दुर्घटना
मध्य प्रदेश : महाकुंभ में स्नान करने जा रहे श्रद्धालुओं की कार दुर्घटनाग्रस्त, तीन की मौत
सागर 28 जनवरी। मध्य प्रदेश के सागर जिले में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करने के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की कार सामने से आ रहे कंटेनर से जा टकराई। इस हादसे में कार में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि तीन अन्य लोग घायल हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार धार जिले के धर्मपुरी निवासी छह युवक कार से प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे थे। इसी दौरान उनकी कार मंगलवार की सुबह सागर जिले के राहतगढ़ थाना क्षेत्र से गुजर रही थी तभी मसुरयाई मोड़ पर सामने से आ रहे कंटेनर से जा टकराई।
इस हादसे में कार सवार अजय जायसवाल, पप्पू उर्फ अरविंद और देवेंद्र सिंह की मौके पर मौत हो गई है जबकि उनके तीन अन्य साथी आशीष जायसवाल, सनी जायसवाल और दिनेश केवट घायल हुए हैं। इन सभी को उपचार के लिए राहतगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया गया है कि यह हादसा इतना भीषण था कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसी के चलते कार में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। आशंका इस बात की जताई जा रही है कि कार और सामने से आ रहा कंटेनर बहुत तेज रफ्तार से दौड़ रहे थे। मृतकों के पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में ठंड का असर बना हुआ है। कई हिस्सों में सुबह के समय कोहरा भी छाया रहता है, जिससे सड़क हादसे होने की आशंका बनी रहती है। इस हादसे के पीछे भी यही आशंका जताई जा रही है। राज्य में ठंड के साथ कोहरा छाए रहने की वजह से कई हादसे हो चुके हैं। यही कारण है कि पुलिस और प्रशासन की ओर से आम लोगों को वाहन को संभलकर और कम रफ्तार से चलाने की सलाह दी जाती है। उसके बावजूद वाहन चालक रफ्तार नियंत्रित नहीं करते, परिणामस्वरूप हादसे हो जाते हैं और कई लोगों की जान भी चली जाती है।
दुर्घटना
जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर कार और बस की टक्कर में तीन की मौत, महाकुंभ से लौट रहे थे लोग
जौनपुर, 30 जनवरी। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गुरुवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। यहां जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर एक कार और रोडवेज बस की जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के सतहरिया पुलिस चौकी के पास गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे हुआ। बताया जा रहा है कि कार सवार लोग महाकुंभ से गंगा स्नान करके लौट रहे थे तभी कार की सिकंदराबाद डिपो की रोडवेज बस से सीधी टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए।
वहीं, हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी गंगा सागर मिश्र के नेतृत्व में पुलिस ने राहत और बचाव कार्य चलाया।
इस दुर्घटना में कार चालक संजय सिंह (45), बिंदु सिंह (40) और विमला देवी (50) की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा महेश तिवारी (52), विद्यावती सिंह (43) और किरन देवी तिवारी (47) गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतहरिया में भर्ती कराया गया। हालांकि, उनकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने तीनों घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बता दें कि मृतक और घायल यात्री महराजगंज जिले के समदेऊआ थाना क्षेत्र के धनहानायक गांव और गोरखपुर जिले के खोरावर व झगहा गांव के निवासी थे।
इससे पहले 28 जनवरी को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर और बोलेरो के बीच हुई जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
मामला भदोखर थाना क्षेत्र के मुंशीगंज बाईपास स्थित कान्हा होटल के पास का है। बोलेरो सवार सभी लोग संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करके लखनऊ वापस लौट रहे थे। तभी उसकी तेज रफ्तार ट्रैक्टर से आमने-सामने की टक्कर हो गई थी।
इस हादसे के बाद चालक ट्रैक्टर को छोड़कर मौके से फरार हो गया था।
आपदा
मुंबई: पालघर टायर फैक्ट्री में विस्फोट में 2 बच्चों समेत 5 लोग गंभीर रूप से घायल; तस्वीरें सामने आईं
पालघर: पालघर जिले में एक टायर फैक्ट्री में बॉयलर फटने से दो बच्चों समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुखद घटना बुधवार शाम वडावली गांव में हुई जब बॉयलर फटने से भीषण आग लग गई।
एक अधिकारी का बयान
एक पुलिस अधिकारी ने फ्री प्रेस जर्नल को बताया, “विस्फोट के समय बॉयलर के पास काम कर रहा एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच, बॉयलर के कूलिंग एरिया के पास नहा रहे अन्य चार पीड़ित, दो पत्नियाँ और दो बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए, क्योंकि विस्फोट का असर ड्रेनेज एरिया में फैल गया।”
घायल व्यक्तियों को पहले गणेशपुरी के पास अंबाडी क्षेत्र में स्थित सैदत्त अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी चोटों की गंभीरता को देखते हुए चार पीड़ितों को ठाणे के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि श्रमिक का अभी भी अंबाडी में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि जिस कंपनी एमडी फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, उसका मालिक मुंबई का जावेद दुसानी है। पुलिस ने पुष्टि की है कि वे घटना की जांच कर रहे हैं, जबकि पीड़ितों का इलाज जारी है।
पालघर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम के अनुसार, फैक्ट्री में दो बॉयलर में तेल का प्रसंस्करण किया जा रहा था, तभी दबाव में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण बॉयलर का एक पाइप फट गया। इसके परिणामस्वरूप भयावह विस्फोट हुआ, जिसके बाद तत्काल आग लग गई। घायलों की पहचान तूफान कलसिम दामोर (30), रोशनी प्रवीण परमार (26), मुला प्रेम वासर (27) और दो बच्चों, काजल परमार (3) और आकाश प्रेम मसार (18 महीने) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सभी मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के रहने वाले हैं।
घटना के बाद स्थानीय अधिकारी और आपदा प्रबंधन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। विस्फोट के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है और अधिकारी विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।
इस दुखद घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों तथा ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपायों के पालन के महत्व के बारे में गंभीर चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं।
दुर्घटना
दिल्ली : बुराड़ी बिल्डिंग हादसे के करीब 36 घंटे बाद जीवित बाहर निकला परिवार
बुराड़ी, 29 जनवरी। बुराड़ी में निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत ध्वस्त गिरने के करीब 36 घंटे बाद बुधवार को मलबे से एक परिवार को बाहर निकला गया।
एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों की कड़ी मशक्कत रंग लाई और परिवार को जीवित बाहर निकाला गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, एक दंपति और उनकी तीन वर्षीय बेटी और पांच वर्षीय बेटे को मलबे से बाहर निकाला गया है। चारों होश में हैं, हालांकि महिला और उसके बेटे को मामूली चोटें आई हैं।
इस परिवार ने जीने की आस और उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन एक व्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चों की जान बचाने की उम्मीद में भगवान से आस लगाए बैठा था। राजेश नाम के इस शख्स ने जिंदा रखने के लिए अपने परिवार को टमाटर और मूंगफली खिलाई।
राजेश इमारत की दूसरी मंजिल पर रह रहे थे। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि हादसे के बाद मात्र दो फुट का दायरा उन्हें सांस लेने और जिंदगी जीने के लिए मिला। जेसीबी क्रेन उनके ऊपर से गुजर रही थी और शोर-शराबे की आवाज आ रही थी, लेकिन उनकी आवाज कोई नहीं सुन पा रहा था। आखिरकार भगवान ने एक पिता के दिल की आवाज सुनी। एक पाइप के जरिए जमीन के मलबे में दबे राजेश ने अपने परिवार को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम को संकेत दिए। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 21 लोगों को मलबे से निकाला गया है, जिनमें से पांच की मौत हो चुकी है। मृतकों में दो लड़कियां भी शामिल हैं। यह घटना एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने के बाद हुई, जिसमें कई लोग मलबे में फंस गए थे। एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। बचाव दल की ओर से बताया गया है कि मलबे में कुछ और लोग फंसे हो सकते हैं, जिससे मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तत्परता से चल रहा है और फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने की कोशिश जारी है।
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