Connect with us
Thursday,08-May-2025
ताज़ा खबर

महाराष्ट्र

नाना पटोले के बयान पर पीएम मोदी का वार, कहा- राष्ट्रपति मुर्मू ने किए रामलला के दर्शन, तो कांग्रेस नेता ने की शुद्धिकरण की बात।

Published

on

नई दिल्ली, 11 मई। ओडिशा के बरगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता नाना पटोले के राम मंदिर का शुद्धिकरण करने वाले बयान को लेकर करारा जवाब दिया।

उन्होंने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अयोध्या में रामलला के दर्शन करने गई थी। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना की और उन्होंने देश के कल्याण के लिए रामलला से आशीर्वाद मांगा। एक आदिवासी बेटी और देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रामलला के दर्शन करके आई, तो उसके दूसरे दिन कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता ने घोषणा की कि अब हम राम मंदिर गंगाजल से धोकर इसका शुद्धिकरण करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि ये देश का, आदिवासी समाज का और माताओं-बहनों का अपमान है। ऐसे लोगों को भारत की राजनीति में रहने का हक नहीं है। अब मैं चाहता हूं कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान करने वाली कांग्रेस की लोकसभा या विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर जमानत जब्त होनी चाहिए।”

दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राम मंदिर को लेकर एक विवादित टिप्पणी की। नाना पटोले ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी तो राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा, चारों शंकराचार्यों को बुलाकर राम मंदिर में विधिवत पूजा कराई जाएगी। मंदिर परिसर में भगवान राम का दरबार भी बनेगा।

कांग्रेस नेता के इस बयान पर शनिवार को पीएम मोदी ने ओडिशा की रैली में जिक्र करते हुए कांग्रेस को जमकर खरी-खरी सुनाई। पीएम मोदी ने कहा, “बड़ी जिम्मेदारी और बहुत ही विश्वास के साथ, जनता जर्नादन ने जो आशीर्वाद दिया है, उस आशीर्वाद के भरोसे सब साफ दिखा रहा है कि 4 जून को एनडीए का 400 पार करना पक्का हो चुका है। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी इस बार विपक्ष भी बन नहीं पाएगी। उसके लिए उनके शहजादे की उम्र से भी कम सीटें मिलने वाली हैं।”

उन्होंने राज्य की बीजेडी सरकार पर आगे कहा, “आज सुबह ही मैंने श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन से जुड़ा एक संवेदनशील विषय देश और ओडिशा के सामने रखा है। जगन्नाथ जी मंदिर के श्री रत्न भंडार की चाबियां पिछले 6 साल से गायब हैं। श्री रत्न भंडार में अकूत धन-दौलत है। लेकिन, उसकी सही स्थिति सामने नहीं आ रही है। ओडिशा सरकार श्री रत्न भंडार की जांच रिपोर्ट को सामने नहीं आने दे रही है। आखिर ओडिशा सरकार किसका हित साध रही है?”

पीएम मोदी ने कहा कि यहां बरगढ़ में किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के 400 करोड़ रुपए पहुंचे हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि बीजेडी सरकार आपको धोखा देने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। यहां 2,200 रुपये के आसपास धान का समर्थन मूल्य है, लेकिन किसान को 1,600 रुपये के आसपास ही मिलते हैं। बाकी पैसा बीजेडी के बिचौलियों की जेब में चला जाता है।

महाराष्ट्र

2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में फैसला 31 जुलाई को सुनाया जाएगा

Published

on

मुंबई: 29 सितंबर 2008 को हुए मालेगांव बम विस्फोट मामले में फैसला 31 जुलाई को सुनाया जाएगा। भाजपा नेता और पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित, पूर्व मेजर रमेश उपाध्याय, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी, स्वामी दयानंद पांडे, अजय राहिरकर और समीर कुलकर्णी पर अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के स्कूटर में बम लगाया गया था, जिसके बाद महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इस मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और 7 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए थे। मालेगांव बम विस्फोट मामले की सुनवाई अप्रैल में पूरी होगी। उम्मीद थी कि फैसला आज सुनाया जाएगा, लेकिन अदालत ने बहाना बनाया कि एक लाख से अधिक पृष्ठों का अध्ययन किया जा रहा है और इसलिए मामले को 31 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

भको चौक पर एक स्कूटर में हुए बम धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई थी और 100 लोग घायल हो गए थे। एटीएस चीफ हेमंत करकरे ने इस मामले की जांच की थी और आरोपियों पर मकोका भी लगाया गया था, लेकिन बाद में 2011 में जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। एनआईए ने इस मामले में आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है। इस मामले में 223 गवाहों के बयान दर्ज किये गये और 23 गवाह अदालत में अपने बयान से मुकर गये, जिनमें सेना और रक्षा विभाग के 8 गवाह शामिल थे। अदालत ने सभी आरोपियों को 31 जुलाई को उपस्थित रहने का आदेश दिया है और यदि कोई अनुपस्थित रहता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अदालत इस मामले में 31 जुलाई को ही अपना फैसला सुनाएगी क्योंकि मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित भी रख लिया है।

Continue Reading

महाराष्ट्र

विशेष अदालत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए इंडियन मुजाहिदीन के कार्यकर्ता को जमानत देने से इनकार किया

Published

on

मुंबई: एक विशेष सत्र अदालत ने 2008 के गुजरात विस्फोटों के कथित मुख्य आरोपी और इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के आतंकवादी अफजल उस्मानी को जमानत देने से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि 2008 के अहमदाबाद श्रृंखलाबद्ध विस्फोट मामले में उसे पहले ही एक अदालत द्वारा मृत्युदंड की सजा सुनाई जा चुकी है।

उनकी ज़मानत याचिका खारिज करते हुए अदालत ने कहा, “आरोपी की बेगुनाही की दलील स्वीकार्य नहीं है। इस मामले में आरोपी और सह-आरोपी के खिलाफ़ लगाए गए अपराध राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित हैं। राष्ट्र और समाज पर उनका प्रभाव काफी महत्वपूर्ण है।”

उस्मानी ने अहमदाबाद सेंट्रल जेल से विशेष अदालत में जमानत की गुहार लगाई थी, जहां वह 15 साल से सलाखों के पीछे है। अभियोजन पक्ष ने उसकी याचिका पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उस्मानी ने अहमदाबाद और सूरत में बम लगाने और विस्फोट करने के लिए चोरी की गई चार कारों का इस्तेमाल करने से जुड़े गंभीर अपराध किए हैं। आवेदक/आरोपी ने खुद ही उस उद्देश्य के लिए कारें चुराई थीं और उन्हें अपने सह-आरोपी को मुहैया कराया था। वह स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया का सक्रिय सहयोगी है।

दावा किया जाता है कि धमाकों के बाद कई जगहों पर कई ईमेल भेजे गए, जिसमें हमलों की जिम्मेदारी ली गई। मुंबई पुलिस ने आईएम की साजिश के सिलसिले में एक अलग मामला भी दर्ज किया था, जिसमें उस्मानी पर मामला दर्ज किया गया था।

हालांकि, उस्मानी ने खुद को निर्दोष बताते हुए दलील दी कि उन्हें दोहरे खतरे का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, अदालत ने स्पष्ट किया कि सूरत और अहमदाबाद के मामले पूरी तरह से अलग-अलग तथ्यों पर आधारित थे। हालांकि सीरियल बम विस्फोट करने की आपराधिक साजिश एक ही हो सकती है, लेकिन अपराधों की तारीखें, समय और स्थान बिल्कुल अलग-अलग हैं।

अभिलेखों की समीक्षा करने के बाद, अदालत ने पाया कि अभियोजन पक्ष के अनुसार, अभियुक्त और अन्य लोगों को विस्फोटक और समयबद्ध बम लगाने का प्रशिक्षण दिया गया था। अभियुक्तों में से एक की कपड़ा फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।

अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि उस्मानी ने अपराध की साजिश और उसे अंजाम देने में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे उसकी संलिप्तता की गंभीरता उजागर हुई। नतीजतन, अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी।

Continue Reading

महाराष्ट्र

डिजिटल रक्षक ने डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर ठगी का शिकार हुए पांच शिकायतकर्ताओं के पैसे सुरक्षित कराए

Published

on

मुंबई: मुंबई पुलिस के डिजिटल रक्षक के माध्यम से डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी के शिकार हुए पांच शिकायतकर्ताओं को डिजिटल रक्षक द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है। मुंबई में सीबीआई, ईडी और पुलिस अधिकारियों द्वारा डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिसमें जांच के नाम पर वीडियो कॉलिंग और मामले की जांच के नाम पर सुरक्षा के लिए मोटी रकम की मांग की जा रही है। इसी के तहत मुंबई पुलिस ने डिजिटल रक्षक ऐप विकसित किया है। इस हेल्पलाइन पर पांच प्रभावित शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर कार्रवाई की गई है।

मुंबई के चेंबूर इलाके में एक बुजुर्ग व्यक्ति को सोशल मीडिया पर वीडियो कॉल कर डिजिटल गिरफ्तारी बताया गया और कहा गया कि उनके बैंक खाते में भारी मात्रा में पैसा है और उनके दस्तावेजों, आधार कार्ड और पैन कार्ड का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों में किया गया है। कॉल करने वाले ने बुजुर्ग व्यक्ति को सीबीआई अधिकारी बताया और वीडियो कॉल काटे बिना ही पैसे की मांग की। इस बीच जब पीड़िता की बेटी घर में दाखिल हुई तो उसने अपने पिता को डरा हुआ पाया और फिर उसने अपने पिता से पूछा कि वह क्यों डर रहे हैं।

पिता ने कहा कि यह सीबीआई अधिकारी का फोन था और उन्होंने इस मामले में पैसे ट्रांसफर किए थे, जिसके बाद पीड़िता ने मुंबई पुलिस की डिजिटल रक्षक हेल्पलाइन से संपर्क किया और फिर पुलिस को इस नोटिस के बारे में जानकारी दी। इसके बाद इस बात की पुष्टि हुई कि यह नोटिस सीबीआई और ईडी द्वारा फर्जी नोटिस बनाकर व्हाट्सएप पर भेजा गया था। पुलिस ने डिजिटल गिरफ्तारी के पांच मामलों को सुलझाया है और नागरिकों से अपील की है कि कोई भी सुरक्षा एजेंसी डिजिटल गिरफ्तारी नहीं करती है और न ही व्हाट्सएप पर जांच की जाती है, इसलिए ऐसे तत्वों से सावधान रहें।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र6 hours ago

2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में फैसला 31 जुलाई को सुनाया जाएगा

खेल7 hours ago

रावलपिंडी स्टेडियम पर हमले के बाद सहमा पाकिस्तान

व्यापार8 hours ago

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट, पहलगाम हमले के बाद 14 प्रतिशत फिसला

राष्ट्रीय समाचार10 hours ago

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 430 उड़ानें हुईं रद्द, 10 मई तक बंद रहेंगे 27 एयरपोर्ट्स

राष्ट्रीय समाचार11 hours ago

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब : गुजरांवाला में भारतीय ड्रोन गिराने का दावा फर्जी

महाराष्ट्र11 hours ago

विशेष अदालत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए इंडियन मुजाहिदीन के कार्यकर्ता को जमानत देने से इनकार किया

राजनीति12 hours ago

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पृथ्वीराज चव्हाण के बाद उदित राज ने उठाए सवाल, ‘नाम’ पर जताई आपत्ति

राष्ट्रीय समाचार12 hours ago

ऑपरेशन सिंदूर : शिवसेना ने पीएम मोदी को बताया योद्धा, लगाए पोस्टर

राष्ट्रीय समाचार13 hours ago

हिंडन सिविल एयरपोर्ट का टर्मिनल अग्रिम आदेशों तक बंद, कई शहरों की फ्लाइट्स रद्द

अंतरराष्ट्रीय14 hours ago

पाकिस्तान : लाहौर स्थित वाल्टन एयरपोर्ट के पास सुनाई दी धमाके की आवाज

राजनीति3 weeks ago

दाऊदी बोहरा समुदाय ने पीएम मोदी से की मुलाकात, वक्फ कानून को लेकर कहा- शुक्रिया

महाराष्ट्र2 weeks ago

मुंबई की मस्जिदों के लाउडस्पीकर, मस्जिदों के खिलाफ किरीट सोमैया का नोटिस, माहौल बिगड़ने का खतरा, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का नोटिस,

अपराध3 weeks ago

नासिक : धार्मिक स्थल को लेकर उड़ी अफवाह के बाद बवाल, पथराव में कई घायल

राजनीति4 weeks ago

महाराष्ट्र : सीएम फडणवीस ने अधिकारियों से कहा, ऑरेंज गेट-मरीन ड्राइव ट्विन टनल प्रोजेक्ट में तेजी लाएं

राजनीति2 weeks ago

जम्‍मू-कश्‍मीर : पहलगाम आतंकी हमले में एक पर्यटक की मौत, 12 घायल, सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘स्तब्ध हूं’

दुर्घटना3 weeks ago

दिल्ली के लॉरेंस रोड इंडस्ट्रियल एरिया की जूता-चप्पल फैक्ट्री में लगी भीषण आग

खेल2 weeks ago

‘इंसानियत की हार’, पहलगाम हमले पर सचिन, विराट, गंभीर समेत इन खेल हस्तियों ने व्यक्त की संवेदनाएं

राष्ट्रीय समाचार3 weeks ago

नासिक : सतपीर दरगाह पर चला बुलडोजर, हाईकोर्ट के आदेश पर की गई कार्रवाई

अंतरराष्ट्रीय2 weeks ago

पहलगाम आतंकी हमला : राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के प्रत‍ि जताया समर्थन, पीएम मोदी को फोन करने की बनाई योजना

राजनीति3 weeks ago

सुप्रीम कोर्ट में वक्फ कानून के खिलाफ सुनवाई आज, सीजीआई बेंच सुनेगी दलील

रुझान