राजनीति
तेजस्वी पटना पहुंचते ही जदयू पर साधा निशाना, कहा, ‘ बिहार पर ध्यान देते तो यह नौबत ही नहीं आती’
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लंबे समय के बाद बुधवार को दिल्ली से बिहार लौटे हैं। बिहार लौटते ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बेरोजगारी को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिहार को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।
लोजपा में टूट के लिए जदयू को जिम्मेदार बताते हुए तेजस्वी ने कहा कि लोजपा के नेता चिराग पासवान को किसके साथ रहना है, यह उन्हें तय करना है।
दिल्ली से पटना लौटने के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लालू प्रसाद की सेहत स्थिर है और वे डॉक्टरों की देखरेख में हैं।
पत्रकारों द्वारा लंबे दिनों तक बिहार से बाहर रहने के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कि वे एक नेता के साथ एक बेटा भी हैं, इसलिए वे दिल्ली में थे। लालू प्रसाद पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि लालू प्रसाद जल्द ही पटना लौट सकते हैं।
उन्होंने लोजपा में टूट के संबंध में कहा कि नीतीश कुमार तिकड़म से ही मुख्यमंत्री बने हुए हैं, यह सभी को पता है।
उन्होंने कहा, ” ये लोग तोडफोड पर जितना ध्यान देते हैं, अगर वे बिहार और यहां के लोगों पर ध्यान देते तो यह नौबत ही नहीं आती।”
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने महंगाई को लेकर केंद्र और बिहार सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि लोग महंगाई से परेशान हैं। राज्य के 25 जिलों में पेट्रोल सेंचुरी मार चुकी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार बिहार को बर्बाद करने में लगे है।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग कोरोना, बाढ और बेरोजगारी से तबाह हैं। उन्होंने कहा कि लोजपा को जदयू ने बराबर तोड़ने की कोशिश करती रही है।
चिराग पासवान के महागठबंधन में आने से संबंधित एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को तय करना है कि वे किसके साथ रहेंगे। वे आरएसएस के साथ रहेंगे या संविधान के साथ, यह उनको तय करना है।
राजनीति
तेजस्वी यादव का जनता को संदेश, प्राण झोंककर अपना हर वचन, हर प्रण पूरा करूंगा

नई दिल्ली, 10 नवंबर: बिहार में 122 सीटों पर दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होनी है। इसी बीच महागठबंधन की ओर से सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों के लिए एक संदेश शेयर किया। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को बिहार की जनता मुझे जो जिम्मेदारी देने जा रही है। मैं वादा करता हूं कि प्राण झोंककर अपना हर वचन, हर प्रण पूरा करूंगा।
9 नवंबर को तेजस्वी यादव का जन्मदिन था। राजद कार्यकर्ताओं ने उनका जन्मदिन गर्मजोशी के साथ मनाया।
देशभर से मिली जन्मदिन की शुभकामनाओं को लेकर तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक संदेश में कहा कि जन्मदिन के अवसर पर मिले आपके स्नेह, शुभकामनाओं और आशीर्वाद के लिए कोटि-कोटि आभार। जनता ने इतनी कम आयु में मुझे जिस तरह से प्रेम और समर्थन दिया, उसका कर्जदार हूं और वादा है कि 14 नवंबर को आपसे मिले जनादेश को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाऊंगा और प्राण झोंककर अपना हर वचन, हर प्रण पूरा करूंगा।
तेजस्वी ने कहा, चुनाव के दौरान जिस भी जनसभा में गया, वहां माताओं, बहनों, बुजुर्गों, मेरे युवा साथियों और बच्चों में दिखा उत्साह मुझे अपना प्रण पूरा करने के लिए और भी प्रेरित कर रहा है। पिछले दो दशकों से आप सभी ने जिस तरह गरीबी, महंगाई, घूसखोरी-रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अपराध, पलायन, शिक्षा व स्वास्थ्य की बदहाली सहित ढ़ेरों पीड़ाएं सही हैं, जनसभा में वह पीड़ा मुझे साफ दिखती है।
जनसभा में खड़ी कोई मां जब उम्मीद से मंच की ओर देखती है तो मैं अपने संकल्पों के प्रति और प्रतिबद्ध हो जाता हूं कि उन सभी मांओं के लिए सहारा बनना है। महंगाई से राहत दिलानी है। कमाई, दवाई और पढ़ाई के लिए मजबूरी की पलायन से मुक्ति दिलानी है। किसान, मजदूर, पिछड़े, वंचित, शोषित, दलित, अतिपछड़े सहित बिहार के हर घर तक खुशहाली पहुंचानी है।
तेजस्वी ने संदेश में आगे लिखा कि आप सभी के आशीर्वाद से 14 नवंबर को हर बिहारवासी सीएम यानी चिंता मुक्त होंगे। अपने जन्मदिन पर बिहार को नंबर वन बनाने का आशीर्वाद आप सभी जनता से मांगता हूं। हमेशा की तरह आपका साथ चाहिए, ताकि हम मिलकर नया बिहार बना सकें।
राजनीति
आज भी देश का निर्माण बिहार के लोग कर रहे हैं: प्रियंका गांधी

कटिहार, 8 नवंबर: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के क्रम में कटिहार के कदवा पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने बिहार के पलायन और शिक्षा को लेकर एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने सीमांचल के कटिहार में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज भी देश का निर्माण बिहार के लोग कर रहे हैं। आज यहां के युवा शिक्षित हैं लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है। शिक्षा के लिए, रोजगार के लिए उन्हें पलायन करना पड़ता है।
उन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि आज बिहार में किसी भी काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। उसी दर्ज पर सरकार भी अब महिलाओं को एक योजना के तहत 10 हजार रुपये की रिश्वत दे रही है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर यह सरकार 20 साल से थी, लेकिन आज उन्हें चुनाव के पहले 10 हजार रुपये देना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं खेत से लेकर घर तक में संघर्ष कर रही हैं, लेकिन सरकार ने कभी महिलाओं पर ध्यान नहीं दिया था। आज जब उन्हें मालूम चला कि जनता नाराज है तो पैसे दे रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे वोट बर्बाद नहीं करें। वोट अपने भविष्य को लेकर दें।
उन्होंने छोटे दलों को लेकर कहा कि इस चुनाव में ऐसी पार्टियां भी उतर आई हैं जो भाजपा को फायदा कर सकें। आज प्रधानमंत्री कट्टा, बंदूक की बात करते हैं। आज देश के लोगों का मजाक बना रहे हैं। देश के लोगों में इतना विवेक है कि वे पीएम को पहचान रहे हैं। आज भाजपा वोट की चोरी पर उतर गई है क्योंकि वो जान रही है कि ध्यान भटकाने से काम नहीं चल रहा है, धर्म के नाम से भी कुछ लाभ नहीं हो रहा है, तो अब वोट चोरी करने पर उतर आई हैं।
उन्होंने कहा कि आज बिहार के लोग महागठबंधन की सरकार चाह रहे हैं जो दिन-रात जनता का कार्य करे। महागठबंधन की सरकार आई तो शिक्षा के संस्थान और उद्योग के लिए 2000 एकड़ भूमि सुरक्षित रखी जाएगी। बिहार में शिक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। एक शिक्षा कैलेंडर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा भी कई वादे उन्होंने किए।
अपराध
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: विधवा ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख कर पूर्व विधायक की हत्या की स्वतंत्र जांच की मांग की

मुंबई: दिवंगत कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की विधवा शहजीन जियाउद्दीन सिद्दीकी ने अपने पति की हत्या की जांच एक “स्वतंत्र और निष्पक्ष एजेंसी” को सौंपने की मांग करते हुए बॉम्बे उच्च न्यायालय का रुख किया है।
वकील त्रिवणकुमार करनानी के माध्यम से दायर इस याचिका में मुंबई पुलिस पर राजनीतिक हस्तक्षेप और महत्वपूर्ण सबूतों को जानबूझकर दबाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले की सुनवाई अगले हफ़्ते होने की संभावना है।
सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर 2024 की रात बांद्रा (पूर्व) स्थित उनके बेटे जीशान के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
शहज़ीन की याचिका में दावा किया गया है कि पुलिस जानबूझकर असली दोषियों को गिरफ्तार करने से बच रही है और हत्या का आरोप लॉरेंस बिश्नोई के भाई गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई पर लगा रही है। उन्हें अपने पति की मौत के पीछे एक ताकतवर बिल्डर लॉबी और एक राजनीतिक नेता का हाथ होने का शक है।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि जाँचकर्ताओं ने सिद्दीकी के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में झुग्गी पुनर्विकास परियोजनाओं में लगे बिल्डरों की भूमिका की जाँच “जानबूझकर टाली” — ये वे क्षेत्र हैं जहाँ उन्होंने झुग्गीवासियों के शोषण का विरोध किया था। याचिका में कहा गया है, “सिद्दीकी हमेशा झुग्गीवासियों के लिए काम करते थे और कई डेवलपर्स उन्हें बाधा मानते थे। पुलिस ने इस पहलू की कभी जाँच नहीं की।”
इसमें आगे आरोप लगाया गया है कि स्पष्ट मकसद का खुलासा होने के बावजूद, पुलिस ने सिद्दीकी के बेटे, विधायक जीशान सिद्दीकी द्वारा नामित व्यक्तियों से पूछताछ नहीं की है। याचिका में कहा गया है, “जांच पहाड़ खोदकर चूहा निकालने जैसी लगती है।” साथ ही, यह भी कहा गया है कि व्हाट्सएप संदेशों और रिकॉर्डिंग रखने वाली “प्रमुख और महत्वपूर्ण गवाह” शहज़ीन से कभी पूछताछ नहीं की गई।
हत्या से पहले की घटनाओं का विवरण देते हुए, याचिका में कहा गया है कि सिद्दीकी ने अपनी हत्या से हफ़्तों पहले बार-बार सुरक्षा संबंधी चिंताएँ जताई थीं और पुलिस सुरक्षा बहाल करने की माँग की थी। 15 जुलाई, 2024 को उन्हें पृथ्वीजीत राजाराम चव्हाण नाम के एक व्यक्ति से एक “आपत्तिजनक और धमकी भरा संदेश” मिला।
25 जुलाई को उन्होंने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा बहाल करने की मांग की, जबकि उनके बेटे जीशान ने तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर Y+ सुरक्षा मांगी। आयुक्त कार्यालय ने अगले दिन सिद्दीकी के पत्र का संज्ञान लिया।
याचिका में अगस्त में अशोक मुंद्रा नामक व्यक्ति द्वारा सिद्दीकी के खिलाफ कथित तौर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी का भी उल्लेख किया गया है। मुंद्रा, व्यवसायी मोहित कंबोज का सहयोगी बताया जाता है।
29 जुलाई को, सिद्दीकी ने अपनी पत्नी को धमकी भरे संदेश का एक स्क्रीनशॉट भेजा और उससे कहा कि अगर उसे कुछ हो जाए तो इसे संभाल कर रख ले। दो हफ़्ते बाद, उसने उसे मैसेज किया, “यह सही तरीका नहीं है,” और फिर लिखा, “ये कमीने बदमाशी कर रहे हैं।”
याचिका में मांग की गई है कि जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी या वैकल्पिक रूप से न्यायालय की निगरानी वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) को सौंपी जाए तथा पुलिस को स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया जाए।
हत्या के एक दिन बाद भारतीय न्याय संहिता, शस्त्र अधिनियम और बाद में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की कई धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई। जाँच डीसीबी सीआईडी की मुंबई स्थित विशेष इकाई को सौंप दी गई।
इस साल जनवरी में, पुलिस ने 26 गिरफ्तार आरोपियों के नाम से एक आरोपपत्र दाखिल किया, जिन पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया था। अनमोल बिश्नोई को वांछित आरोपी बताया गया है, और अभियोजन पक्ष का दावा है कि उसने अपराध सिंडिकेट में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए हत्या का आदेश दिया था।
जून में, सिद्दीकी के परिवार ने बिश्नोई की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें आरटीआई अधिनियम के तहत जानकारी देने से इनकार कर दिया गया। अगस्त में, उन्हें बताया गया कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी अधिकारियों को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा है।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
