किलो के हिसाब से 13 सौ करोड़ रुपये हड़प लिए। गोबर वहां से खरीदे, जहां गाय थी ही नहीं। गोबर के बदले मिट्टी भरकर भेज दिया था। लालू जी के साथ कांग्रेस का ऐसा गठबंधन हुआ कि चारा गोबर में बदलकर किसानों के हिस्से का 13 सौ करोड़ डकार दिया। महादेव ऐप के नाम पर 10 लाख लोगों के पैसे हड़पने का नया घोटाला आ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी वालों के लिए छत्तीसगढ़ ननिहाल जैसा है। मां कौशल्या की यह जन्मभूमि है। अयोध्या में भगवान का मंदिर बन रहा है। जनवरी में प्रधानमंत्री के कर-कमलों से भगवान विराजमान होंगे तो उत्सव छत्तीसगढ़ में भी होना चाहिए। सीएम ने कहा कि कांग्रेस केवल वायदे पर विश्वास करती है। एक फिल्म में डायलॉग था तारीख पर तारीख और कांग्रेस करती है वायदा पर वायदा। हम लोगों को कहते थे कि भाजपा के लोग कहते हैं कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे पर केंद्र में मोदी व यूपी में भाजपा सरकार आई तो हमने जो कहा, करके दिखा दिया। मंदिर भी बना रहे और तारीख भी बता रहे कि 22 जनवरी को रामलला मंदिर में विराजमान हो जाएंगे, लेकिन कांग्रेस की तारीख नहीं आती।
उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व वाली सुशासन की सरकार पूरे देश को समान रूप से योजनाओं का लाभ दे रही है। कांग्रेस ने देश को आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार, अराजकता दी। कांग्रेस उस समस्या का नाम है, जिससे गरीब, दलित, वंचित, आदिवासी सभी परेशान हैं। कांग्रेस लगातार देश व छत्तीसगढ़ में अव्यवस्था का केंद्र बनी है।
सीएम ने कहा कि इनके राज में हर घर से जल नहीं मिला, लेकिन भाजपा का वादा है नल से जल हम देंगे। यूपी में अब तक डेढ़ करोड़ लोगों को हर घर में नल से शुद्ध जल पहुंचा चुके हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार नहीं देना चाहती।
राजनीति
जयंती विशेष: गणेश घोष, एक क्रांतिकारी जिसने अपने जीवन के 27 साल जेल में बिताए

नई दिल्ली, 21 जून। गणेश घोष एक क्रांतिकारी और राजनेता थे। आजादी के बाद वे कई बार विधायक, सांसद रहे और देश के नीति निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाई।
गणेश घोष का जन्म चटगांव में एक बंगाली कायस्थ परिवार में 22 जून 1900 को हुआ था। अब यह क्षेत्र बांग्लादेश में पड़ता है। विद्यार्थी जीवन में ही वे स्वतंत्रता संग्राम में सम्मिलित हो गए थे। 1922 की गया कांग्रेस में जब बहिष्कार का प्रस्ताव स्वीकार हो गया तो गणेश घोष और उनके साथी अनंत सिंह ने नगर का सबसे बड़ा विद्यालय बंद करा दिया था। इन दोनों युवकों ने चिटगाँव की सबसे बड़ी मज़दूर हड़ताल की भी अगुवाई की।
1922 में उन्होंने कलकत्ता के बंगाल टेक्निकल इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया। वह चटगांव युगांतर पार्टी के सदस्य रहे। 18 अप्रैल 1930 को सूर्य सेन और अन्य क्रांतिकारियों के साथ चटगांव शस्त्रागार छापे में उन्होंने भाग लिया था। इस वजह से उन्हें चटगांव से भागना पड़ा। वह हुगली के चंदननगर में रहने लगे। कुछ ही दिन के बाद पुलिस कमिश्नर चार्ल्स टेगार्ट ने चंदननगर के उनके घर पर हमला कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उस गिरफ्तारी अभियान के समय पुलिस ने उनके एक युवा साथी क्रांतिकारी जीबन घोषाल उर्फ माखन को मार डाला था।
पुलिस ने गणेश घोष को गिरफ्तार करने के बाद उन पर मुकदमा किया और 1932 में पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में भेज दिया। स्वतंत्रता के बाद भी उन्होंने अनेक आंदोलनों में भाग लिया और अपने जीवन के लगभग 27 वर्ष जेल में बिताए। 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में विभाजन के बाद गणेश भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के साथ जुड़ गए। 1952, 1957 और 1962 में बेलगछिया से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के रूप में पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चुने गए। 1967 में कलकत्ता दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के उम्मीदवार के रूप में चौथी लोकसभा के लिए चुने गए। 1971 की लोकसभा में वे फिर से कलकत्ता दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार थे। इस बार उन्हें एक युवा नेता के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
यह युवा नेता कोई और नहीं, प्रिय रंजन दास मुंशी थे। सिर्फ 26 साल की उम्र में दास ने गणेश घोष को हराया था। गणेश घोष की मृत्यु 16 अक्टूबर, 1994 को कोलकाता में हुई थी।
महाराष्ट्र
ईरानी नेता अयातुल्ला खुमैनी की स्मृति को सलाम: अबू आसिम आज़मी

मुंबई: मुंबई महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा कि भाजपा के दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने फिलिस्तीन की आजादी का समर्थन किया था और उस पर जुल्म और अत्याचार का विरोध किया था, लेकिन आज देश इजरायल परस्त है। उन्होंने इजरायल-ईरान युद्ध की स्थिति पर ईरान का समर्थन किया और ईरान के लिए दुआ की और कहा कि अल्लाह उसे उत्पीड़ितों के लिए कार्य क्षेत्र में सफलता प्रदान करे। मैं यही प्रार्थना करता हूं। अबू आसिम आजमी ने ईरानी धर्मगुरु और नेता अयातुल्ला खुमैनी के साहस और समर्थन को सलाम किया और कहा कि ईरान जुल्म के खिलाफ खड़ा है, इसलिए हम उसके लिए दुआ करते हैं।
आजमी ने कहा कि जिस तरह से भारतीय नागरिकों को ईरान से भारत लाया गया है, उसी तरह इजरायल में युद्ध के शिकार हुए भारतीयों को भी उनके वतन वापस लाया जाना चाहिए। आजमी ने कर्नाटक सरकार द्वारा हाउसिंग सोसाइटियों में मुसलमानों को 15% आरक्षण देने के फैसले का भी स्वागत किया और कहा कि अगर हाउसिंग सोसाइटियों में 15% आरक्षण दिया जाता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यहां सभी को समान न्याय और अधिकार का अधिकार है।
महाराष्ट्र
हाईकोर्ट ने पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे को भुगतान करने का आदेश दिया

मुंबई: हाईकोर्ट ने पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे को बड़ा झटका दिया है। मुंडे को अपनी पत्नी को गुजारा भत्ता, भोजन और भरण-पोषण देने का आदेश दिया है। मुंबई हाईकोर्ट ने धनंजय मुंडे को चार सप्ताह के भीतर गुजारा भत्ता का 50 प्रतिशत भुगतान करने का आदेश दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए करुणा मुंडे ने मुंडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुंडे अच्छे हैं लेकिन उनका दलाल गिरोह उन्हें गुमराह कर रहा है। करुणा मुंडे ने इस फैसले का स्वागत किया है। पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे का मामला बांद्रा फैमिली कोर्ट में चल रहा था। करुणा ने मुंडे से गुजारा भत्ता मांगा था। मुंडे से 2 लाख रुपये गुजारा भत्ता मांगा गया था। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने मुंडे को बड़ा झटका दिया है। बांद्रा कोर्ट ने कई महीने पहले करुणा शर्मा को 1 लाख 25 हजार रुपये गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था अगस्त 2022 से जून 2025 या 34 महीने की अवधि के लिए कुल 43 लाख 75 हजार रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया है और चार सप्ताह के भीतर 21 लाख 87 हजार 500 रुपये यानी 50% राशि बांद्रा कोर्ट में जमा करने का आदेश दिया है। करुणा मुंडे ने धनंजय मुंडे पर परेशान करने और धमकाने और उनके मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो भेजने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय10 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
राष्ट्रीय समाचार4 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें