अपराध
पीलीभीत में बस और पिकअप की आमने-सामने टक्कर, 7 की मौत
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में शनिवार को पूरनपुर-खुटार हाईवे पर लखनऊ से पीलीभीत आ रही रोडवेज बस की एक पिकअप से आमने-सामने की टक्कर में सात लोगों की मौत हो गई। दर्जनों घायल हो गए हैं।
पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश ने बताया कि एक रोडवेज बस लखनऊ से पीलीभीत आ रहीे थी। उधर से पूरनपुर की तरफ एक पिकअप आ रही थी दोनों में टक्कर हो गई। जिससे बस खेत में पलट गई है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है। इसमें ज्यादातर लोग पीलीभीत के आसपास के लोग ही है। घायलों का अस्पताल चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार के लोगों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की है। इसके साथ ही घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और वाहनों में फंसे घायलों को बाहर निकाला गया। सभी घायलों को पूरनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
अपराध
मुंबई: फर्जी दस्तावेज के जरिए फ्लैट बेचने और बैंक धोखाधड़ी में आरोपी गिरफ्तार

crime
मुंबई, 26 दिसंबर: मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने हाई-वैल्यू प्रॉपर्टी धोखाधड़ी के मामले में आरोपी अख्तर शेख (60) को गिरफ्तार किया है। मामला बांद्रा स्थित एक महंगे फ्लैट से जुड़ा हुआ है, जहां फ्लैट मालिक की फर्जी पहचान से संपत्ति की अवैध बिक्री की गई। इस धोखाधड़ी के आधार पर 11.35 करोड़ रुपए का बैंक लोन भी प्राप्त किया गया था।
ईओडब्ल्यू ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को अंधेरी मेट्रो स्टेशन के नीचे से गिरफ्तार किया। जैन ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने मई 2023 में बांद्रा वेस्ट स्थित आइकोनिक टॉवर में 6.25 करोड़ रुपए में एक लग्जरी फ्लैट खरीदा था। जब हाउसिंग सोसायटी द्वारा दस्तावेज की जांच की गई तो पता चला कि फ्लैट की बिक्री फर्जी दस्तावेजों के जरिए की गई थी। इसके बाद मामले की सूचना ईओडब्ल्यू को दी गई।
ईओडब्ल्यू ने तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद उच्च अधिकारियों को जानकारी दी गई और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया।
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों का कहना है कि जांच में कई खुलासे होने के बाद ही आरोपी अख्तर शेख को गिरफ्तार किया गया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इस धोखाधड़ी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, यह जांच की जा रही है। पुलिस को यह भी संदेह है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है, जिसमें दस्तावेज तैयार करने से लेकर बैंक लोन तक की साजिश रची गई थी।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता जैन से भी पूछताछ की जा रही है, जिससे मामले का जल्द से जल्द खुलासा किया जा सके।
फिलहाल, मामले में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसको रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी। मुंबई पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी मामले में शामिल सभी लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
अपराध
मुंबई अपराध: मालवानी के एक डॉक्टर को क्लिनिक में नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया; अनधिकृत प्रैक्टिस का संदेह

मुंबई: मालवानी पुलिस ने साढ़े बारह साल की बच्ची के साथ यौन शोषण और छेड़छाड़ के आरोपों के बाद 44 वर्षीय डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि यह घटना डॉक्टर के क्लिनिक में एक मेडिकल जांच के दौरान घटी, जिससे मरीज की सुरक्षा और डॉक्टर की मेडिकल योग्यता की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं।
पीड़िता, जो स्थानीय निवासी थी, होंठ में फ्रैक्चर के इलाज के लिए अकेले ही क्लिनिक गई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिसमें पुलिस रिकॉर्ड का हवाला दिया गया है, मालवानी स्थित क्लिनिक को कई वर्षों से चला रहे कांदिवली निवासी डॉक्टर ने कथित तौर पर पीड़िता का फायदा उठाया।
नाबालिग ने आरोप लगाया कि प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर ने उसे लेटने का निर्देश दिया और फिर उसे अनुचित तरीके से छुआ। पीड़िता ने बताया कि इस घटना के बाद उसे गंभीर मानसिक पीड़ा और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उसने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलने पर पुलिस सब-इंस्पेक्टर शिवाजी मोहिते ने प्रारंभिक प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की। बाद में मामला सहायक पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत मुंधे को सौंप दिया गया, जिन्होंने जांच का नेतृत्व किया और आरोपी को हिरासत में लेने की कार्रवाई की। रिपोर्ट के अनुसार, 44 वर्षीय आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं और बाल यौन उत्पीड़न संरक्षण अधिनियम (POCSO) की धारा 10 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मारपीट के आपराधिक आरोपों के अलावा, जांच डॉक्टर के पेशेवर पृष्ठभूमि तक भी पहुंच गई है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी के पास एक्यूपंक्चर की डिग्री है, लेकिन वह कथित तौर पर कई तरह के चिकित्सा उपचार कर रहा था जिनके लिए शायद उसे अनुमति नहीं थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे वर्तमान में क्लिनिक में प्रदर्शित सभी डिग्रियों और प्रमाणपत्रों की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या आरोपी अपने कानूनी दायरे से बाहर चिकित्सा का अभ्यास कर रहा था। आरोपी को 24 दिसंबर को सत्र न्यायालय में पेश किया गया।
अपराध
मुंबई: रिटायर्ड अधिकारी से 4.10 लाख की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

मुंबई, 26 दिसंबर: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के साकीनाका इलाके में साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रधानमंत्री पोर्टल (पीएम पोर्टल) पर सुझाव देना एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी को भारी पड़ गया। साइबर ठगों ने बेहद शातिर तरीके से एक रुपए की राशि भेजने के बहाने पीड़ित का मोबाइल हैक कर लिया और फिर उसके बैंक खाते से 4.10 लाख रुपए उड़ा लिए।
इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर साकीनाका पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता राजकुमार राजेंद्र प्रसाद सक्सेना (71) नेशनल हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। सक्सेना मूल रूप से नई दिल्ली के निवासी हैं, लेकिन वह अपनी पत्नी के साथ कुछ दिनों के लिए मुंबई में अपनी बेटी के घर ठहरे हुए थे।
पुलिस ने बताया कि 12 दिसंबर 2025 को सक्सेना ने अयोध्या में मेडिकल सुविधाओं में सुधार को लेकर अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट साझा की थी। बाद में रिश्तेदारों की सलाह पर उन्होंने यही सुझाव प्रधानमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज किया। 16 दिसंबर 2025 को उनके मोबाइल फोन पर एक संदेश आया, जिसमें पीएम पोर्टल पर दिए गए सुझाव की पुष्टि के नाम पर एक लिंक भेजा गया था और मात्र एक रुपये की राशि ऑनलाइन भेजने को कहा गया। यह लिंक देखने में बिल्कुल सरकारी पोर्टल जैसा लग रहा था।
सक्सेना ने जैसे ही उस लिंक पर जाकर एक रुपए भेजा, उनके मोबाइल पर लगातार ओटीपी से जुड़े कई संदेश आने लगे। हालांकि, उन्होंने किसी भी व्यक्ति के साथ ओटीपी साझा नहीं किया। इसके बावजूद 17 दिसंबर 2025 को उनका मोबाइल अचानक इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल के लिए बंद हो गया। इसी दौरान सुबह 11:29 बजे से 11:39 बजे के बीच उनके बैंक खाते से तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन में कुल 4.10 लाख रुपए निकाल लिए गए। इसके बाद पीड़ित ने साकीनाका स्थित अपनी बैंक शाखा से संपर्क किया, जहां उनसे कस्टमर डिस्प्यूट फॉर्म भरवाया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई। इसके बाद उन्होंने साकीनाका पुलिस थाने में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई।
साकीनाका पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर ठगी और मोबाइल हैकिंग के एंगल से जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ठगों ने किस तकनीक के जरिए मोबाइल हैक किया और रकम किन खातों में ट्रांसफर की गई। साथ ही, पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और सरकारी पोर्टल के नाम पर मांगी गई किसी भी राशि या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले उसकी आधिकारिक पुष्टि अवश्य करें।
-
व्यापार6 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र6 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार10 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
