राजनीति
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने जुमे की नमाज का समय बदला

लखनऊ, 13 मार्च। मौलाना राशिद फिरंगी महली ने जुमे की नमाज की टाइमिंग को आगे बढ़ाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि 14 मार्च (शुक्रवार) को होली का त्योहार और जुमे की नमाज है, तो हमने जुमे की नमाज का समय आगे बढ़ाया है।
मौलाना राशिद फिरंगी महली ने कहा, “जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि 14 मार्च को होली का त्योहार है और उसी दिन रमजान का दूसरा जुमा भी है। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एडवाइजरी जारी करके नमाज की टाइमिंग को आगे बढ़ाया है। इसके साथ ही हमारे हिंदू भाइयों ने कई जगहों पर होली की बरात की टाइमिंग में बदलाव किए हैं।”
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह दिन दोनों समुदाय अपने-अपने मजहब के मुताबिक पर्व मनाएंगे। इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है। साथ ही हमें अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है। हमें शांतिपूर्वक त्योहार मनाना है, ताकि शांति का संदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाए।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने सभी मस्जिद कमेटियों से अपील की है कि 14 मार्च को जुमे की नमाज का समय एक घंटा बढ़ा दिया जाए। इससे नमाजियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी और हिंदू भाई-बहनों के त्योहार में भी कोई समस्या नहीं आएगी। यह कदम दोनों समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि यह रमजान का पवित्र महीना है। इस महीने सभी रोजेदार की यही कोशिश होती है कि उनकी वजह से किसी को भी कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा कि उस दिन होली रहेगी। सभी की छुट्टी रहेगी। तो ऐसी स्थिति में सभी मुसलमान कोशिश करें कि वे अपने घर पर रहकर ही नमाज अदा करें। कहीं जाएं नहीं। सभी मुसलमानों की यह कोशिश रहनी चाहिए कि किसी को भी कोई दिक्कत न हो। कोशिश करनी चाहिए कि इस दिन शांति-व्यवस्था बनी रहे। किसी भी प्रकार का खलल पैदा न हो। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे इन नियमों का पालन किया जाएगा।
राजनीति
पाकिस्तान दुश्मनी चाहता है तो हम तैयार हैं : फारूक अब्दुल्ला

जम्मू, 30 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार को समर्थन देने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान दुश्मनी चाहता है तो हम तैयार हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हम लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरा समर्थन देने की बात कही है, इसके बाद हमारे साथ कोई सवाल नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी जो करना चाहें, वो करें।”
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तरफ से न्यूक्लियर हमले की धमकी देने के सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हमारे पास भी न्यूक्लियर पावर है, उनसे पहले है। मुझे वाजपेयी जी का याद आता है, जब मैं पोखरण उनके साथ गया था, तो उन्होंने कहा था कि हम कभी भी इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे। जब तक कोई और हम पर पहला हमला नहीं करेगा। हिंदुस्तान ने कभी भी पहले आक्रमण नहीं किया है। हमेशा वहीं से हुआ है और हमने उसका जवाब दिया है। आज भी हम इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे, लेकिन अगर वे इसका इस्तेमाल करते हैं, तो हमारे पास भी यह है। भगवान करे कि ऐसी बात न आए।”
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की तरफ से सोशल मीडिया पर पोस्ट करके पीएम मोदी को गायब होने की बात कहने पर उन्होंने कहा, “वो कहां गायब हैं? मुझे लगता है वो दिल्ली में हैं और अगर कहीं और होंगे तो उसका पता नहीं है।”
जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से जूझने के सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हमने बार-बार कहा है कि हमें आतंकवाद कबूल नहीं है। आतंकवाद उन्हें भी खत्म कर रहा है और हमें भी। अब समय आ गया है कि उन्हें इस पर समझना चाहिए। जब मुंबई पर हमला हुआ तो साबित हुआ कि यह पाकिस्तान प्रायोजित था। पठानकोट, उरी में हमला हुआ, जिसके पीछे उनका हाथ था। कारगिल के समय मैं मुख्यमंत्री था, जब वो हारने लगे तो यूएसए प्रेसिडेंट के पास गए और दो दिन का समय मांगा कि वो अपना सामान निकाल सकें। ऐसे में अब वक्त आ गया है कि अगर वो दोस्ती चाहते हैं, तो ऐसी चीजें नहीं चलेंगी। आतंकवाद को खत्म करना पड़ेगा। वहीं अगर दुश्मनी में रहना चाहते हैं तो हम भी तैयार हैं।”
राष्ट्रीय समाचार
पाकिस्तानी ने की नौशेरा, सुंदरबनी, बारामूला और अखनूर में फायरिंग, सेना ने दिया त्वरित जवाब

नई दिल्ली, 30 अप्रैल। पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। 29-30 अप्रैल की रात को भी पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा के उस पार से भारतीय इलाकों में गोलीबारी की है। भारतीय सेना के मुताबिक 29-30 अप्रैल की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों के सामने नियंत्रण रेखा के पार से फायरिंग की।
पाकिस्तानी सेना द्वारा यह फायरिंग बिना किसी उकसावे के की गई है। फायरिंग के लिए छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया गया। भारतीय सेना के जवानों ने बिना देरी किए तेजी से इस फायरिंग का जवाब दिया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सैन्य चौकियों से पिछले 6 दिनों से फायरिंग की जा रही है। नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों के अलावा पाकिस्तानी सेना ने कई अन्य स्थानों पर भी गोलीबारी की है। सेना के अनुसार पाकिस्तानी सेना द्वारा 29-30 अप्रैल की रात को ही नियंत्रण रेखा के पार से बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में भी गोलीबारी की गई। पाकिस्तानी सैन्य चौकियों द्वारा परगवाल सेक्टर में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई है। भारतीय सेना के जवानों ने इन सभी स्थानों पर पाकिस्तान को उचित व करारा जवाब दिया है। सेना के मुताबिक 28-29 अप्रैल की रात को भी पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा और बारामूला जिलों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार से बिना उकसावे के गोलीबारी की थी। भारतीय सेना ने इस उकसावे का तुरंत और प्रभावी जवाब दिया था।
वहीं इससे पहले 27-28 अप्रैल की रात को भी पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा के पार से गोलाबारी की थी। जहां एक ओर कुपवाड़ा और बारामूला व अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के उस पार से फायरिंग की गई, वहीं पुंछ के सीमावर्ती इलाकों में फायरिंग की गई थी। दरअसल पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीते शुक्रवार से ही पाकिस्तानी सैन्य चौकियों से फायरिंग की जा रही है।
ज्ञात हो कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुखों, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की थी। सरकार ने सेना को स्थिति से निपटने के लिए खुली छूट दी है।
महाराष्ट्र
30 अप्रैल को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ कानून के खिलाफ रात 9 बजे से 9:15 बजे तक मोमबत्तियां जलाने की अपील की थी, जिसका सभी विचारधाराओं ने समर्थन किया था।

मुंबई, 29 अप्रैल: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ अधिनियम के खिलाफ विरोध के पहले चरण की घोषणा की है, जो करीब तीन महीने तक चलेगा। इसके तहत देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में छोटे-बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस हो चुकी हैं, भाई-बहनों में जागरूकता लाने का काम भी चल रहा है। पिछले दिनों वक्फ सुरक्षा सप्ताह भी मनाया गया और लोगों ने काली पट्टियां बांधकर अपना दुख व्यक्त किया। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रोडमैप के अनुसार, वक्फ अधिनियम निरस्त होने तक विरोध जारी रहेगा।
विरोध के अगले चरण में, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वे बुधवार 30 अप्रैल, 2025 को रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक अपने घरों, कार्यालयों, मॉल, कारखानों और अन्य स्थानों की सभी लाइटें बंद करके लोकतांत्रिक तरीके से वक्फ के इस काले कानून का विरोध करें।
बोर्ड की ओर से तहफ्फुज औकाफ मूवमेंट के महाराष्ट्र संयोजक मौलाना महमूद अहमद खान दरियाबादी ने अपने बयान में कहा है कि अल्हम्दुलिल्लाह, सभी विचारधाराओं के लोग इस “बती गुल” आंदोलन के समर्थन में आगे आए हैं। इसलिए जमीयत उलेमा, सुन्नी जमीयत उलेमा, रजा अकादमी, जमात अहले हदीस, जमात-ए-इस्लामी, शिया लोगों ने बाकायदा वीडियो जारी कर सभी इंसाफ पसंद लोगों से अपील की है कि वे 30 अप्रैल को रात नौ से साढ़े नौ बजे तक सिर्फ पंद्रह मिनट की कुर्बानी दें और अपने इलाके की सभी लाइटें बंद रखें।
मौलाना दरियाबादी ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के कई तरीके हैं, जुलूस, धरना, रैलियां, काली पट्टी, भूख हड़ताल, गिरफ्तारियां आदि। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसला किया है कि इस क्रूर कानून के खिलाफ संघर्ष अंत तक जारी रहेगा और सभी तरीके संविधान और कानून के मुताबिक ही इस्तेमाल किए जाएंगे। इसी प्रकार, कुछ समय के लिए सभी लाइटें बंद कर देना और पूर्णतः “ब्लैकआउट” कर देना भी एक लोकतांत्रिक तरीका है। भारत की स्वतंत्रता के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ भी इस पद्धति का इस्तेमाल किया गया था। बोर्ड के पदाधिकारियों ने अपील की है कि इस बार वे दीप जलाएं और अपनी आवाज पूरी दुनिया तक पहुंचाएं। मौलाना दरियाबादी का कहना है कि अगर देशभर के बीस करोड़ मुसलमान एक साथ ब्लैकआउट का पालन करें तो यह अंतरराष्ट्रीय खबर बन जाएगी और पूरी दुनिया को भारतीय मुसलमानों के साथ हो रहे इस अन्याय का पता चल जाएगा। इसलिए हम सबके लिए यह सबसे अच्छा अवसर है कि हम सिर्फ पंद्रह मिनट का प्रकाश त्यागें और अत्याचारियों को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब करें।
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