राष्ट्रीय समाचार
रेल मंत्रालय ने डिजिटलीकरण, स्वच्छता, समावेशिता और शिकायत निवारण पर फोकस करते हुए विशेष अभियान 4.0 को आगे बढ़ाया

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सतीश कुमार ने आज विशेष अभियान 4.0 की प्रगति की समीक्षा की। रेलवे बोर्ड के कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में क्षेत्रीय रेलवे के महाप्रबंधक, उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधक, आरडीएसओ और प्रशिक्षण संस्थानों के महानिदेशक के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के एमडी/सीएमडी और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक के दौरान विशेष अभियान 4.0 के मुख्य लक्ष्य प्रतिभागियों के साथ साझा किए गए, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें डिजिटलीकरण प्रयासों को आगे बढ़ाना, अभियान स्थलों पर सफाई में सुधार करना, जगह खाली करना, स्क्रैप के निपटान के माध्यम से राजस्व अर्जित करना और विशेष रूप से रेलमदद और सीपीजीआरएएमएस जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम सार्वजनिक शिकायतों का त्वरित समाधान करना। चेयरमैन और सीईओ ने इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सभी स्तरों पर सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में महाप्रबंधकों को इस अभियान की गतिविधियों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का निर्देश दिया।
रेल मंत्रालय ने दृढ़ संकल्प और ऊर्जा के साथ विशेष अभियान 4.0 की शुरुआत की है, जिसे पूरे भारतीय रेल नेटवर्क पर लागू किया जा रहा है। बैठक में समावेशिता को अभियान के एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में भी रेखांकित किया गया, जिसमें महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अतिरिक्त, कार्य निपटाने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने को प्रोत्साहित किया गया ताकि कार्यकुशलता और प्रभावशीलता में तेजी लाई जा सके। देश भर के रेलवे स्टेशनों पर रेल चौपालों के माध्यम से कार्यालय स्थानों की संख्या बढ़ाने, जन शिकायतों के समाधान में तेजी लाने और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया गया।
बैठक में जन जागरूकता और भागीदारी बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार चैनलों और प्रेस विज्ञप्तियों के माध्यम से अभियान की उपलब्धियों और गतिविधियों को प्रदर्शित करने के महत्व पर जोर दिया गया। रेल मंत्रालय विशेष अभियान 4.0 को व्यापक और प्रभावशाली तरीके से क्रियान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर इसकी सफलता सुनिश्चित करना है।
राजनीति
झारखंड-बिहार में 16 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, वन भूमि घोटाले से जुड़ा है मामला

रांची, 22 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों में जमीन घोटाले मामले में बड़ी कार्रवाई की। ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई है।
जांच एजेंसी ने रांची, बोकारो, रामगढ़ सहित झारखंड और बिहार के कुल 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
बोकारो के मौजा तेतुलिया क्षेत्र में 103 एकड़ संरक्षित वन भूमि की अवैध खरीद-फरोख्त और धोखाधड़ी से अधिग्रहण से जुड़ा मामला सामने आया है। जमीन की खरीद में फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल और सरकारी नियमों की अनदेखी की बात भी सामने आई है।
रांची स्थित हरिओम टावर बिल्डिंग में स्थित राजबीर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के कार्यालय पर भी ईडी की टीम ने छापा मारा। ईडी इस मामले में तमाम कंपनियों और व्यक्तियों की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। इसके साथ-साथ यह भी संभावना जताई जा रही है कि कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
जानकारी के अनुसार, करीब 103 एकड़ वन भूमि की खरीद-बिक्री के आरोप को लेकर 2024 में बोकारो के सेक्टर-12 थाने में केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद सीआईडी ने इसकी जांच शुरू की थी। सीआईडी की शुरुआती जांच में यह बातें स्पष्ट रूप से सामने आईं कि जमीन माफिया और बीएसएल के कर्मियों के द्वारा मिलकर जमीन की हेरा-फेरी की गई थी। इस गड़बड़ी में बीएसएल के द्वारा वन विभाग को प्रॉपर तरीके से जमीन का हैंडओवर नहीं किया जाना बताया गया था। इसके बाद ईडी ने इस मामले में अपनी तफ्तीश शुरू की।
राष्ट्रीय समाचार
भारत सऊदी अरब के साथ पुराने रिश्तों को बहुत महत्व देता है, पिछले 10 सालों में संबंधों में आई तेजी : पीएम मोदी

pm modi
नई दिल्ली, 22 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए रवाना होने से पहले एक आधिकारिक बयान जारी किया। यह यात्रा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री, महामहिम प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर हो रही है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा, “मैं जेद्दा, सऊदी अरब जा रहा हूं। वहां मेरी कई बैठकों और कार्यक्रमों में शामिल होने की योजना है। भारत सऊदी अरब के साथ अपने पुराने रिश्तों को बहुत महत्व देता है। पिछले दस सालों में हमारे आपसी संबंध बहुत तेजी से आगे बढ़े हैं। मुझे रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक में भाग लेने का इंतजार है। मैं वहां भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलूंगा।”
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में भी पीएम मोदी ने भारत और सऊदी अरब के ऐतिहासिक और गहरे संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने बयान में कहा गया कि भारत सऊदी अरब के साथ अपने लंबे और ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देता है, जिसने हाल के वर्षों में रणनीतिक गहराई और गति प्राप्त की है। साथ मिलकर, हमने रक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी और ठोस साझेदारी विकसित की है। क्षेत्रीय शांति, समृद्धि, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए हमारी साझा रुचि और प्रतिबद्धता है। पिछले एक दशक में सऊदी अरब की मेरी यह तीसरी यात्रा होगी और ऐतिहासिक शहर जेद्दा की पहली यात्रा होगी।
पीएम मोदी ने सऊदी अरब रवाना होने से पहले आगे कहा, “मैं रणनीतिक भागीदारी परिषद की दूसरी बैठक में भाग लेने और 2023 में प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की भारत की अत्यधिक सफल राजकीय यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। मैं सऊदी अरब में भारतीय समुदाय से जुड़ने के लिए भी उत्सुक हूं, जो हमारे देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में काम कर रहे हैं और सांस्कृतिक और मानवीय संबंधों को मजबूत करने में उनका बहुत बड़ा योगदान है।”
बता दें कि यह प्रधानमंत्री मोदी की खाड़ी देश की तीसरी यात्रा होगी, इससे पहले वह 2016 और 2019 में रियाद जा चुके हैं। यह दौरा भारत और सऊदी अरब के बीच गहराते रणनीतिक संबंधों को दर्शाता है, खासकर ऊर्जा सहयोग, व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में। यह यात्रा सितंबर 2023 में नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की भारत यात्रा और भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक के बाद हो रही है।
राजनीति
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की राहुल गांधी की आलोचना, कहा- ‘कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को बदनाम नहीं कर सकता’

मुंबई, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिकी यात्रा के दौरान चुनाव आयोग के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनकी आलोचना की है।
सीएम फडणवीस ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि राहुल गांधी विदेश में जाकर अपने देश के प्रति, देश की संवैधानिक संस्था के प्रति झूठ फैलाने और भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास करते हैं, यह बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि बार-बार चुनाव हारने से उन पर असर पड़ा है, जिसके कारण वे ऐसी हरकत कर रहे हैं। कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को इस तरह से बदनाम नहीं कर सकता।
राहुल गांधी जिस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं, उससे उनके चरित्र पर एक सवालिया निशान खड़ा हो गया है। दुनिया भर में देश की बदनामी करके वे चुनाव नहीं जीत सकते हैं।
बता दें कि अमेरिका दौरे पर ब्राउन यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। यहां उन्होंने पिछले साल हुए महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए देश की चुनाव प्रणाली और चुनाव आयोग की मंशा को कटघरे में खड़ा किया।
इस बयान के बाद राहुल गांधी की खूब आलोचना हो रही है। इससे पहले भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि राहुल गांधी एक राजनीतिक दल के साथ अपने निजी मुद्दों के कारण विदेशी धरती पर भारत की आलोचना करते रहते हैं। इस बार उन्होंने एक बार फिर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। जहां दुनिया आम चुनावों और जम्मू-कश्मीर में उल्लेखनीय काम के लिए चुनाव आयोग की प्रशंसा करती है, वहीं राहुल गांधी बार-बार भारत की संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। वह पहले ही कह चुके हैं कि वह इंडियन स्टेट से लड़ रहे हैं, फिर वह विदेश जाते हैं और भारत की संस्थाओं पर भी हमला करते हैं। भारत की संस्थाओं का अपमान राहुल गांधी की पहचान बन गया है।
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