महाराष्ट्र
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिद में लाउडस्पीकर से अजान बंद करने की दी धमकी, तो संजय राउत ने किया पलटवार

मनसे प्रमुख राजठाकरे एक बार फिर से सुर्खियों में हैं…राज ठाकरे के सुर्खियों में आने की वजह उनका हाल ही दिया एक बयान है..जिसमें उन्होने कहा था कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान देना बंद होना चाहिए…राज ठाकरे ने अपने बयान में एक तरह से धमकी देते हुए कहा था कि अगर मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान बंद नहीं हुए तो उनके कार्यकर्ता गली मोहल्लों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे…
राज ठाकरे के इस बयान को लेकर अब सियासत बयानबाजी तेज़ हो गई है..सेक्युलर जमातें इस देश की अखंडता के खिलाफ बता रहे हैं तो पार्टियों उनके इस बयान की आलोचना करते हुए बीजेपी नेताओं जैसी हरकत करने का आरोप लगाया है…शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा है कि शिवाजी पार्क में मनसे प्रमुख राज ठाकरे के कार्यक्रम को देखकर लोगों को लगा कि यह भाजपा का कार्यक्रम है. मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने की राज ठाकरे की बात पर संजय राउत ने कहा कि, महाराष्ट्र में देश का कानून कायम है. गृह मंत्री सब कुछ कानून के अनुसार करेंगे. पहले ये देखिए कि कौन से बीजेपी शासित राज्यों में अजान बंद हो गई है या मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं. यह महाराष्ट्र है और यहां कानून का पालन किया जाता है.
राज ठाकरे के बयान को लेकर समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आजमी का कहना है कि राज ठाकरे सिर्फ वोटों की राजनीति कर रहे हैं..क्योकि उनका जनाधार खत्म हो चुका है इसलिए मुसलमानों के कंधे पर रखकर वो चुनावी बंदूक चलाना चाह रहे हैं..इससे पहले भी राज ठाकरे ने कई ऐसे बयान दिए हैं..मैं इसकी निंदा करता हूं…
उधर इत्तेहाद उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि हिंदुस्तान सेक्यूलर मुल्क है और इस मुल्क का संविधान यहां रहने वाले हर शख्स को अपने मजहब के ऊपर अमल करने की पूरी आजादी देता है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे का बयान संविधान के खिलाफ है…
जबकि तंजीम अबना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती याद इलाही कासमी का कहना है कि मुल्क में नफरत पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.. ताकि यहां की एकता और अखंडता को बचाया जा सके। केंद्र सरकार को मामले का संज्ञान लेना चाहिए
इस बीच एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार ने कोल्हापुर में पत्रकारों से कहा कि इसके विपरीत राकांपा ने सभी जातियों के लोगों को एकजुट किया है.. राज ठाकरे को टिप्पणी करने से पहले राकांपा का इतिहास पढ़ना चाहिए.. महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) प्रमुख के भाषण पर एक सवाल के जवाब में पवार ने तंज कसते हुए कहा, “राज ठाकरे तीन से चार महीने सोये रहते हैं और अचानक भाषण देने के लिए जाग जाते हैं। यह उनकी खासियत है.. मुझे नहीं पता कि वह इतने महीनों तक क्या करते हैं..
आपको बता दें कि कुछ इसी तरह की मांग को लेकर पिछले दिनों बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने मोहित कंबोज भारतीय की अगुवाई में मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पाण्डये से भी मिला था..और अब राज ठाकरे के इस बयान ने इसे सियासत का जामा पहना दिया है..राज ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भी आलोचना की थी…
महाराष्ट्र
मुंबई वक्फ एक्ट का विरोध पड़ा महंगा, आसिफ शेख को नोटिस, पुलिस पर उत्पीड़न और उपद्रव का आरोप, पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई की मांग

मुंबई: 18 अप्रैल को मुंबई में वक्फ एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अनुमति मांगना आसिफ शेख और उनके परिवार को महंगा पड़ा और पुलिस ने अब आसिफ शेख और उनकी पत्नी को परेशान करना शुरू कर दिया है, जिसके खिलाफ अब आसिफ शेख ने पुलिस आयुक्त से शिकायत दर्ज कराई है और बिना अनुमति के उनके घर में घुसने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
तिलक नगर पुलिस स्टेशन की प्रताड़ना और गुंडागर्दी के खिलाफ आसिफ शेख और उनकी पत्नी जैस्मीन शेख ने मुंबई पुलिस आयुक्त से अनुरोध किया है कि वे उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जिन्होंने उनके पति की अनुपस्थिति में उनके घर पर वक्फ अधिनियम के तहत विरोध न करने का नोटिस चिपकाकर उन्हें परेशान किया है। जैस्मीन शेख ने कहा है कि मेरे पति घर पर नहीं थे और उनकी अनुपस्थिति में पुलिस ने न केवल हमारे घर पर हमें परेशान किया, बल्कि अब पुलिस हमारे पड़ोस के लोगों को भी परेशान और परेशान कर रही है ताकि वे हमारा साथ न दें।
आसिफ शेख ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया है कि इस संबंध में कार्रवाई की जाए, अन्यथा वह आत्मदाह करने के लिए मजबूर होंगे और मुंबई पुलिस कमिश्नर मुख्यालय में आत्मदाह करेंगे। आसिफ शेख ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि स्थानीय पुलिस स्टेशन ने साफ कर दिया है कि वे कमिश्नर के आदेश पर उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी को परेशान करने के अलावा पुलिस अधिकारियों ने हमारे घर की महिलाओं का नग्न अवस्था में वीडियो भी बनाया है, जो कि गैर कानूनी है, लेकिन पुलिस अधिकारी जिद्दी हैं और कहते हैं कि उन्हें वीडियो बनाने की अनुमति है। इस संबंध में जब डीसीपी नुनाथ ढोला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई थी और आसिफ शेख व अन्य को नोटिस दिया गया है, लेकिन डीसीपी ने इलाके के अन्य लोगों को परेशान करने के आरोप से इनकार किया है।
महाराष्ट्र
वानखेड़े ने काशिफ खान और राखी सावंत के खिलाफ मानहानि का मामला वापस लिया

मुंबई: एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर एडिशनल कमिश्नर आईआरएस ने फिल्म अभिनेत्री राखी सावंत और उनके वकील काशिफ अली खान के खिलाफ दायर मानहानि का केस वापस ले लिया है। समीर वानखेड़े ने राखी सावंत और उनके वकील काशिफ अली खान देशमुख के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर 11.55 लाख रुपये का मुआवजा मांगा था। वानखेड़े ने व्यक्तिगत आधार पर मामला वापस ले लिया। शिकायत वापस लेने पर काशिफ अली खान ने कहा कि हमारी मध्यस्थता पूरी हो गई है। आपसी मतभेद के बजाय हमने अपने छिपे हुए दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इसका एक उदाहरण यह है कि मैंने समीर वानखेड़े की बहन यास्मीन वानखेड़े के मामले की पैरवी की है और पूर्व मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है।
समीर वानखेड़े ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कॉर्डेलिया क्रूज मामले में गिरफ्तार किया था और इस मामले में गिरफ्तार किए गए मनमोहन धमीचा के वकील काशिफ अली खान ने अपने इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया चैनलों पर समीर वानखेड़े के खिलाफ आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद वानखेड़े ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया और राखी सावंत ने भी उसी पोस्ट को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया। चूंकि काशिफ अली खान ही राखी सावंत के कई मामलों की पैरवी कर रहे हैं, इसलिए वानखेड़े ने उन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, लेकिन अब वानखेड़े ने निजी कारणों के आधार पर मामला वापस ले लिया है। अदालत ने मामले की वापसी के लिए पक्षकारों को उपस्थित रहने का आदेश दिया था, जबकि वानखेड़े ने कहा कि उनका काशिफ अली के साथ समझौता हो गया है और इस समझ के बाद वानखेड़े ने मामला वापस ले लिया है।
महाराष्ट्र
मुंबई में 50 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं नष्ट की गईं

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 100 दिवसीय कार्यक्रम के अनुरूप, मुंबई पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स सेल, एएनसी ने मुंबई में दर्ज 130 अदालती मामलों में कुल 50 करोड़ रुपये मूल्य की 530 किलोग्राम 4433 कोकीन की बोतलें जब्त कीं। यह कार्य महाराष्ट्र सरकार द्वारा अनुमोदित वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, तलुजा पनवल रायगढ़ में पूरा किया गया। यह कार्रवाई मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक पनसालकर, विशेष आयुक्त देविन भारती, संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी, संयुक्त पुलिस आयुक्त लक्ष्मी गौतम के निर्देश पर की गई। सत्यनारायण चौधरी समिति के अध्यक्ष भी हैं और इस ऑपरेशन को एएनसी डीसीपी श्याम घाघे ने अंजाम दिया।
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