राजनीति
पाकिस्तान समर्थित नारा विवाद : केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने एनआईए जांच की मांग की

बेंगलुरु, 28 फरवरी। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक विधानमंडल परिसर में ‘पाकिस्तान समर्थक’ नारे लगाने के आरोपों की एनआईए जांच की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने बुधवार को कहा कि वह इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगी।
शोभा करंदलाजे ने उडुपी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”पुलिस ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने की मानसिकता वाले लोगों को परिसर के अंदर जाने की इजाजत कैसे दे सकती है? राज्यसभा सदस्य सैयद नसीर हुसैन के खिलाफ जांच होनी चाहिए। इसके पीछे बड़े विवाद की आशंका है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश को बांटने की बात कर रही है। सत्ता किसी भी सरकार के लिए स्थायी नहीं है। देश में भ्रम पैदा करने का एक व्यवस्थित प्रयास किया जा रहा है। एनआईए घटना की जांच करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
मंत्री ने कहा, “पुलिस को इस घटनाक्रम के पीछे की ताकतों का पता लगाना चाहिए। मैंने कर्नाटक के पुलिस प्रमुख से आरोपियों को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया है।”
हालाकि, सैयद नसीर हुसैन ने इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दिया है। उनका कहना है कि उनके कुछ समर्थकों ने तीन उम्मीदवारों की जीत का जश्न मनाया, जिनमें से वह भी एक थे। ‘नसीर साहब जिंदाबाद, कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाए गए। लेकिन, जब वह घर के लिए निकल रहे थे तभी अचानक उन्हें मीडिया से ‘पाकिस्तान समर्थक’ नारे लगने की जानकारी मिली।
उन्होंने आगे कहा, ”मैं कहना चाहूंगा, जब मैं वहां था और लोगों के बीच था, तो मैंने वहां ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा नहीं सुना। हमने पहले ही पुलिस से कहा और उन्हें इसकी जांच करने दी। यदि किसी ने पाकिस्तान समर्थित नारा लगाया है तो उसके साथ कानून के मुताबिक सख्ती से निपटा जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “अगर किसी ने वीडियो को तोड़मरोड़ कर चलाया है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए। अगर किसी ने नारा लगाया भी है, तो वह कौन है, कहां से आकर परिसर में दाखिल हुआ, उसका इरादा क्या था, हर चीज की जांच होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, ”जब मैं वहां था तो ऐसा नारा नहीं लगाया गया, अगर मेरी मौजूदगी में नारा लगाया जाता तो कोई भी समझदार व्यक्ति या भारतीय नागरिक इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता था। आइए जांच का इंतजार करें और जो भी सामने आएगा वह सार्वजनिक डोमेन में होगा।”
महाराष्ट्र
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को बड़ी राहत, CBI ने बंद किया पुलिस स्टेशन केस, कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को ठाणे के कोपरी पुलिस स्टेशन में दर्ज जबरन वसूली और धमकी के मामले में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने क्लीन चिट दे दी है। सिंह ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाने के साथ ही कई सनसनीखेज खुलासे किए थे। सीबीआई ने इस मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को क्लोजर रिपोर्ट सौंप दी है। सीबीआई के मुताबिक, 2016-17 में हुए इस मामले में दोष साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है और न ही यह कोई विवादास्पद मामला है।
सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि शिकायतकर्ता अग्रवाल अपने वित्तीय लेन-देन में बेईमान रहे हैं और झूठे दीवानी और आपराधिक मामलों के जरिए लोगों को फंसाने के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा, जाँच से पता चला है कि अग्रवाल और बिल्डर संजय पनमिया के बीच समझौता बिना किसी दबाव या जबरदस्ती के हुआ था।
परमबीर सिंह के खिलाफ मुंबई के मरीन ड्राइव, गोरेगांव, अकोला और ठाणे नगर पुलिस थानों में कुल पाँच मामले दर्ज किए गए थे। इनमें से सीबीआई ने कोपरी थाने में छह माह पुरानी वसूली मामले की जांच बंद कर दी है, लेकिन अन्य चार मामलों की जांच अभी जारी है।
महाराष्ट्र
मुंबई के ड्रग डीलरों पर एंटी नारकोटिक्स सेल की कार्रवाई, दो ड्रग डीलर गिरफ्तार, 2 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग्स जब्त

DRUG
मुंबई एंटी नारकोटिक्स सेल ने मुंबई उपनगर के अंधेरी लोखंडवाला इलाके से एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार करने का दावा किया है। एएनसी आजाद मैदान इकाई को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति लोखंडवाला में ड्रग्स बेचने आ रहा है। इस पर एएनसी ने व्यक्ति के कब्जे से 18 लाख रुपये नकद, 703 ग्राम हशीश और 104 ग्राम मेफेडोन एमडी बरामद किया। इसके बाद दूसरी कार्रवाई में एएनसी ने 8 जुलाई को अंधेरी वर्सोवा इलाके में अवैध हेरोइन बेचने के मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 306 ग्राम हेरोइन बरामद की। इसके साथ ही पता चला कि आरोपी अंधेरी और आसपास के इलाकों में ड्रग्स बेचता है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दावा है कि उनके कब्जे से 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की ड्रग्स जब्त की गई है दोनों से पूछताछ की जा रही है। यह कार्रवाई मुंबई पुलिस कमिश्नर देवेन भारती के नेतृत्व में की गई और डीसीपीएएनसी नुनाथ ढोले ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
महाराष्ट्र
आयकर विभाग का संजय शिरसाट को नोटिस, चुनाव में हलफनामे में निम्नलिखित संपत्तियों का ब्योरा देने का आदेश

मुंबई के सांसद और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को मिले आयकर नोटिस को लेकर शिंदे सेना के भाई संजय शिरसाट ने स्पष्ट किया है कि मुझे मेरे बारे में समाचार चैनल पर प्रसारित की जा रही खबर की जानकारी नहीं है कि श्रीकांत शिंदे को आयकर विभाग से नोटिस मिला है, लेकिन मुझे नोटिस मिला है और यह नोटिस मुझे मेरे 2024 के चुनावी हलफनामे में संपत्ति से संबंधित विवरण जमा करने के लिए दिया गया है और इसमें संपत्ति का विवरण भी मांगा गया है। उन्होंने कहा कि मैंने यह नहीं कहा है कि श्रीकांत शिंदे को नोटिस मिला है या नहीं। मुझसे पूछा गया था कि क्या श्रीकांत शिंदे और संजय शिरसाट को मिला आयकर नोटिस राजनीतिक दबाव का नतीजा नहीं है। मैंने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। हालांकि, मेरे नाम से भ्रामक खबर प्रसारित की जा रही है कि मैंने बताया है कि श्रीकांत शिंदे को नोटिस मिला है। यह पूरी तरह से गलत है। मुझे जो नोटिस मिला है, मैं उसका जवाब कुछ दिनों में भेज दूंगा। आयकर विभाग अपना काम कर रहा है और मैं काम करूंगा।
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