अनन्य
बीएमसी ने देवनार में जेएसडब्ल्यू आरएमसी प्लांट को बंद करने का आदेश दिया, प्रदूषण उल्लंघन पर रेलकॉन को अनुपालन नोटिस जारी किया
मुंबई: बृहन्मुंबई नगर निगम ने देवनार में दो रेडी मिक्स कंक्रीट (आरएमसी) प्लांट को बंद करने के निर्देश और कारण बताओ नोटिस भेजा है, जिसमें बिल्डिंग प्रपोजल से अनापत्ति प्रमाण पत्र का पालन न करने का हवाला दिया गया है। यह द फ्री प्रेस जर्नल द्वारा प्लांट द्वारा उल्लंघन के बारे में रिपोर्ट किए जाने के दो दिन बाद आया है।
बुधवार को विधानसभा के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान, नवाब मलिक की बेटी और अणुशक्ति नगर से हाल ही में निर्वाचित विधायक सना मलिक ने देवनार में जेएसडब्ल्यू और रेलकॉन द्वारा संचालित आरएमसी संयंत्रों के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में गोवंडी (ई) निवासियों की चिंताओं को उजागर किया। मलिक ने कहा कि ये संयंत्र महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित कई मानदंडों का उल्लंघन करते हैं और इसके परिणामस्वरूप 50,000 से अधिक निवासियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ पैदा होती हैं।
मलिक ने आरोप लगाया कि ये प्लांट एक्सपायर लाइसेंस के साथ काम कर रहे हैं और रिहायशी इलाकों से 100 मीटर से भी कम दूरी पर स्थित हैं, जो महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। उन्होंने यह भी कहा कि ये प्लांट अपर्याप्त धूल नियंत्रण उपायों, पानी के छिड़काव की व्यवस्था की कमी, प्लांट के आसपास पेड़ न लगाने और निर्धारित परिचालन घंटों के उल्लंघन सहित कई मानदंडों का उल्लंघन करते हैं।
उन्होंने राज्य सरकार और संबंधित अधिकारियों से इन संयंत्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया था और मांग की थी कि इन संयंत्रों के संचालन को तुरंत बंद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि उनके कामकाज की समीक्षा की जानी चाहिए और उनके लाइसेंस के नवीनीकरण के बाद ही उन्हें काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए। एफपीजे द्वारा इस मुद्दे के बारे में रिपोर्ट किए जाने के बाद, बीएमसी ने जेएसडब्ल्यू ग्रीन सीमेंट को बंद करने के निर्देश जारी किए और रेलकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर को कारण बताओ नोटिस जारी किया।बीएमसी के बिल्डिंग एंड फैक्ट्री (बीएंडएफ) विभाग ने अक्टूबर में जेएसडब्ल्यू ग्रीन सीमेंट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और कंपनी को बीएमसी के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन (ईएंडसीसी) विभाग द्वारा सूचीबद्ध टिप्पणियों का अनुपालन करने और एक सप्ताह के भीतर सत्यापन अनुमति प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। चूंकि जेएसडब्ल्यू अनुमति प्रस्तुत करने में विफल रही, इसलिए बीएमसी ने कंपनी को तत्काल प्रभाव से आरएमसी प्लांट की सभी गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है।
इसी प्रकार, ई एंड सीसी विभाग ने अक्टूबर में रेलकॉन आरएमसी प्लांट का दौरा किया था और पाया था कि निर्माण स्थल के आसपास की टिन की चादरें गायब थीं, वायु प्रदूषण निगरानी रिकॉर्ड बीएमसी को नहीं दिखाए गए थे, कचरे को निर्दिष्ट स्थलों तक नहीं पहुंचाया गया था और प्लांट तक पहुंच मार्ग का रखरखाव नहीं किया गया था।
बीएंडएफ विभाग ने यह भी उल्लेख किया कि आरएमसी प्लांट के लिए अनुमति 2020 में केवल 36 महीनों के लिए दी गई थी और कंपनी द्वारा हर छह महीने के लिए पुनर्मूल्यांकन अनुमति प्रस्तुत नहीं की गई है। इसने यह भी कहा कि रेलकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा मानक मानदंडों का पालन नहीं कर रहा था, जिससे आसपास के क्षेत्र में उपद्रव हो रहा है। हाइलाइट की गई आवश्यकताओं का अनुपालन करने के लिए प्लांट को एक सप्ताह का समय दिया गया है।
विभाग ने एमपीसीबी से अनुपालन की पुष्टि करने और 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा है। इसने बीएंडएफ पूर्वी उपनगरों के कार्यकारी अभियंता से रेलकॉन संयंत्र के लिए सत्यापन अनुमति और दूरी मानदंड के बारे में स्पष्टीकरण देने को भी कहा है और 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने को कहा है।मलिक ने विधानसभा में कहा था, “इन संयंत्रों के लगातार संचालन के कारण आवासीय क्षेत्र में सीमेंट की धूल जम गई है। दिशा-निर्देशों के स्पष्ट उल्लंघन, लाइसेंस की अवधि समाप्त होने और सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी चिंताओं के बावजूद इन संयंत्रों का संचालन जारी है। इनके खिलाफ कार्रवाई न केवल गोवंडी बल्कि पूरे मुंबई की भलाई के लिए महत्वपूर्ण है, जहां प्रदूषण बढ़ रहा है।”
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महागठबंधन का घोषणापत्र बिहार की जनता की ‘उम्मीद’ : मुकेश सहनी

पटना, 29 अक्टूबर: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने महागठबंधन की तरफ से जारी किए गए घोषणापत्र जनता की उम्मीद बताया। सहनी महागठबंधन की ओर से उप-मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में दावा किया कि जो काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 20 सालों में सत्ता में रहते नहीं कर पाएं, हम लोग सत्ता में आने के बाद उस काम को हर कीमत पर पूरा करके रहेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति विकास से अछूता नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास प्रदेश के विकास के लिए कोई भी विजन नहीं है। अगर होता, तो आज प्रदेश की स्थिति ऐसी नहीं होती। आज की तारीख में हमारे लोगों को दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए जाना पड़ता है। उनकी भी ख्वाहिश है कि वो भी अपने ही प्रदेश में रहे। अपने परिवार के बीच में अपने लोगों के बीच में रहे।
साथ ही, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास बिहार के विकास के लिए कोई योजना भी नहीं है। यही कारण है कि वो हमारे मेनिफेस्टो की नकल कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास बिहार के विकास को लेकर कोई विजन नहीं है। आप देख लीजिए, जितनी भी योजनाएं वो वर्तमान में बिहार में चला रहे हैं, उसकी जड़े कहीं न कहीं महागठबंधन से मिलती जुलती है। इससे यह साफ जाहिर होता है कि इनके पास बिहार के विकास को लेकर कोई लेना-देना नहीं है। ये लोग कभी-भी बिहार के विकास के बारे में नहीं सोचते हैं। इन लोगों का एकमात्र मकसद सिर्फ सत्ता में बने रहना होता है।
उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि ‘माय बहन मान योजना’ के तहत सभी को 2,500 रुपये दिया जाएगा, तो नीतीश कुमार ने भी इस योजना की नकल शुरू कर दी। उन्होंने बिहार के लोगों को 10 हजार रुपये देने का ऐलान कर दिया। इसके बाद हमने विधवा पेंशन के तहत 1100 रुपये देने का बात की, तो इन लोगों ने 15,00 रुपये देने का ऐलान कर दिया। जब हमने कहा था कि हम 200 यूनिट बिजली फ्री करेंगे, तो उन्होंने फ्री बिजली देने का ऐलान कर दिया। ये काम तो वो पहले भी कर सकते थे। लेकिन, हमारी घोषणा के बाद ही क्यों किया? इससे यह साफ जाहिर होता कि इन लोगों के पास बिहार के विकास के लिए कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने ऐलान किया है कि बिहार में सभी लोगों को नौकरी दी जाएगी और वो हम देकर रहेंगे। जिस तरह से हमने अब तक सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है, ठीक उसी प्रकार से हम लोगों को बिहार में नौकरी देकर रहेंगे। लेकिन, दुख की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते हैं कि बिहार के लोगों को नौकरी मिले। ये लोग सिर्फ चाहते हैं कि बिहार के लोग दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जाए। लेकिन, अब इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने ‘जननायक’ को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कोई भी जन्म से नहीं, बल्कि कर्म से जननयाक होता है। हमें उस रास्ते पर चलना होगा। इस बारे में किसी भी प्रकार की गलत बात का प्रचार करने से बचना होगा, ताकि हमारे लोग गुमराह नहीं हों। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव सहित कई नेता जननायक बन सकते हैं। इसके लिए सिर्फ आपको उस रास्ते पर चलना होगा।
उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि हम लोग खुलकर विकास करें। लेकिन, यह दुख की बात है कि हमारे नेता 80 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज देकर कह रहे हैं कि यही विकास है। ऐसा करके ये लोग देश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर कोई सत्ता में रहते हुए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके किसी को परेशान करेगा, तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम भी जब सत्ता में आएंगे, तो इस तरह की स्थिति को हर कीमत पर रोकने की कोशिश करेंगे। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के हितों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं हो।
उन्होंने एसआईआर पर कहा कि हम इस पर क्या ही कहेंगे। अब अगर किसी ने मन बना ही लिया है कि वो वोट चोरी करके रहेगा, तो करें। अब क्या ही कर सकते हैं।
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रेलवे ने स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए किए विशेष इंतजाम, तीन स्तरीय वार रूम बनाया : अश्विनी वैष्णव

मुंबई, 23 अक्टूबर : भारतीय रेलवे ने स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं और इसके लिए डिवीजन, जोनल और बोर्ड लेवल पर तीन वार रूम बनाए गए हैं और स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ के हिसाब से निर्णय लिए जा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए वैष्णव ने वार रूम के काम करने के तरीके पर कहा कि हमने 10,700 ट्रेनों को चलाया है यानी आईआरटीसीटी के जरिए उनकी समय सारणी जारी कर दी गई है, जबकि करीब 3,000 ट्रेनों को रिजर्व में रखा है, जिससे अचानक भीड़ भड़ने पर ट्रेनों की आपूर्ति को बढ़ाया जा सके।
उदाहरण देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर 18 अक्टूबर को काफी भीड़ देखी गई थी। उस समय वार रूम से आसपास के स्टेशनों पर रखी गई रिजर्व ट्रेनों को बुलाया गया और तुरंत समस्या को सुलझाया गया।
वहीं, इसी तरह की स्थिति एक दिन अंबाला देखी गई, तो जलंधर और उसके आसपास रिजर्व रखी गई ट्रेनों की आपूर्ति बढ़ाकर भीड़ को स्टेशन पर कम कर दिया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि इस साल बिहार में गंतव्य की संख्या को बढ़ाकर 18 कर दिया गया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 7 था।
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की भारी भीड़ पर नजर रखने और उनका प्रबंधन करने के लिए रेल भवन में भी एक वॉर रूम स्थापित किया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह कमांड सेंटर वास्तविक समय पर निगरानी रखने में सक्षम है और अधिकारियों को भीड़भाड़, यात्रियों की शिकायतों और संभावित घटनाओं का तुरंत समाधान करने में सक्षम बनाता है।
वॉर रूम सम्पूर्ण भारतीय रेलवे नेटवर्क की देखरेख करने वाली एक प्रभावी प्रणाली के रूप में विकसित हो चुका है, जिसमें रेलवे बोर्ड, जोनल और डिवीजन स्तर पर 80 से अधिक वॉर रूम सक्रिय हैं।
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यमन के हूती समूह ने दागी बैलेस्टिक मिसाइल, इजरायली सेना ने हवा में किया नष्ट

सना, 26 सितंबर। यमन के हूती समूह ने गुरुवार रात इजरायल पर मिसाइल दागी। इसके बाद बेन गुरियन हवाई अड्डे पर हवाई यातायात अस्थायी रूप से रोक दिया गया। जान बचाने के लिए हजारों इजरायली लोगों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
शुक्रवार को हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित एक बयान में, हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि गुरुवार रात दक्षिणी तेल अवीव के जाफा क्षेत्र में एक ‘संवेदनशील लक्ष्य’ की ओर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई।
यह मिसाइल हमला गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी क्षेत्र पर इजरायल के अटैक और यमन की राजधानी सना पर कुछ घंटे पहले हुए इजरायली हवाई हमलों के जवाब में किया गया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सरिया ने चेतावनी दी कि बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य और लाल सागर के संकरे पानी से गुजरने वाले सभी वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों को हूती बलों को अपनी पहचान बतानी होगी। ऐसा नहीं करने पर उन पर हमला किया जाएगा।
गुरुवार रात एक बयान में इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि हवाई रक्षा प्रणालियों ने यमन में हूतियों द्वारा दागी गई एक मिसाइल को रोक दिया।
यह हमला गुरुवार शाम सना में हूती ठिकानों पर इजरायल के कई हवाई हमलों के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई और 142 लोग घायल हो गए।
आईडीएफ ने कहा कि सना पर हमले दक्षिणी इजरायली शहर ईलात पर 25 सितंबर को हूती ड्रोन हमले के जवाब में किए गए, जिसमें 20 लोग घायल हो गए थे।
सरकारी प्रसारक कान के अनुसार, ड्रोन एक बड़े समुद्र तट परिसर में फटा था। इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली ने ड्रोन को रोकने का दो बार प्रयास किया, लेकिन असफल रही थी। यह हमला यहूदी नववर्ष रोश हशाना के दौरान हुआ था, जब ईलात में इजरायली पर्यटकों की भीड़ थी।
राजधानी सना सहित उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हूती नवंबर 2023 से इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा है और लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बना रहा है।
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