राष्ट्रीय समाचार
भास्कर जाधव का ठाकरे गुट को झटका? शिंदे गुट में शामिल होने की अटकलें तेज
मुंबई प्रतिनिधि : शिवसेना ठाकरे गुट के आक्रमक नेता और कोकण से एकमात्र विधायक भास्कर जाधव के शिवसेना ठाकरे गुट को छोड़ने और शिंदे गुट में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। महाविकास आघाड़ी को विधानसभा चुनावों में मिली असफलता के बाद, भास्कर जाधव ने ठाकरे गुट के नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष रूप से नाराजगी जाहिर की थी।
हाल ही में, जाधव ने कहा था, “शिवसेना ठाकरे गुट अब लगभग कांग्रेस बन चुका है,” और इस बयान के जरिए उन्होंने उद्धव ठाकरे को एक तीखा संदेश दिया था। उनके इस बयान के बाद ठाकरे गुट के भीतर असंतोष और उभरकर सामने आया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कोकण क्षेत्र में ठाकरे गुट को भास्कर जाधव के कारण बड़ा झटका लग सकता है।
शिंदे गुट का दावा: जल्द होगा बड़ा प्रवेश
शिंदे गुट के नेता और मंत्री उदय सामंत ने इस संदर्भ में बड़ा बयान देते हुए कहा, “ठाकरे गुट से अगले 8 दिनों में शिंदे गुट में बड़ा प्रवेश होगा।” सामंत ने यह भी कहा, “24 जनवरी तक राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। रत्नागिरी में ठाकरे गुट की स्थिति कांग्रेस जैसी कमजोर हो गई है, और अब उनके नेता शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं।”
क्या भास्कर जाधव शिंदे गुट में जाएंगे?
भास्कर जाधव के बारे में पूछे जाने पर उदय सामंत ने कहा, “जाधव ने खुद ठाकरे गुट को कांग्रेस जैसा बताया था। अगर वे शिंदे गुट में आते हैं, तो यह बाला साहेब ठाकरे के विचारों की विरासत को मजबूत करेगा। उनका मार्गदर्शन हमारे लिए बहुत लाभदायक होगा।” सामंत के इस बयान ने भास्कर जाधव की राजनीतिक गतिविधियों को और भी चर्चा में ला दिया है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
भास्कर जाधव की हालिया गतिविधियों से संकेत मिलते हैं कि वे ठाकरे गुट से असंतुष्ट हैं। शिवसेना ठाकरे गुट के अन्य नेताओं में भी नेतृत्व को लेकर असंतोष देखा जा रहा है। अगर जाधव शिंदे गुट में शामिल होते हैं, तो इसका कोकण क्षेत्र की राजनीति और शिवसेना ठाकरे गुट के संगठनात्मक ढांचे पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
भास्कर जाधव का अगला कदम महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बनाने का काम कर सकता है, और इस पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई हैं।
राजनीति
14 नवंबर को भारी बहुमत के साथ बिहार में बन रही एनडीए सरकार: दिलीप जायसवाल

पटना, 13 नवंबर: बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दावा किया है कि 14 नवंबर को भारी बहुमत के साथ एनडीए सरकार वापसी कर रही है।
बिहार भाजपा चीफ का यह बयान उस वक्त आया है, जब 243 विधानसभा सीटों पर मतदान दो चरण में संपन्न हो चुका है। शुक्रवार को चुनाव आयोग की ओर से परिणाम घोषित किए जाएंगे।
पटना में मीडिया से बातचीत में बिहार भाजपा चीफ ने कहा कि जनता ने अपना जनादेश दे दिया है और राज्यभर के मतदाताओं ने चुनाव के दौरान उत्साहपूर्वक भाग लिया है। बिहार सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास के परिणामस्वरूप एनडीए एक बार फिर भारी बहुमत से सरकार बना रहा है।
उन्होंने वोटिंग प्रतिशत का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के बाद बहुत कम देखने को मिलता है कि इतनी तादाद में वोटिंग हो। यह तस्वीर बिहार में देखने को मिली है। महिला मतदाताओं ने बढ़-चढ़ कर वोटिंग की। उन्होंने शांतिपूर्ण चुनाव का जिक्र किया। दिलीप जायसवाल ने कहा कि एक भी जगह दोबारा चुनाव कराने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। पूरे बिहार में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ। यह दिखाता है कि सरकार के प्रति जनता को आस्था है। इसका मतलब है कि भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी।
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि डिजिटल योद्धा बैठक में चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सभी डिजिटल योद्धाओं को सम्मानित किया। सभी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जो जन जागरण व संगठन सशक्तीकरण का कार्य किया है, वो सराहनीय है।
एक्स पोस्ट में बिहार भाजपा चीफ ने बाबू वीर कुंवर सिंह जी की जयंती पर नमन करते हुए लिखा, “{स्वाधीनता संग्राम के अमर सेनानायक को नमन। 1857 की प्रथम स्वाधीनता क्रांति के अमर सेनानायक, बिहार की वीरभूमि भोजपुर के गौरव बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। भारत माता की रक्षा के लिए उनका बलिदान सदैव अमर रहेगा।
अपराध
दिल्ली कार ब्लास्ट के बाद असम में बड़ा एक्शन, 15 लोग गिरफ्तार

CRIME
नई दिल्ली/गुवाहाटी, 13 नवंबर: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण विस्फोट के बाद असम में बड़ा एक्शन हुआ है। पिछले कुछ घंटों में असम पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि दिल्ली विस्फोटों के बाद आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में अब तक पूरे राज्य में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि बुधवार को 6 गिरफ्तारियां की गई थीं। इसके बाद रातभर चलाए गए अभियान के दौरान 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
रात में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बोंगाईगांव के रहने वाले रफीजुल अली, हैलाकांडी निवासी फोरिद उद्दीन लस्कर, लखीमपुर के इनामुल इस्लाम और फिरुज अहमद उर्फ पोपन, बारपेटा निवासी शाहिल शोमन सिकदर और रकीबुल सुल्तान, होजाई के नसीम अकरम, कामरूप के तस्लीम अहमद और दक्षिण सलमारा के अब्दुर रोहिम उर्फ बप्पी हुसैन के रूप में हुई।
इससे पहले, असम पुलिस ने दरांग के मतिउर रहमान, गोलपाड़ा के हसम अली, चिरांग के अब्दुल लतीफ, कामरूप के वझुल कमाल और बोंगाईगांव के नूर अमीन अहमद को गिरफ्तार किया था। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने दिल्ली धमाके के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट किए।
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने साफ कहा कि असम पुलिस हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि असम पुलिस सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके नफरत फैलाने या आतंकवाद का महिमामंडन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तेजी और सख्ती से कार्रवाई जारी रखेगी।
मंगलवार को एक बयान में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि दिल्ली बम विस्फोट की खबर जब सोशल मीडिया पर आई, तो एक विशेष समुदाय के कुछ लोग इस पर मजाक बनाने लगे और ‘हा, हा’ इमोजी डालने लगे। ये लोग आतंकी समर्थक हैं और हमारी पुलिस इन्हें हर हाल में पकड़ने में जुटी है।
राष्ट्रीय समाचार
दिल्ली में कार ब्लास्ट करने वाले आतंकी की पहचान हुई, धमाके से पहले मस्जिद गया था उमर उन नबी

नई दिल्ली, 13 नवंबर: दिल्ली ब्लास्ट केस में कार चलाने वाले आतंकवादी की पहचान हो गई है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि लाल किला विस्फोट स्थल से एकत्र किए गए नमूनों के डीएनए विश्लेषण से यह पुष्टि हुई है कि उमर उन नबी उस कार को चला रहा था, जिसमें विस्फोट हुआ था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उमर नबी की मां और भाई के डीएनए नमूने एकत्र करके एम्स की फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजे गए, जहां उनका मिलान दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में रखे शवों के अवशेषों से किया गया। धमाके के बाद आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास उसके पैर का एक टुकड़ा मिला था, जिसे वहां से बरामद किया गया था। बाद में, जांच अधिकारियों ने उसका मिलान उमर के डीएनए से किया। डीएनए परीक्षण से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति उमर उन नबी ही था।
इस मामले में एक और खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, लाल किला विस्फोट के आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल, डॉक्टर अदील और शाहीन ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपए इकट्ठा किए, जो उमर को सौंप दिए गए। उमर और मुजम्मिल के बीच पैसों को लेकर भी कुछ विवाद हुआ था।
बाद में उन्होंने हरियाणा के गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से लगभग 3 लाख रुपए मूल्य का कई क्विंटल एनपीके उर्वरक खरीदा, जिसका इस्तेमाल आईईडी बनाने के लिए किया गया। सूत्रों ने यह भी बताया है कि इस ग्रुप में 2 से 4 सदस्यों के लिए उमर ने सिग्नल ऐप भी बनाया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि लाल किला के नजदीक धमाका करने से पहले आतंकी उमर एक मस्जिद में भी गया था। वह वहां करीब 10 मिनट से ज्यादा वक्त तक रुका था, जिसके बाद लाल किले की तरफ चला गया। 10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे उमर ने अपने समेत पूरी गाड़ी को उड़ा दिया।
ब्लास्ट उस समय हुआ, जब भारी ट्रैफिक था। इस कारण उमर की गाड़ी में हुए धमाके ने आसपास के कई वाहनों को चपेट में ले लिया। इस आतंकी हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर अब तक 12 हो गई है।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
