अपराध
खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा के पिता और भाई नांदेड़ में गिरफ्तार

महाराष्ट्र: नांदेड़ पुलिस ने भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक हरविंदर सिंह संधू के पिता चरणजीत सिंह संधू को उनके भाई सरबजोत सिंह संधू के साथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी अप्रैल 2023 में नांदेड़ जिले के वजीराबाद पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली और मकोका से संबंधित दर्ज एक मामले के संबंध में है। यह मामला स्थानीय अपराध शाखा के इंस्पेक्टर द्वारकादास चिक्लिकर द्वारा दायर एक शिकायत से उत्पन्न हुआ। पीड़िता के शिकायत दर्ज करने के शुरुआती डर के कारण, पुलिस ने पीड़िता का विश्वास जीतने के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 384, 385, 387 और मकोका के तहत मामला दर्ज किया। गहन जांच के बाद, यह पता चला कि रिंडा के नाम पर एकत्र की गई जबरन वसूली की रकम उसके पिता और भाई को दी गई थी, इसके बाद, दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया और बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया। कोर्ट ने 4 दिसंबर तक उनकी पुलिस कस्टडी मंजूर कर ली है. इस बात की पूरी संभावना है कि पुलिस कस्टडी में कुछ और अहम सूत्र सामने आएंगे.
एजेंसी के सूत्रों ने खुलासा किया कि आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा ने कथित तौर पर नांदेड़ में बिल्डरों, उद्यमियों, डॉक्टरों और व्यापारियों सहित विभिन्न व्यक्तियों को धमकी देकर लाखों रुपये की उगाही की है। जांच एजेंसी का दावा है कि वह जबरन वसूली के पैसे का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों के लिए कर रहा है। कंस्ट्रक्शन बिजनेस टाइकून संजय बियानी की हत्या के बाद पुलिस ने रिंदा गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, इसके बाद भी रिंदा के नाम पर रंगदारी की गतिविधियां जारी रहीं. नांदेड़ के एसपी श्रीकृष्ण कोकाटे ने कहा, “जबरन वसूली पिछले साल सितंबर में हुई थी, लेकिन पीड़ित शुरू में शिकायत दर्ज करने में अनिच्छुक थे। हमारी पहल के बाद, हमने उनका विश्वास हासिल किया और अप्रैल में, अपराध आधिकारिक तौर पर दर्ज किया गया। आज, हमने गिरफ्तार कर लिया।” वांछित आतंकवादी रिंदा के पिता और भाई। मामला धारा 384, 387, 385 और मकोका अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।”
माना जाता है कि प्रतिबंधित खालिस्तानी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल से संबद्ध रिंदा पाकिस्तान में है और पंजाब में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए स्थानीय गैंगस्टरों की सहायता का उपयोग कर रहा है। पिछले साल मई में, मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया गया था, और इस घटना में रिंदा का नाम शामिल था। उसी महीने के दौरान, उन्हें हरियाणा के एक वाहन में हथियारों और विस्फोटकों की खोज से संबंधित आरोपों का सामना करना पड़ा। सीमा पार से नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी में रिंडा की व्यापक भागीदारी के कारण, जांच एजेंसियों ने उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना, जो पाकिस्तान में स्थित गैंगस्टरों और आतंकवादी समूहों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम कर रहा था। पंजाब में “मोस्ट-वांटेड ‘ए’ प्लस श्रेणी” गैंगस्टर होने के अलावा, वह पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, हरियाणा और अन्य राज्यों में कई मामलों में वांछित है। हालांकि पाकिस्तान में रिंदा की मौत की मीडिया रिपोर्टें आई हैं, लेकिन एजेंसियों की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि या घोषणा नहीं की गई है। फिर भी, संघीय एजेंसियों के लिए रिंडा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।
अपराध
नासिक : धार्मिक स्थल को लेकर उड़ी अफवाह के बाद बवाल, पथराव में कई घायल

नासिक, 16 अप्रैल। नासिक के काठे गली इलाके में मंगलवार रात पुलिस पर पथराव किया गया। यह घटना तब हुई जब क्षेत्र में बिजली कट गई और इसी अंधेरे का फायदा उठाकर भीड़ ने अचानक पुलिस और आसपास खड़े वाहनों पर पत्थर बरसाने शुरू कर000000 दिए। इस हिंसक घटनाक्रम में तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि पांच वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हंगामे की वजह एक धार्मिक स्थल को लेकर उड़ी अफवाह बताई जा रही है।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी। रात में करीब 500 पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया ताकि हालात और न बिगड़ें। बताया जा रहा है कि हंगामे के समय करीब 400 से 500 लोग मौजूद थे। पुलिस ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए इलाके में ट्रैफिक मार्गों में बदलाव भी कर दिए हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मिलकर हालात पर कड़ी नजर रखी और रात भर गश्त जारी रही।
सूत्रों ने बताया कि इस पूरे मामले की जड़ एक विवादास्पद धार्मिक स्थल है, जिस पर पिछले कुछ दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई थी। नगरपालिका ने 1 अप्रैल को अदालत के आदेश के बाद एक अनधिकृत निर्माण पर नोटिस दिया था, जिसमें कहा गया था कि यदि निर्माण को स्वयं नहीं हटाया गया तो प्रशासन उचित कार्रवाई करेगा। इस चेतावनी के बावजूद धार्मिक स्थल को नहीं हटाया गया, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष और तमाम तरह की अफवाह फैल गई।
अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में कुछ धार्मिक स्थलों का निर्माण बिना अनुमति के किया गया था और इन्हें हटाने के लिए नोटिस दिया गया था, जिसके बाद यह घटना हुई है। अगले दो दिनों में ऐसे सभी अनधिकृत धार्मिक स्थलों को हटाया जाएगा। नासिक पुलिस का कहना है पुलिस पूरे इलाके में शांति बनाए रखने के लिए कार्रवाई कर रही है। पुलिस और प्रशासनिक अमले की मौजूदगी अब भी इलाके में बनी हुई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
अपराध
जयपुर: ईडी ने पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर छापेमारी की

जयपुर, 15 अप्रैल। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जयपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर छापेमारी शुरू की। प्रताप सिंह राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
यह कार्रवाई प्रदेश के चर्चित 2,850 करोड़ रुपये के पीएसीएल घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह पर आरोप है कि घोटाले की कुछ राशि उनके पास भी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को सेवानिवृत्त सीजेआई आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी से कहा था कि पीएसीएल की संपत्तियों को नीलाम करके 6 माह में लोगों को ब्याज सहित भुगतान करें। सेबी के आकलन के अनुसार, पीएसीएल की 1.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो निवेशकों की जमा राशि की तुलना में 4 गुना है।
पीएसीएल कंपनी की योजनाओं को अवैध मानते हुए सेबी ने 22 अगस्त 2014 को कंपनी के कारोबार बंद कर दिए थे, जिसके चलते निवेशकों की पूंजी कंपनी के पास जमा रह गई। इसके बाद कंपनी और सेबी के बीच सुप्रीम कोर्ट में केस चला और सेबी केस जीत गई। 17 साल तक राज्य में रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पीएसीएल में प्रदेश के 28 लाख लोगों ने करीब 2,850 करोड़ और देश के 5.85 करोड़ लोगों ने कुल 49,100 करोड़ का निवेश किया था।
कंपनी पर बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, जयपुर ग्रामीण, उदयपुर, आंध्र प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ समेत आधे से ज्यादा राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं। इस घोटाले का पहला खुलासा जयपुर में ही हुआ था, जब 2011 में चौमू थाने में ठगी और चिट फंड एक्ट के तहत पहला केस दर्ज किया गया। मामले में प्रताप सिंह की भागीदारी 30 करोड़ के आसपास बताई जा रही है, जिसको लेकर अब ईडी जांच कर रही है।
अपराध
सलमान खान को फिर मिली जान से मारने की धमकी

मुंबई: फिल्म अभिनेता सलमान खान को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। सलमान खान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर हैं और लॉरेंस गैंग सलमान को जान से मारने की धमकी भी दे चुका है, जिसके बाद से सलमान खान को सोशल मीडिया पर लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मुंबई ट्रैफिक कंट्रोल रूम को एक व्हाट्सएप संदेश मिला जिसमें सलमान खान को उनके घर में घुसकर जान से मारने और उनकी कार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। यह धमकी भरा संदेश मिलने के बाद वर्ली पुलिस ने ट्रैफिक पुलिस की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धमकी का मामला दर्ज कर लिया है।
मुंबई पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि सलमान खान को धमकी देने वाला शख्स किसी गिरोह से जुड़ा है या फिर किसी ने शरारत में यह धमकी दी है। धमकी भरे संदेश के बाद पुलिस भी अलर्ट पर है। सलमान खान के घर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही सलमान खान को वाई प्लस सुरक्षा भी प्राप्त है। ऐसे में पुलिस ने भी इस धमकी को गंभीरता से लिया है।
मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक पंचालकर ने भी पुलिस को धमकी भरे फोन कॉल, व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर धमकी भरे संदेशों को लेकर सतर्क रहने का आदेश दिया है। मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच कर रही है। सलमान खान की जान को खतरा है, इसलिए पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती है और पुलिस ने इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है। सलमान खान को इससे पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
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