राष्ट्रीय
दिल्ली में कोविड-19 को लेकर अलर्ट, अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश

नई दिल्ली, 23 मई। दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में हालिया वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अभी तक राजधानी में 23 सक्रिय कोविड-19 के केस सामने आए हैं, जिनकी रिपोर्ट निजी लैब से आई है।
पंकज सिंह ने कहा कि यह देखा जा रहा है कि ये मामले दिल्ली के हैं या बाहर से आए हुए लोग हैं। फिलहाल दिल्ली की जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार और सभी सरकारी अस्पताल कोविड से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस संबंध में अस्पतालों के एमएस (मेडिकल सुपरिंटेंडेंट) और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक चल रही है ताकि हालात पर पूरी नजर रखी जा सके।
इसके साथ ही मंत्री ने ऐलान किया कि दिल्लीवासियों को स्वास्थ्य सुविधा को और मजबूत करने के उद्देश्य से जल्द ही 39 आयुष्मान केंद्रों की सौगात दी जाएगी, जो आगामी 100 दिनों में जनता को समर्पित किए जाएंगे।
वहीं, दिल्ली सरकार की ओर से सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। नई एडवाइजरी में कई प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया गया है।
अस्पतालों से बिस्तरों, ऑक्सीजन, जरूरी दवाइयों, वैक्सीन, वेंटिलेटर, बाय-पैप, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। कोविड ड्यूटी में लगे स्टाफ को आवश्यकतानुसार रिफ्रेशर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी स्वास्थ्य संस्थानों को आईएलआई और एसएआरआई मामलों की रोजाना आईएचआईपी पोर्टल पर रिपोर्टिंग करनी होगी।
सरकार ने कहा है कि दिल्ली स्टेट हेल्थ डेटा मैनेजमेंट पोर्टल पर सभी पैरामीटर्स की रिपोर्ट रोज साझा की जाए। आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार टेस्टिंग की जाए। आईएलआई के पांच प्रतिशत और एसएआरआई के 100 प्रतिशत मामलों की जांच अनिवार्य है।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सभी पॉजिटिव केस के सैंपल लोकनायक अस्पताल भेजने का निर्देश दिया गया है ताकि नए वेरिएंट्स की पहचान समय पर हो सके।
अस्पताल परिसरों में मास्क पहनना और अन्य श्वसन शिष्टाचार का पालन करना अनिवार्य किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय
कोरोना को लेकर कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, कहा- ‘ पिछले 20 दिनों से बेंगलुरु में बढ़े मामले’

बेंगलुरु, 24 मई। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा है कि पिछले 20 दिनों में बेंगलुरु में कोविड-19 के प्रसार में क्रमिक वृद्धि देखी जा रही है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार को कहा, “इस साल हमने कर्नाटक में अब तक 35 कोविड-19 मामले देखे हैं, जिनमें से 32 बेंगलुरु से हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 20 दिनों में इसमें धीरे-धीरे वृद्धि देखी गई है, हालांकि कोई गंभीर स्थिति सामने नहीं आई है इसलिए आम जनता को कोविड-19 प्रोटोकॉल का सक्रिय रूप से पालन करने की सलाह दी जाती है।
उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों, कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों और सह-रुग्णता वाले व्यक्तियों को भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाते समय मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।
उन्होंने कहा कि हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करने जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि गंभीर तीव्र श्वसन रोगों (एसएआरआई) से पीड़ित लोगों को समय पर उपचार के लिए तथा कोविड-19 के आगे प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 की जांच कराने पर विचार करना चाहिए।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को पुष्टि की कि बेंगलुरु में नौ महीने का एक बच्चा कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि 22 मई को रैपिड एंटीजन टेस्ट में बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
सूत्रों ने पुष्टि की है कि शिशु बिना किसी जटिलता के सुरक्षित है और वर्तमान में उसका इलाज बेंगलुरु के वाणी विलास अस्पताल में चल रहा है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि शिशु बेंगलुरु के बाहरी इलाके होसकोटे कस्बे का रहने वाला था।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार सुबह केंद्र सरकार से देश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच एहतियाती कदम उठाने की अपील की।
सीएम सिद्धारमैया ने यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए कदम नहीं उठाए हैं।
उन्होंने कहा, “यहां भी कोविड-19 के मामले बढ़ने की आशंका है। केंद्र सरकार को बढ़ते मामलों के मद्देनजर त्वरित निर्णय लेने चाहिए और एहतियाती कदम उठाने चाहिए।”
राष्ट्रीय
ऋषिकेश: एम्स की डॉक्टर समेत दो महिलाएं कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग सतर्क

ऋषिकेश, 24 मई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की एक डॉक्टर सहित दो महिलाओं के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। दोनों महिलाएं हाल ही में बेंगलुरु और गुजरात से उत्तराखंड आई थीं। पॉजिटिव पाए जाने के बाद दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है और इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।
जानकारी के अनुसार, एम्स ऋषिकेश में कार्यरत एक डॉक्टर जो बेंगलुरु से लौटी थीं, में कोरोना के हल्के लक्षण दिखाई दिए। जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और वे घर पर ही आइसोलेशन में इलाज करवा रही हैं। डॉक्टर ने बताया कि उन्हें बुखार और गले में खराश जैसे लक्षण थे, जिसके बाद उन्होंने तुरंत जांच कराई। एम्स प्रशासन ने डॉक्टर के संपर्क में आए स्टाफ और मरीजों की सूची तैयार कर उनकी स्क्रीनिंग शुरू कर दी है।
दूसरी महिला जो गुजरात से ऋषिकेश धार्मिक प्रवचन सुनने आई थीं, वह भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। यह महिला पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थीं। लक्षण दिखने पर उनकी जांच की गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों महिलाओं के यात्रा और संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क पहनें और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
कोरोना के मामलों में हाल के महीनों में कमी देखी गई थी लेकिन इन नए मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को फिर से सतर्क कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम बदलने और यात्रा में वृद्धि के कारण मामलों में उछाल की आशंका बनी हुई है।
राष्ट्रीय
हाथों में तिरंगा और दिल में देशभक्ति का जज्बा लिए रामपुर में निकली तिरंगा यात्रा

रामपुर, 24 मई। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से शनिवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई। लोगों ने हाथों में तख्ती ले रखी थी, जिसमें स्लोगन लिखा हुआ था। यात्रा के दौरान लोग ‘भारत माता की जय’ और ‘अब तुम्हारे हवाले वतन.. ‘जैसे देश भक्ति के गीत गाए जा रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर लोगों ने चौराहों से लेकर गलियों तक तिरंगा झंडा लेकर निकले। यात्रा में शामिल लोगों का उत्साह देखते बन रहा था। भीड़ ज्यादा होने से पुलिस ट्रैफिक को दूर ही रोकना पड़ा।
इस दौरान कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख और ब्लॉक प्रमुख कुलवंत सिंह लख, नगर पालिका अध्यक्ष चित्रक मित्तल ने शिरकत की। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि भारतीय सेना ने दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देकर उसकी कमर तोड़ी है और आज वह बौखला गया है। हमारी ताकत के आगे पाकिस्तान की औकात नहीं है कि वह हमारे सामने खड़ा हो सके।
वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष चित्रक मित्तल ने कहा कि अगर आगे किसी तरह की कोई हिमाकत की तो पाकिस्तान का नाम दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारतीय सेना के सम्मान में देशभर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है। पहलगाम में आतंकी हमले का भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए बदला लिया। पाकिस्तान में सेना ने आतंकवाद के 9 ठिकानों को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई में पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान के एयरबेस और डिफेंस सिस्टम को सेना ने तबाह कर दिया था।
तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के इसी शौर्य और पराक्रम को देखते हुए निकाली जा रही है। देश के कोने-कोने में सेना को लोग सैल्यूट कर रहे हैं और सैनिकों के बलिदान को याद कर रहे हैं।
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