राष्ट्रीय समाचार
कर्तव्य पथ पर कड़ाके की ठंड के बीच फुल-ड्रेस परेड रिहर्सल
नई दिल्ली,18 जनवरी। गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर है। आज राजधानी दिल्ली में घने कोहरे के बीच कर्तव्य पथ पर रक्षा कर्मियों ने फुल-ड्रेस रिहर्सल की। इस बार परेड में देश के 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल हैं। कर्तव्य पथ पर भारत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहरों की झलकियां देखने को मिलेंगी।
76वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। वे 25 जनवरी को दो दिन की यात्रा पर भारत आएंगे।
बता दें कि 2024 में राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी भारत की पहली यात्रा होगी।
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार देशवासियों को भारतीय सेना के स्वदेशी और अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल सिस्टम, टैंक, आधुनिक कम्युनिकेशन यंत्र और विशेष वाहन देखने को मिलेंगे। इनमें नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन व्हीकल, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर शामिल हैं।
इनके अलावा गणतंत्र दिवस पर भारतीय सेना अपने कपिध्वज स्पेशलिस्ट मोबिलिटी वाहन, आधुनिक नंदीघोष क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन, शॉर्ट ब्रिज सिस्टम, संजय बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम, आकाश मिसाइलों से लैस आकाश आर्मी लॉन्चर का भी प्रदर्शन करेगी। पिछले काफी समय से सेना के जवान गणतंत्र दिवस परेड के लिए रिहर्सल कर रहे हैं।
इस बार सिग्नल रेजिमेंट की महिला अधिकारी रितिका भी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा हैं। मीडिया से विशेष बातचीत के दौरान सैन्य अधिकारी रितिका ने बताया था कि सूर्योदय से पहले वे और उनका पूरा मार्चिंग दल जाग जाता है। तड़के 4 बजे उनके साथ मार्चिंग दल समेत परेड में शामिल होने वाले सभी जवान विजय चौक पहुंच जाते हैं और प्रैक्टिस करते हैं।
वहीं, जम्मू और कश्मीर राइफल्स के मार्चिंग दल का नेतृत्व मेजर विक्रमजीत सिंह कर रहे हैं। उन्होंने इसे बेहद गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि उनके रेजिमेंट का मार्चिंग दल गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने जा रहा है। यह उनके और पूरी रेजिमेंट के लिए बेहद गर्व की बात है। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ भी उनकी रेजिमेंट से हैं।
राष्ट्रीय समाचार
नगर निगम चुनाव के लिए राकांपा की रणनीति पर असमंजस: वळसे पाटील और प्रफुल्ल पटेल के विरोधाभासी बयान
संवाददाता : शिर्डी में राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के अजित पवार गुट का दो दिवसीय चिंतन शिविर शुरू होने से पहले, पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप वळसे पाटील और प्रफुल्ल पटेल ने नगर निगम चुनावों को लेकर परस्पर विरोधी बयान दिए। इन बयानों ने पार्टी की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मीडिया से बात करते हुए दिलीप वळसे पाटील ने कहा, “अगर गठबंधन होता है तो ठीक है, अन्यथा राकांपा अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट हुआ कि पार्टी गठबंधन पर पूरी तरह आश्रित नहीं है।
वहीं दूसरी ओर, प्रफुल्ल पटेल ने गठबंधन की ओर झुकाव दिखाते हुए कहा, “जहां भी संभव हो, वहां महागठबंधन के रूप में चुनाव लड़ने की हमारी तैयारी है।” पटेल के इस बयान ने पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है।
इन विरोधाभासी बयानों से राकांपा के अजित पवार गुट में चुनावी रणनीति को लेकर मतभेद होने के संकेत मिल रहे हैं। इससे कार्यकर्ताओं के बीच असमंजस का माहौल बन गया है।
नगर निगम चुनावों के लिए महागठबंधन पर विचार फिलहाल ठोस रूप नहीं ले सका है। यह देखना दिलचस्प होगा कि राकांपा आगामी चुनावों में गठबंधन के साथ जाती है या स्वबल पर। पार्टी के इस रुख पर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
राष्ट्रीय समाचार
भास्कर जाधव का ठाकरे गुट को झटका? शिंदे गुट में शामिल होने की अटकलें तेज
मुंबई प्रतिनिधि : शिवसेना ठाकरे गुट के आक्रमक नेता और कोकण से एकमात्र विधायक भास्कर जाधव के शिवसेना ठाकरे गुट को छोड़ने और शिंदे गुट में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। महाविकास आघाड़ी को विधानसभा चुनावों में मिली असफलता के बाद, भास्कर जाधव ने ठाकरे गुट के नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष रूप से नाराजगी जाहिर की थी।
हाल ही में, जाधव ने कहा था, “शिवसेना ठाकरे गुट अब लगभग कांग्रेस बन चुका है,” और इस बयान के जरिए उन्होंने उद्धव ठाकरे को एक तीखा संदेश दिया था। उनके इस बयान के बाद ठाकरे गुट के भीतर असंतोष और उभरकर सामने आया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कोकण क्षेत्र में ठाकरे गुट को भास्कर जाधव के कारण बड़ा झटका लग सकता है।
शिंदे गुट का दावा: जल्द होगा बड़ा प्रवेश
शिंदे गुट के नेता और मंत्री उदय सामंत ने इस संदर्भ में बड़ा बयान देते हुए कहा, “ठाकरे गुट से अगले 8 दिनों में शिंदे गुट में बड़ा प्रवेश होगा।” सामंत ने यह भी कहा, “24 जनवरी तक राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। रत्नागिरी में ठाकरे गुट की स्थिति कांग्रेस जैसी कमजोर हो गई है, और अब उनके नेता शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं।”
क्या भास्कर जाधव शिंदे गुट में जाएंगे?
भास्कर जाधव के बारे में पूछे जाने पर उदय सामंत ने कहा, “जाधव ने खुद ठाकरे गुट को कांग्रेस जैसा बताया था। अगर वे शिंदे गुट में आते हैं, तो यह बाला साहेब ठाकरे के विचारों की विरासत को मजबूत करेगा। उनका मार्गदर्शन हमारे लिए बहुत लाभदायक होगा।” सामंत के इस बयान ने भास्कर जाधव की राजनीतिक गतिविधियों को और भी चर्चा में ला दिया है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
भास्कर जाधव की हालिया गतिविधियों से संकेत मिलते हैं कि वे ठाकरे गुट से असंतुष्ट हैं। शिवसेना ठाकरे गुट के अन्य नेताओं में भी नेतृत्व को लेकर असंतोष देखा जा रहा है। अगर जाधव शिंदे गुट में शामिल होते हैं, तो इसका कोकण क्षेत्र की राजनीति और शिवसेना ठाकरे गुट के संगठनात्मक ढांचे पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
भास्कर जाधव का अगला कदम महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बनाने का काम कर सकता है, और इस पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई हैं।
राष्ट्रीय समाचार
राष्ट्रवादी के नवसंकल्प शिविर में ‘सीमित’ पदाधिकारियों को बुलावा, विदर्भ में नाराजगी चरम पर
मुंबई प्रतिनिधि : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शिर्डी में आयोजित दो दिवसीय नवसंकल्प शिविर में विदर्भ के चुनिंदा पदाधिकारियों को बुलावा मिलने के कारण पार्टी में नाराजगी बढ़ गई है। विदर्भ के कई वरिष्ठ नेताओं को शिविर में आमंत्रित नहीं किए जाने से असंतोष का माहौल बन गया है।
विदर्भ से सिर्फ चार पदाधिकारी आमंत्रित
नागपुर जिले से केवल चार पदाधिकारियों—प्रशांत पवार (नागपुर शहर अध्यक्ष), बाबा गुजर (जिला अध्यक्ष), श्रीकांत शिवणकर (शहर कार्याध्यक्ष), और अनिल अहीरकर (प्रदेश उपाध्यक्ष)—को इस शिविर के लिए बुलावा भेजा गया है। बाकी पदाधिकारियों को इस शिविर में शामिल न होने के निर्देश दिए गए हैं। इस निर्णय से अन्य नेताओं में गहरी नाराजगी है।
नाराज नेताओं के सवाल
विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस ने विदर्भ में शानदार प्रदर्शन किया था। सात में से छह उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। इन पदाधिकारियों का कहना है कि चुनाव में मेहनत करने के बाद अब उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। “चुनाव के बाद हमारी जरूरत खत्म हो गई क्या?” ऐसा सवाल इन नेताओं ने खड़ा किया है।
अजित पवार से की नाराजगी की शिकायत
कुछ नाराज नेताओं ने उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार से सीधे संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि पवार ने कुछ नेताओं को मौखिक रूप से शिविर में शामिल होने की अनुमति दी है। बावजूद इसके, शिविर में अधिकृत आमंत्रण के बिना शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई है।
विदर्भ में गुटबाजी की आशंका
विदर्भ में राष्ट्रवादी कांग्रेस पहले ही संगठनात्मक रूप से कमजोर है। लेकिन अब इस तरह के फैसलों से गुटबाजी बढ़ने की आशंका है। कुछ नेताओं का आरोप है कि पूर्व विदर्भ के एक वरिष्ठ नेता ने केवल अपने करीबी सहयोगियों को शिविर में शामिल होने का मौका दिया है।
निकाय चुनावों पर प्रभाव पड़ने की संभावना
निकाय और जिला परिषद चुनाव निकट हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर बढ़ती नाराजगी और गुटबाजी संगठन की मजबूती को कमजोर कर सकती है। नाराज कार्यकर्ताओं का यह भी मानना है कि उन्हें दरकिनार करना पार्टी के आगामी चुनावी प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
शिविर में उठ सकता है नाराजगी का मुद्दा
शिर्डी में हो रहे इस नवसंकल्प शिविर में विदर्भ के असंतोष का मुद्दा उठने की संभावना है। अगर नेतृत्व इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाता है, तो यह नाराजगी पार्टी के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन सकती है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध2 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध2 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय5 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें
-
राजनीति3 months ago
आज रात से मुंबई टोल-फ्री हो जाएगी! महाराष्ट्र सरकार ने शहर के सभी 5 प्रवेश बिंदुओं पर हल्के मोटर वाहनों के लिए पूरी तरह से टोल माफ़ करने की घोषणा की