अंतरराष्ट्रीय
आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिल सकता है मौका
आईपीएल 2022 के बाद भारत 9 से 19 जून तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू टी20 सीरीज खेलेगा। वर्ष के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के साथ प्रोटियाज के खिलाफ श्रृंखला भारतीय टीम के लिए खिलाड़ियों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए तैयारी करना महत्वपूर्ण हो जाएगा।
लेकिन दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद भारत के पास एक व्यस्त शेड्यूल है, जिसमें एजबेस्टन में स्थगित हुए पांचवां टेस्ट खेलना और आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 एक ही समय में भिड़ना शामिल है। इसके बाद, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में सफेद गेंद के मैच होंगे। इस दौरों पर सूर्यकुमार यादव और दीपक चाहर चोटों के बाद वापसी कर सकते हैं।
आईपीएल 2022 में शानदार प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मौका मिल सकता है, जो कि मीडिया रिपोटरें के संबंध में चर्चा का विषय रहा है। आईएएनएस उन दावेदारों पर एक नजर डालने कोशिश कर रहा है, जो युवा और अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिन्हें दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है :
1. अर्शदीप सिंह
अर्शदीप ने 13 मैचों में 7.82 की इकॉनमी रेट से दस विकेट लिए हैं। लेकिन अर्शदीप आईपीएल 2022 के दौरान डेथ ओवरों में पंजाब किंग्स के लिए एक शानदार गेंदबाज रहे हैं। उनकी 7.31 की इकॉनमी रेट इस चरण के सभी गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ है। डेथ ओवरों में वह यॉर्करों के साथ शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। अर्शदीप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के लिए टीम में अपने घातक गेंदबाजी के दम पर जगह बना सकते हैं।
2. तिलक वर्मा
ऐसे सीजन में जहां मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन खराब रहा है। वहीं, युवा वर्मा उनके लिए एक उभरते युवा खिलाड़ी रहे हैं। 2020 अंडर- 19 विश्व कप में भारत के लिए खेलने वाले वर्मा हैदराबाद के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर टूर्नामेंट में आए। युवा खिलाड़ी ने अपने मुंबई चयन को विभिन्न प्रकार के आकर्षक शॉट्स और प्रभावशाली बल्लेबाजी के दम पर 13 पारियों में 37.60 के औसत और 131.46 के स्ट्राइक-रेट से 376 रन बनाए। रोहित शर्मा द्वारा उन्हें भारत के लिए भविष्य में खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में चिह्न्ति करने के साथ, वर्मा का नाम दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए रखा जा सकता है।
3. राहुल त्रिपाठी
2017 में आईपीएल में प्रवेश करने के बाद से त्रिपाठी टूर्नामेंट में अपने शानदार बल्लेबाजी कौशल के साथ लगातार रन बनाते आ रहे हैं। आईपीएल 2022 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए त्रिपाठी ने हैदराबाद के लिए तीसरे स्थान पर कब्जा कर लिया है, जिसमें 39.30 की औसत और 161.72 की स्ट्राइक-रेट से 393 रन बनाए हैं, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं, जिनमें मुंबई इंडियंस के खिलाफ 44 गेंदों में 76 रनों की शानदार पारी खेली थी। भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री द्वारा सूर्यकुमार यादव के लिए एक बैक-अप विकल्प के रूप में उन्हें इंगित किया गया था। त्रिपाठी भी दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।
4. उमरान मलिक
इस आईपीएल 2022 में अगर किसी खिलाड़ी ने किसी को प्रभावित किया है, तो वह जम्मू के तेज गेंदबाज उमरान मलिक हैं। आईपीएल के अपने पहले पूर्ण सत्र में मलिक ने बल्लेबाजों को तेज गति से काफी भयभीत किया है, मुख्य रूप से बीच के ओवरों में 21 विकेट लेने के दौरान लगातार 150 किमी प्रति घंटे से ऊपर की गति से गेंदबाजी की। कई विशेषज्ञों ने उन्हें भारतीय टीम में तेजी से शामिल करने का आह्वान किया है, अगर उन्हें दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिए कॉल-अप मिलता है, तो उन्हें निराश नहीं होना चाहिए।
5. मोहसिन खान
2022 सीजन के दौरान अप्रैल के अंत में अपने आईपीएल की शुरुआत के बाद से मोहसिन ने क्रिकेट दर्शकों को अपने किफायती गेंदबाजी और बल्लेबाजों को आउट करने की क्षमता से प्रभावित किया है, जिन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए लगातार विकेट लिए हैं। मोहसिन ने आठ मैचों में 15.20 के औसत और 6.08 की इकॉनमी रेट से 10 विकेट लिए हैं, जिसे भारतीय चयनकर्ता ध्यान से देख रहे होंगे।
6. दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने खुद को फिर से भारत के लिए खेलने की इच्छा जाहिर की है और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए उनके फिनिशिंग टच ने भारत टी20 टीम में एक बार फिर से वापसी की उम्मीद जगाई है। आईपीएल 2022 के दौरान जब भी बैंगलोर मुसीबत में पड़ा है, कार्तिक ने अपनी फिनिशिंग कौशल से उन्हें मुसीबत से उबारा है। 13 पारियों में 57.00 की औसत और 192.56 के उच्च स्ट्राइक-रेट से 285 रन बनाए हैं। कार्तिक को भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौका दिया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय
ट्रंप के टैरिफ वॉर से दुनिया को राहत? अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में आज हो सकता है आखिरी फैसला!

नई दिल्ली, 6 नवंबर : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के साथ वैश्विक व्यापार जगत में उथल-पुथल मच गई। ट्रंप के टैरिफ को लेकर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी रही, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि इसपर आखिरी फैसला भी आज आ जाए। वहीं, दूसरी ओर पूरी दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।
5 नवंबर को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई शुरू हुई, जिसमें अधिकांश जजों ने अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले पर सवाल खड़े किए।
निचली फेडरल कोर्ट ने इससे पहले टैरिफ के मामले में फैसला सुनाया था कि ट्रंप के पास अमेरिका के कई व्यापारिक साझेदारों से आयात पर टैरिफ लगाने और कनाडा, चीन और मैक्सिको के उत्पादों पर फेंटानिल टैरिफ लगाने का कानूनी अधिकार नहीं है। निचले कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
बता दें, टैरिफ को लेकर करीब ढाई घंटे से ज्यादा कोर्ट में बहस चली। कोर्ट ने ट्रंप सरकार के टैरिफ के फैसले पर सवाल उठाए। जस्टिस सोनिया सोतोमयोर ने कहा, “आप कहते हैं कि टैरिफ टैक्स नहीं हैं, लेकिन वास्तव में वे टैक्स ही हैं। वे अमेरिकी नागरिकों से पैसा, राजस्व कमा रहे हैं।”
इस पर सॉलिसिटर जनरल जॉन सॉयर ने कहा, “मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता, यह एक नियामक टैरिफ है, टैक्स नहीं। यह सच है कि टैरिफ से राजस्व बढ़ता है और यह केवल आकस्मिक है।”
इसके अलावा जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने कहा, “अगर मैं सही नहीं हूं तो मुझे सुधारें, लेकिन यह तर्क किसी भी देश के किसी भी उत्पाद पर, किसी भी मात्रा में, किसी भी अवधि के लिए टैरिफ लगाने की शक्ति के लिए दिया जा रहा है।”
जस्टिस रॉबर्ट्स की इस टिप्पणी के बाद अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल डी. जॉन सॉयर ने तर्क दिया कि आईईईपीए राष्ट्रपति को इमरजेंसी की स्थिति के दौरान ‘आयात को विनियमित करने’ की इजाजत देता है।
अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल के तर्क से जस्टिस एमी कोनी बैरेट सहमत नहीं थीं। उन्होंने सॉयर से कहा, “क्या आप संहिता में ऐसे किसी दूसरे स्थान या इतिहास में किसी दूसरे समय का जिक्र कर सकते हैं, जहां ‘आयात को विनियमित करना’ वाक्यांश का उपयोग टैरिफ लगाने का अधिकार देने के लिए किया गया हो?”
इसके अलावा, जस्टिस बैरेट ने कहा कि अगर कांग्रेस भविष्य में आपातकालीन टैरिफ पर किसी भी सीमा को मंजूरी देना चाहती है, तो उसे राष्ट्रपति के वीटो को पार करने के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी।
जस्टिस बैरेट ने पूछा, “अगर कांग्रेस कहती है, ‘अरे, हमें यह पसंद नहीं है, इससे राष्ट्रपति को आईईईपीए के तहत बहुत ज्यादा अधिकार मिल जाते हैं,’ तो उसे आईईईपीए से उस टैरिफ शक्ति को वापस लेने में बहुत मुश्किल होगी, है ना?”
हालांकि, कोर्ट की तरफ से मामले में अब तक आखिरी फैसला सामने नहीं आया है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के टैरिफ वाले फैसले पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सवाल खड़े किए हैं।
अंतरराष्ट्रीय
बांग्लादेश के चटगांव में फिर मचा बवाल, बीएनपी के दो गुटों में हिंसक झड़प; पांच कार्यकर्ता घायल

ढाका, 6 नवंबर : बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के शासन में अराजकता की स्थिति बनी हुई है। चटगांव जिले के रावजान उपजिला में स्थानीय प्रभुत्व को लेकर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के दो गुटों में हिंसक बवाल देखने को मिला।
देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ा कि पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुट द्वारा कथित तौर पर बंदूक से किए गए हमले में बीएनपी के कम से कम पांच कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना बुधवार रात रावजान के बागवान यूनियन के चौधरीपारा इलाके में हुई।
घायलों की पहचान बीएनपी की मजदूर शाखा, श्रमिक दल की उपजिला इकाई के महासचिव अब्दुल्ला सुमन और कार्यकर्ता इस्माइल, खोरशेद, रुबेल और सोहेल के रूप में हुई है।
सभी पांचों पीड़ितों का चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) में इलाज चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट यूएनबी ने स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल और एक कार में सवार होकर आए और बीएनपी कार्यकर्ताओं पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि गोलीबारी के लगभग डेढ़ घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जिससे इलाके के निवासियों में दहशत फैल गई। उन्होंने दावा किया कि हिंसा दो स्थानीय बीएनपी गुटों के बीच वर्चस्व स्थापित करने को लेकर हुए झगड़े के कारण भड़की।
रावजान-रंगूनिया क्षेत्र के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मोहम्मद बेलायत हुसैन ने इस घटनाक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि आगे किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
इससे पहले बुधवार को, चटगांव के बायजीद इलाके में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान बीएनपी के चटगांव-8 उम्मीदवार इरशाद उल्लाह गोली लगने से घायल हो गए, जबकि उनके एक सहयोगी सरवर बबला की गोली लगने से मौत हो गई।
इसके अलावा, 25 अक्टूबर को, स्थानीय नेता मोहम्मद आलमगीर आलम की भी इसी रावजान उपजिले में इसी तरह के एक हमले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
फिर, 28 अक्टूबर को चटगांव में बीएनपी की युवा शाखा के दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। मृतक की पहचान 22 साल के मोहम्मद सज्जाद के रूप में हुई, जो बीएनपी की छात्र शाखा छात्र दल का सदस्य था।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में, उपजिले में कम से कम 17 लोग मारे गए हैं। इनमें 12 बीएनपी कार्यकर्ता, चार छात्र, जुबो लीग के कार्यकर्ता और एक प्रवासी शामिल हैं। बीएनपी की पार्टी के अंदर भी हिंसा में वृद्धि देखने को मिल रही है। दो गुटों में झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय
बिहार चुनाव : सीएम नीतीश को लेकर क्या बोलीं अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन?, मैथिली ठाकुर पर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर : अमेरिका की मशहूर सिंगर मैरी मिलबेन ने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मिडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने बिहार में एनडीए की जीत की उम्मीद जताई। इसके साथ ही उन्होंने बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को ना केवल राजनीति में कदम रखने के लिए शुभकामनाएं दी, बल्कि उनकी कला और संगीत की सराहना भी की।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने आईएएनएस को बताया, “मैं बिहार के बारे में जानती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि बिहार में भाजपा द्वारा चुनाव मैदान में उतारे गए पार्टी के सभी उम्मीदवार अच्छे होंगे। मैं सभी उम्मीदवारों से परिचित नहीं हूं। मुझे पता है कि वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। साल 2023 में एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसके बारे में मेरी टीम ने मुझे बताया। मुझे नीतीश कुमार के बयान से खुशी नहीं हुई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी थी। महिलाओं और छोटी लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए नीतीश सरकार ने बहुत काम किए हैं। पीएम मोदी ने भारतीय राजनीति में महिलाओं को सशक्त किया है। बिहार के विकास के लिए पीएम मोदी की सोच और इसकी अपार सफलता की मैं उम्मीद करती हूं। मैं वहां आऊंगी तो बिहार जाना जरूर पसंद करूंगी। मैं उस क्षेत्र के कई लोगों से मिली हूं। अब मैं बिहार के बारे में और जानना चाहती हूं।”
बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को लेकर मैरी मिलबेन ने कहा, “मैं वहां की लोक गायिका को जानती हूं। मैं बहुत उत्साहित हूं यह देखकर कि उन्होंने राजनीति में कदम रखा है। मैं उनकी कला और गायकी को बहुत पसंद करती हूं। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि उन्होंने इतनी कम उम्र में शास्त्रीय संगीत में अपने जीवन को समर्पित कर दिया है। उन्हें राजनीति में देखकर बहुत खुशी हो रही है। उन्हें और उनके परिवार को ढेर सारा आशीर्वाद। मैं उम्मीद करती हूं कि उनकी तरह और भी नौजवान राजनीति में आएंगे।”
मैरी मिलबेन ने कहा, ”पीएम मोदी भारत-अमेरिका के बीच संबंध के लिए सबसे अच्छे नेता हैं। वह लोगों को जोड़ते हैं, साथ लाते हैं। पीएम मोदी तनाव को कम करने की कोशिश करते हैं। वह बहुत दयालु और सरल हैं। वह अमेरिका के साथ कूटनीति अच्छे से कर रहे हैं। भारत के हित में जो अच्छा है, वो पीएम मोदी कर रहे हैं।”
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