राजनीति
आप का आरोप : दिल्ली में भाजपा की तानाशाही जारी, विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोक
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नई दिल्ली, 27 फरवरी। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि जब से भाजपा की सरकार आई है, विधानसभा परिसर में आप के चुने हुए विधायकों को घुसने नहीं दिया जा रहा है, जो लोकतंत्र की हत्या और तानाशाही की मिसाल है।
आप नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने विधानसभा परिसर के बाहर तैनात होकर आप के विधायकों को अंदर जाने से रोक दिया। उनका कहना है कि पुलिस के पास इस कार्रवाई का कोई वैध आदेश नहीं था, फिर भी पुलिस ने इस फैसले को लागू किया।
आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, “दिल्ली में भाजपा सरकार आते ही तानाशाही की शुरुआत हो गई है। चुने हुए विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।”
वहीं, “आप” के अन्य नेता संजीव झा ने भी इस मुद्दे पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि स्पीकर के आदेश पर विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोका गया है। यह हमारे विशेषाधिकार का उल्लंघन है और स्पीकर इस मामले पर बात करने को भी तैयार नहीं हैं।”
“आप” का आरोप है कि स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आदेश जारी किया है कि “आप” के विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोका जाए, जबकि यह कदम लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसके अलावा, “आप” विधायक विधानसभा में बाबासाहेब के नारे लगाने पर तीन दिन के लिए निलंबित किए गए थे। अब, विधायकों को भवन में प्रवेश तक नहीं करने दिया जा रहा है। आप का कहना है कि यह घटना दिल्ली विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुई है, और “आप” इसे तानाशाही का प्रतीक मान रही है।
“आप” नेताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र की हत्या करती हैं और देश के लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर करती हैं।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
साल 2024 : पेइचिंग में 2,012 विदेशी निवेश वाले उद्यम स्थापित हुए
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बीजिंग, 27 फरवरी। चीन की राजधानी पेइचिंग में वर्ष 2024 के दौरान 2,012 विदेशी निवेश वाले उद्यम स्थापित हुए हैं, जो पिछले साल 2023 की तुलना में 16.4 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आई, जिसमें शहर के निर्माण और विकास से जुड़ी प्रगति पर चर्चा हुई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, पेइचिंग नगर वाणिज्य ब्यूरो के उप प्रधान क्वो वनच्ये ने बताया कि शहर ने सेवा उद्योग के खुलेपन को बढ़ाने और एक व्यापक प्रदर्शन क्षेत्र बनाने के लिए “2.0 योजना” के तहत 152 कार्यों को पूरा किया है। इनमें से 86 प्रतिशत से अधिक कार्यों पर अमल हुआ है। साथ ही, व्यवसायों का समर्थन करने और उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और निवेश सुविधा के स्तर में निरंतर सुधार किया गया है।
इसके अलावा, पेइचिंग ने “विदेशी निवेश नियम” लागू किए और “वैश्विक सेवा साझेदार कार्यक्रम” शुरू किया, जिसके तहत 13 कंपनियों को पहले चरण में साझेदार के रूप में चुना गया। विदेशी निवेश वाले उद्यमों के लिए गोलमेज बैठक तंत्र तथा “बंद लूप” मांग प्रतिक्रिया तंत्र में सुधार किया गया और विदेशी निवेश वाले उद्यमों के लिए सैकड़ों गोलमेज बैठकें आयोजित की गईं।
पेइचिंग नगर वाणिज्य ब्यूरो के अधिकारी के अनुसार, भविष्य में पेइचिंग मूल्य-वर्धित दूरसंचार और चिकित्सा देखभाल जैसे क्षेत्रों में खुलेपन के विस्तार के नीतिगत अवसरों का अच्छा उपयोग करते हुए अधिक प्रतिष्ठित विदेशी निवेश परियोजनाओं की प्राप्ति का प्रयास करेगा, निवेश वाले उद्यमों के लिए “बंद लूप” मांग प्रतिक्रिया तंत्र में सुधार करेगा, वैश्विक सेवा साझेदारों का विस्तार जारी रखेगा और विदेशी निवेश कार्य के वैधीकरण और मानकीकरण में सुधार करेगा।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
विश्व अर्थव्यवस्था में अधिक स्थिरता और निश्चितता डालेगा चीन : चीनी विदेश मंत्रालय
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बीजिंग, 27 फरवरी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने प्रेस वार्ता में बताया कि चीन विकास को अंतर्राष्ट्रीय एजेंडा के केंद्र में रखना जारी रखेगा और मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय की अवधारणा के अनुसार विश्व आर्थिक विकास में अधिक स्थिरता और निश्चितता डालेगा।
संबंधित सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमेशा वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता में प्रमुख योगदानकर्ता बना रहा है। विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के नाते वैश्विक वृद्धि में चीन का योगदान 30 प्रतिशत है। चीन 150 से अधिक देशों और क्षेत्रों का मुख्य व्यापार साझेदार है, जो वैश्विक उत्पादन और सप्लाई चेन की स्थिरता और सुगमता में एक अपरिहार्य कड़ी है।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन समावेशी आर्थिक भू-मंडलीकरण की वकालत करता है। चीन इस पर कायम रहता है कि विभिन्न देश एक साथ आर्थिक विकास का केक बड़ा बनाओ और अच्छी तरह उसे बांटो, न कि अपना देश पहले हो या एक ही देश के नेतृत्व पर कायम रहना हो।
उन्होंने कहा कि इधर कुछ साल चीन नई किस्म वाली उत्पादक शक्ति के विकास को गति दे रहा है। चीन अपने गुणवत्ता विकास से वैश्विक आर्थिक ट्रांसफॉर्मेशन में शक्ति डालेगा।
राष्ट्रीय समाचार
संभल हिंसा मामला: जेल में बंद 17 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज
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संभल, 27 फरवरी। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। इस मामले में जेल में बंद 17 आरोपियों की कोर्ट ने गुरुवार को जमानत याचिका खारिज कर दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट इससे पहले 42 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर चुका है। बवाल के आरोप में जेल में बंद अब तक कुल 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है। कोर्ट का कहना है कि सभी आरोपियों पर गंभीर आरोप हैं।
शासकीय अधिवक्ता हरिओम प्रकाश सैनी ने गुरुवार को बताया कि शाही जामा मस्जिद प्रकरण में 29 लोगों के प्रार्थना पत्र पहले खारिज हो चुके हैं। कोर्ट में आज 17 जमानत याचिकाओं पर सुनवाई हुई है। सभी 17 याचिकाओं को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कुल मिलाकर अब 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार, संभल हिंसा मामले में 80 आरोपी जेल में बंद हैं। हालांकि, आरोपी पक्ष के वकीलों ने हाल में जमानत याचिका खारिज होने पर हाईकोर्ट जाने की बात कही थी।
संभल के एसपी कृष्ण बिश्नोई ने शुक्रवार (21 फरवरी) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया था कि 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें से सात मामले संभल कोतवाली, चार मामले नखासा थाने और एक जीरो एफआईआर मुरादाबाद में दर्ज की गई है। छह मामलों में पुलिस ने चार्जशीट पेश कर दी है। सबसे पहले लिखी गई दो एफआईआर में उपनिरीक्षक शाह फैसल की पर्सनल बुलेट और सरकारी गाड़ियों को आग लगाने का प्रयास किया गया। सरकारी गाड़ी जल गई, जबकि उपनिरीक्षक की पर्सनल गाड़ी को जलने से बचा लिया गया। सीसीटीवी के आधार पर इस मामले में 23 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
उन्होंने कहा कि दूसरे मामले में एक अपराधी ने फायरिंग की थी, जिसमें 25 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। इसके अलावा एक और मामले में 21 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया था। नामजद अभियुक्त समेत 53 लोगों के खिलाफ इसमें चार्जशीट दायर की गई है। चौथे मामले में एसडीएम पथराव के दौरान घायल हुए थे। उसमें 37 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। साथ ही कोतवाली क्षेत्र के एक मामले में सीओ को पैर में गोली लगी थी। इस केस में 38 लोगों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है।
इसके अलावा, जामा मस्जिद के पास हथियारों को लूटने के मामले में 39 लोगों को जेल भेजा गया है। एसपी कृष्ण बिश्नोई ने बताया कि छह मुकदमों में शुरुआत से 36 लोग नामजद थे। इसके बाद 123 लोगों के नाम प्रकाश में आए थे। कुल मिलाकर 159 लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से 80 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। साथ ही 79 लोगों की गिरफ्तारी अभी बाकी है।
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