व्यापार
पिछले साल टॉप 7 शहरों में बेचे गए 42 प्रतिशत घर न्यूली-लॉन्च : रिपोर्ट
मुंबई, 5 मार्च। भारत में घर खरीदने वाले लोग रेडी-टू-मूव-इन घरों की तुलना में न्यूली-लॉन्च हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को तेजी से चुन रहे हैं। बुधवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में बेचे गए 4.60 लाख घरों में से 42 प्रतिशत से अधिक नए लॉन्च किए गए थे।
इस ट्रेंड में 2019 से काफी वृद्धि देखने को मिलती है, जब बेचे गए 2.61 लाख घरों में से केवल 26 प्रतिशत नए लॉन्च किए गए थे।
एनारॉक के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, यह ट्रेंड विशेष रूप से प्रमुख शहरों में मजबूत है, जहां बड़े और लिस्टेड डेवलपर्स बाजार पर हावी हैं।
यह बदलाव पिछले पांच वर्षों से लगातार जारी है। 2020 में, टॉप सात शहरों में बेचे गए 1.38 लाख घरों में से 28 प्रतिशत नए लॉन्च किए गए थे।
2021 में, यह प्रतिशत बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया, जिसमें लगभग 2.37 लाख घर बिके।
2022 तक, बेचे गए 3.65 लाख घरों में से 36 प्रतिशत नए लॉन्च किए गए थे और 2023 में, यह आंकड़ा बढ़कर 4.77 लाख यूनिट्स में से 40 प्रतिशत हो गया।
शहर के हिसाब से, नए लॉन्च किए गए घरों का अब्सॉर्प्शन अलग-अलग होता है। कोलकाता में फ्रेश सप्लाई अब्सॉर्प्शन का सबसे कम हिस्सा था, 2024 में बेची गई 18,330 यूनिट में से केवल 31 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं।
हालांकि, 2019 की तुलना में यह अभी भी एक सुधार था, जब उस साल बेची गई 13,930 यूनिट में से केवल 23 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं।
एनसीआर में, 2024 में बेची गई 61,902 यूनिट में से लगभग 44 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं, जो 2019 में केवल 22 प्रतिशत से एक बड़ी छलांग है।
चेन्नई में भारी वृद्धि देखी गई, जहां 2024 में बेची गई 19,221 यूनिट में से 53 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं, जो 2019 में 28 प्रतिशत थी।
बेंगलुरु और पुणे में भी नई लॉन्च की गई यूनिट में मजबूत वृद्धि देखी गई।
बेंगलुरु में, 2024 में बेची गई 65,226 यूनिट में से 53 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं, जबकि 2019 में यह 27 प्रतिशत थी।
इसी तरह, पुणे में, 2024 में बेची गई 81,088 यूनिट में से 42 प्रतिशत नए प्रोजेक्ट्स का हिस्सा थीं, जबकि 2019 में यह 34 प्रतिशत थी।
हैदराबाद में भी शानदार वृद्धि दर्ज की गई, जहां 2024 में बेची गई 58,540 यूनिट में से 43 प्रतिशत नई लॉन्च की गई थीं, जबकि 2019 में यह 28 प्रतिशत थी।
व्यापार
सितंबर 2025 में स्मार्टफोन एक्सपोर्ट ने बनाया नया रिकॉर्ड, इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में रोजगार के बढ़ेंगे अवसर : अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के विकास से इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा, “सितंबर 2025 में स्मार्टफोन एक्सपोर्ट ने 1.8 अरब डॉलर का नया रिकॉर्ड बनाया।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत से निर्यात होने वाले सभी सामानों की लिस्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम अब तीसरे स्थान पर हैं। भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के बढ़ने से इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में ग्रोथ से हजारों नई नौकरियां पैदा होंगी।
इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन की हालिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई थी कि भारत का स्मार्टफोन निर्यात बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में 95 प्रतिशत बढ़कर 1.8 अरब डॉलर को पार कर गया है।
आईसीईए के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रू ने निर्यात में हो रही इस लगातार बढ़ोतरी को लेकर कहा था कि यह प्रदर्शन दिखाता है कि भारत के मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम की नींव मजबूत हो रही है।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना (ईसीएमएस) के तहत 5,532 करोड़ रुपए की 7 परियोजनाओं के पहले चरण की मंजूरी की घोषणा की। योजना के तहत 36,559 करोड़ रुपए मूल्य के कलपुर्जों का उत्पादन होगा और 5,100 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होंगी।
इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब मल्टी-लेयर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी), एचडीआई पीसीबी, कैमरा मॉड्यूल, कॉपर क्लैड लैमिनेट और पॉलीप्रोपाइलीन फिल्म्स भारत में ही बनाई जाएंगी।
ईसीएमएस को घरेलू और वैश्विक दोनों कंपनियों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। 1.15 लाख करोड़ रुपए के निवेश भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी निवेश प्रतिबद्धता है।
आज 5,532 करोड़ रुपये की सात परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है। इन परियोजनाओं से 36,559 करोड़ रुपये मूल्य के कलपुर्जों का उत्पादन होगा और 5,100 से ज़्यादा प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होंगी।
व्यापार
हरे निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, पीएसयू बैंक शेयरों में तेजी

मुंबई, 28 अक्टूबर: भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी दिन हरे निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में पीएसयू बैंक सेक्टर में बढ़त देखी जा रही थी, जो कि 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था।
सुबह करीब 9 बजकर 35 मिनट पर सेंसेक्स 197.52अंक या 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 84,976.36 स्तर पर था। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 67.70 अंक या 0.26 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,033.75 स्तर पर बना हुआ था।
वहीं, निफ्टी बैंक 0.06 प्रतिशत या 34.25 की बढ़त के साथ 58,148.50 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.07 प्रतिशत या 43.90 अंक की बढ़त के साथ 59,824.05 पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.38 प्रतिशत या 70.60 अंक की बढ़त के साथ 18,473.65 पर कारोबार कर रहा था।
बाजार जानकारों के अनुसार, टेक्निकल फ्रंट पर निफ्टी 25,700–25,750 के अपने महत्वपूर्ण सपोर्ट जोन से ऊपर मजबूत बना हुआ है, जिससे साइडवेज-टू-बुलिश रुझान बना हुआ है। ऊपर की ओर रेजिस्टेंस 26,000–26,100 पर दिख रहा है और 26,000 से ऊपर की मूव रैली को 26,100–26,200 की ओर बढ़ा सकता है। जब तक इंडेक्स 25,750 से ऊपर बना रहता है, तब तक ट्रेंड पॉजिटिव रहेगा, जिसका मतलब है कि गिरावट पर खरीदारी का इंटरेस्ट बना रह सकता है।
इस बीच सेंसेक्स पैक में टाटा स्टील, एसबीआई, अदाणी पोर्ट्स और एलएंडटी टॉप गेनर्स थे। वहीं, आईसीआईसी बैंक, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स थे।
उधर, एशियाई बाजार मिश्रित रूप से कारोबार कर रहे थे, जहां, बैंकॉक, सोल और जापान लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं, जकार्ता, हांगकांग और चीन हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजार आखिरी कारोबारी दिन हरे निशान में तेजी के साथ बंद हुए। डाउ जोंस 0.71 प्रतिशत या 337.47 अंक की तेजी के साथ 47,544.59 पर बंद हुआ। वहीं, एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.23 प्रतिशत या 83.47 अंक की बढ़त के साथ 6,875.16 स्तर पर और नैस्डेक 1.86 प्रतिशत या 432.59 अंक की बढ़त के बाद 23,637.46 स्तर पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 27 अक्टूबर को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 55.58 करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) इसी कारोबारी दिन शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 2,492.12 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।
राष्ट्रीय समाचार
एलआईसी-अदाणी रिपोर्ट के समय पर विशेषज्ञों ने उठाए सवाल, कहा- बिहार चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश

नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: अदाणी ग्रुप में एलआईसी के निवेश को लेकर हाल ही में आई ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि यह आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश है।
जानकारों ने आगे कहा कि यह रिपोर्ट राजनीतिक रूप से प्रेरित लगती है,क्योंकि यह ऐसे समय पर आई है, जब भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ रही है और बाजार में निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है।
इस मुद्दे पर कमेंट करते हुए, इनगवर्न रिसर्च सर्विसेज के संस्थापक और प्रबंध निदेशक श्रीराम सुब्रमण्यन ने मिडिया को बताया कि भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी द्वारा निवेश निर्णयों का राजनीतिकरण निवेशकों या व्यापक अर्थव्यवस्था के हितों में नहीं है।
उन्होंने पूछा, “जब विदेशी निवेशक भारतीय कंपनियों में निवेश कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं, तो एलआईसी ऐसा क्यों नहीं कर सकती?”
अमेरिकी मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सरकार ने एलआईसी पर अदाणी ग्रुप में 3.9 अरब डॉलर निवेश करने का दबाव बनाया, जिसमें मई 2025 में किया गया 568 मिलियन डॉलर (5,000 करोड़ रुपए) का भी निवेश शामिल है।
विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी निवेशक भारतीय इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों से लगातार लाभ कमा रहे हैं, इसलिए एलआईसी के निवेश पर सवाल उठाना तर्कसंगत नहीं लगता है और इसका उद्देश्य संभवतः घरेलू संस्थानों को कमजोर करना है।
राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने अदाणी ग्रुप को टारगेट करने के विदेशी नैरेटिव की आलोचना की। उन्होंने आगे कहा कि कुछ समय पहले इस तरह के हमले शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की ओर से किए गए थे, जो बाद में आधारहीन साबित हुए।
उन्होंने मिडिया से बातचीत करते हुए कहा, “भारतीय कंपनियों को हिट एंड रन करने की विदेशी नीति, देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा सकती है।”
पूनावाला ने कहा कि एलआईसी 57 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियों को मैनेज करता है, जिसमें से 14.5 लाख करोड़ रुपए इक्विटी में लगे हुए हैं।
वहीं, अदाणी ग्रुप में एलआईसी का एक्सपोजर करीब 56,000 करोड़ रुपए का है, जो कि उसके कुल पोर्टफोलियो का 1 प्रतिशत से भी कम है।
उन्होंने आगे कहा कि अदाणी ग्रुप के निवेश से एलआईसी को अब तक केवल फायदा हुआ है।
एलआईसी ने पहले ही वाशिंगटन पोस्ट के लेख का आधिकारिक खंडन जारी कर दिया है और स्पष्ट रूप से इसे “झूठा, निराधार और सच्चाई से कोसों दूर” बताया है।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार8 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
